समीक्षा न्यूज नेटवर्क
गाज़ियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद की ओर से "कमर दर्द कारण व निवारण" पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कॅरोना काल मे परिषद का 83वा वेबिनार था।
मुख्य वक्ता डॉ सुवर्चा आर्या(शरीर क्रिया विभाग,एम्स,नई दिल्ली) ने कहा कि एक समय था जब कमर दर्द की समस्या उम्र बढ़ने के साथ होती थी,लेकिन अब बदलते लाइफस्टाइल के साथ कमर दर्द की समस्या का किसी आयु से कोई सम्बंध नही रहा।कमर दर्द में सामान्य तौर पर पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है,एक खिंचाव या अकड़न महसूस होती है।यह दर्द आमतौर पर गंभीर नहीं होता और कुछ दिनों,हफ्तों या फिर महीनों में ठीक हो जाता है।प्रत्येक व्यक्ति को इससे बचने के लिए अपनी आदतों में बदलाव करने होंगे।ध्यान रखना होगा कि लंबे समय तक एक ही स्थिति में अधिक देर तक न बैठें।बहुत अधिक देर तक बैठना जरूरी हो तो थोड़ी-थोड़ी देर में उठते रहें। झटके से न तो बैठें और न ही उठें।इस तरह से बैठे ताकि रीढ़ को सहारा मिले।प्रतिदिन एक घंटा व्यायाम जरूर करें।खाने में पौष्टिक आहार लें।हरी सब्जियां, फल,ड्राई फ्रूट,दूध व दही आदि सेवन करते रहें।योग भी दर्द निवारण में सहयोगी होता है।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि कमर दर्द सिर्फ वृद्धावस्था का ही दर्द नहीं है बल्कि यह किसी भी आयु वर्ग में होने वाली दर्दनाक बीमारी है। आज की बदलती जीवन शैली के कारण कमर दर्द की समस्या आम बनती जा रही है।महिलाओं में मासिक एवं गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द की शिकायत अधिक देखी जाती है।कैल्शियम, विटामिन की कमी,मांसपेशियों एवं तन्तुओं में खिंचाव, गलत आसनों के प्रयोग आदि अनेक कारणों से कमर में दर्द हो जाता है।योग व सामान्य व्यायाम के माध्यम से कमर दर्द को ठीक किया जा सकता है। साथ हीं अपने बैठने, लेटने, सोने व चलने का तरीके को ठीक रख कर भी कमर दर्द में लाभ मिलता हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाज सेवी,शिक्षाविद नीता जेठी ने सभी का कार्यक्रम में सम्मिलित होने पर आभार व्यक्त किया साथ ही सभी को योग,व्यायाम,दिन चर्या में बदलाव व प्रसन्न रहने का सुझाव भी दिया।
प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि कमर दर्द से आराम दिलाने वाले योग और एक्सरसाइज जैसे सूर्य नमस्कार, सेतु बंध व मार्जरी आसन करें, लेकिन ध्यान रहे कि आप इन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद विशेषज्ञों की देखरेख में ही करें।अपनी रीढ़ की हड्डी को हाइड्रेटेड और स्वस्थ रखने के लिए खूब पानी पियें।प्रतिदिन आधा घंटा पैदल चलने से कमर दर्द से बच सकते हैं।
कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने कहा कि क्रोनिक बैक पेन में फिजियोथेरेपी,एक्यूपंचर,लेजर थेरेपी आदि का इस्तेमाल किया जाता है।इससे दर्द और मांस पेशियों की जकड़न कम करने में सहायता मिलती है।इसके बाद विशेष प्रकार के व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।
गायिका संगीता आर्या,दीप्ति सपरा,ईश्वर आर्या(अलवर), चंद्रकांता आर्या(बैंगलौर),विजय हंस,उर्मिला आर्या,स्वेगा आर्या, बिन्दु मदान,प्रतिभा सपरा,सुषमा बुद्धिराजा आदि ने ओजस्वी गीतों से समा बांध दिया।
मुख्य रूप से आचार्य महेन्द्र भाई,विकास भाटिया,आनन्द प्रकाश आर्य,डॉ सुषमा आर्या, विजयभूषण आर्य,वीना वोहरा, अभिमन्यु चावला,गीता गर्ग,वीना निशचल,अशोक बंसल ,राजश्री यादव,के एल राणा,नरेश प्रसाद, यज्ञवीर चौहान,देवेन्द्र गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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Thursday 3 September 2020
"कमर दर्द कारण व निवारण" पर आर्य गोष्ठी सम्पन्न
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