Wednesday 28 August 2019

प्रभु भक्ति से ही लोभ मुक्ति संभव: रसिक महाराज


वाचस्पति रयाल— 
नरेंद्र नगर। रसिक ज्ञान भक्ति समिति शाखा नरेंद्र नगर के तत्वावधान एवं नगर पालिका के सहयोग से यहां टाउन हॉल  में आयोजित भागवत कथा का श्रवण करने श्रद्धालु  दूर-दूर से कथा स्थल पर पहुंच रहे हैं।
 कथावाचक नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज के सारगर्भित प्रवचनों का  श्रवण करते हुए श्रद्धालु  पुण्य का लाभ कमा रहे हैं। कथा  प्रसंगों के बीच-बीच में  वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत भजन/ कीर्तन वातावरण को भक्ति मय बना दे रहे हैं।
 प्रवचन करते हुए चंडीगढ़ से पधारे कथावाचक रसिक महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहा कि लोभ पाप की जननी है और लोभ से मुक्ति के लिए भगवान भक्ति अनिवार्य है । तभी लोभ से मुक्ति संभव है।
 ज्ञानी संत मुनि नारद का प्रसंग सविस्तार सुनाते हुए रसिक महाराज ने बताया कि उन्होंने मंत्र विद् से आत्म विद् का सफर कैसे तय किया।  कहा कि शास्त्र-ग्रंथों को पठन-पाठन तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए बल्कि उनका सदुपयोग जीवन जीने के लिए किया जाना चाहिए।
 रसिक महाराज ने  ज्ञान रूपी प्रवचन सुनाते हुए कहा कि ज्ञानी, तपस्वी ,शूरवीर, कवि, विद्वान और गुणवान जैसे लोग लोभ के वशीभूत होकर सदैव उपहास का पात्र बने हैं। कहा लोभ तुष्टि का साधन मात्र हो सकता है संतुष्टि का नहीं। लोभ ही पतन का कारण है। श्रद्धालुओं से उन्होंने कहा कि सदैव ईश्वर का स्मरण करें और ईश्वर की भक्ति /कीर्तन के लिए समय निकालें ।इससे मन को शांति मिलती है और मन की शुद्धि होती है।
 इस अवसर पर रसिक ज्ञान भक्ति समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद जोशी, आशुतोष रतूड़ी, राणा केपी जंग ,उत्तराखंड प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल के प्रतिनिधि विनोद गंगोटी, सूरत सिंह थपलियाल ,आचार्य महेंद्र बेलवाल,सुरेशानंद ब्रह्मचारी, एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।


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