धनसिंह—समीक्षा न्यूज
नोएडा। नवसृजन संस्कार भारती द्वारा एक ऑनलाइन कवि गोष्ठी काव्य सुगंध का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ बृजेंद्र नारायण द्विवेदी शैलेश वाराणसी ने किया तथा संचालन चंद्रभान मिश्र गाजियाबाद ने किया। कवि गोष्ठी के सूत्रधार कृष्ण चंद्र श्रीवास्तव विभाग संयोजक संस्कार भारती नोएडा रहे।इसमे निम्नलिखित कवियों ने काव्य पाठ किया मां शारदे की वंदना कवयित्री सुश्रीअलका जैन इंदौर ने किया मां शारदे वर दे मां शारदे वर दे ऐसा वर दो हमको जो चोर न चोरी कर सके डाकू न डाका डाल सके सुकवि डॉक्टर रसिक किशोर सिंह नीरज रायबरेली ने रीते न रह सकेंगे यह स्वर गीतों में साकार करूंगानीरज पथ की बाधाओं को मैं सहर्ष स्वीकार करूंगा इसके बाद सुकवि कुमार आदित्य ने प्रभु राम के चरणों में मेरा भाव समर्पण है सुख-दुख की अनुभूति कर्मों का दर्पण है कवयित्री सुश्रीपूजा कुलश्रेष्ठ ने कहा कहती है यही आहुति त्याग यह भवन की पुत्र राम सा मिलना आसान नहीं मैं गजल कार नहीं हूं पर अल्फाज समझ में आता है ज्येष्ठ श्रेष्ठ कवि जय प्रकाश रावत ने कहां ले हथेली पर खड़े हम सरहदों पर जान अपनी वतन के प्रहरीयों के नाम अपना गीत पढ़ानोएडा की कवयित्री सुश्रीअभिलाषा विनय ने अपने काव्य पाठ में कहां मैं गाऊं भी तो क्या गांऊँ हर गीत तुम ही बन जाते हो समभाव की गंगा बहे नव चेतना के सुर सजे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमांडो समोद सिंह चरोरा ने बड़ी सुंदर रचनाएं पढ़ें जिंदादिली को यूं ही जिंदा बनाए रखना हम सब की जिंदगानी उल्लास पर टिकी है माताओं की घुंघट में बीत गई जिंदगी आप हैं कि आप मास्क लगा ना सके कवित्री अलका जैन इंदौर में कई हास्य के गीत पढ़ें सरहदें लहू मांगती है कुर्बानी के लिए तैयार रहना चाहिए कार्यक्रम में गायक मुकेश रावत ने ग़ज़ल गाया चमन से कौन चला है उदासियां लेकर वह रो रहे हैं जनाजे पर हिचकियां लेकर संचालक चंद्रभानु मिश्र ने मैं ढूंढ रहा अपने बचपन का गाँव यह कविता पढ़ें अध्यक्षीय काव्य पाठ में डॉ बृजेंद्र नारायण द्विवेदी शैलेश ने कई गीत सुनाए आज की शाम आपके नाम कृपा कर दें मुझ पर घनश्याम आये कारे बदरा छाए कारे बदरा रिमझिम बूदे बरसाए कारे बदरा कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक श्री कृष्ण चंद्र श्रीवास्तव ने आए हुए सभी कवियों को आभार ज्ञापित किया तत्पश्चात अगली सूचना तक यह गोष्ठी संपन्न घोषित की गई।
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