सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देश को एकता, अखंडता के सूत्र में बाँधने में पूरा जीवन लगा दिया: वीरेन्द्र यादव
धनसिंह—समीक्षा न्यूज
साहिबाबाद। भारत के प्रथम गृहमन्त्री, स्वतंत्रता सेनानी, एकता-अखंडता के प्रेरणा पुरुष, भारत रत्न, लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि, ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव वीरेन्द्र यादव एडवोकेट के नेतृत्व में आयोजित की गयी, कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज सेवी एस0 पी0 छिब्बर ने, मुख्य अतिथि जय नारायण शर्मा रहे, आयोजन सरदार अवतार सिंह काले अध्यक्ष साहिबाबाद विधान सभा क्षेत्र, संचालन संजू शर्मा ने किया, समाजवादी पार्टी के वरिष्ट नेता राम दुलार यादव कार्यक्रम में शामिल रहे, सभी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण किया तथा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला, कार्यक्रम के अन्त में फल वितरित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला महासचिव समाजवादी पार्टी जनपद गाजियाबाद वीरेन्द्र यादव ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देश को एकता, अखंडता के सूत्र में बाँधने में पूरा जीवन लगा दिया, वह स्वतंत्रता से पहले खेडा किसान आन्दोलन और बारदौली में ब्रिटिश सरकार को किसानों की मांगें मनवाने पर मजबूर कर टैक्स माफ़ करवाने का कार्य किया, वह देश में शान्ति, सद्भाव, भाईचारे के पक्षधर रहे, उनका मानना था धार्मिक पाखण्ड से मानसिक गुलामी पैदा होती है, लोकतंत्र कमजोर होता है, उन्होंने विघटनकारी, फासिस्ट ताकतों को हतोत्साहित करने के लिए आर0एस0एस0 पर प्रतिबन्ध लगाया था, आज भी देश में भय, भ्रष्टाचार, लूट और पाखण्ड का वातावरण बनाया जा रहा है, दिखावा ज्यादा, धरातल पर काम न के बराबर हो रहा है, मंहगाई, बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुँच गयी है, रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले छोटे कारोबार चौपट हो रहे है, महगाई के कारण जनता की क्रयशक्ति कमजोर पड गयी है, देश की 73% पूँजी चन्द हाथों में पहुँच गयी है, 50% भारतीय 6% पूँजी पर गुजर-बसर करने को मजबूर है, देश में घोर आर्थिक असमानता है, सामाजिक और आर्थिक असमानता लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है, इसी का परिणाम है कि नेशनल क्राइम रिकार्ड व्यूरो के आकडे के अनुसार 2019 के मुकाबले 2020 में आत्महत्या की वृद्धि दर 10% है, जिनमे दिहाड़ी मजदूर, छात्र, नवजवान, किसान, छोटा व्यापारी शामिल है, इससे अधिक शर्म की बात क्या हो सकती है, सरदार पटेल जैसे महा पुरुषों ने क्या ऐसे ही भारत का सपना देखा था, लोकतंत्र महिला और पुरुषों के जीवन को बेहतर बनाने की व्यवस्था है लेकिन वैश्विक फ्रीडम हाउस की ताजा रिपोर्ट के आधार पर भारत का नागरिक पूर्ण नहीं, आंशिक स्वतंत्र है। आज यदि भारत की एकता और अखंडता तथा सरदार पटेल जी के सपनों का भारत बनाना है तो उनके बताये मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम को बाबू सिंह आर्य, जय नारायण शर्मा, एस0 पी0 छिब्बर, राजदेवी चौधरी, राम दुलार यादव वरिष्ट नेता समाजवादी पार्टी ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में शामिल सभी साथियों ने लौह पुरुष सरदार बल्लभ पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण करते हुए उनके बताये सत्य, अहिंसा, सत्यग्रह, सद्भाव, सहयोग, एकता के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, प्रमुख रहे: राम दुलार यादव, सरदार अवतार सिंह काले, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, एस0 पी0 छिब्बर, जय नारायण शर्मा, बाबू सिंह आर्य, माजिद ठाकरान, डा0 देवकर्ण चौहान, भीम सिंह चौहान, एस0 एन0 जायसवाल, संजू शर्मा, राजदेवी चौधरी, सीमा यादव, बिन्दू राय, रेनूपुरी, धर्मवती, कल्पना, उषा, वैजन्ती, मीना, कृष्णानंद, विनोद, अखिलेश शुक्ला, विजय, कमला, सरिता देवी, अनीता, मुनीव राम यादव, समरथ सिंह यादव, राकेश गोस्वामी, विजय गौतम, हासिम अल्वी, गौरव, दयाल शर्मा, राहुल आर्य, सतीश कुमार, हारून बनत, यासीन चौधरी, फौजुद्दीन, लक्ष्मी यादव, हरिशंकर यादव, हरिकृष्ण, प्रेम चन्द पटेल, केदार सिंह, अमर बहादुर, विजय मिश्र, नीरज चौहान, राहुल यादव आदि।
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