Sunday 18 October 2020

महर्षि दयानंद दर्शक दीर्घा हापुड़ की प्रथम वर्ष गांठ संम्पन्न


धनसिंह—समीक्षा न्यूज
यज्ञ,योग ओर आयुर्वेद वैदिक संस्कृति के आधार स्तम्भ -स्वामी आर्य वेश(प्रधान, सार्वदेशिक सभा)
बढ़ता पाखण्ड-अंधविश्वास समाज के लिए घातक -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
हापुड़। रविवार को आर्य समाज हापुड़ में गत वर्ष स्थापित "महर्षि दयानंद दर्शक दीर्घा" जिसका उदघाटन माननीय राज्यपाल गंगाप्रसाद जी ने किया था कि प्रथम वर्ष गांठ पर ऑनलाइन गूगल मीट पर समारोह का आयोजन किया गया।
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान स्वामी आर्य वेश ने कहा कि उदयपुर के बाद इस प्रकार का प्रचार कार्य हापुड़ आर्य समाज ने किया है जो कि अत्यंत सराहनीय है इस चित्र दीर्घा से नए लोग प्रेरणा ग्रहण करेंगे।महर्षि दयानन्द के बताए रास्ते पर चलकर ही समाज का कल्याण हो सकता है।महर्षि दयानंद युग द्रष्टा थे उन्होंने समाज में आमूल चूल परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने एक नई सोच व वैचारिक क्रांति को जन्म दिया जिसे जन जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।वैदिक संस्कृति के तीन आधार स्तम्भ यज्ञ,योग ओर आयुर्वेद हैं इन तीन की रक्षा से पर्यावरण व मानव मात्र ठीक रहेगा,योग से इम्यूनिटी बढ़ाना,आयुर्वेद की ओषधियों से स्वास्थ्य ठीक रखना ओर चित्र दीर्घा यह वर्तमान में वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु डिजिटल टेक्नोलॉजी है।
समारोह अध्यक्ष केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आज समाज में बढ़ता पाखण्ड अंधविश्वास चिंता का विषय है, पढ़े लिखे लोग भी इसमें फंस जाते है।बड़े बड़े राजनेता हो या उद्योगपति कहीं न कही इसके जाल में फंसे दिखाई देते है प्रतिष्ठित व्यक्तियों को देखकर आम व्यक्ति भी बहक जाता है ये दर्शक दीर्घा जीवन को सही मार्ग पर चलने में सहायता करेगी। सामुहिक आत्म हत्या की घटनाएं भी झंझकोर देती हैं आर्य समाज के प्रत्येक कार्यकर्ता को अब जनजागरण का कार्य करना है।
उदयपुर के सत्यार्थ प्रकाश न्यास के प्रधान अशोक आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद जी ने उदयपुर के नवलखा महल में बैठकर सत्यार्थ प्रकाश की रचना की थी उसी की प्रतिलिपि के रुप में आर्य समाज हापुड़ ने महर्षि दयानंद चित्र दीर्घा का निर्माण कर सराहनीय कार्य किया है,इस पर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की ओर कहा यह आर्यावर्त के प्रदर्शन की दीर्घा है।
गायिका संगीता आर्या,पुष्पा चुघ व आचार्य धर्मेन्द्र शास्त्री ने ईश भक्ति के गीतों से समा बांध दिया।
कुशल संचालन करते हुए आर्य नेता आनन्द प्रकाश आर्य ने कहा कि उत्तर भारत में यह दर्शक दीर्घा आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है जो कि महर्षि दयानंद जी के विचारों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
इस अवसर पर प्रधान नरेंद्र कुमार आर्य,मंत्री अनुपम आर्य,प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य,विश्व बंधु आर्य,ओम प्रकाश आर्य,सत्यपाल आर्य,रमाकांत सारस्वत,सौरभ गुप्ता,राधारमण आर्य,मंगलसेन गुप्ता,सुरेश सिंघल,संजय शर्मा,सुरजीत सिंह, रामपाल आर्य,युवती परिषद् की अध्यक्षता उर्मिल आर्या,मंत्री डॉ सुषमा आर्या,रजनी गोयल आदि उपस्थित थे।
भवदीय,
प्रवीण आर्य


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