धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। राष्ट्रीय व्यापार मंडल द्वारा बिजली बिल की माफी के संदर्भ में लॉक डाउन में बंद दूकानों का बिजली विभाग द्वारा भेजे गये बिजली बिल के विरोध में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पंकज श्रीवास्तव पश्चिमीआँचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ग़ाज़ियाबाद को ज्ञापन दिया गया।
इस विज्ञप्ति के माध्यम से प्रशासन को कोरोना महामारी में व्यापरिजनों का पूरा जनजीवन प्रभाव के बारे में अवगत कराया गया है। हर वर्ग के ऊपर भयंकर आर्थिक मार पड़ी है। खासतौर से दुकानदारों औऱ व्यापारीवर्ग पर जो कि विकट स्थिति में पहुंच गए हैं। जहाँ एक तरफ लगभग दो महीनों से दुकानें बंद पड़ी है और वही दूसरी और विद्युत विभाग द्वारा बंद दूकानों के बिजली के बिल भेजना अनुचित और अमानवीय प्रतीत होता है। अधिकांश दुकानदारों का यह कहना है कि एक तरफ तो कोरोना काल में कामधंधे बंद हो गए है, रोजीरोटी के लाले पड़े हुए है तो वही दूसरी ओर सरकार बिजली के बिल भेजकर और संकट बढ़ा रही है। आर्थिक संकट में मध्यम वर्ग के ऊपर अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में जहाँ एक तरफ सरकार को इस समय व्यापारीवर्ग को राहत देनी चाहिए लेकिन यहाँ तो बिजली के बिल भेजना अपनेआप में अत्याचार समान ही है।
जहाँ एक तरफ दुकानदारों ने बिजली का उपयोग भी नहीं किया है लेकिन सरकार की ओर से बिजली के बिल भेज दिए गए हैं, जिन्हें भरने में इन दिनों असमर्थ हो गए हैं। दुकानदारों ने राष्ट्रीय व्यापार मंडल के माध्यम से बिजली विभाग से मांग की है कि लॉकडाउन की अवधि के बिल माफ किये जायें।
इसी संधर्भ में राष्ट्रीय व्यापार मंडल ने प्रशासन से निवेदन किया है कि आप अपने क्षेत्र के व्यापारीवर्ग की समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए इस वर्ग विशेष की समस्याओं का निवारण करेंगे।
इस अवसर पर बालकिशन गुप्ता अशोक भारीतय, प्रदीप चौधरी, प्रवीण भाटी, विकास चुघ,संजय गोयल , डॉक्टर सोनिका, राजेश शर्मा, दीपक शर्मा, कमल शर्मा ,वीरेंद्र कंडेरे नेघ सिंह मौजूद रहे।
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