धनसिंह—समीक्षा न्यूज
हापुड़। आर्य समाज हापुड़ का साप्ताहिक सत्संग विद्वान पुरोहित श्री धर्मेन्द्र शास्त्री की अध्यक्षता में सोल्लास संम्पन्न हुआ।उन्होंने ओ३म् की ध्वनि,गायत्री मंत्र व ईश्वर स्तुति प्रार्थनोपासना मंत्र से सत्र को प्रारम्भ किया।
सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक श्री भानु प्रताप जी बरेली अपने सुमधुर भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने बताया कि जिनका जीवन भगवान की भक्ति में,दान में,सेवा में बीतता है उन्हें कोई सांसारिक चिंता नहीं होती,परमेश्वर के गुण गाने से खुशियों की दौलत मिलती है।
वैदिक विद्धवान आचार्य सोमदेव जी राजस्थान ने अपने उद्बोधन में कहा कि परमेश्वर ने हमें सुखी होने के लिय पैदा किया है,यदि हम दुखी होते हैं तो उसका कारण परमात्मा नहीं है,उसके पास दुख है ही नहीं,उस दुख का कारण हमारा कर्म है,उसने हमें सुखी होने के लिय जन्म दिया है।प्रसन्नता छुपी है सम्पन्नता में, संपन्न ही सुखी मिलेगा,संपन्न को हम सीमित दृष्टि से देखने लग जाते हैं।व्यक्ति जितना जितना अपनी ज्ञान,धैर्य बल,आपसी संबंधों से संपन्न होगा वह उतना सुखी प्रसन्न होगा,अतः हम सम्पन्नता पैदा करें।इसके साथ ही उन्होंने शरीर,बुद्धि और आत्मा की ऊर्जा बढ़ाने पर बल दिया।
आनन्द प्रकाश आर्य ने कहा
हमें सदैव परमात्मा का आभारी रहना चाहिए।महर्षि दयानंद जी के हमारे पर अनेको उपकार है उन्होंने अपना पूर्ण जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया उससे प्रेरणा लेकर हमे भी मानव निर्माण में सहयोग देना चाहिए।
मंत्री अनुपम आर्य ने आचार्य जी का परिचय करवाया व कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से नरेन्द्र आर्य,मंगल सेन गुप्ता, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य,वीरेन्द्र आर्य,शशि अग्रवाल,पुष्पा आर्या, वीना आर्या, रेखा गोयल,सुशीला सेठी,शीला रानी,शशि सिंघल, निधि आर्या, पुष्पा आर्या,सरोज गुप्ता, एस सी पारुथी,नरेश खन्ना,माया आर्या आदि उपस्थित रहे।
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