ब्रह्माकुमारिज जोशीमठ द्वारा आइटीबीपी जवानों के लिए मेडिटेशन प्रशिक्षण का तीसरा चरण एवं महाविद्यालय में व्यसन मुक्ति कार्यक्रम आयोजित
समीक्षा न्यूज नेटवर्क
जोशीमठ। नशा मुक्त उत्तराखंड करने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज ईश्वरीय विश्व विद्यालय, जोशीमठ गढ़वाल ने "मेरा उत्तराखंड, व्यसन मुक्त उत्तराखंड" अभियान के द्वारा समस्त गढ़वाल के जोशीमठ क्षेत्र को जागरूक करने हेतु सरकार द्वारा जनहित में पारित Covid-19 के सभी निर्देशों का पालन करते हुए मोबाइल वैन द्वारा प्रोजेक्टर शो से आज हुई सेवााओं का पूरा व्योरा इस प्रकार से है।
1. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ में प्रधानाचार्य डॉ वी. एन. खली जी श्री सुमन राणा श्री आनंद कुमार ने व्यसन मुक्त शिविर में सहयोग दियाव्यसनमुक्ति शिविर में सहयोग देते हुए 40 छात्रों एवं शिक्षकों को जागरूक किया।
2. डॉ राजकिशोर प्रिंसिपल राजकीय इंटर कॉलेज जोशीमठ ,आर .जी. अभिनव आवासीय विद्यालय ने व्यसन मुक्त शिविर में सहयोग दीया
व्यसनमुक्ति शिविर में सहयोग देते हुए 220 छात्रों एवं शिक्षकों को जागरूक किया।
3. आईटीबीपी के 150 से अधिक जवानों एवं अधिकारियों को राजयोग प्रशिक्षण और स्वास्थ्य संबंधी संगीत के साथ एक्सरसाइज करवाई गई।
उपरोक्त कार्यक्रमों में नशा मुक्ति विशेषज्ञ बी.के. राजीव ने बताया कि आधुनिक समय मैं स्वयं को शरीर मान लेने की गलती से व्यक्ति बाहरी वस्तुओं से अस्थाई शांति तथा आनंद प्राप्त करने का भरसक प्रयास करता है जो कि उसके नियंत्रण से बाहर है और इस प्रकार की बाह्य वस्तुओं को पा लेने के प्रयास में व्यक्ति नशीली दवाओं के चंगुल में फंस जाता है। राजयोग सीखलाता है कि हम विवेकशील स्वयं प्रकाशवान एवं अमर आत्मा है तथा अपने इंद्रियों की स्वामी है। जब व्यक्ति में यह चेतना आ जाती है तो वह दवाओं पर निर्भर नहीं रहता और व्यसनी नशे की बुरी आदत को छोड़ देता है। राजयोग की शिक्षा से वह नशे के दुष्चक्र से मुक्त हो जाता है। महाविद्यालय के प्राचार्य जी कार्यक्रम से प्रभावित होकर अपने कॉलेज कैंपस को नशा मुक्त करने का बात कही तथा उपस्थित सभी छात्रों ने व्यसन न करने का संकल्प लिया।
राजकीय इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने नशा मुक्ति कार्यक्रम अभियान से प्रभावित होकर इसकी सराहना की और बताया कि व्यसन की प्रवृत्ति आज दिनों दिन बढ़ती जा रही है और इसे रोकने का उचित माध्यम यह स्वर्णिम भारत रथ ब्रह्माकुमारिज द्वारा की गई एक पहल है जो आने वाले समय में अधिक प्रभावशाली एवं कारगर सिद्ध होगी । ब्रह्माकुमारीज की तरफ से इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में राजयोगिनी बी. के. अमनदीप कौर बहन, बी के. विनय, बी. के.नीतीश और बी. के. राधेश्याम ने सहयोग दिया।
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