धनसिंह—समीक्षा न्यूज
लोनी। शुक्रवार को महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने महमूदपुर, सीती, निस्तौली, अफ़जलपुर, भूपखेड़ी आदि आधा दर्जन गांव में किसान चौपाल का आयोजन कर कृषि सुधार कानून पर किसानों की दुविधा को दूर किया और इस दौरान उनकी समस्याओं का भी निस्तारण किया। इस दौरान जिपं अध्यक्ष पति पवन मावी भी मौजूद रहें।
आज़ादी के बाद पहली बार आज़ाद हुआ है किसान, किसानों के लिए खुशहाली का मार्ग है कृषि सुधार कानून:
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कृषि सुधार सम्बन्धी कानून पर चर्चा करते हुए किसानों के सभी सवाल और जिज्ञासा को सुना और क्रमवार उसका जवाब दिया। इस दौरान विधायक ने कहा कि हम स्वंय एक किसान घर से आते है और यह कानून अच्छा है या बुरा इसे हमने सबसे पहले अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव से जोड़कर देखा तो पाया कि इस कानून से किसानी क्षेत्र में आमूूलचूूल और क्रांतिकारी बदलाव आएंगे, खेती-किसानी में निजी निवेश होने से तेज विकास होगा, किसानों के पास मंडी के समानांतर भी एक व्यवस्था होगी तथा कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कृषि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होने से देश की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ होगी।
किसानों का वर्षों का सपना 'एक देश-एक बाजार' भी इस नए कानून से पूरा होगा। पहले हमारे किसानों का बाजार सिर्फ स्थानीय मंडी तक सीमित था। उनके खरीददार सीमित थे। बुनियादी ढांचे की कमी थी और मूल्यों में पारदर्शिता नहीं थी। इस कारण किसानों को अधिक परिवहन लागत, लंबी कतारों, नीलामी में देरी और स्थानीय माफियाओं की मार झेलनी पड़ती थी लेकिन नए कृषि सुधार कानून से अब यह बातें गुजरे जमाने की बात हुआ करेगी।
"एमएसपी पर सफेद झूठ बोल रहा है विपक्ष, जारी रहेगी एमएसपी और मंडी व्यवस्था"
विधायक नंदकिशोर गुर्जर के सामने किसानों ने एमएसपी व्यवस्था पर सवाल किए तो विधायक ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विपक्ष सफेद झूठ बोल रहा है और मंडियों के समाप्ति की भी बातें हवा-हवाई है क्योंकि इनका नए कृषि सुधार कानून में कहीं जिक्र ही नहीं है यह पहली की तरह बनी रहेगी। किसान के पास पहले की तुलना में चुनाव के मौके ज्यादा होंगें देश के इतिहास में पहली बार वर्ष 2004 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रीय किसान आयोग की स्थापना की गई। वर्ष 2006 में इस आयोग की सिफारिश में न केवल कृषि के उन्नयन के लिए सुझाव दिए गए थे बल्कि किसानों के परिवारों के आर्थिक हित के लिए भी सुझाव दिए गए थे। डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर कांग्रेस की सरकार ने काम नहीं किया क्योंकि कांग्रेस बिचौलियों की पार्टी है जो अपने घोषणा पत्र में इसी कानून की बात तो करती है लेकिन बिचौलियों के दबाव में जब यह कानून मोदी जी लाते है तो मुकर जाती है, इसका विरोध करती है। सौभाग्यवश पिछले 6 वर्षों के दौरान किसानों की स्थिति और आय में सुधार करने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। किसान सम्मान निधि से लेकर फसलों के दाम डेढ़ गुना बढ़ाना, ऋण मोचन, खेती के लिए सिचाई योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पौधा संरक्षण, कृषि यांत्रिकीकरण, जैविक खेती, मिट्टी जांच, समेकित खेती कौशल विकास, जैविक खेती, किसानों को पशुपालन योजना, बीज ग्राम योजना, बागवानी योजना, श्रीविधि योजना, नीम कोटेड यूरिया, जैविक खाद योजना सहित अन्य योजनाएं बताने के लिए काफी है कि मोदी जी की सरकार अन्नदाता हितेषी सरकार है। इसलिए 2022 तक माननीय प्रधानमंत्री जी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध एवं संकल्पबद्ध है इसकी झलक किसान हितों के लिए बनाये जा रहे कानून आदि में देखा जा सकता है। आज किसान और दलित माननीय प्रधानमंत्री जी को अपने परिवार का सदस्य मानता है इसलिए विपक्ष बौखलाकर किसानों को भ्रामक बातें बताकर आंदोलित कर रहा है और प्रदेश में हाथरस की एक हृदय विदारक घटना पर राजनीतिक टूरिज्म कर रहा है जो निंदनीय है जनता समझदार है आने वाले समय में मुंहतोड़ जवाब देगी जिस तरह प्रधानमंत्री जी ने 370 हटाया, राम मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त किया है ठीक उसी प्रकार किसानों के जीवनस्तर में सुधार लाने के वादे को भी अवश्य पूरा करेंगे।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष पति एवं भाजपा नेता पवन मावी ने कहा कि किसानों के जीवन स्तर में वर्ष 2014 के बाद से देखने को मिले है। लोनी के किसान आज आधुनिक एवं जैविक खेती के मामलें में दूसरे क्षेत्रों के लिए मिसाल बन रहे है। लोनी के इतिहास में पहली बार किसान खुशहाल है आज किसानों को भरपूर बिजली मिल रही है आवागमन के लिए सुगम रास्ते मिल रहे है यह सब माननीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर जी के प्रयासों से सार्थक हुआ है।
इस दौरान बिट्टू प्रधान, महेश प्रधान, शील भाटी, प्रधान शिवानन्द कसाना, चौधरी शरदा राम, मनीष डागर, दिनेश चौधरी, मनोज कुमार, शिवम डागर, वीरेंद्र सिंह, मास्टर राजेंद्र वीर सिंह, ,सुशील, लोकेंद्र कुमार राज प्रधान, वरुण डागर, अरुण डागर आदि सैकड़ों की संख्या में किसान चौपाल में किसान मौजूद रहें।
विधायक कार्यालय, लोनी
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