हमें असमानता का भाव समाप्त कर, बच्चों को शक्तिशाली बनाना है: जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह






 न्यायपीठ बाल कल्याण समिति, समाधान अभियान संस्था और इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड कंपनी के संयुक्त तत्वावधान में 'चुप्पी तोड़ -हल्ला बोल' परियोजना के अंतर्गत 'पोक्सो कमेटी प्रशिक्षण सत्र' कार्यशाला आयोजित

माता—पिता/अध्यापिकाओं का बच्चों के संग दोस्ती का व्यवहार हो, तभी वे अपनी बाते आप से शेयर करेंगें: श्री इन्द्र विक्रम सिंह 

गाजियाबाद। न्यायपीठ बाल कल्याण समिति, समाधान अभियान संस्था और इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड कंपनी के संयुक्त तत्वावधान में 'चुप्पी तोड़ -हल्ला बोल' परियोजना के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, विजयनगर, गाजियाबाद में 'पोक्सो कमेटी प्रशिक्षण सत्र' कार्यशाला का आयोजन कराया गया। 

द्वीप प्रज्जवलन कर किया कार्यक्रम का शुभारम्भ

कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह, मुख्य ​चिकित्सा अधिकारी डॉ.अखिलेश मोहन, श्री जी0 पी0 भद्रदास (अध्यक्ष बाल कल्याण समिति), श्रीमती अर्चना अग्निहोत्री संस्थापक समाधान अभियान संस्था, डॉ.विभा चौहान प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सहित अन्य गणमान्यों द्वारा द्वीप प्रज्जवलन किया गया।


प्रतीक चिह्न देकर, शॉल ओढ़ाकर एवं पौधा भेंट कर किया अतिथियों का स्वागत सम्मान

कार्यशाला का आयोजन करने वाली तीनों संंस्थाओं एवं  कॉलेज परिवार के ओर से प्रधानाचार्या जिलाधिकारी व सीएमओ महोदय का स्वागत व सम्मान प्रतीक चिह्न देकर, शॉल ओढ़ाकर एवं पौधा भेंट कर किया गया। इस स्वागत व सम्मान के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा श्रीमती तरुणा सिंह थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफ़िकिंग यूनिट प्रभारी, डॉ.पूनम खन्ना प्रधानाचार्य (आईएमई लॉ कॉलेज, साहिबाबाद) श्रीमती जूली सिंह जी चौकी इंचार्ज पिंक बूथ मोहन नगर, डॉ.कौमुदी सदस्य (बाल कल्याण समिति), श्रीमती श्वेता शर्मा सदस्य (बाल कल्याण समिति) को सम्मानित किया गया। तदोपरांत श्रीमती राखी क्रासिंग पब्लिक थाना, श्रीमती संदीपा मलिक चौकी इंचार्ज इन्द्रापुरम थाना को डॉ.जी.पी.भद्रदास द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यशाला में डॉ.जी.पी.भद्रदास द्वारा सभी गणमान्यों का स्वागत सम्बो​धन किया गया।


बच्चों पर हो विश्वास: जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह

जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि यह कार्याशाला बहुत महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान समय में हमारी अर्थव्यवस्था बहुत आगे बढ़ चुकी है लेकिन उसके सापेक्ष समाज में काफी कुरूतियां शेष हैं जिन्हें रफू करने की जरूरत है। आज किसी भी बालक/बालिका का उत्पीड़न होता हैं उसके लिए कानून व न्याय व्यवस्था है। कानून इतने सख्त कर दिये गये है बावजूद इसके अपराध रूकने के नाम नहीं ले रहे। इस विषय पर हम सभी को गहराई से चिंतन करने की आवश्यकता है। इसके लिए जरूरी है कि हमें सर्वप्रथम अपने अन्दर से ही असमानता के भाव को समाप्त करने की जरूरत है, जो हमारे द्वारा परिवार में ही लड़के व लड़की में किया जाता है। माता—पिता/अध्यापिकों को अपने बच्चों सहित अन्य बच्चों के साथ खुलकर उनके साथ दोस्ती के भाव से रहना चाहिए जिससे कि वे अपने साथ किसी भी अप्रिय घटना को आपको खुलकर बता सकें। इसके लिए ही हर हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हमें बालक/​बालिकाओं को कमजोर नहीं बनाना है हमें उनके अन्दर विश्वास जगाना है कि तुम कमजोर नहीं हो, तुम किसी भी परिस्थिति से लड़ने के काबिल हो, हमें तुम पर पूर्ण विश्वास है और हम तुम्हारे सा​थ हैं। य​ह धारणा अपराध मुक्त भारत बनाने में कारगर साबित होगी।


जे.जे.एक्ट तथा पोक्सो अधिनियम 2012 की होनी चाहिए जानकारी: श्री जी0 पी0 भद्रदास

श्री जी0 पी0 भद्रदास ने पोक्सो एक्ट की जानकारी एवं बाल यौन शोषण की रोकथाम के लिए समाधान अभियान (एनजीओ) के प्रयासों की प्रशंसा की। सभी शिक्षकों एवं सदस्यों को बाल यौन शोषण के विषय में जानकारी देते हुए जे.जे.एक्ट तथा पोक्सो अधिनियम 2012 के विषय में जानकारी दी। 


समाज में नैतिकता और संवेदनशीलता की आवश्कता: श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह

श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह जिला सूचना अधिकारी ने कहा कि समाज में नैतिकता और संवेदनशीलता की आवश्कता है। हम जगह-जगह पर छोटे बच्चों को काम करते देखते हैं पर कुछ कहते नहीं हैं। बच्चों की सहायता के लिए अनेक संस्थाएँ खोली गयी हैं और न्यायपीठ द्वारा बाल कल्याण समितियों का पूर्ण सहयोग और समर्थन किया जाता है। इसलिए आवश्यक है कि हम भी समाज में अपना सहयोग प्रदान करें और अनैतिक व्यवहार के प्रति आवाज उठाएँ। 


हमारा उद्देश्य बालिक/बालिकाओं का उत्पीड़न समाप्त करना: श्रीमती अर्चना अग्निहोत्री

श्रीमती अर्चना अग्निहोत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से पोक्सो एक्ट के विषय में लोगो में जागरूकता बढ़ेगी, जिससे बाल यौन शोषण से बचाव किया जा सकेगा तथा कोई अपराध यदि होता भी है तो सही सूचना की वजह से समय रहते बच्चों को इस समस्या से निकाला जा सकता है। न्यायिक प्रक्रिया में होने वाली समस्त समस्याओं का समाधान भी इस प्रशिक्षण की वजह से सभी को मिल सकेगा। हमारा उद्देश्य बालिक/बालिकाओं का उत्पीड़न समाप्त करना है। 


कार्यक्रम की हुई मुक्त कंठ से प्रशंसा

सभी अधिकारियों, आगंतुकों ने कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए इस तरह के अन्य कार्यक्रमों को करवाने तथा सहयोग करने की सहमति दी। कार्यक्रम में जिले में बनाई गई 400 पोक्सो कमेटी के सभी सदस्यों ने भाग लिया। इसके साथ ही कॉलेज की अध्यापिकाएं/स्टॉफ, छात्राऐं भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का सफल मंच संचालन वरिष्ठ शिक्षाविद अजय तिवारी द्वारा किया गया।


कार्यक्रम शुभारम्भ से पूर्व जिलाधिकारी ने की छात्राओं से वार्ता

कार्यक्रम शुभारम्भ से पूर्व जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया गया, इस दौरान उन्होने छात्राओं से वार्ता की। इस दौरान उन्होने जाना कि वर्तमान समय में अ​ध्यापिकाओं और छात्राओं के बीच रिश्ता कैसा है और उनके पढ़ाने के तरीकों में क्या-क्या नई तकनीक आयी हैं।























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