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गाज़ियाबाद। मंगलवार को केन्द्रीय आर्य युवक परिषद की ओर से "अति अम्लता-हृदय रोग व नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 75वीं पुण्य तिथि पर ऑनलाइन गोष्ठी आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय अभिलेखागार के अनुसार सुभाषचंद्र बोस जी की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को ताइहोकू के सैनिक अस्पताल में रात्रि 21.00 बजे हुई थी।
आयुर्वेदाचार्या डॉ सुषमा आर्या ने कहा कि हाइपर एसिडिटी या अम्लपित्त वर्तमान समय में सबसे अधिक पाए जाने वाले रोगों में से एक है,जो दोषपूर्ण जीवन शैली की उपज होता है।आज के दौर में लगभग 70 प्रतिशत लोग इसी रोग से पीड़ित हैं। हमारे शरीर में उपस्थित पित्त में अम्लता का गुण आने के कारण यह रोग उत्पन्न होता है।इसी के अधिकता से ह्रदय रोग भी उत्पन्न होने लगते है।घरेलू उपाय जैसे दालचीनी, जीरे,अजवाइन का प्रयोग व अधिक जल का सेवन साथ हीं दिनचर्या में बदलाव व चाय का प्रतिकार करके इससे बचाव संभव है।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि नेताजी सुभाष युवाओं के सदैव प्रेरणा स्रोत्र रहेंगे।उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना करके सशस्त्र क्रांति का शंखनाद किया । केवल चरखे तकली से आजादी नहीं आयी और न ही आ सकती है इसके लिए हजारों लोगों ने अपना बलिदान किया और अंग्रेज सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर दिया।आजादी कभी भीख मांगने से नहीं मिला करती इसके लिए संघर्ष करना पड़ता है। आज हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 75वीं पुण्य तिथि पर उन्हें नमन करते है।उनका बलिदान सदियों तक समाज का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा।भले ही उनकी मृत्यु पर कुछ संशय रहे हो लेकिन उनके त्याग,बलिदान, संघर्ष को याद कर श्रद्धांजलि तो अर्पित की ही जा सकती है ।
मुख्य अतिथि आर्य नेता ओमप्रकाश आर्य (संरक्षक,आर्य केन्द्रीय सभा,गाज़ियाबाद) ने कहा कि आज के समय मे योग व प्राकृतिक उपचार मनुष्य के लियर वरदान साबित हो रहा है प्रत्येक मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए अपने जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव करना आवश्यक है।
अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी गीता गर्ग ने कहा कि प्रातः काल योग को जीवन का अभिन्न अंग बना कर नियमित रूप से प्राणायाम व आसनों से भी इस प्रकार के रोगों से बचा जा सकता है।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य का ऑनलाइन कार्यक्रम एक ज्योति के समान है जो निरंतर सफलतापूर्वक अनगिनत विषयों की जानकारी घर बैठे जन जन तक पहुंचा रहा है।
प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि खाली पेट ज्यादा देर तक रहने से या अधिक तला भुना खाना खाने के बाद खट्टी डकार व पेट में गैस आदि बनने लगती। मुंह में पानी भर आना, पेट में दर्द, गैस की शिकायत,जी मिचलाना आदि लक्षण महसूस होते हैं।समय रहते इसका उपचार करना आवश्यक है।इसे नजरअंदाज न करें।
प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन चरित्र को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाए और विश्वविद्यालयों में शोध का विषय बनाया जाए।
श्रीमती संगीता आर्या 'गीत',प्रतिभा सपरा,देवेन्द्र गुप्ता, किरन सहगल,संध्या पाण्डेय, नरेश खन्ना आदर्श सहगल,नरेन्द्र आर्य 'सुमन' आदि ने ओजस्वी गीतों से समा बांध दिया।
आचार्य महेंद्र भाई,यशोवीर आर्य, प्रकाशवीर शास्त्री,यज्ञवीर चौहान, डॉ रचना चावला,वीना वोहरा, विजय भूषण आर्य आदि उपस्थित थे।
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