हाउस टैक्स बढ़ाकर किया गया है निगम के सदन का अपमान: मनोजचौधरी

 


धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। हाऊस टैक्स बढ़ाए जाने के संदर्भ में कांग्रेस के पार्षद मनोज चौधरी ने महापौर आशा शर्मा को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि हाऊस टैक्स बढ़ोत्तरी में महापौर माननीय सदन का सम्मान बचाएं। पत्र में कांग्रेस पार्षद ने लिखा है कि पिछली बैठक में महापौर ने हाऊस टैक्स पर पार्षदों की अलग  बैठक बुलाकर सदन में पास कराने की बात की थी। इस हिसाब से टैक्स बढ़ोत्तरी की जाएगी, इस बात पर पूरा सदन सहमत हुआ था। कांग्रेस पार्षद ने सवाल उठाया है कि फिर ऐसी या मजबूरी आ गई कि महापौर ने हाऊस टैक्स बढ़ाए जाने का तत्काल समर्थन कर दिया। पार्षद मनोज चौधरी ने लिखा है कि नगर निगम अधिकारियों को नहीं, आपको चलाना है। आपको जनता ने उनके हितोंकी रक्षा करने के लिए चुना है। जनता एवं निगम के 110 पार्षदों के हितों एवं सम्मान की रक्षा करना महापौर का दायित्व है। उधर, जनता के हितों की रक्षा करना पार्षदों का भी दायित्व है। पार्षद ने लिखा है कि शहर के लोग अभी तक कोरोना की महामारी से पूरी तरह से नहीं उबरे हैं। ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों द्वारा उनपर पंद्रह प्रतिशत हाऊस टैक्स का बोझलाद दिया गया। पार्षद ने कहा है कि अगर अधिकारियों में जरा भी मानवता जिंदा होती तो शहर की जनता के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार नहीं करते। पार्षद ने आगे लिखा है कि मार्च में हुई बैठक में कांग्रेस, सपा और बसपा सभी दलोंके पार्षद शामिल हुए थे। आज सदन महापौर के नेतृत्व में चल रहा है, पिछले सदन का प्रस्ताव आज सदन मानने को बाध्य नहीं है।क्योंकि, प्रदेश सरकार ने इस प्रस्ताव को कोई मंजूरी नहीं दी है। उस समय कई पार्षद टैक्स बढ़ाए जाने के विरोध में हाईकोर्ट गए थे। आज तक कोई आदेश हाईकोर्ट से नहीं आया है। पिछले सदन में शहीदों एवं स्वतंत्रता सैनानियों के परिवारों का हाऊस टैक्स माफ करने का निर्णय लिया गया था। पार्षद ने महापौर से निवेदन किया है कि हाऊस टैक्स बढ़ेगा या नहीं, यह सदन में तय करें।

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