"सीआरईडीएआई कन्क्लेव 2025: गाजियाबाद में स्मार्ट, डिजिटल और हरित विकास की नई दिशा"

 

सीआरईडीएआई गाजियाबाद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की  नई योजना,स्मार्ट, डिजिटल व हरित क्षेत्र मे उठाये जा रहे कदम जैसे मुद्दे रहे केंद्र में। 

गाजियाबाद। सीआरईडीएआई गाजियाबाद द्वारा आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम  सीआरईडीएआई गाज़ियाबाद कन्क्लेव 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें शहरी अवसंरचना, "ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस", विकसित भारत, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप, पब्लिक सेफ्टी, टेक्नोलॉजी और स्मार्ट सिटी जैसे समसामयिक विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम में माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण जी, राज्यसभा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नरेंद्र कश्यप जी, गाजियाबाद के माननीय सांसद श्री अतुल गर्ग जी, मेरठ के मंडलायुक्त एवं जीडीए अध्यक्ष डॉ. ऋषिकेश भास्कर यशोद, जिलाधिकारी गाजियाबाद श्री दीपक मीणा, तथा जीडीए के उपाध्यक्ष श्री अतुल वत्स सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सहभागिता की।

सभी अतिथियों द्वारा गाजियाबाद के समग्र विकास को लेकर अपने विचार साझा किए गए। खासतौर पर "ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस" और शहर को हरित एवं व्यवस्थित रूप देने पर बल दिया गया। इस दौरान गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे नवाचारों और योजनाओं की प्रस्तुति दी गई।

जीडीए की कुछ प्रमुख योजनाएं:

“पहल पोर्टल” (पब्लिक एक्सेस फॉर हाउज़िंग एंड अलॉटमेंट लॉगिन): यह पोर्टल सम्पत्तियों से जुड़े समस्त कार्यों का डिजिटल समाधान है। इसमें नामांतरण आवेदन, रजिस्ट्री के लिए स्लॉट बुकिंग, भुगतान, नो ड्यूस सर्टिफिकेट जैसी सेवाएं घर बैठे उपलब्ध होंगी।

 नई योजना – हरनंदीपुरम : उपाध्यक्ष श्री अतुल वत्स द्वारा गाजियाबाद के सुनियोजित विकास के लिए प्रस्तुत की गई यह एक अभिनव योजना है।

 मानचित्र समाधान दिवस : हर गुरुवार को मानचित्र स्वीकृति में आ रही बाधाओं के समाधान हेतु यह दिवस आयोजित किया जाता है। इसमें गूगल शीट आधारित मॉनीटरिंग और अनावश्यक एनओसी की बाध्यता को समाप्त करने जैसे कदम शामिल हैं।

 डिजिटल भारत की दिशा में जीडीए का कदम : जीडीए द्वारा ई-ऑफिस, बायोमेट्रिक सिस्टम और डिजिटल भुगतान की सुविधा लागू कर कार्यों का डिजिटलीकरण किया गया है।

 बाह्य विकास हेतु कैपेक्स फंड का इस्तेमाल व सीआरईडीएआई के साथ समन्वय : 

सड़कों और मूलभूत ढांचे के निर्माण हेतु बड़े पैमाने पर पूंजी व्यय की योजना के बारे मे प्रस्तुतीकरण दिया गया। 

जीडीए अध्यक्ष डॉ. ऋषिकेश भास्कर यशोद ने घोषणा की कि मेरठ विकास प्राधिकरण की तर्ज पर गाजियाबाद में भी शहरी योजना का 10% हिस्सा हरित विकास के लिए आरक्षित किया जाएगा। प्रदूषण को कम करने हेतु पब्लिक ट्रांसपोर्ट और ई-व्हीकल को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कोयल एन्क्लेव के पुनर्विकास प्रस्ताव हेतु उपाध्यक्ष महोदय की सराहना की, जिसे हाल ही में जीडीए बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया है।

कार्यक्रम के अंत में सीआरईडीएआई के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के साथ पैनल चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें शहर के सतत एवं स्मार्ट विकास को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

 गाजियाबाद विकास प्राधिकरण सीआरईडीएआई के साथ मिलकर शहर को एक सशक्त, हरित और तकनीकी रूप से सक्षम महानगर बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।





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