धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। नगर निगम वार्ड नंबर 39 के पार्षद एवं भाजपा नेता हिमांशु लव का कहना है कि कोरोना वायरस से हुयी मौते कितनी दर्दनाक है। कितने दस्तूर बनाए थे हमने और हमारे धर्मों ने. मुर्दे को कैसे कफन पहनाना है और कैसे उसकी अंतिम सस्ंकार की क्रिया को करना है, कैसे उसकी शव को आखिरी दहलीज तक पहुंचाना है। कितने नियम थे कितने कानून थे, एक महामारी ने हमसे वो सारे अधिकार छीन लिए। अपनों की मौत के बाद रोने से दिल हल्का हो जाता है, रोना प्राकृतिक है आंसू आते ही हैं, दुख को हल्का करने के लिए रोना जरूरी भी है। अपनों का पास होना भी जरूरी है जो सहारा देते हैं दुख को हल्का करते है। लेकिन अफसोस इस बीमारी ने हमें इतना कमजोर और इतना असहाय बना दिया है कि हम चाह कर भी किसी के दुख में खड़े होने से कतराते हैं। भारत ही नहीं पूरी दुनिया में ऐसा हो रहा है कोई कुछ नहीं कर पा रहा है इस वायरस ने सबको पत्थर बना दिया है सबकी परीक्षा ले रहा है. 3 दिन के बच्चे से लेकर 103 साल के बूढ़े तक की जानें गई हैं. हर कोई मजबूर है बेबस है और हालात के आगे दम तोड़ चुका है. कितने शव लावारिस रह गए उनका कोई अपना उन तक पहुंचा भी नहीं, सोचिए इस बीमारी ने लोगों को कितना बेरहम बना दिया कितना सख्त बना दिया है. लोग जब तक इस जमीन पर रहेंगें इस बीमारी को आखिरी सांस तक याद रखेंगें और इस मनहूस घड़ी को हमेशा को सेंगें।
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