गीत और नृत्य के माध्यम से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश




धनसिंह—समीक्षा न्यूज   

गाजियाबाद : भारतीय संस्कृति में प्रकृति पूजा का वर्णन है। पेड़ों की, पर्वतों की, नदियों की पूजा का विधान है, यहां तक कि शास्त्रों में धरती को माता और आकाश को पिता का स्थान प्राप्त है। अपने बच्चों को आरंभ से ही प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। जितना हम अपनी संस्कृति से जुड़ेंगे उतना ही पर्यावरण का संरक्षण कर पाएंगे।

"संस्कृति अपनाओ, पर्यावरण बचाओ" इसी संदेश को "द साज म्यूजिकल हब" संस्था ने प्रसारित किया। संस्था के निर्देशक रजत मित्तल ने बताया कि बच्चों को भारतीय संस्कृति और शास्त्रीय संगीत से जोड़ने के उद्देश्य से "वसंतनाद" नामक गायन और नृत्य की ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें देश- विदेश के लगभग 200 कलाकारों ने प्रतिभागिता की। रविवार दिनांक 21फरवरी2021 को सरस्वती शिशु मंदिर नेहरू नगर में एक भव्य आयोजन किया गया, जिसमें उक्त प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। 

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पंडित हरिदत्त शर्मा  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथियों के रूप में मयंक गोयल (उपाध्यक्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश भाजपा), डॉ ओ पी अग्रवाल ( सांसद प्रतिनिधि), नवनीत प्रिया दास ( आध्यामिक गुरु), एम के सेठ (संचार रत्न एवम् पूर्व सी जी एम ए एल टी टी सी गाज़ियाबाद) आदि उपस्थित हुए। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा वृक्षारोपण भी हुआ साथ ही युवा जल संरक्षण समिति मुरादनगर द्वारा सभी को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। विजेता प्रतिभागियों ने सुंदर गायन और नृत्य प्रस्तुति द्वारा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवयित्री निवेदिता शर्मा ने कार्यक्रम का सुंदर संचालन किया। कार्यक्रम में हरिओम शर्मा, प्रदीप त्यागी, भावना शर्मा, प्रीति त्रिगुणायत, भावना कौशिक, ललित कौशिक, दिव्या, सपना, बांके बिहारी, अमर, आयुष, अभिषेक मित्तल, हरप्रीत कौर, निर्मलजीत, सलिल श्रीवास्तव, गौरव सोनी आदि ने सजग कार्यकर्ता की भूमिका निभाई। 

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