वैदिक सिद्धान्त सर्वश्रेष्ठ हैं हमे उन्हें जीवन में अपनाना चाहिए-आचार्य डा सुश्रुत
ऊंच नीच के भेद भाव को खत्म कर सको तो श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाना सार्थक होगा-अंजली आर्या
संस्कारित युवा पीढ़ी पर ही राष्ट्र का भविष्य टिका है-स्वामी सुर्यवेश
गाजियाबाद। आर्य समाज मन्दिर नया गंज में वेद प्रचार सप्ताह हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। पानीपत से पधारे वैदिक विद्वान व महायज्ञ के ब्रह्मा आचार्य डा सुश्रुत सामश्रमी ने सामवेदीय यज्ञ सम्पन्न कराया। वेद पाठ उदयवीर शास्त्री एवं रामोतार शास्त्री ने किया।यज्ञोपरान्त उन्होंने वेदों की शिक्षाओं पर चलने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि वैदिक सिद्धान्त सर्वश्रेष्ठ हैं हमे उन्हें जीवन में अपनाना चाहिए,साथ ही कहा कि हमें आपस में एक दूसरे को अभिवादन नमस्ते जी करना चाहिये ये अपने आप में पूर्ण है,सृष्टि के आदि से महाभारत पर्यन्त तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम,योगेश्वर श्रीकृष्ण,ऋषि मुनि आदि ने इसी अभिवादन को किया करते थे, अतः हमें भी अभिवादन नमस्ते करना चाहिये।उन्होंने आगे कहा मनुष्य को अपने कर्मों का फल परमात्मा की न्याय व्यवस्था से मिलता है,अतः हमें बुराइयों से बचने और शुभ कर्म करने का प्रयास करना चाहिएं।सच्चाई और अच्छाई का प्रचार करते रहना चाहिए।श्रीकृष्ण बुद्धिमत्ता से कार्य लेते थे हमें भी अपने कार्य बुद्धिमत्ता से करने चाहिएं।
सुप्रसिद्ध भजनोपदेशिका विदुषी अंजली आर्या के मधुर भजनों को सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।उन्होंने कृष्ण सुदामा की मित्रता के प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि यदि ऊंच नीच के भेद भाव को खत्म कर सको तो श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाना सार्थक होगा।
वैदिक विदुषी डा प्रतिभा सिंघल ने बताया कि श्री कृष्ण की पत्नी का नाम रुक्मणि था,नई पीढ़ी को इससे अवगत कराने की आवश्यकता है।उन्होंने स्वामी दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश पढ़ने पर बल दिया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने जीवन को उन्नत बनाने के लिए कहा की युवा पीढ़ी को आर्य समाज के यज्ञ व सत्संगों में साथ लाया करें क्योकि युवा पीढ़ी देश को संभालेगी।
स्वामी सूर्यवेश (उपाध्यक्ष,सन्यास आश्रम) ने कहा की श्रावणी पर्व आर्ष ग्रन्थों व वेद की शिक्षाओं को पढ़ने और जीवन में आत्म सात करने की प्रेरणा देता है,उन्होंने कहा कि संस्कारित युवा पीढ़ी पर ही राष्ट्र का भविष्य टिका है।आज राष्ट्र को चरित्र वान संस्कारित युवाओं की आवश्यकता है।राष्ट्र निर्माण में भी युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। समाज के यशस्वी मंत्री तेजपाल सिंह आर्य ने मंच का कुशल संचालन किया।
प्रधान श्री भुवनेश्वर दत्त ने दूर दराज से पधारे आर्य प्रतिनिधियों, श्रोताओं के समारोह में भाग लेने पर आभार व्यक्त किया।उन्होंने बताया यह आर्य समाज 130 वर्ष से निरन्तर वेद प्रचार कर रही है।इसके अतिरिक्त विभिन्न गौरक्षा, हिन्दी भाषा आंदोलनो के संस्मरण सुनाए।
इस अवसर पर सर्वश्री सेवा राम त्यागी,अजय आर्य एडवोकेट, गौरव शास्त्री,डा प्रमोद सक्सेना, वेद प्रकाश तौमार,गोपाल आर्य, डीके शुक्ला, संदीप आर्य,अश्वनी बत्रा,एनके आर्य,राहुल आर्य, उभय आर्य आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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