वाचस्पति रयाल—समीक्षा न्यूज
नरेन्द्रनगर। नगर के बखरियाणा स्थत आर्मी बटालियन के अधिकारी द्वारा नरेंद्रनगर -डौंर मोटर मार्ग को क्षेत्र के ग्रामीणों की आवा-जाही के लिए बंद किये जाने से गुस्साये ग्रामीणों ने आगामी 30 दिसंबर से आंदोलन की चेतावनी दी है।
पीढ़ी दर पीढ़ी रोड का उपयोग कर रहे ग्रामीणों का रास्ता आर्मी द्वारा बंद किये जाने से ग्रामीणों की दिक्कतें बेहद बढ़ चुकी हैं।
आर्मी के इस रवैये के खिलाफ चार दिन पहले क्षेत्र के 6 गांव के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मुलाकात कर उक्त रोड खुलवाने की मांग की थी,मगर इसका हल अभी तक नहीं निकल पाया।
बेनतीजा रहे मसले को हल करने के मकसद से अब गुस्साए ग्रामीणों ने आदोलन का रुख अख्तियार करने का मन बना लिया है।
आगामी 30 दिसंबर को ग्रामीणों ने यहां अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने की चेतावनी दे डाली है। इस सम्बन्ध में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उप जिलाधिकारी नरेंद्रनगर को लिखित रूप से ज्ञापन सौंपा है।
बता दें कि विगत कई वर्षों से नरेंद्रनगर के समीपवर्ती आधा दर्जन गांव के ग्रामीण नरेंद्रनगर -डौर मोटर मार्ग से अपने गांवों को जाते हैं। जिसमें से 2 दर्जन से अधिक परिवार सैन्य परिवार से भी संबंध रखते हैं।लेकिन विगत कुछ महीनों से आर्मी के द्वारा आर्मी क्षेत्र से लगी सड़क को बंद करने से जहां आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बीमार, बुजुर्ग सहित स्कूली बच्चों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सड़क को खोलने के लिए जहां प्रशासन को लिखित रूप में अवगत कराया है, वहीं डब्बल इंजन की सरकार से भी सड़क खोलने की गुहार लगाई है।
लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिससे ग्रामीणों के हाथ अभी तक हताशा ही लगी है। जिससे आक्रोशित 6 गांव के ग्रामीणों ने उप जिला अधिकारी नरेंद्र नगर को ज्ञापन सौंपकर 30 दिसंबर से पुलिस लाइन मनोरंजन गृह के पास आर्मी रोड पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम की चेतावनी दी है।
कांग्रेस नेता एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा ने कहा कि जहां एक ओर देश में सैनिकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान दिया जा रहा है,वहीं नरेंद्रनगर स्थित आर्मी के व्यवहार से समस्त ग्रामवासी परेशान हैं।इससे बड़ी विडम्बना और क्या हो सकती है कि ग्रामीणों को अपने घर भी नहीं जाने दिया जा रहा है। उन्होंने शासन प्रशासन से शीघ्र ही नरेन्द्रनगर-डौर मोटर मार्ग को खोलने की मांग की है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आर्मी कैंप यहां पर बाद में स्थापित हुआ है,जबकि यह रोड पहले से ही आम जनता के लिए बनाई गई है ,उन्होंने आर्मी के कर्नल पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पूर्व भी आर्मी कैंट में कई कर्नल आए और गये हैं, जिनका जनता के साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार था। मगर वर्तमान कर्नल की तानाशाही से क्षेत्रीय लोग परेशान हैं। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान डौंर बीना देवी, ग्राम प्रधान औंणी रविंद्र सिंह, विक्रम सिंह कैंतूरा, अरविंद पुंडीर, प्रवीन रावत, भाग सिंह, राकेश कुमार, वीरेंद्र सिंह, मदन सिंह, मूर्ति राम, सुरेश सिंह आदि कई ग्रामीण शामिल थे। उक्त संबंध में संवाददाता जानकारी के लिए मिलिट्री चैक पोस्ट उच्च अधिकारी से मामले की जानकारी लेने पहुंचे तो बताया गया कि वे काम से बाहर हैं।
Comments
Post a Comment