अंतरराष्ट्रीय आर्य युवा सम्मेलन संम्पन्न



धनसिंह—समीक्षा न्यूज  

युवाओं को जोड़ने के लिए वैदिक साहित्य को सरल बनाना आवश्यक-भुवनेश खोसला(प्रधान,आर्य समाज अमेरिका)

युवाओं में संस्कृति के प्रति लगाव लायेगे-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

गाज़ियाबाद केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के 43 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में "अंतरराष्ट्रीय आर्य युवा सम्मेलन" का ऑनलाइन जूम पर आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता ईश आर्य (प्रभारी,पतंजली योग समिति हरियाणा) ने की व संचालन आचार्य गवेन्द्र शास्त्री ने किया।

मुख्य अतिथि अमेरिका आर्य समाज के प्रधान भुवनेश खोसला ने कहा कि नयी पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए यह आवश्यक हो गया है कि हम वैदिक साहित्य,वेद मंत्रों व सत्यार्थ प्रकाश आदि ग्रन्थो को सरल भाषा में अनुवाद करवायें जिससे नयी पीढ़ी उसे पढ़ व समझ सके।कुछ ऐसे पाठय क्रम, पत्राचार कोर्स बनाने होंगे जिससे कम समय मे युवा अपनी संस्कृति से परिचित हो सके हमारे पास सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है पर ठीक से प्रस्तुत नहीं कर पाते इसमें सुधार की आवश्यकता है।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि संस्कृति हमारे प्राण हैं लेकिन युवा उससे विमुख होते जा रहे है यह चिंता की बात है आने वाली पीढ़ी को अपने महापुरुषों पर्व गर्व करना सिखायें व देशभक्ति की शिक्षा प्रदान करें। समाज में बढ़ता पाखंड अंधविश्वास अंधश्रद्धा पैदा कर रहा है जिससे सजक रहने की आवश्यकता है।सामुहिक आत्म हत्याएं बच्चों को बलि देना सभ्य समाज पर कलंक है,आर्य समाज के लोगों को समाज को सही दिशा देने व अंधविश्वास से बचाने का कार्य करना है।

न्यूजीलैंड से हरीश सचदेवा ने कहा कि हम भारतीयों को इकट्ठा करके यज्ञ के द्वारा जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।कनाडा से राजू कपिला ने भी अपनी संस्कृति पर गर्व करने व मिट्टी से जुड़े रहने का आह्वान किया।साउथ अफ्रीका आर्य समाज के प्रधान रामबिलास ने कहा कि महर्षि दयानंद की मान्यताएं सार्वभौमिक है पूरे विश्व को जोड़ने का कार्य करना है।

मॉरीशस आर्य समाज के प्रधान राम माधव ने भी बताया कि मॉरीशस में 250 आर्य समाज व शिक्षण संस्थान चल रहे हैं हम सभी भारत के मूल से जुड़े हुए हैं।

युवा प्रवक्ता आस्था आर्या,नरेंद्र आहूजा विवेक(चंडीगढ़),आचार्य वीरेन्द्र विक्रम,दीप्ति सपरा, प्रतिभा कटारिया,यशोवीर आर्य, महेंद्र भाई,देवेन्द्र भगत,दुर्गेश आर्य,धर्मपाल आर्य,प्रवीण आर्य (गाजियाबाद),राजन रखेजा, वंदना जावा,नरेश खन्ना आदि ने भी अपने विचार रखे।आचार्य संजीव रूप जी बदायूं की संगीत मय कथा का सभी ने आंनद लिया।प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता के निर्देशन में आर्य युवक/युवतियों ने भव्य व्यायाम प्रदर्शन किया।

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