''आई एम इम्प्रेसड बाई यॉर वर्क'': श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त सचिव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार




 

'जल शक्ति अभियान' (कैच द रैन 2024) के अन्तर्गत श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त सचिव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार/केन्द्रीय नोडल अधिकारी गाजियाबाद की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक सम्पन्न

जल ही जीवन है, जल संरक्षण करना हमारी अहम जिम्मेदारी: श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह केन्द्रीय नोडल अधिकारी गाजियाबाद

जल संरक्षण हेतु योजना पर कार्य व जनजागरूता पर विशेष ध्यान: सीडीओ श्री अ​भिनव गोपाल

बैठक के उपरान्त किया योजनाओं के तहत किए गए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण

गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार में 'जल शक्ति अभियान' (कैच द रैन 2024) के अन्तर्गत श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त सचिव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार/केन्द्रीय नोडल अधिकारी गाजियाबाद की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।


बैठक के दौरान श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त सचिव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार/केन्द्रीय नोडल अधिकारी गाजियाबाद द्वारा जनपद में जल संरक्षण के लिए चल रही योजनाओं/कार्यों तथा उनकी उन्नति के बारे में विस्तार से अवगत हुए। बैठक का संचालन कर रहे श्री अभिनव गोपाल मुख्य विकास अधिकारी ने नोडल अधिकारी महोदय को बताया कि जनपद में जल संरक्षण को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं पर कार्य प्रगति पर चल रहा हैं साथ ही जन चौपालों, गोष्ठियों, जल के सम्बंध में जन जागरूकता रैलियों, स्कूलों/कॉलेजों में चित्रकला, वाद विवाद, जल संरक्षण पर निबंध सहित अन्य के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण हेतु जागरूक किया जा रहा है और उन्हें जल की महत्वता से अवगत कराया जा रहा है।


बैठक में नोडल अधिकारी महोदय द्वारा ​विभागीय अधिकारियों से जल संरक्षण से सम्बंधित सवाल किये गये जिसका विभागीय अधिकारियों द्वारा सन्तोषपूर्ण उत्तर दिया गया जिसमें श्री प्रदीप कुमार द्विवेदी डीपीआरओ द्वारा बताया गया कि हमारे विभाग द्वारा वाटर रिसाईकिल, वाटर ट्रीटमेंट, रैन वाटर हार्वेस्टिंग के द्वारा जल संरक्षित कराया किया जा रहा है। इसके साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बने तालाबों में दूषित जल ना जाए, इसके लिए उचित प्रबंध किए जा रहे हैं। श्री हरीओम अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई खंड एवं नोडल अधिकारी भूर्गभ जल द्वारा अवगत कराया ​गया कि जनपद में औद्योगिक क्षेत्र का बहुत तेजी के साथ विस्तार हुआ जिससे बोरवेलों द्वारा भूजल दोहन हुआ है जिसकी पूर्ति एवं भूजल रिचार्ज करने हेतु जनपद में अनेक क्षेत्र में उक्त फर्मों के माध्यम से तालाब खुदवाये गये/ जा रहे हैं जिससे की भूगर्भ जल रिचार्ज हो सके यदि कोई ऐसा नही ​करता तो उस पर जुर्माना एव सीलिंग की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ जल संरक्षण अभियान व गोष्ठियां की जा रही है। श्री राम जतन मिश्र डीडी कृषि द्वारा ने कहा कि पहले किसानों द्वारा डीजल पम्प से कृषि हेतु भूजल दोहन किया जाता था लेकिन अब सोलर पम्प द्वारा किया जाता है जिससे कि भूजल का दोहन कम होता है और भूजल का सही इस्तेमाल हो जाता है। इसके साथ ही गन्ने के खेतों की मेढ़ों पर उरद दाल की फसल लगवाई जा रही जिससे कि किसान गन्ने के खेतों में सिंचाई नियमानुसार करेंगे अधिक करने से उरद की फसल खराब हो जायेगी। इसके साथ ही उन्हें अन्य मुनाफा वाली फसलों की जानकारी भी दी गयी जिससे अधिकांश किसानों द्वारा इस बार गन्ने की जगह अन्य फसलें उगाई गयी हैं। श्री भारत भूषण ईई जल निगम ने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जनपद के 147 ग्राम चिन्हहित हैं जिसमें से 128 ग्रामों की डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है। इसके साथ ही कुल 51 ग्रामों में योजना का सीधे टयूबवैल व टैंक के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है। कु.निधि जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि जनपद के लगभग 1000 हेक्टेयर से अधिक की भू​मि में ड्रिप और स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई की जा रही है, जिससे जल बहुत कम वेस्ट होता है और पौधों को पूर्ण मात्रा में जल भी मिल जाता है। जल की कम खपत होती है और जल संरक्षण होता है। डॉ.सलोनी उप प्रभागीय वनाधिकारी ने मियांबाकी पद्धति से पौधे लगाने की विधि को विस्तार से बताते हुए कहा कि इस पद्धति में प्रति हेक्टेयर 35 हजार पौधे लगाए जाते है जिनमें हर्ब, झाड़िया और पेड होते हैं, जो बहुत कम समय में प्राकृतिक जंगल का रूप ले लेते हैं। जिससे जल संरक्षण करने में काफी मदद मिलती है।


श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह संयुक्त सचिव रक्षा मंत्रालय भारत सरकार/केन्द्रीय नोडल अधिकारी गाजियाबाद ने कहा कि ''आई एम इम्प्रेसड बाई यॉर वर्क''। उन्होने कहा कि आप लोगों के साथ मेरी पहली मीटिंग थी जो कि बहुत अच्छी रही। आपके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आप लोगों ने अच्छा कार्य किया और इसे और भी अच्छा किया जा सकता है। आप लोग डीएम और सीडीओ के नेतृत्व में और भी अच्छा कार्य करेंगे, इसकी हमें उम्मीद है। जल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जल ही जीवन है, जल संरक्षण करना हमारी अहम जिम्मेदारी है।


इस मौके पर श्री शेख मौहम्मद हुसैन वैज्ञानिक सैन्ट्रल ग्राउण्ड वाटर द्वारा जल संरक्षण को लेकर अनेक जानकारियां ​ली गयी बैठक के उपरान्त उपरोक्त अधिकारियों द्वारा तालाबों सहित अन्य भूगर्भ जल संरक्षण सम्बंधित योजनाओं पर हुए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया।


बैठक में मुख्य रूप से श्रीमती प्रज्ञा श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री ओपी यादव, ​​जिला सूचना अधिकारी श्री योगेन्द्र प्रताप सिंह, श्री एन०पी० सिंह, सहायक अभियन्ता, सिंचाई, श्री सुधीर कुमार, खण्ड विकास अधिकारी, श्री विकास यादव, उ०प्र० आवास विकास, श्री अचल पाण्डेय, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत पतला, फरीदनगर, डा० आदेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी, रजापुर, श्री पवन कुमार भाटी, डी०आई०ओ०एस०, श्री एन०एम० मिश्रा, नगर विकास, विन्नी यादव, खण्ड विकास अधिकारी, लोनी, श्री कुंवर सन्तोष कुमार, सहायक पर्यावरण अभियन्ता, उ०प्र०प्र०नि०बो०, गाजियाबाद, श्री लवकुश कुमार, अधिशासी अभियन्ता, जी०डी०ए०, श्रीमती अंकिता राय, हाइड्रोलाजिस्ट, गौतमबुद्धनगर, श्री नवनीत गुप्ता. जूनियर इन्जीनियर, जल, एनपीपी खोड़ा और लोनी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।


बैठक में जल 'शक्ति अभियान के अन्तर्गत वर्षा जल संचयन से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा सेन्ट्रल नोडल अधिकारी द्वारा की गई। समीक्षा के पश्चात् ग्राम भटजन, पलौता, विकासखण्ड भोजपुर में अमृत सरोवर का निरीक्षण किया गया एवं वृक्षारोपण किया गया। तत्पश्चात् उक्त ग्राम में कृषक श्री विजयपाल पुत्र नन्दकिशोर मजरा पलौता, ग्राम पंचायत-भटजन पलौता के खेत में स्थापित ड्रिप इरीगेशन का निरीक्षण किया गया। इसके पश्चात् ग्राम भटजन पनौता में पंचायत भवन पर ग्राम वासियों के साथ एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के साथ भूजल संरक्षण के सम्बन्ध में चर्चा की गई। विकास-खण्ड कार्यालय भोजपुर में रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात् ग्राम पट्टी, विकासखण्ड भोजपुर में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्मित पाइप पेयजल योजना का तथा गांव में पेयजल योजना के लाभार्थी श्री अरूण कुमार पुत्र श्री ओमवीर सिंह के आवास में दिये गये कनैक्शन का निरीक्षण किया गया।









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