समीक्षा न्यूज—धनसिंह
गौतमबुद्ध नगर। वर्तमान समय में हर जगह फर्जीवाड़े के मामले सामने आते रहते हैं। वहीं लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकारिता जगत में फर्जी पत्रकारों का बोलबाला जोरों पर चल रहा हैं। यह बोला बाला इतना तेजी से चल रहा कि कहीं से फर्जी पत्रकारों की बाढ़ आ गयी हो और इस बाढ़ में सही मायने में पत्रकार कहे जाने वालों की पूछ ही न नही रह गयी हो। ये फर्जी पत्रकार आपकों हर कहीं मिल जायेंगे और सबसे बड़ी बात यह है कि ये लोग किसी को ब्लैकमेल करने में या लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
गौतमबुद्ध नगर जिले की थाना बीटा-दो में पत्रकार बताकर अवैध वसूली करने तथा अपने हित साधने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इनका एक साथी अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। गिरफ्तार फर्जी पत्रकारों में दो इससे पूर्व भी जेल जा चुके हैं।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने बताया कि पत्रकारिता की आड़ में एक संगठित गिरोह बनाकर, अवैध धनोपार्जन करने, तथा प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने हित साधने वाले गिरोह के चार लोगों को थाना बीटा दो पुलिस ने शुक्रवार देर रात को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी गैंगस्टर कानून के तहत हुई है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना सुशील पंडित है। जिलाधिकारी ने बताया कि इनके साथी उदित गोयल, चंदन राय तथा नीतीश पांडे को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इनका एक साथी रमन ठाकुर अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद व लखनऊ में सक्रिय था। उन्होंने बताया कि यह गिरोह दो प्रकार से अपना कार्य संपादित करता था। इस गिरोह के सदस्य सरकारी सेवकों, विशेषकर पुलिस अधिकारियों को अनुचित आर्थिक लाभ का प्रलोभन देकर व्यक्ति विशेष के पक्ष में कार्य करने के लिए प्रेरित करते थे।
जिलाधिकारी ने बताया कि दो पत्रकारों की गिरफ्तारी नोएडा से, एक की गाजियाबाद से, तथा एक की लखनऊ से हुई है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कार्यालयों को सील कर दिया गया है।
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