आज दिनांक 25 दिसंबर 2ं024 को लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में महान स्वतंत्रता सेनानी, कानूनविद, शिक्षाविद, भारत रत्न, धर्मनिरपेक्षता की प्रतिमूर्ति पं0 महामना, मदन मोहन मालवीय का जन्म दिवस समारोह समाजवादी विचारक राम दुलार यादव शिक्षाविद के नेतृत्व में उल्लासपूर्वक धूमधाम से मनाया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता लालचंद माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अमन सिंह ने, मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य डा0 विशन लाल गौड़, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने, सञ्चालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने किया, कार्यक्रम में शामिल विद्वानों, गणमान्य लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर माला पहना स्मरण किया, तथा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लेकर उनके विचार को जन-जन में पहुँचाने का संकल्प लिया, कार्यक्रम को चन्द्रबली मौर्य, एच0 एल0 विद्यार्थी, पं0 विनोद त्रिपाठी ने भी संबोधित किया, हुकुम सिंह ने देश-प्रेम के गीत और राजेन्द्र सिंह ने भजन प्रस्तुत किया, महामना के सम्मान में जोरदार नारे लगाये गये।
इस अवसर पर प्रभु ईशु के सन्देश करुँणा, त्याग, बलिदान को स्मरण करते हुए क्रिसमस की हार्दिक बधाई दी गयी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि महामना का मतलब बड़े मन वाला, उत्तम नैतिक चरित्र, सादगी, सरलता, ईमानदारी की प्रतिमूर्ति पंडित मदन मोहन मालवीय ने राष्ट्र निर्माण और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा ही महत्वपूर्ण कार्य किया, लेकिन आज मालवीय जी के विचार के अनुरूप शिक्षा का स्तर नहीं है, पंडित मदन मोहन मालवीय का कहना था कि “शील चरित्र, समाज, शिक्षा की गंध हमें प्रभावित करती है, और किसी भी गंध से मै प्रभावित नहीं होता”। आज शिक्षा का स्तर गर्हित अवस्था में है, यहाँ शिक्षा का बड़ा ढांचा होने के बाद भी हम पूर्ण रूप से शिक्षा नहीं दे पा रहे है, केवल नौकरी प्राप्त करने का साधन शिक्षा नहीं है, बल्कि देश और समाज निर्माण का कार्य शिक्षा करती है, हमें आज उस विश्वविद्यालय के निर्माण की आवश्यकता है जिसमे नवजवानों को नैतिक, कौशलपूर्ण, सद्भाव युक्त, समाज और देश के निर्माण में उनकी भूमिका क्या हो वैसी शिक्षा मिलनी चाहिए।
लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने हमेशा देश में धर्मनिरपेक्षता का वातावरण रहे प्रयागराज में हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए सम्मेलन आयोजित कर देश में सद्भाव, भाईचारा और प्रेम से मिलकर राष्ट्र निर्माण में लगे रहने का मार्ग प्रशस्त किया। आज स्थिति बदली हुई है, यहाँ आज झूठ, लूट, निर्लज्जतापूर्वक आचरण करने में हम कोई संकोच नहीं कर रहे, बेशर्मी की हद हो गयी है, पंडित मदन मोहन मालवीय से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए, ईमानदारी, नैतिक आचरण से हमें राष्ट्र निर्माण में लगना चाहिए, तभी समाज और व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होगा।
डा0 विशन लाल गौड़ ने मालवीय जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय कथाकार के बेटे थे, विपिन्न परिवार में पैदा हुए अपनी मेहनत, लगन, ईमानदारी से वे महामना विशेषण से विभूषित हुए, उनका मानना था कि देश और विश्व का निर्माण और क्रान्तिकारी कार्य मेहनतकश मजदूर, किसान और आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों के बेटों ने किया है, मालवीय जी ने शिक्षा के क्षेत्र में जो कार्य किया, वह सराहनीय है, आज कितना ही अन्याय, अत्याचार हो रहा हो हम सवाल करना सत्ता से भूल गये है, हमें निर्भीकता पूर्वक समस्याओं के निदान के लिए सवाल करना चाहिए, उन्होंने समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष को आशीर्वाद दिया, तथा उनके वक्तव्य की सराहना की, तथा मालवीय जी के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि -
“मर जाऊं भागूँ नहीं, अपने हित के काज। परमारथ के कारज, हमें न आवै लाज”।
प्रधानाचार्य अमन सिंह ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय ने जिस संस्था की स्थापना “काशी हिन्दू विश्व विद्यालय” की की थी, उनका उद्देश्य नैतिक मूल्यों की स्थापना और ईमानदारी से समाज, देश और व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करना था, लेकिन आज शिक्षा का स्तर गिरा हुआ है, हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दे पा रहे है, हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम बच्चों को अच्छे संस्कार दें, तभी हम मालवीय जी के जन्म दिन मनाने के अधिकारी होंगे,उन्होंने सभागार में शामिल सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे, राम दुलार यादव, डा0 विशन लाल गौड़, अमन सिंह, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, सी0 पी0 सिंह, विनोद त्रिपाठी, राजेन्द्र सिंह, हुकुम सिंह, ब्रह्म प्रकाश, एस0 एन0 जायसवाल, सम्राट सिंह, मुनीव यादव, बालकरन यादव, अमर बहादुर, अखिलेश कुमार शुक्ल, देवकर्ण सिंह चौहान, चन्द्रबली मौर्य, ओम प्रकाश अरोड़ा, सतीश कुमार अग्रवाल, एच0 एल0 विद्यार्थी, अनिल मिश्र, सूरेश कुमार भारद्वाज, प्रेम चन्द पटेल, शिवम् पाण्डेय, हरिकृष्ण, विकास कुमार, अंशु ठाकुर, जग्गू यादव, गुड्डू यादव, नितेश माथुर, राम प्यारे यादव आदि ने पुष्पांजलि दी।
भवदीय
हरिशंकर यादव
(कार्यालय मंत्री)
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