धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। सेवा सदन के 9वें स्थापना दिवस एवं विश्व पर्यावरण दिवस पर सेवा सदन के प्रांगण में विशेष यज्ञ का आयोजन कोरोना काल में सांकेतिक रूप से एवं ऑनलाइन जूम एप पर किया गया।यज्ञ के ब्रह्मा केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि वैदिक संस्कृति में प्रकृति को ईश्वर की अनुपम कृति माना गया है। ईश्वर, आत्मा और प्रकृति नित्य है। इनका कभी विनाश नही होता। पर्यावरण को शुद्ध रखने में अग्निहोत्र का विशेष महत्व है क्योंकि इसमें शुद्ध घृत व औषधि युक्त हवन सामग्री से जो आहुति दी जाती है वह अग्नि के संपर्क में आ कर परमाणुओं में विभाजित होकर आकाश मे पहुँचकर वायु को शुद्ध कर देते है, जो सभी प्राणियों के लिए जीवन प्रदान करती है।अतः हमें प्रतिदिन अग्निहोत्र अवश्य करना चाहिए।
सेवा सदन के महामंत्री चौ मंगल सिंह ने 9 वर्ष की उपलब्धियों पर विस्तृत चर्चा की ओर आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
विशेष आमंत्रित नरेश कुमार सिंघल ने कहा कि हमारे जीवन मे शुद्ध पर्यावरण का बहुत महत्व है।पर्यावरण को शुद्ध रखने में पेड़, पौधों का होना भी आवश्यक है क्योंकि इनसे जीवन देनी वाली ऑक्सीजन प्राप्त होती है ।हंमे पेड़,पौधें लगाकर व इनकी देख भाल करते रहना चाहिये।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री प्रमोद बंसल, गीता चौधरी, मोनिका खेन्थवाल, गुंजन, मंजू, सरवन कुमार,डॉ विवेचना शर्मा वैद्य, रेणु आमिल, डॉ एस पी सिंह अर्पित, नितिन, प्रमोद बंसल, गौरव, गजेंद्र सिंह, कृष्णेन्दू, रजनी गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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