तू अपनी खूबियां ढूंढ,
कमियां निकालने के लिए तो
लोग है !
अगर रखना ही है कदम तो आगे रख,
पीछे खींचने के लिए तो
लोग है !
सपने देखने ही है तो ऊंचे देख,
नीचा दिखाने के लिए तो
लोग हैै !
अपने अंदर जुनून की चिंगारी भड़का,
जलने के लिए तो
लोग हैै !
अगर बनानी है तो यादें बना,
बातें बनाने के लिए तो
लोग है !
प्यार करना है तो खुद से कर,
दुश्मनी करने के लिए तो
लोग है !
रहना है तो बच्चा बनकर रह,
समझदार बनाने के लिए तो
लोग है !
भरोसा रखना है तो खुद पर रख,
शक करने के लिए तो
लोग हैै !
तू बस सवार ले खुद को,
आईना दिखाने के लिए तो
लोग है !
खुद की अलग पहचान बना,
भीड़ में चलने के लिए तो
लोग है !
तू कुछ करके दिखा दुनिया को,
तालियां बजाने के लिए तो
लोग हैै !!
साभार:
राकेश चौहान
जिला सूचना अधिकार
गाजियाबाद/गौतमबुद्ध नगर
उत्तर प्रदेश
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