समीक्षा न्यूज संवाददाता
गाजियाबाद। डॉ भीमराव अम्बेडकर के जन्म दिवस पर "ममता की छांव सेवा ट्रस्ट ( पंजी.)" द्वारा पुराना विजय नगर स्थित उत्सव भवन में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें ट्रस्ट के सहयोगीयो को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया ।इस कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट की सचिव व ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल की प्रिंसिपल सीमा शर्मा व योगगुरु अर्चना शर्मा ने किया।
इस कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों में मुख्य अतिथि विधायक अतुल गर्ग, विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् डॉ जे. एल.रैना, अध्यक्ष गुलशन भंवरी(डायरेक्टर एस एस के सीनियर सेकेंडरी स्कूल), ट्रस्ट के संरक्षक मेघराज अरोडा, राजकुमार आर्य, डॉ एम एल त्रिपाठी, डॉ खत्री व आर के पाण्डे थे। राज कुमार आर्य ने अतिथियों को ट्रस्ट की गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व डॉ भीमराव अम्बेडकर के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके बाद ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल इन्दू शिशु शिक्षा सदन (रविदास कालौनी ,पुराना विजय नगर ) की छात्राओं गौरी, लक्ष्मी व वंशिका ने सरस्वती वंदना की। प्राची, लक्ष्मी, कशिश व दुर्गावती ने स्वागत गीत गाया। ट्रस्ट द्वारा संचालित स्कूल समिति का परिचय समिति के उपाध्यक्ष सुनील पंडित ने दिया। ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश ढोडियाल ट्रस्ट द्वारा संचालित गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने डॉ भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके कार्यों का उल्लेख कर उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य वंदनीय एवं अनुकरणीय है।
अतुल गर्ग ने अपने सम्बोधन में अम्बेडकर द्वारा किए गए क्रांतिकारी परिवर्तनों की सराहना करते हुए जातीवाद पर कटाक्ष किए। उन्होंने गंदी राजनीति को जातीवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि नोट पर भले ही गांधी जी का फोटो है लेकिन अब मनी ट्रांजेक्शन भीम ऐप से ही होता है। अतुल गर्ग ने ममता की छांव सेवा ट्रस्ट के कार्यों की प्रशंसा की तथा ट्रस्ट के सहयोगियों को सम्मानित भी किया। प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ जे एल रैना ने कहा कि किसी ने क्या खूब कहा है -'घर से मस्जिद तो है दूर चलो बच्चों को हंसा दें।' 'गली के मोड पर एक बच्चा मुस्कुराते हुए देखा,न जाने आदमी क्यों काबा, काशी जाता है।' उन्होंने भी ममता की छांव सेवा ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।गुलशन भंवरी ने स्कूल के 10 बच्चों को ड्रेस देने की घोषणा की तथा स्कूल के बच्चों को आगे की पढ़ाई में मदद का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर ट्रस्ट की चेयरमैन इन्दू बाला अरोडा, संरक्षक मेघराज अरोडा, स्वरूप नारायण, श्याम बाबू, सतीश जी,विशोक जी,घनश्याम लाल पंडित, महेंद्र खंडेलवाल, संदीप कुमार, सूरज भान शर्मा, सुरेन्द्र कुमार बंसल, विनायक त्यागी, मुन्नी लाल बरनवाल, विनोद गुप्ता, आर के पाण्डे, सुनील अरोड़ा, योगेन्द्र परिहार, मुकेश त्रिवेदी, मुकेश मल्होत्रा, वरिष्ठ पत्रकार सुशील शर्मा, जुगल किशोर, अवध गर्ग, मिथलेश गर्ग, नरेश जोशी, सतविंदर जग्गी, नीतू जैन,दीपेन्द्र जग्गी, राधेश्याम भुवालिका व पत्रकार समर सिंह राना को सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है पुराना विजय नगर सैक्टर -9 बाल्मिकी बस्ती के पार्क में एक विद्यालय चलता था जिसमें 135 बालक बालिकाएं लाभ उठा रहे थे। स्थानाभाव के कारण यह विद्यालय बंद हो गया। लेकिन अनुभव किया गया कि विजय नगर क्षेत्र में निर्धन वर्ग हेतु शिक्षा का विस्तार एवं स्वावलंबी कार्य की कमी है।इस कार्य हेतु ममता की छांव सेवा ट्रस्ट का 2017 में गठन कर मार्च 2018 में उसे रजिस्टर्ड भी करा दिया गया।इसके क्रियाकलाप हेतु आर्थिक व्यवस्था हेतु 30 ट्रस्टी और अनेक दानदाताओं द्वारा धन एकत्रित किया गया। जिससे एक भवन किया गया जिसमें सेवा कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में ट्रस्ट द्वारा संचालित इन्दू शिशु शिक्षा सदन रविदास कालौनी पुराना विजय नगर में कार्यरत है जिसमें करोना काल से पूर्व 150 बच्चे नर्सरी से कक्षा पांच तक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।इसे इन्दू बाला अरोडा व मेघ राज अरोडा दम्पत्ति के विशेष प्रोत्साहन से आगे बढ़ाया जा रहा है। बच्चों को शिक्षण सत्र में स्कूल ड्रेस बैग और स्वेटर वितरित किए जाते हैं।साथ ही समय समय पर बच्चों को दानदाताओं द्वारा बच्चों को पढ़ाई से सम्बंधित सामग्री भी वितरित कराई जाती है। शिक्षा केन्द्र पर बच्चों के स्वास्थ्य विकास हेतु योग का अभ्यास योगगुरु अर्चना शर्मा द्वारा सप्ताह में तीन दिन कराया जाता है।कार्यकारिणी के सभी सदस्य अपने परिवार के शुभ कार्य के उपलक्ष्य में स्कूल के बच्चों को खाना खिलाते हैं तथा उपहार देते हैं। ट्रस्ट द्वारा दिव्यागों की सेवा, निर्धन कन्या विवाह, वृद्धाश्रम में वृद्धों की सेवा,उनको आवश्यकतानुसार सामान वितरित किया जाता है। वर्ष में एक बार तुलसी वितरण, दो बार कन्या पूजन तथा एक बार छबील लगाई जाती है। समरसता कार्यक्रम के तहत सुंदर काण्ड,हवन,भजन कीर्तन भी किए जाते हैं।भविष्य में ट्रस्ट द्वारा स्वावलंबी बनाने हेतु सिलाई केन्द्र, कम्प्यूटर केन्द्र व कोचिंग केन्द्र की योजना है।
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