Sunday 11 October 2020

"सकारात्मक जीवन शैली" पर आर्य गोष्ठी संपन्न


धनसिंह—समीक्षा न्यूज
सकारात्मक दृष्टिकोण ही सुख का आधार -डॉ राजेश बतरा (संस्थापक,वैलनेस केअर सेंटर,दिल्ली)
क्षमा करना भी सकारात्मक जीवन शैली का अंग - राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
गाज़ियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में "सकारात्मक जीवन शैली" विषय पर ऑनलाईन गूगल मीट पर आर्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।यह कोरोना काल मे परिषद का 102वां वेबिनार था।
मुख्य वक्ता डॉ राजेश बतरा (संस्थापक,वैलनेस केअर सेंटर, दिल्ली) ने कहा कि शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसके पास कोई समस्या न हो।समस्या जीवन का हिस्सा है,इससे  घिरे रहने से तनाव भी होता है, इसलिए समस्या से ज्यादा समाधान पर ध्यान देना चाहिए।लोग समस्याओं के कारण घर का वातावरण भी खराब कर लेते हैं। इस सब का सीधा प्रभाव दैनिक जीवन पर पड़ता है।आप तो स्वयं परेशान होते ही हैं साथ ही आपसे जुड़े व्यक्ति भी परेशान होने लगते हैं इसलिए इस बात को स्वीकार करें कि जीवन है तो समस्याएं रहेंगी इससे कैसे निपटना है इस पर धैर्य से विचार करें।अपनी आवश्यकताओं को कम करे या साधनों के अनुसार बनाएं।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आजकल लोग अपने कार्यो में इतना व्यस्त रहते हैं कि खुद के लिए ही समय नहीं निकाल पाते है जिसके कारण से वह अकेलेपन,कैंसर,डिप्रेशन, हार्ट डिजीज,स्ट्रेस,डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर,मोटापा,आँखों में दिक्कत,सर दर्द जैसी समस्याएँ के चपेट में आ जाते है।उनकी सोचने समझने की शक्ति पूरी तरह से बदल जाती है।इन सब समस्याओं से लड़ने के लिए लोग दवाइयों पर निर्भर हो गए हैं।दवाइयां खाने की जगह अपनी जीवनशैली को सकारात्मक बनाएं और अपने जीवन को रोगमुक्त बनाएं।लोगो को क्षमा करना भी सकारात्मक जीवन शैली का हिस्सा है।इसलिए क्षमा करना भी सीखें
अध्यक्षता करते हुए जयपुर से सार्वदेशिक आर्य युवक परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष यशपाल यश  ने कहा कि यदि हम ये तय कर लें कि दिन भर हम जो भी सोचेंगे, अच्छा ही सोचेंगे तो निश्चित ही हमारा दिन अच्छा जाएगा। निराशावादी लोगों से दूरी बनाकर रहें।अच्छे काम में मन लगाएँ।हमें जीवन मे सफलता तभी मिल सकती है,जब हम अपनी नकारात्मक सोच को त्यागकर स्वयं को सकारात्मक ऊर्जा से भरें।
प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा आजकल की बदलती जीवन शैली के कारण लोग जंक फ़ूड की तरफ काफी आकर्षित हो रहे है।लगातार जंक फ़ूड का सेवन कर रहे है यह जानते हुए कि यह खाना यानी रोगों  को बुलावा देना है।जंक फ़ूड खाने से मधुमेह और मोटापे की समस्या होती है।इसलिए जंक फ़ूड से दूरी बना कर संतुलित भोजन करते हुए अपने जीवन को सकारात्मक बनाएं।
प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने कहा कि नियमित योग,व्यायाम, पौष्टिक आहार आदि के सेवन व सकारात्मक दृष्टिकोण जीवन को सकारात्मक बनाती है। 
गुरुग्राम से दीप्ति सपरा,संध्या पाण्डेय,किरण सहगल,विमला आहूजा,मुकेश आर्य(छत्तीसगढ़), ईश्वर आर्या(अलवर),रविन्द्र गुप्ता (फरीदाबाद),नरेश प्रसाद(नंद ग्राम),वीना वोहरा आदि ने गीतों से सभी को भावविभोर कर दिया।
मुख्य रूप से आचार्य अखिलेश्वर आर्य जी(हरिद्वार),आनंदप्रकाश आर्य(हापुड़),देवेन्द्र गुप्ता (इंदिरापुरम),देवेन्द्र भगत,सुरेन्द्र शास्त्री,ओम सपरा,राजेश मेहंदीरत्ता आदि उपस्थित थे।


भवदीय,
प्रवीण आर्य,


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