वैवाहिक एवं भरण पोषण सम्बन्धी 193 मामलों व मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से सम्बन्धित कुल 73 मामलों का निस्तारण

 श्रीअनिल कुमार-दशम, जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में लगभग 1.56 लाख वादों का निस्तारण, करोड़ों रूपयों की वसूली व वसूली के आदेश पारित

विभिन्न प्रकृति के सुलह योग्य/शमनीय 75,951 वादों व राजस्व सम्बन्धी 80,154 मामलों का हुआ निस्तारण

गाजियाबाद। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय परिसर, गाजियाबाद में श्रीमान अनिल कुमार-दशम, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें श्री गौरव शर्मा, नोडल अधिकारी, श्री हीरा लाल अपर जिला जज-कोर्ट सं०-2. श्री नीरज गौतम, विशेष न्यायाधीश पोक्सो एक्ट/प्रभारी अधिकारी नजारत विभाग एवं श्री कुमार मिताक्षर, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व अन्य सम्मानित न्यायिक अधिकारीगणों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के सुलह योग्य/शमनीय 75,951 वादों का निस्तारण किया गया। इसमें अर्थदण्ड से दण्डनीय मामलों में अंकन 1,62,78,818/- रूपये अर्थदण्ड आरोपित कर वसूल किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में वैवाहिक एवं भरण पोषण सम्बन्धी 193 मामलों का निस्तारण परिवार न्यायालय द्वारा सुलह समझौते के आधार पर हुआ। लघु प्रकृति के मामलों में लेबर एक्ट, वाणिज्य अधिनियम, 26 यू०पी०एक्ट, पुलिस अधिनियम, बाट माप अधिनियम, मोटर वाहन अधिनियम, आबकारी अधिनियम, जिला परिषद अधिनियम आदि से सम्बन्धित मामलों का निस्तारण किया गया। मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से सम्बन्धित कुल 73 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारान को 1,74,75,500/- रूपये अदा किये जाने के आदेश पारित किये गये।

राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के लोन रिकवरी/बी.एस.एन.एल. से सम्बन्धित कुल 285 मामलों का निस्तारण किया गया। इसमें 3,54,88,455/- रूपये की धनराशि वसूली के आदेश पारित किये गये।

राजस्व न्यायालयों से प्राप्त सूचना के अनुसार राजस्व सम्बन्धी 80,154 मामलों का निस्तारण किया गया।


















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