धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाज़ियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में "देशभक्ति गीत माला" का आयोजन ज़ूम पर ऑनलाइन किया गया।यह परिषद का कोरोना काल में 168 वां वेबिनार था।
सरदार सुरेन्द्रसिंह गुलशन (जालंधर) ने देश भक्ति के गीतों द्वारा सभी को भावविभोर कर दिया। उन्होंने गीतों के माध्यम से वर्तमान परिस्थितियों में राष्ट्रभक्ति की आवश्यकता पर बल दिया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने युवाओं को आह्वान किया कि भारतीय शिक्षा भारतीय संस्कृति का समावेश युवाओं के जीवन का हिस्सा बने,मूल्य आधारित शिक्षा युवाओं के व्यवहार में कैसे आ सकती है,इस दिशा में सभी स्तर पर प्रयास होने चाहिए।उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में युवा पीढ़ी को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करने की आवश्यकता बताई,उन्होंने कहा कि युवाओं में देशभक्ति का जोश बाल्यकाल से ही दिया जाना चाहिए जो संस्कार,विचार नीव बन जाते हैं उसी पर इमारत खड़ी होती है।देश भक्ति के गीत रोमांस व उत्साह पैदा करते हैं ।
मुख्य अतिथि आर्य समाज दाल बाजार लुधियाना के प्रधान संतकुमार आर्य ने युवाओं को त्याग,बलिदान और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया।
कार्यक्रम अध्यक्ष मधु महाजन (प्रधान,आर्य समाज लारेंस रोड अमृतसर) ने कहा कि पंजाब वीरो की भूमि है सेना में भी महत्वपूर्ण भूमिका पंजाब की रहती है और महर्षि दयानंद जी ने भी सबसे अधिक प्रचार कार्य पंजाब में ही किया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि युवाओं को बलिदानियों की जीवनगाथा से प्रेरणा लेनी चाहिए।
गायिका आशा आर्या,नरेन्द्र आर्य सुमन,नरेश खन्ना,दीप्ति सपरा, रविन्द्र गुप्ता,ईश्वर देवी आर्या (अलवर),जनक अरोड़ा,कुसुम भंडारी,वंदना जावा,मधु खेड़ा, वीना वोहरा आदि ने अपने गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर आचार्य महेन्द्र भाई,ईश कुमार आर्य,सौरभ गुप्ता,देवेन्द्र भगत,मृदुला अग्रवाल,कमलेश हसीजा,डॉ सुषमा आर्य,डॉ रचना चावला, संगीता आर्या,पुष्पा चुघ, दुर्गेश आर्य,धर्मपाल आर्य,शुरूति आर्या आदि उपस्थित थे।
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