धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। कृषि कानून के विरोध में 26 मई को किसान आंदोलन के छह माह पूरे होने पर भाकियू लोकशक्ति के कार्यकर्ता काला दिवस मनायेंगे। यह जानकारी भाकियू लोकशक्ति (महिला प्रकोष्ठ) की जिला प्रवक्ता सोनिया चौधरी ने दी। उन्होने बताया कि संगठन के शीर्ष नेतृत्व ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुये इस विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने का आवहान किया है।
सोनिया चौधरी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि ये सरकार किसानों की हितैषी नही है, अगर होती तो अब तक किसानों की मांगों को मानते हुये तीनो काले कृषि कानूनों को रद्द कर दिया होता। पिछले छह महीने से किसान कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और इस आन्दोलन में हमारे बहुत से किसान भाईयों ने अपनी जान भी गंवा दी है लेकिन मौजूदा सरकार के सर पर जूं तक नहीं रेगी, उल्टा किसानों के आंदोलन को खत्म करने के लिये तरह तरह के हथकंडे अपना रही। साथ ही किसान नेताओं का मनोबल तोडने के लिये उनपर झूटे मुकदमे दर्ज कर रही है। लेकिन हम इस किसान विरोधी सरकार को यह बता देना चाहते हैं कि किसान देश का अन्नदाता है और जब तक तीनों काले कानून रद्द नही हो जाते आन्दोलन करते रहेंगे।
जिला प्रवक्ता ने बताया कि भाकियू (लोकशक्ति) किसानों की मांगो को निरंतर उठाती रहेगी, और शीर्ष नेतृत्व के आदेशानुसार प्रदेश सचिव केशव चौधरी व जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व में समस्त कार्यकर्ता 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे लगाकर व यरकार का पुतला दहन करके शान्तिपूर्वक विरोध दर्ज कराने का कार्य करते हुये तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग करेंगे।
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