तुलसी जी का विवाह करने से कन्यादान के समान पुण्य-फल की प्राप्ति होती है : सुशील श्रीवास्तव



धनसिंह—समीक्षा न्यूज

लोनी। प्रवासी विकास मंच ने संगठन के सदस्यों एवं कॉलोनी वासियों के साथ लोनी के परमहंस विहार, वार्ड नंबर 9, लाल मंदिर में देवोत्थान एकादशी पर श्री तुलसी-शालिगराम जी का विवाह उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया,

उत्सव में प्रवासी विकास मंच के अध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव ने कहा, सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार दीपावली के बाद आने वाली कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान हरि विष्णु जी चार माह बाद योगनिद्रा से जागे थे, इसलिए इसे देवउठन एकादशी भी कहाँ जाता हैं और आज के दिन श्री तुलसी जी संग शालिग्राम जी के विवाह उत्सव से वैवाहिक योग भी शुरू हो जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार जिन दंपतियों के संतान नहीं होती, अथवा जिनके यहाँ कन्या नहीं होती, उनको जीवन में एक बार श्री तुलसी जी का विवाह करके कन्यादान का पुण्य अवश्य प्राप्त करना चाहिए, श्री तुलसी जी का विवाह करने से कन्यादान के समान पुण्य-फल की प्राप्ति होती है एवं मनुष्य के पिछले जन्मों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, और संसार के पालनहार श्री हरि विष्णु जी की मंगलमय् दृष्टि सदैव उस मनुष्य पर बनी रहती है, इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य रूप से प्रवासी विकास मंच के अध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव, अरविंद सिंह चौहान, मुकेश शर्मा, श्री राधेश्याम शर्मा, मोहित शर्मा, सुभाष शर्मा, दीपक ठाकुर, नितेश ठाकुर, राजा वर्मा, चंद्र प्रकाश यादव, शिवा यादव, राज कुमार, आदि एवं कॉलोनी के वरिष्ठ व्यक्ति उत्सव में उपस्थित रहे,

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