Wednesday 28 August 2019

56 हुनरों और शिल्‍पों में 63 देशों के 1,350 प्रतिभागियों ने हिस्‍सा लिया


वर्ल्‍डस्किल्‍स कज़ान 2019 में टीम इंडिया ने जल प्रौद्योगिकी में स्‍वर्ण, वेब टेक्‍नोलॉजी में रजत, आभूषण और ग्राफिक डिजाइनिंग में कांस्‍य पदक जीता; साथ ही 15 उत्‍कृष्‍टता पदक जीते
टीम इंडिया ने प्रमुख हुनरों में 15 उत्‍कृष्‍टता पदकों के साथ एक स्‍वर्ण, एक रजत और दो कांस्‍य पदक जीते
56 हुनरों और शिल्‍पों में 63 देशों के 1,350 प्रतिभागियों ने हिस्‍सा लिया
वैश्विक प्रतिस्‍पर्धा में भाग लेने वाले 63 देशों में भारत 13वें स्‍थान पर रहा
नई दिल्ली। वैश्विक मंच पर भारत को गौरव के मार्ग पर आगे ले जाते हुए, भारतीय टीम ने रूस के कज़ान में वर्ल्‍डस्किल्स अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2019 में 19 पदक और उत्‍कृष्‍टता पदक जीतकर अब तक के श्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापसी की। 48 सदस्यीय भारतीय टीम ने प्रतियोगिता में 15 उत्‍कृष्‍टता पदकों के अलावा एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते। प्रतियोगिता का कल कज़ान में शानदार रंगारंग समारोह के साथ समापन हो गया जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हुए।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ, टीम इंडिया ने लोगों का दिल जीत लिया और विश्व मंच पर हुनर के नए मानक स्थापित किए। भारत पिछली बार की तुलना में इस बार 13 वें स्थान पर रहा। पिछली बार वह 11 पदक जीतकर 2017 में अबू धाबी में 19 वें स्थान पर रहा था।एस. अस्‍वथा नारायण ने ओडिशा का प्रतिनिधित्व किया और जल प्रौद्योगिकी में स्वर्ण पदक जीता, उन्होंने 11 देशों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की। उन्हें भारतीय प्रतियोगियों में 'बेस्ट ऑफ नेशन' के रूप में भी पुरस्कृत किया गया था। प्रणव नुटालापति ने कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया और 33 देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बाद वेब टेक्नोलॉजी में रजत पदक जीता। संजय प्रमाणिक ने पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व किया और 16 देशों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा के बाद आभूषण में कांस्य पदक जीता। श्वेता रतनपुरा ने महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया और 35 देशों के खिलाफ अपने हुनर का प्रदर्शन करने के बाद ग्राफिक डिजाइनिंग में कांस्य पदक जीता। श्वेता को वर्ल्डस्किल्स कज़ान 2019 में भारत के लिए पदक जीतने वाली एकमात्र महिला उम्मीदवार होने का गौरव हासिल हुआ है।
प्रतियोगिता दुनिया भर के अनेक प्रतिभागियों की भागीदारी के साथ व्‍यावसायिक हुनर के क्षेत्र में एक भव्य आयोजन बन गई है। इस वर्ष 63 देशों और क्षेत्रों के 1,350 से अधिक प्रतियोगियों के साथ बढ़ी हुई भागीदारी देखने को मिली, जिन्होंने प्रतिष्ठित पदक जीतने के लिए 56 हुनर प्रतियोगिताओं में हिस्‍सा लिया। प्रतियोगिताओं में 19 पदकों के साथ वापसी करके, टीम इंडिया ने व्यावसायिक कौशल के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू किया है। इसने न केवल टीम की प्रतिभा को साबित किया बल्कि उनके मजबूत समर्पण और प्रतिबद्धता को दर्शाया।


No comments:

Post a Comment