समीक्षा न्यूज—देवेन्द्र तौमर
नई दिल्ली। अंचल स्ततर पर बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा “संदीपनि एसटीसी, बी-32, सेक्टर-62, नोएडा-201307” पर दिनांक 17 तथा 18 अगस्त 2019 को निचले स्तर से ऊपर के स्तर तक विचार-विमर्श की प्रक्रिया का आरंभिक दौर पूरा किया गया जिसमें अंचल के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी शाखाओं ने सहभागिता की। इसका लक्ष्य विचारों का आदान-प्रदान करना तथा बैंक के प्रदर्शन की समीक्षा करना एवं राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ तालमेल स्थाापित करना था। अपने प्रकार के इस पहले विचार विमर्श में शाखाओं को स्वयं का मूल्यांकन करने, प्रासंगिक मामलों पर चर्चा करने तथा भविष्य के लिए आवश्यक नीति तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल किया गया। बैठक में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया कि इनोवेशन लाने के लिए तथा बिग डाटा एनालिटिक्स का लाभ उठाने के लिए अधिक आई.टी. कंटेंट के साथ अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को किस प्रकार से अधिक ऋण उपलब्धय कराया जाए। इसका लक्ष्य यह है कि बैंकिंग को नागरिक केन्द्रित बनाया जाए तथा वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, छोटे उद्यमियों, व्यषवसायियों, युवाओं और महिलाओं की आवश्यकताओं एवं आकांक्षाओं के प्रति संवेदी बनाया जाए।
पी.एस.बी के लिए विशिष्ट रोडमैप तैयार करने के विचार से बैठक के दौरान अनेक विषयों पर चर्चा हुई जैसे डिजिटल भुगतान, पी.एस.बी में कॉरपोरेट प्रशासन, एम.एस.एम.ई, रिटेल तथा कृषि क्षेत्र को अग्रिम, निर्यात ऋण, वित्तीय ग्रिड की स्थापना तथा 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए बैंक ऋण प्रदान करना इत्यादि।
बैठक में आर्थिक वृद्धि के लिए विभिन्न राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के संदर्भ में बैंक के योगदान की समीक्षा, आर्थिक वृद्धि के लिए ऋण संवितरण, आधारभूत संरचना/उद्योग, कृषि क्षेत्र तथा ब्लू इकोनॉमी, जल शक्ति, एम.एस.एम.ई क्षेत्र तथा मुद्रा ऋण, शिक्षा ऋण, निर्यात ऋण, ग्रीन इकोनॉमी, स्वच्छ भारत, वित्तीय समावेशन तथा महिला सशक्तीकरण, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, कम नकदी/डिजिटल अर्थव्यवस्था, जीवन को सहज बनाना, स्थानीय क्षमताओं का लाभ उठाना आदि मुद्दों पर भी की गई।
इस प्रकार के व्यापक विचार-विमर्श के परिणाम स्वरूप लागू करने योग्य अनेक तथा नवोन्मेषी सुझावों को प्राप्त करने में सहायता हुई है कि किस प्रकार से पी.एस.बी तथा विशेष रूप से बैंक ऑफ़ इंडिया, राष्ट्र निर्माण में और अधिक प्रभावी भूमिका अदा कर सकते हैं। इन सुझावों को एकत्रित किया गया तथा प्रत्येक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शाखाओं के तुलनात्मक प्रदर्शन के मूल्यांकन के साथ अधिक चर्चा के लिए एस.एल.बी.सी/राज्य स्तर पर भेज दिया गया है। एस.एल.बी.सी स्तर के बाद, अंतरबैंक तथा आंतर बैंक कार्य-निष्पादनों की तुलना एवं सभी पी.एस.बी में कार्यान्वयन के लिए सुझावों के संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर अंतिम रूप से विचार किया जाएगा।
परामर्श की इस प्रक्रिया ने,शाखा स्तर तक, कार्य में भागीदारी करने एवं सुनिश्चित उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने का नया बोध उत्पन्न किया है तथा भविष्य के रोडमैप को लागू करने, प्रदर्शन सुधारने तथा राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ और बेहतर तालमेल बिठाने के लिए बैंक ऑफ़ इंडिया तत्पर है।
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