धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। भारत में तेजी से फैलती करोना भयानक रूप ले लिया है, प्रतिदिन चार लाख से ज्यादा केस आने शुरू हो चुके हैं,उससे भी बुरी बात ये है कि इस बार इसने गांव को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है, जबकि पिछले वर्ष गांव इससे बच गए थे,सरकार पर संसाधन सीमित हैं, अत: ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की मदद हेतु सरकार को झोलाछाप डॉक्टरों को अपने साथ लेकर जागरूक करने की जरूरत,क्योंकि एक अनुमान के अनुसार झोलाछाप डॉक्टर गावों की 80 फीसदी सामान्य बीमारी दूर करने में अपना रोल निभाते हैं, यदि सरकार इन डॉक्टरों को कोविड के हल्के लक्षणों वाले(80 फीसदी)रोगियों को इसकी साधारण कोर्स आदि दवाइयां उपलब्ध कराकर उन्हें सही कंसल्टेंशन टेलीफोन पर ही उपलब्ध करादे तो बड़ी संख्या में लोग गांव में ठीक हो जाएंगे, सिर्फ सीरियस मरीज ही शहरों में रेफर होंगे जिससे बहुत सी कैजुअल्टी से बचा जा सकता है। कोविड़ के नियमों की सही जानकारी झोलाछाप डॉक्टर मरीजों को दे सकते हैं क्योंकि गांव का व्यक्ति सबसे पहले इन्हीं के पास सर्दी, बुखार की दवा लेने आता है। इसलिए सरकार एक टेलीफोन ओपीडी परामर्श हेल्प लाइन शुरू कर सकतीहै,साथ ही इन दवाइयों की किट बनाकर इसका वितरण भी झोलाछाप डॉक्टरों व ग्राम प्रधानों के माध्यम से हो सकता है। नोट:उपरोक्त साधारण दवाइयां यदि निशुल्क किसी जरूरत मंद को चाहिए तो इस मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं 9810857360
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