Saturday 20 July 2024

दस्तक का मतलब है दरवाजे पर ठक—ठक: जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह







 

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संचारी व दस्तक अभियान की बैठक सम्पन्न

ट्रीटमेंट की नौबत ना आए तो एलर्ट रहे: जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह

संचारी व दस्तक के सम्बंध में प्रभातफेरी निकाते हुए जनजागरूकता फैलायें: सीडीओ श्री अभिनव गोपाल

सीएमओ डॉ.भवतोष शंखधर के स्थानांतरण होने पर डीएम महोदय व सीडीओ महोदय ने उनके कार्यों को सराहते हुए पुष्पगुच्छ किया भेंट

गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार, कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में मुख्य सचिव, उ०प्र०, शासन के निर्गत शासनादेश के अनुपालन में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (दिनांक 01-31 जुलाई 2024) एवं दस्तक अभियान (दिनांक 11-31 जुलाई 2024) के सम्बंध में बैठक आहूत हुई।

बैठक के दौरान प्रभारी अधिकारियों ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ 1 जुलाई 2024 को किया जा चुका है जिसके निर्देशों के क्रम में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्तर्गत विगत वर्ष जिन क्षेत्रों में डेंगू के रोगी अधिकता में पाये गये थे उनको संवेदनशील श्रेणी में रखते हुए जनजागरूकता के साथ-साथ एन्टी लार्वा स्प्रे, पेयजल की जांच इत्यादि का कार्य प्राथमिकता के आधार पर प्रारम्भ किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्कूलों में जाकर संक्रामक रोग की रोकथाम के बारे में जागरूक कराया गया। मुख्य विकास अधिकारी श्री अभिनव गोपाल ने कहा कि जनपद के संवेदीशील क्षेत्रों में जन प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रभातफेरी निकाते हुए डेंगू से बचाव हेतु जागृत किया जाये।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने जी०डी०ए० से चीफ इन्जीनियर श्री मानवेन्द्र सिंह से कहा कि जी०डी०ए० आच्छादित संवेदनशील क्षेत्रों में संचारी रोगों विशेषकर डेंगू से बचाव हेतु अभियान चलाकर कार्यवाही करें। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद के 108 तालाबों के आस-पास के झाड़ियों के कटान सुनिश्चित करते हुए आगामी 05 कार्यदिवस में इसका एलबम बनाकर कृत कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिससे की प्लाटेशनल मच्छर प्रजनन को नियंत्रित किया जा सके। जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद के डेंगू संवेदनशील क्षेत्रों में मच्छररोधी पौधों का प्रचार-प्रसार एवं अपनी पौधशाला से उपलब्धता सुनिश्चित करें। जिला परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया कि अपने अधीनस्थ आगंनवाड़ियों को दस्तक अभियान के दौरान घर-घर जाकर ज्वर, स्वच्छ पेयजल, डेंगू, मलेरिया इत्यादि के साथ साथ टीबी० से बचाव हेतु क्या करें क्या न करें की जानकारी देना सुनिश्चित करें। नगर निगम को निर्देशित किया गया कि नगर निगम से आच्छादित संवेदनशील क्षेत्रों में साफ, एन्टीलार्वा स्प्रे एवं फॉगिंग का कार्य हेतु अभियान चलाया जाये। 

जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि इन दिनों कांवड़ यात्रा का समय है और जगह—जगह साफ—सफाई, गड्ढ़ामुक्त सड़के सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं, जिसका लाभ लेते हुए इसके साथ ही संचारी एवं दस्तक अभियान पर भी जोर दे। जगह—जगह दवाईयों का छ़िडकाव, लोगों को ​सफाई कर्मचारियों एवं स्पीकर के माध्यम से संचारी और दस्तक अभियान के प्रति जागरूक करें। पब्लिक पैलेस के आप—पास त्रिज्या के आकार में 100 मीटर तक दवाई का छिड़काव किया जाए। यदि हम आज लोगों को जागरूक कर लेते है तो उनमें जागरूकता आ जायेगी और वे इन बीमारियों से बचे रहेंगे। यदि आप चाहते हैं कि ट्र्रीटमेंट की नौबत ना आए तो एलर्ट रहे। सावधानी ही सुरक्षा और बचाव है। दस्तक का मतलब है दरवाजे पर ठक—ठक यानि आपको घर—घर जाकर दरवाजों पर ठक—ठक करवानी है और लोगों को सावधानी रखने हेतु जागरूक करना है।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.भवतोष शंखधर के स्थानांतरण होने पर उनके द्वारा किए गये कार्यों को सराहते हुए उन्हें पुष्पगुच्छ देते हुए सम्मानित किया। मुख्य विकास अधिकारी श्री अभिनव गोपाल ने कहा कि डॉ.शंखधर एक अच्छे नेतृत्व वाले व्यक्ति हैं हमें विश्वास है कि उनकी जहां भी नियुक्ति होगी वे अपने कार्यों से सम्मान के पात्र होंगे।

बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों में डॉ. अमित विक्रम, डॉ.आर.के.गुप्ता, डॉ.रवीन्द्र, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.जी.के.मिश्रा, जिला सूचना अधिकारी श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जनपद के समस्त जनपद स्तरीय अधिकारीगण द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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