Friday 9 October 2020

“सामाजिक न्याय” दिवस के रूप में मनाई काशीराम जी की पुण्यतिथि


धनसिंह—समीक्षा न्यूज  
साहिबाबाद। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में “पिछड़ों, दलितों, शोषितों व वंचित वर्ग की आवाज, सामाजिक क्रान्ति के पुरोधा” मान्यवर काशीराम जी की पुण्यतिथि “सामाजिक न्याय” दिवस के रूप में मनाई गयी, उपस्थित साथियों ने मान्यवर काशीराम के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की सराहना करते हुए उन्हें स्मरण किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजवादी पार्टी के वरिष्ट नेता राम दुलार यादव रहे, अध्यक्षता डा0 अशोक ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने, संचालन मुकेश शर्मा ने किया। डी0 पी0 मौर्य ने भी विचार व्यक्त किया।
    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि मान्यवर काशीराम जी ने बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेदकर के कारवां को अपनी प्रतिभा, मेहनत, लगन से आगे बढ़ाने का कार्य किया, इन्होने बामसेफ नामक संगठन बनाकर लाखों लोगों को उसका सदस्य बनाया, जो महाराष्ट्र से शुरू हो पूरे देश में फ़ैल गया, 1981 में डीएसफोर की स्थापना की, दलित, शोषित समाज संघर्ष समिति इस संगठन के माध्यम से इन्होने पिछड़ों, दलितों, शोषितों को संगठित किया ही साथ में आपने इस संगठन से अल्पसंख्यकों को जोड़ा, कुछ लोगों का कहना है कि वे बड़ी जातियों के विरोध में थे, लेकिन मेरा मानना है कि वह कट्टरवादी ताकतों के विरोधी थे, जो समाज में विषमता पैदा करती है, ऊँच-नीच फैलाती है, सत्ता पर एकाधिकार रखना चाहती है, उनका मानना था कि “जिनकी जितनी संख्या भारी, उतनी उनकी हिस्सेदारी” इससे प्रमाणित होता है कि उनके मन में सबके प्रति समानता का भाव था।
    डा0 अशोक ने कहा कि 3000 किमी0 साईकिल यात्रा कर मान्यवर काशीराम जी वंचित समाज को जागृत किया तथा 1984 में “बहुजन समाज पार्टी” की स्थापना किया, जो उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हो राष्ट्रीय दल बना, अपने लोगों में राजनीतिक चेतना पैदाकर 9 अक्टूबर 2006 में उनका परिनिर्वाण हुआ, लेकिन उन्होंने भारतीय राजनीति में अकेले दम पर बहुत बड़ा परिवर्तन करके दिखा दिया। हम सभी को मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई में उनके विचार से प्रेरणा लेनी चाहिए।
    वीरेन्द्र यादव एडवोकेट जिला महासचिव समाजवादी पार्टी जनपद गाजियाबाद ने कहा कि मान्यवर काशीराम जी ने सीमित संसाधनों से महाराष्ट्र में लाखों सहयोगी तैयार किया तथा राजनीति में करोड़ों पिछडे, वंचित, शोषित, पीड़ित, किसानों, मजदूरों में राजनैतिक चेतना पैदा की। समता मूलक समाज बनाने में अपना पूरा जीवन लगा दिया।
  डी0 पी0 मौर्य जी ने मान्यवर कशीराम जी के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि सामाजिक, राजनैतिक चेतना पैदा करने के लिए इन्होने अपना घर-बार छोड़ दिया तथा बेजबान लोगों की बहुजन समाज पार्टी बनाकर उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राज्य में पार्टी का शासन स्थापित किया, वह उनकी दूरदृष्टि का कमाल था।
   कार्यक्रम में सभी साथियों ने पुष्प अर्पित किया, प्रमुख रहे- डा0 अशोक कुमार, राम दुलार यादव, डी0 पी0 मौर्य, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, मुकेश शर्मा, बिन्दू राय, संजू शर्मा, दयाल शर्मा, आर0 पी0 सिंह, मोहम्मद सलाम, श्रीपाल कश्यप, फौजुद्दीन, पण्डित विनोद त्रिपाठी, हरिशंकर यादव, प्रेम चन्द पटेल, सुरेश कुमार भारद्वाज, केदार सिंह, अंकित राय, हरिकिशन, रण बहादुर, सुभाष यादव, अमर बहादुर, विनोद बाल्मीकि आदि।



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