वाचस्पति रयाल
—समीक्षा न्यूज
रतूड़ी ने मानदेय के रूप में प्रशिक्षकों को 12 हजार प्रति माह देने की करी घोषणा
नरेंद्रनगर। किसी कार्य की सफलता और विफलता उस कार्य को करने अथवा कराने वाले की पॉजिटिव अथवा नेगेटिव सोच पर निर्भर करती है। क्या कारण है कि एक ही व्यक्ति द्वारा एक ही समय में बनाया गया सरकारी विद्यालय आठ-10 वर्षों में खंडहर में तब्दील हो जाता है, जबकि उसी दौरान बना उसका अपना मकान साठ-70 वर्षों से भी अधिक समय तक बेहतर हालत में खड़ा रहता है।
यह बात मुनिकीरेती ढालवाला के पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने नरेंद्रनगर स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक में आयोजित सामुदायिक विकास योजना की एडवाइजरी कमेटी में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अपने संबोधन में कही।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि यह संस्था टिहरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार देने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण आयोजित करता आ रहा है।
उन्होंने कहा बेरोजगारी देश की ही नहीं विश्व की बहुत बड़ी समस्या है और इससे निपटने के लिए कौशल विकास पर आधारित प्रशिक्षण आज समय की आवश्यकता है।
कहा देश में बेरोजगारी खत्म हो इस पर कहते हुए उन्होंने कहा कि इसी विचार को लेकर भारत सरकार मौजूदा समय में जापान मॉडल को कौशल विकास के नाम से देश में प्रयोग कर रही है।
मगर इस कौशल विकास के लिए प्रशिक्षक व प्रशिक्षु में दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ काम के प्रति लगन व निष्ठा का होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा किसी भी कार्य में सफलता और विफलता व्यक्ति के नेगेटिव और पॉजिटिव सोच पर बहुत कुछ निर्भर करती है।
प्रशिक्षकों के बेहद कम मानदेय पर उन्होंने चिंता व्यक्त की,और कहा कि इसे बढ़ाया जाना चाहिए इस दौरान उन्होंने अपनी ओर से 4 प्रशिक्षण सेंटरों के लिए 12 हजार की धनराशि प्रतिमाह भुगतान करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा जनहित के लिए सरकार की अनगिनत विकास योजनाएं हैं मगर विकास की तमाम योजनाओं को सरकारी स्तर पर किसी भी तरह पूरा कर देना जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं है। सरकार की विकास योजनाओं को अपना काम समझ कर करने में कार्य की गुणवत्ता कुछ और ही होती है, कार्य करने वाले को संतुष्टि मिलती है,ऐसे विशुद्ध कार्यों की समाज मुक्त कंठ सराहना करता है।
रोशन रतूड़ी ने याद दिलाया,कि स्वच्छ भारत अभियान में उनकी पालिका प्रदेश में प्रथम नंबर पर यूं ही नहीं आई इसके लिए काम किया गया है,कूड़ा करकट से अन्य कई चीजें बनाई गई,इससे लोगों को रोजगार मिला और नगर में साफ-सफाई देखने को मिल रही है।
बैठक में प्रधानाचार्य आलोक मिश्रा ने मुख्य अतिथि तथा सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए बैठक के एजेंडे को सबके सम्मुख रखते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में टिहरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी पाठ्यक्रमों,प्रशिक्षण केंद्रों को खोले जाने सहित विभिन्न बिन्दुओं पर सुझाव माँगे।
इस मौके पर सामुदायिक विकास योजना एडवाइजरी कमेटी के समन्वयक आशुतोष पुरी ने वर्ष 2021-22 का ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए बताया कि जिले में 9 केंद्र चल रहे हैं जिनमें 381 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें 315 महिलाएं और 66 पुरुष हैं,
महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा उपरांत बैठक में सामुदायिक विकास योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में जनपद में 12 केंद्रों को खोले जाने का प्रस्ताव रखा गया है।
बैठक में कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी संगीता सिंह,भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक प्रमोद सिंह नेगी,जिला उद्योग विभाग के कल्याण सिंह नेगी,फार्मेसी की विभागाध्यक्ष तरुण अरोड़ा,आईटीआई के पीयूष काला आदि ने बैठक में अपने सुझाव साझा किए।
बैठक में वेब डिजाइनिंग एंड ग्रैफिक्स,होमस्टे एंड टूरिज्म,इंग्लिश स्पीकिंग एंड कम्युनिकेशन, स्किल फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग ,रेडीमेड गारमेंट्स,कैरी बैग,सोफ्ट ट्वाइज़ मेकिंग, कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग,प्रौद्योगिकी प्रसार, सामुदायिक विकास,स्वच्छ भारत अभियान,नवाचार,स्वरोजगार पर भी विशेष चर्चा की गई।
इसके अलावा जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन हेतु कमेटी के गठन का प्रस्ताव के साथ स्थानीय पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों का चिह्नी करण कर उक्त क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम एवं टेक्नोलॉजी ट्रांसफर हेतु कैंप का आयोजन के लिए भी प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक में सामुदायिक विकास योजना के समन्वयक आशुतोष पुरी,कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी संगीता सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी विद्या सोम,पीयूष काला, तरुण अरोड़ा, जिला उद्योग के कल्याण सिंह नेगी, भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक प्रमोद नेगी आदि थे।
Comments
Post a Comment