Tuesday 8 September 2020

बेसहारा का सहारा बने समाजसेवी राहुल प्रधान


समीक्षा न्यूज नेटवर्क
गाजियाबाद। अपने लिए तो सब जीते है, लेकिन जीना तो है उसी का जो ओरो के काम आये।यह पंक्ति वरिष्ठ समाजसेवी एवं(भाजपा किसान)मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य:राहुल प्रधान पर एकदम सटीक बैठती है। वह समाज के बेसहारा लोगों का सहारा बने हुए हैं और हर कोई व्यक्ति उनके कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने समाज के हर वर्ग गरीब व असहाय लोगो के घर घर तक भोजन के पैकेट पहुंचाने का कार्य किया। इसके अलावा रहा चलते भूखे प्यासे लोगों को भोजन व पानी की बोतल देकर उनकी भूख प्यास बुझाई। केवल इतना ही नहीं उन्होंने बेबोल पशुओं के दर्द को भी समझा और सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं के लिए भी चारे का प्रबंध कराया। जो पशु घायल थे या फिर किसी बीमारी से ग्रसित थे, ऐसे पशुओं का भी उन्होंने पशु चिकित्सा को बुलाकर इलाज कराया। इसके अलावा उनके द्वारा गरीबों को कंबल वितरण करना, शीतल जल की प्याऊ लगाना, वृक्षारोपण करना तथा राम कथा, भागवत, देवी पुराण जैसे उनके सामाजिक कार्य किए जाते हैं। श्री प्रधान का कहना है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। यह उनके लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है कि आज उन्हें अपने का मौके साथ समाज सेवा करने का भी अवसर मिल रहा है।


No comments:

Post a Comment