नई दिल्ली। उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सावर्जनिक वितरण मंत्री श्री रामविलास पासवान ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत नियमों और नियमावलियों को तैयार करने पर लोकसभा व राज्यसभा के कई सांसदों सहित उपभोक्ता कार्य विभाग के मौजूदा और पूर्व सचिवों तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और मीडिया कर्मियों के साथ विस्तार से चर्चा की। बैठक में नए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के विभिन्न महत्वपूर्ण पक्षों पर चर्चा की गई, जिनमें केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए), राज्य और राष्ट्रीय आयोग मध्यस्थता, ई-वाणिज्य नियम, भ्रामक विज्ञान आदि मुद्दे शामिल थे।
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए श्री पासवान ने बताया कि संसद में विधेयक पर चर्चा के दौरान जिन सांसदों ने सुझाव दिए थे, उन्हें खुली चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया, ताकि अधिक से अधिक सुझावों को नियमों में शामिल किया जा सके। श्री पासवान ने प्रसन्नता व्यक्त की कि सभी सांसदों ने दलीय राजनीति से ऊपर उठकर चर्चा में हिस्सा लिया। सांसदों ने देश के उपभोक्ताओं के जीवन को प्रभावित करने वाले तमाम महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार व्यक्त किए।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सावर्जनिक वितरण मंत्री श्री रामविलास पासवान ने सभी सांसदों, सचिवों, अधिकारियों और मीडिया कर्मियों को आमंत्रित किया कि वे नियमों व नियमावलियों को बनाने के संबंध में अपने अन्य सुझाव लिखित में 15 सितंबर, 2019 तक उपभोक्ता कार्य सचिव श्री अविनाश के. श्रीवास्तव को सौंप दें। श्री पासवान ने कहा कि मंत्रालय का प्रयास है कि सभी सुझावों पर कानूनी ढांचे के अंतर्गत विचार किया जाए और उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत समग्र नियमों और नियमावलियों का मसौदा सकारात्मक रूप से तैयार हो सके।
श्री पासवान ने कहा कि किसी भी अधिनियम के तहत नियम और नियमावली तैयार करने में आमतौर से 1 या 2 वर्ष का समय लगता है। इसके मद्देनजर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत सभी नियम अगले तीन माह में तैयार कर लिए जाएंगे और 31 दिसंबर, 2019 के पहले उन्हें अधिसूचित कर दिया जाएगा। विधेयक के दायरे से स्वास्थ्य क्षेत्र को बाहर रखने के बारे में श्री पासवान ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए नियम पूर्व की तरह कायम रहेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के विचारों पर भी गौर किया गया है और उपभोक्ता अपने अधिकारों के उल्लंघन होने पर उपभोक्ता मंचों पर अपना मामला ले जाने के लिए मुक्त हैं। कई सांसदों ने श्री रामविलास पासवान द्वारा विभिन्न दलों के साथ बैठक करने और उनके सुझाव मांगने की पहल की सराहना की। आज दिए गए कई सुझावों को दर्ज किया गया और नियमों तथा नियमावलियों में उन्हें शामिल करने पर विचार किया जाएगा।
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Tuesday 27 August 2019
दिसंबर, 2019 तक नियम बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी: श्री पासवान
प्रह्लाद सिंह पटेल ने किया 6 राज्यों के 517 स्थानीय निकायों के लिए राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण के एकीकृत एनओपीएस एकल खिड़की निस्तारण प्रणाली का शुभारंभ
नई दिल्ली। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने आज नई दिल्ली में 6 राज्यों के 517 स्थानीय निकायों के लिए राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) की एकीकृत एनओसी ऑनलाइन आवेदन और निस्तारण प्रणाली का शुभारंभ किया। इस प्रक्रिया से एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारकों के निषेध क्षेत्र में निर्माण संबंधी कार्यों के लिए एनओसी आवेदनों के ऑनलाइन निस्तारण में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर संस्कृति मंत्री ने कहा कि शहरीकरण, विकास और जनसंख्या वृद्धि के कारण भूमि की कमी हुई है। इसमें केन्द्र द्वारा संरक्षित स्मारकों की भूमि भी शामिल है। इससे स्मारक का विकास प्रभावित होता है। इसके उचित नियमन तथा लोगों की जरूरतों व विकास कार्यों को ध्यान में रखने की जरूरत है। इसके अलावा इन स्मारकों को सुरक्षित व संरक्षित रखने की भी आवश्यकता है।
श्री पटेल ने कहा कि यह वेबसाइट आम लोगों की मदद करेगा और यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया और व्यापार में सुगमता के सपनों के अनुरूप है। कई मामलों में यह देखा गया है कि लोग कानून नहीं जानते हैं और उन्हें इसका नुकसान भुगतना पड़ता है। यह एनएमए का एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे आम लोगों में जागरूकता को बढ़ावा मिलेगा।
श्री पटेल ने कहा कि एकीकृत ऑनलाइन आवेदन पोर्टल के माध्यम से आज से 6 नए राज्य शहरी, स्थानीय निकायों के साथ जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों को भी इस प्रक्रिया से जल्द ही जोड़ा जाएगा।
राज्यों और शहरी स्थानीय निकायों का विस्तृत ब्यौरा निम्न है-
मध्यप्रदेश (378)
आंध्रप्रदेश (110)
हरियाणा (15)
पंजाब (10)
झारखंड (3)
तेलंगाना (1)
पहले इस प्रणाली से केवल दिल्ली के 5 शहरी स्थानीय निकाय और मुंबई का 1 शहरी स्थानीय निकाय जुड़े थे।
इस पोर्टल को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसआरओ) के मोबाइल एप्प से एकीकृत किया गया है।
संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की स्थापना प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम, 2010 के तहत की गई है।
मुंबई में रक्षा संवाददाता कोर्स-2019 एमडब्ल्यूसी शुरू
नई दिल्ली। क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मीडिया के चुने हुए पत्रकारों के लिए एक महीने का रक्षा संवाददाता कोर्स (डीसीसी) 26 अगस्त 2019 को मैरीटाइम वारफेयर सेंटर (एमडब्ल्यूसी) में शुरू हुआ। पश्चिमी नौसैनिक कमान प्रमुख ने उद्घाटन भाषण दिया और एमडब्ल्यूसी के निदेशक ने कोर्स में भाग ले रहे 32 प्रतिभागियों का स्वागत किया। एमडब्ल्यूसी का उद्देश्य सभी स्तरों पर ऐसे पत्रकारों का एक समूह तैयार करना है, जिसे सशस्त्र सेनाओं के बारे में समझ हो और वह समुद्री माहौल से जुड़ी खबरों की रिपोर्टिंग करते समय उसके कार्य क्षेत्र से परिचित हो।
अगले एक सप्ताह इन प्रतिभागियों को नौसेना और तटरक्षक विशेषज्ञ अपने विषयों की जानकारी देंगे और उन्हें नौसेना से जुड़े कार्यों जैसे विमानवाहक पोत का परिचालन, नौसेना कूटनीति, नौसेना की मानवीय सहायता और आपदा राहत में भूमिका, नौसेना और तटरक्षक के संगठनात्मक ढांचे से अवगत कराया जाएगा। प्रतिभागी नौसैनिक और तटरक्षक जहाजों, पनडुब्बियों और नौसैनिक गोदियों का भी दौरा करेंगे। इस कोर्स के नौसैनिक हिस्से की विशेषता अग्रिम जहाजी बेड़े पर समुद्री सैन्य हमले के रूप में प्रतिभागियों द्वारा नौसेना को हरकत में देखने का अनुभव लेना है।
भारत मरुथलीकरण से निपटने में मुख्य भूमिका निभाएगा : जावड़ेकर
नई दिल्ली। भारत मरुस्थलीकरण से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीसीडी) के पक्षों के 14वें सम्मेलन (सीओपी14) की मेजबानी करेगा। ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 2 से 13 सितम्बर, 2019 तक इसका आयोजन किया जाएगा। नई दिल्ली में सम्मेलन के बारे में जानकारी देते हुए केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने मरुस्थलीकरण से निपटने के भारत के संकल्प को दोहराया। श्री जावड़ेकर ने कहा 'मरुस्थलीकरण एक विश्वव्यापी समस्या है जिससे 250 मिलियन लोग और भूमि का एक तिहाई हिस्सा प्रभावित है।' इसका मुकाबला करने के लिए भारत अगले दस वर्षों में उर्वर क्षमता खो चुकी लगभग 50 लाख हेक्टेयर भूमि को उर्वर भूमि में बदल देगा। इसमें नई दिल्ली घोषणा पत्र के प्रावधानों को लागू किया जाएगा, जिन्हें सम्मेलन की समाप्ति पर स्वीकार किया जाएगा और देहरादून में एक उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री ने भूमि के उपयोग और उसके प्रबंधन की दिशा में निरंतर कार्य करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा,'यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि पर्यावरण की रक्षा करने के लिए हम अपने कर्तव्य का पालन करें और यह सुनिश्चित करें कि उस पर कोई खराब प्रभाव नहीं पड़े।' अगले दो वर्ष के लिए यूएनसीसीडी सीओपी के अध्यक्ष के रूप में भारत की प्रमुख भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा, 'मरुस्थलीकरण से निपटना दुनिया का साझा संकल्प है और भारत इसमें प्रमुख भूमिका निभाएगा तथा अन्य देशों के समर्थन को संज्ञान में लेते हुए विश्व को एक रचनात्मक दिशा की ओर ले जाएगा।'
11 दिवसीय सम्मेलन में 196 देशों के प्रतिनिधि अपनी विशेज्ञता प्रस्तुत करेंगे और उसे साझा करेंगे तथा अपने लक्ष्यों को हासिल करने के संबंध में संक्षिप्त विवरण देंगे। इनमें राष्ट्रीय और स्थानीय सरकारों के वैज्ञानिक और प्रतिनिधि, दुनिया के प्रमुख उद्योगपति, एनजीओ, प्रकृति से जुड़े संगठन, युवा समूह, पत्रकार तथा सामुदायिक समूह शामिल हैं।
सम्मेलन की शुरूआत दिसंबर, 1996 में हुई थी। यह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी) और जैविकीय विविधता पर सम्मेलन (सीबीडी) के साथ तीन रियो सम्मेलनों में से एक है। भारत ने यूएनसीसीडी पर 14 अक्टूबर, 1994 को हस्ताक्षर किए थे और 17 दिसंबर, 1996 को इसकी पुष्टि की थी। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य प्रभावित इलाकों में दीर्घकालिक समेकित रणनीतियों को शामिल करना है, जिनकी मदद से प्रभावित इलाकों में, भूमि की बेहतर उत्पादकता, और पुनर्वास, संरक्षण और भूमि तथा जल संसाधनों के निरंतर प्रबंधन पर भी ध्यान दिया जा सके ताकि उन देशों में मरुस्थलीकरण से निपटा जा सके और सूखे के प्रभावों को कम किया जा सके, जहां भयंकर सूखा पड़ता है तथा/अथवा मरुस्थलीकरण है। इससे रहन-सहन की स्थितियों में खासतौर से सामुदायिक स्तर पर पर सुधार होगा।
सम्मेलन के 197 पक्ष सूखे वाले क्षेत्रों में लोगों की रहन-सहन की स्थितियों में सुधार, भूमि और मिट्टी की उत्पादकता को बरकरार रखने और बहाल करने तथा सूखे के प्रभावों को कम करने के लिए मिलकर कार्य करेंगे। यूएनसीसीडी मरुस्थलीकरण और उर्वर क्षमता खो चुकी भूमि से निपटने में स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रत्येक आकांक्षी जिले में एक सामुदायिक रेडियो की स्थापना सरकार की प्राथमिकता : श्री अमित खरे
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अमित खरे ने आज नई दिल्ली स्थित डॉ. बी.आर. अंबेदकर भवन में आयोजित 7वें सामुदायिक रेडियो सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर देश में कार्यरत सभी सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के प्रतिनिधि तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
अमित खरे ने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर आधारित एक पोस्टर प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
उद्घाटन अवसर पर श्री खरे ने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के उत्साह की प्रशंसा की और कहा कि वे देश में सामुदायिक रेडियो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने सामुदायिक रेडियो के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि आपदाओ के वक्त सूचनाओं को तेजी से पहुंचाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि इन स्टेशनों में कार्यरत व्यक्तियों के मेहनत से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव दिखाई पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो के लिये स्थानीय भाषा में सामग्री की आवश्यकता होती है। सामुदायिक रेडियो स्थानीय स्तर पर इन सूचनाओं का प्रसार करने के लिये हब की भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक जिले में एक सामुदायिक रेडियो केन्द्र होना चाहिये और प्रत्येक आकांक्षी जिले में सामुदायिक रेडियो की स्थापना को प्राथमिकता दी जानी चाहिये। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से आग्रह किया कि उन्हें सामुदायिक रेडियो अपनाने के संदर्भ में ब्रांड एम्बेसेडर की भूमिका निभानी चाहिए।
सम्मेलन की थीम के बारे में श्री खरे ने कहा कि सामुदायिक रेडियो की सामग्री और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के बीच परस्पर संबंध बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने सामुदायिक रेडियो प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि उन्हें सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचानी चाहिए। उन्होंने प्रतिनिधियों से कहा कि उन्हें स्थानीय स्तर पर शिक्षकों और खिलाड़ियों जैसे आदर्श व्यक्तियों का चयन करना चाहिए। इससे लोगों तक संदेश पहुंचाने की प्रक्रिया प्रभावी सिद्ध होगी।
इस अवसर पर श्री अमित खरे ने एक लघु फिल्म को लांच किया, जो सामुदायिक रेडियो स्टेशन की स्थापना की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से दिखाती है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अवर सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा कि सामुदायिक रेडियो स्थानीय लोगों को अवसर प्रदान करने का एक प्लेटफार्म है और यह सामुदायों के सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एसडीजी की थीम है-'किसी को पीछे नहीं छोड़ना है'। व्यक्ति को समुदाय के साथ जोड़ने से तथा समुदाय को राष्ट्र के साथ जोड़ने के साथ सामुदायिक रेडियो मजबूत बनेगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री टी. सी. ए. कल्याणी ने देश के सभी भागों से आये सामुदायिक रेडियो प्रतिनिधियों को एक मिनी भारत की संज्ञा देते हुए कहा कि क्षमता निर्माण के जरिये सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की निरंतरता को बनाये रखा जा सकता है।
द एसडीजी जर्नी – लीविंग नो वन बिहाइंड पर आधारित दीक्षांत सत्र की अध्यक्षता नीति आयोग के वरिष्ठ सलाहकार श्री राकेश रंजन ने की, जबकि सामुदायिक रेडियो : मुद्दे, विचार और अनुभव की अध्यक्षता पत्र सूचना कार्यालय की पूर्व महानिदेशक सुश्री एस्थर कार ने की। इस सत्र में सोशल मीडिया के जरिये सामग्री प्रबंधन, अनुसंधान, प्रोडक्शन, प्रसारण और सामग्री के प्रसार जैसे विषयों पर चर्चा की गई। आकांक्षी जिलों, आपदा संभावित क्षेत्रों, एलडब्ल्यूई क्षेत्रों में स्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशनों ने अपने अनुभाव साझा किये। प्रतिनिधियों ने एसडीजी, प्रशासन और पोषण जैसे विषयों के लिए सरकार के साथ जुड़कर कार्य करने के संदर्भ में अपने अनुभव साझा किए।
पूर्वोत्तर भारत के आर्थिक विकास के लिए विद्युत क्षेत्र का विकास अनिवार्य है: श्री सिंह
सुबानसिरी लोअर पनबिजली परियोजना से विद्युत आपूर्ति के लिए अरुणाचल प्रदेश और एनएचपीसी लिमिटेड के बीच पीपीए पर हस्ताक्षर
नई दिल्ली। बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री आर के सिंह ने कहा है कि पूर्वोत्तर भारत का विकास केन्द्र सरकार की उच्च प्राथमिकता है और इन राज्यों के आर्थिक विकास के लिए विद्युत क्षेत्र का विकास पहली शर्त है। उन्होंने आज गुवाहाटी में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्य सचिवों और प्रधान सचिवों की बैठक में यह कहा। बैठक में बिजली मंत्रालय के आला अधिकारियों और डिस्कॉम के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
श्री आर के सिंह ने कहा कि विद्युत क्षेत्र में पिछले तीन-चार वर्षों के दौरान तमाम उपलब्धियां हासिल की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रणाली को कायम रखने के लिए समवेत प्रयासों की जरूरत है। 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए हमें घाटे को कम करना होगा और डिस्कॉम में सुधार करना होगा। श्री सिंह ने कहा कि केन्द्रीय सरकार की योजनाओं के लिए अनुदान केवल उन्हीं राज्यों को उपलब्ध कराया जाएगा, जो घाटे में कमी लाने जैसे अन्य सुधार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर भारत में अपार पनबिजली क्षमता मौजूद है और पनबिजली परियोजनाओं में राज्य सरकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है। श्री सिंह ने क्षेत्र में पनबिजली विकास को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया और सभी हितधारकों से अपील की कि वे इस क्षमता का दोहन करने के लिए नजदीकी सहयोग करें। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में पनबिजली परियोजनाओं के विकास ने राज्य की समृद्धि में बहुत योगदान किया है। इसी तरह पूर्वोत्तर राज्य भी पनबिजली परियोजनाओं के विकास से लाभ उठा सकते हैं।
बैठक के दौरान श्री आर के सिंह ने पूर्वोत्तर राज्यों में विद्युत क्षेत्र के विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं की समीक्षा की, जिसमें एकीकृत विद्युत विकास योजना (आईपीडीएस), दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई), प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) और आर-एआरडीआरपी योजनाएं शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के लिए आईपीडीएस के तहत 1797.43 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
इस अवसर पर सुबानसिरी लोअर पनबिजली परियोजना से विद्युत आपूर्ति के लिए अरुणाचल प्रदेश और एनएचपीसी लिमिटेड के बीच पीपीए पर हस्ताक्षर किए गए।
अगले कौशल केंद्र के रूप में डॉ पांडे ने भारत का मजबूत मामला किया पेश
नई दिल्ली। केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे ने चालीस देशों के मंत्रियों और प्रतिनिधियों से सभी ट्रेडों में अपने कौशल का प्रदर्शन करने के उद्देश्य के लिए वैश्विक मंच का अधिक से अधिक उपयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सभी देशों की आर्थिक प्रगति के लिए कौशल को एक सीढ़ी के रूप में उपयोग करने के लिए एकजुट होना सरकार और उद्योग दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी देश भारत के जनसाख्यिकीय लाभांश का लाभ उठा सकते हैं। भारत के युवा उनकी प्रगति और विकास में योगदान दे सकते हैं। डॉ. पांडे कजान, रूस में चल रहे द्विवार्षिक कार्यक्रम विश्व कौशल अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग ले रहे विभिन्न देशों के मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस प्रतियोगिता में 48 सदस्यों का भारतीय दल भाग ले रहा है। यह दल मोबाइल रोबोटिक्स,प्रोटोटाइप मॉडलिंग, हेयरड्रेसिंग, बेकिंग, कन्फेक्शनरी और पेटीसेरी, वेल्डिंग, ईंट बिछाने, कार पेंटिंग, फ्लोरिस्ट्री आदि जैसी ट्रेडों में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में भाग ले रहा है।
इस प्रतियोगिता से इतर आयोजित मंत्रियों के इस सम्मेलन में 40 अन्य देशों के सरकारी प्रतिनिधियों और अन्य श्रोताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपने विशिष्ट जनसांख्यिकीए लाभांश की क्षमता का उपयोग करने के लिए सभी आवश्यक प्रयास कर रहा है। भारत 27.6 वर्ष की औसत आयु के साथ एक युवा राष्ट्र है। 2022-34 के दौरान देश में सबसे बड़ी कामकाजी आबादी होगी। हमने सक्षम कौशल से युक्त युवा कार्य बल को मजबूत बनाने के लिए कौशल विकास के वैश्विक मानक अपनाए हैं। हमने युवाओं के कौशल स्तर में बढ़ोतरी के लिए अंतर्राष्ट्रीय भर्तियों सहित इस कार्यबल के लिए अवसर जुटाने के उद्देश्य से अनेक पहल की हैं।
भारत को अगला कौशल केंद्र बनाने का मजबूत मामला पेश करते हुए डॉ. पांडे ने कहा कि हर साल देश के कार्यबल में एक करोड़ युवा शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि बहु-कौशल अवसर उपलब्ध कराने के लिए कम समय में कौशल विकास और उद्योग के साथ प्रशिक्षण दिलाना एक बड़ी चुनौती है। इन कार्यक्रमों से युवाओं की रोजगार संबंधी योग्यता बढ़ाने के उद्देश्य से भारत ने 200 से 600 घंटों की अवधि का एक मॉड्यूलर क्षमता आधारित कार्यक्रम अपनाया है। उन्होंने कहा कि हम लोग उद्योग आधारित प्रशिक्षु कार्यक्रम पर भी जोर दे रहे हैं ताकि श्रम बाजार में जा रहे युवाओं को इंडस्ट्री द्वारा इन-हाउस प्रशिक्षण मिल सके।डॉ. पांडे ने जोर देते हुए कहा कि युवाओं के कौशल और उनके उत्साह को बढ़ाने के लिए सरकार, उद्योग और शैक्षिक संस्थानों के बीच एक लाभदायक साझेदारी जरूरी है।
डॉ. पांडे ने कहा कि सरकार, उद्योग और शिक्षाविदों के बीच लाभदायक भागीदारी, युवाओं के कौशल और उमंग के समावेश के लिए आवश्यक है। भारत ने श्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय प्रक्रियाओं और कामकाज के माहौल से युवा कार्यबल को परिचित कराने के लिए अनेक देशों के साथ सहयोग किया है। अक्तूबर 2017 में उनके मंत्रालय ने जापान के साथ सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। एनएसडीसी ने संयुक्त अरब अमीरात में अमीरात ड्राइविंग संस्थान के साथ भी सहयोग किया था। इस भागीदारी का उद्देश्य भारत में चालक प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना के अलावा संयुक्त अरब अमीरात और मिडिल ईस्ट के अन्य देशों में अच्छे चालकों की जरूरतों को पूरा करना है। उन्होंने कजान, रूस में विश्व कौशल में कौशल भारत मंडप का भी उद्घाटन किया। इस मंडप में हमारे देश के सौंदर्य-भारत की विविध संस्कृति के अनुभवों और विविधता में एकता, का प्रदर्शन किया गया है।
तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्कार 2018 की घोषणा
नई दिल्ली। तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्कार रोमांच, युवाओं में सहनशक्ति की भावना विकसित करने के लिए प्रोत्साहन देने, जोखिम उठाने, टीमवर्क में सहयोग देने और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में त्वरित, एकदम तैयार और प्रभावी प्रतिक्रिया और साहसिक गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए युवा लोगों को प्रोत्साहन उपलब्ध कराने जैसे क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए प्रतिवर्ष दिए जाते हैं।
यह पुरस्कार चार श्रेणियों-भू साहसिक कार्य, जल साहसिक कार्य, वायु रोमांच और जीवन पर्यन्त उपलब्धि के क्षेत्र में दिया जाता है। इस वर्ष सचिव (युवा मामले) की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय चयन समिति का गठन किया गया था। इस समिति में साहसिक कार्य क्षेत्र के विशेषज्ञ सदस्य हैं।
समिति की सिफारिशों और उचित जांच के बाद सरकार ने सुश्री अपर्णा कुमार—भू साहसिक कार्य, स्वर्गीय श्री दीपांकर घोष—भू साहसिक कार्य, श्री मणिकंदन के.—भू साहसिक कार्य, श्री प्रभात राजू कोली—जल साहसिक कार्य, श्री रामेश्वर जांगड़ा—वायु साहसिक कार्य, श्री वांगचुक शेरपा—जीवन पर्यन्त उपलब्धि निम्नलिखित व्यक्तियों को पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद 29 अगस्त, 2019 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में अन्य खेल पुरस्कार विजेताओं के साथ इन पुरस्कार विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कार में प्रतिमा, प्रमाण-पत्र और पांच-पांच लाख रुपए की नकद राशि प्रदान की जाएगी।
लोनी को अपराध मुक्त बनाने में प्रयासरत सीओ लोनी राजकुमार पाण्डेय
पुलिस विभाग द्वारा चोर/लूटरों और अपराधियों के धरपकड़ अभियान के तहत लोनी थाना क्षेत्र के डीएलएफ अंकुर विहार में सीओ लोनी राजकुमार पांडे व इंस्पेक्टर बीके त्रिपाठी ने पुलिस फोर्स के साथ पैदल मार्च किया।
नाली व इंटरलॉकिंग टाईल्स का निर्माण कार्य प्रगति पर
वार्ड 64 गरिमा गार्डन की मास्टर कॉलोनी में केतन वाली गली में नाली व इंटरलॉकिंग टाईल्स का निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए तेजपाल सिंह राणा निगम पार्षद वार्ड 64 गरिमा गार्डन नगर निगम ग़ाज़ियाबाद
पुलिस विभाग हुआ चौकन्ना डी0एम0 का थानो का ताबडतौड औचक निरीक्षण
गाजियाबद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने आज पुनः औचक निरीक्षण से थानो में खलबली मचा दी। बिना सूचना दिये जिलाधिकारी सबसे पहले सिहानी गेट पहुंचे। सिहानी गेट थाने में उन्होंने मौजूद फरियादियो, पुलिस कर्मियो और इन्सपेक्टर से अलग अलग बातचीत की। फिर उन्हांने इन्स्पेक्टर से थाने के अभिलेखो को मंगाकर जांच पडताल की। जिलाधिकारी ने थाना सिहानी गेट में बढते हुए वाहन चोरी के मामले की घटनाओ को रोकने तथा वाहनो की बरामदगी पर विशेष जोर दिया। थाने में 100 वाहनो के चोरी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी परन्तु उनमे से 27 बरामद हुए है। इसके अलावा उन्होंने चोरी की घटना की रोकथाम के लिए थाने में हो रहे प्रयासो की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने किरायेदार एवं घरेलू नौकरो के सत्यापन रजिस्टर की भी समीक्षा की गयी। इस रजिस्टर में 1448 लोगो के नाम सत्यापन हेतु दर्ज हुए है। जिलाधिकारी ने प्रभारी निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि थाना सिहानी गेट का क्षेत्र अत्यधिक बड़ा है जिसमें नवयुग मार्के, लौहिया नगर, पटेल नगर, मालीवाडा, अम्बेडकर नगर, नेहरू नगर, अशोक नगर,मेरठ रोड, नन्द ग्राम आदि एरिया शामिल है और बहुत कम संख्या में किरायेदार और घरेलू नौकरो का सत्यापन होना चिन्ता की बात है। थाना सिहानी गेट के एरिया के नागरिको को जागरूक बनाये कि वह अपने घर काम करने वाले नौकरो एवं किरायेदारो का ब्यौरा थाने को जरूर उपलब्ध कराये तथा उनका सत्यापन कराये। जिलाधिकारी ने इस कार्य हेतु रेजीडेन्ट वेलफेयर एसोसियेशन एवं सिविल डिफेंस का सहयोग लेने के निर्देश दिये। थाना सिहानी गेट से जिलाधिकारी सीधे कोतवाली पहुंचे और पूरे कोतवाली परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने कोतवाली में बन रहे साईबर सैल का निरीक्षण किया और जनपद में साईबर अपराध से जुडे अपराधो की समीक्षा भी की। साईबर सैल को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने साईबर सैल में काम करने वाले पुलिस कर्मचारियो से बातचीत की, और साईबर ज्ञान की समक्षा की गयी। कोतवाली के बाद जिलाधिकारी अचानक थाना कविनगर पहुंचे । कवि नगर थाने में उन्होंने भूमि सम्बन्धी विवाद रजिस्टर का औचक निरीक्षण किया । भूमि सम्बन्धी कम मामले दर्ज होने पर उन्होंने थानाध्यक्ष को गम्भीरता बरतने के निर्देश दिये। थाना कवि नगर में 400 वाहन चोरी के मामले दर्ज है जिसमें से 97 वाहन बरामद हो चुके है। वाहनो की बरामदगी की कम प्रगति पर उन्होंने कार्य योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि वाहनो को काटने की कार्यवाही जनपद के बाहर जहां कही भी होती हो, उन पर कडी निगरानी रखी जाये और उस जिले के पुलिस/जिला प्रशासन को लिखा जाये ।
जिलाधिकारी ने तीन थानो के औचक निरीक्षण में समाधान दिवस पर जो प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह एवं तृतीय सप्ताह को मनाया जाता है, पर कम आवेदको की शिकायत दर्ज करने पर समीक्षा किये जाने की बात कही। थाना समाधान दिवस पर फरियादियो की कम उपस्थिति जागरूकता का अभाव हो सकता है, इसलिए उन्होंने सभी थानाध्यक्षो को निर्देशित किया गया कि वह समाधान दिवस का प्रचार प्रसार कराये। जिलाधिकारी ने आई0जी0आर0एस0 पोर्टल, मुख्य मंत्री पोर्टल पर लम्बित शिकायतो की विशेष समीक्षा औचक निरीक्षण के दौरान की । प्रत्येक थाने में दिवस अधिकारी की तैनाती किये जाने के निर्देश है। जिलाधिकारी ने उनका नाम, मौबाईल नम्बर दिवस अधिकारी के पटल पर प्रर्दशित किये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी के साथ औचक निरीक्षण में अपर जिलाधिकारी नगर एवं वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी उपस्थित थे ।
अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझते हैं एसएचओ नरेश कुमार सिंह
पुलिस विभाग द्वारा चोर/लूटरों और अपराधियों के धरपकड़ अभियान के तहत वाहनों की चैकिंग करते हुए मसूरी एसएचओ नरेश कुमार सिंह और उनकी टीम।
संपूर्ण सृष्टि की कल्याण कामना है भारतीय साहित्य की चेतना में: पूर्व न्यायमूर्ति शंभूनाथ श्रीवास्तव
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति व छत्तीसगढ़ के लोकायुक्त श्री शंभूनाथ श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय साहित्य की चेतना में संपूर्ण सृष्टि की कल्याण कामना है।
न्यायमूर्ति श्री श्रीवास्तव ने इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती के प्रदेश अधिवेशन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के सहयोग से राजघाट, नई दिल्ली में रविवार को आयोजित इस अधिवेशन का मुख्य विषय था-हमारी साहित्य परंपरा।
उन्होंने आगे कहा कि समाज को प्रेरणा देने की शक्ति साहित्य में है। हमारे संतों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से राष्ट्र को जोड़ने का काम किया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती एवं दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. रामशरण गौड़ ने कहा कि हमारा प्राचीन साहित्य महान् है। उससे प्रेरित होकर हमें ऐसा साहित्य रचना है जो उदात्त भावनाओं से पुष्ट हो और जिससे संवेदनाएं जागृत हो सकें।
विशिष्ट अतिथि के नाते केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक डॉ. नंदकिशोर पांडेय ने कहा कि साहित्य जीवन को सुखमय बनाता है। भारतीय साहित्य परंपरा मनुष्य ही नहीं, अपितु जीव-जंतु की रक्षा के साथ खड़ा होता है। यह परंपरा तेज, स्वाभिमान और रक्षण की परंपरा है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन की संपूर्णता जिससे परिचालित होती है वह भारतीय साहित्य का आधार है। साहित्य जीवन में रस का संचार करता है। यह जीवन में उल्लास बढ़ाता है। करूणा, त्याग, संयम, अपरिग्रह के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि टुकड़े-टुकड़े में तमाम प्रकार के विखंडन को देखते रहना, यह हमारी साहित्यिक परंपरा नहीं है। विभिन्नताओं के बीच समन्वय के सूत्र में पिरोना, यह भारतीय साहित्य की परंपरा है।
मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री ऋषि कुमार मिश्र ने परिषद् के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे सारे कार्यक्रम भारतीयता से समन्वित रहते हैं। उन्होंने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि समाज के हर क्षेत्र में फैले हुए प्रदूषण से साहित्य भी प्रभावित हुआ है। रामायण-महाभारत में राम-कृष्ण जैसे चरित्र-चित्रण हुए, बाद में महाराणा प्रताप-शिवाजी जैसे। इन सब चरित्रों ने आम जन को प्रेरित किया। श्री मिश्र ने कहा कि भारतीय इतिहास के तेजस्वी नायकों का चरित्र-चित्रण किया जाना चाहिए, जिससे लोग प्रेरणा ले सकें।
हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. पूर्णमल गौड़ ने अकादमी द्वारा साहित्यकारों के सम्मान के लिए प्रारंभ किए गए पुरस्कारों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वेदव्यास कुण्डू ने कहा कि हमारे सामने चुनौती है कि वैश्विक स्तर पर हम अपने साहित्य को कैसे प्रस्तुत करें। मंगल सृष्टि न्यास के सचिव श्री तिलक चांदना ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए जिससे साहित्यकारों का आपस में संवाद हो सके।
इस सत्र का संचालन इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती की संयुक्त महामंत्री डॉ. नीलम राठी ने और धन्यवाद ज्ञापन अधिवेशन के संयोजक श्री भुवनेश सिंघल ने किया।
द्वितीय सत्र का विषय था-हमारी साहित्य परंपरा। इस सत्र को संबोधित करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार श्री मुन्नालाल जैन ने कहा कि रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथ हमें संस्कारित करते हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अरुण कुमार भगत ने वामपंथी साहित्यकारों पर प्रहार करते हुए कहा कि वे यथार्थ के नाम पर नग्नता परोसते हैं, समाज के केवल विद्रूप चेहरे को प्रस्तुत करते हैं, इससे समाज में नकारात्मकता का प्रसार होता है। आज समाज के सकारात्मक पहलुओं को उजागर करने की आवश्यकता है। डॉ. भगत ने आध्यात्मिक चेतना से युक्त साहित्य लिखे जाने पर बल दिया। मुख्य वक्ता के नाते केंद्रीय हिंदी निदेशालय के पूर्व निदेशक डॉ. रविप्रकाश टेकचंदानी ने सिन्धी भाषा, साहित्य व संस्कृति की महत्ता को प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत को समझना है तो सिंध-सिंधी साहित्य के बिना नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा कि हम टुकड़ों में विचार नहीं करते अपितु भारत को संपूर्णता में देखते हैं। सुप्रसिद्ध कवि श्री हेमंत शर्मा 'दिल' ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस सत्र का संचालन इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती के मंत्री श्री संजीव सिन्हा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री जय सिंह आर्य ने किया।
तृतीय सत्र का विषय था- हमारी साहित्य परंपरा में गांधीजी का योगदान। इस सत्र को संबोधित करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अवनिजेश अवस्थी ने कहा कि गांधीजी ने अपने आचरण और शब्दों में भारतीय विचार का आग्रह रखा। डॉ. अवस्थी ने कहा कि गांधी विचार का भारतीय साहित्य पर अच्छा प्रभाव पड़ा है। तीन बड़े रचनाकार प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद और रवींद्रनाथ टैगोर की रचनाओं में यह विचार प्रखरता से प्रस्तुत हुआ है। इस दृष्टि से रंगभूमि, कामायनी, कामना कृति उल्लेखनीय है। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विनोद बब्बर ने कहा कि गांधीजी ने सबको, विशेष रूप से समाज के उपेक्षितों को जोड़ने का काम किया। गांधीजी भारतीय परंपरा के साथ रहे। मुख्य वक्ता के रूप में सेवा इंटरनेशनल के निदेशक डॉ. श्याम परांडे ने कहा कि गांधीजी भारतीय भाषाओं के प्रबल पक्षधर थे। इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ. कमल किशोर गोयनका ने कहा कि गांधी शाश्वत विषय है। इससे मुक्ति असंभव है। गांधीजी पर जितना साहित्य प्रकाशित हुआ है उतना किसी और पर नहीं। इसके बाद भी गांधीजी पर काम करने की बहुत गुंजाइश है। डॉ. गोयनका ने एक सवाल भी खड़ा किया कि आजादी के बाद गांधीजी का प्रभाव साहित्य में क्यों खत्म हो गया? इस पर विचार किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भक्तिकाल भारतीय जीवन-मूल्यों की श्रेष्ठतम उपलब्धि है। इस सत्र का संचालन आर्य विदुषी श्रीमती सुनीता बग्गा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के कोषाध्यक्ष श्री शांति स्याल ने किया।
चतुर्थ सत्र में समारोप एवं सम्मान कार्यक्रम संपन्न हुआ। इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती के अध्यक्ष डॉ. रामशरण गौड़ ने कहा कि हमें अपनी लम्बी रेखा खींचनी है। समाज में जो कुप्रवृत्तियां आ रही हैं उनके विरुद्ध खड़े होने की जरूरत है।
मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री ऋषि कुमार मिश्र ने कहा कि राष्ट्रीय विचारों से ओत-प्रोत साहित्य का सृजन वर्तमान समय की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली प्रांत प्रौढ़ प्रमुख श्री उत्तम प्रकाश ने समारोप उद्बोधन देते हुए कहा कि परंपरा से पद्धति, पद्धति से संस्कार, और संस्कार जब आचरण में उतरता है तो धर्म बन जाता है। उन्होंने कहा कि साहित्य सोये समाज को जगाने का काम करता है। गीता जीने का समय आ गया है।
समारोह सत्र की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मालती ने कहा कि हमारा अतीत गौरवशाली है। हमें इससे प्रेरित होकर ऐसा साहित्य रचना है जो जन-जन में नैतिकता को पुष्ट करे।
समारोप सत्र को संबोधित करते हुए इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती के संगठन महामंत्री श्री प्रवीण आर्य ने कहा कि वर्तमान साहित्यिक परिदृश्य में हमें अच्छा रचना होगा और संघर्ष के मोर्चे पर भी साहित्यकारों को खड़ा होना होगा।
इस प्रदेश अधिवेशन में राष्ट्रीय विचारों से अनुप्राणित साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों को सम्मानित किया गया, जिनमें लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार श्री जीत सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मालती, सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. देवेंद्र आर्य, वरिष्ठ फिल्मकार श्री सुरेश जिंदल, गीतकार डॉ. कीर्ति काले, केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक डॉ. नंदकिशोर पांडे एवं सांस्कृतिक गौरव संस्थान के परामर्शदाता डॉ. महेश चंद गुप्त के नाम उल्लेखनीय हैं।
इस सत्र का संचालन इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती के महामंत्री श्री मनोज शर्मा ने और धन्यवाद ज्ञापन श्री भुवनेश सिंघल ने किया।
इस प्रदेश अधिवेशन में बड़ी संख्या में साहित्यकारों एवं शोधार्थियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
1 से 19 वर्ष के बच्चों को खिलाई जायेंगी पेट से कीड़े निकालने की दवाई
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस और शिक्षा विभाग के सहयोग से बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर एक से 19 वर्ष के सभी बच्चों और किशोरों को कीड़े निकालने वाली गोली एलबेंडाजोल खिलाई जाएगी। अभियान की शुरूआत जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय इंद्रगढ़ी स्थिति प्राथमिक विद्यालय से करेंगे। यह जानकारी एसीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने मंगलवार को दी। उन्होंने कहा कि उस दिन सभी अभिभावक अपने बच्चों को अच्छे से नाश्ता कराकर स्कूल भेजें। दरअसल इस गोली को खाली पेट नहीं खिलाया जाता। गोली खिलाने के लिए अभियान में लगे सभी विभागों को प्रशिक्षण दिया गया है।
एसीएमओ ने बताया कि बच्चे के पेट में कीड़े होने से उसका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग हर वर्ष दो बार अभियान चलाकर बच्चों को कीड़े निकालने वाली गोली एलबेंडाजोल खिलाता है। इस गोली को मुंह में अच्छी तरह चबाने के बाद पानी के साथ निगलना होता है। एक से दो वर्ष के बच्चों को गोली चबाने में दिक्कत होती है, इसलिए उन्हें केवल आधी गोली को पीसकर देनी होती है। दो से 19 वर्ष तक के बच्चों और किशोरों को एक गोली चबाकर खानी होती है।
एसीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी को सवा लाख गोलियां उपलब्ध कराई गई हैं। यह गोलियां शहरी आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए हैं। इसके अलावा डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) को तीन लाख गोलियां उपलब्ध कराई गई हैं। एसीएमओ ने बताया कि इसके अलावा जनपद के चारों ब्लॉकों को तीन लाख से अधिक गोलियां उपलब्ध कराई गई हैं। ब्लॉकों से यह गोलियां ग्रामीण क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजी जाएंगी।
उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर अभियान चलाकर एक साथ सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर कीड़े निकालने वाली गोली खिलाई जाएगी। इसके बाद जो बच्चे गोली खाने से रह जाएंगे, उन्हें 4 सितम्बर तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को कीड़े निकालने वाली दवा अवश्य खिलाएं। बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए यह बहुत जरूरी है।
बेसिक लाइफ सपोर्ट से बच सकती है मरीजों की जान: डा.विवेक
-आरएचएएम के तत्वावधान में सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल मे सेमिनार का आयोजन
गाजियाबाद: जब किसी व्यक्ति की धड़कन व सांस अचानक रुक जाये, किसी को दिल का दौरा पड़ जाये और उस वक्त चिकित्सकीय उपचार चाह कर भी न मिल पाए तो ऐसे मौके पर बेसिक लाइफ सपोर्ट उस व्यक्ति की जान बचाने में काफी सहायक साबित हो सकती है। ये बातें मंगलवार को सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में बेसिक लाइफ सपोर्ट पर आयोजित सेमिनार में मैक्स अस्पताल के डा.विवेक (कार्डियोपल्मोनरी) ने कही।
संकल्प स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के तत्वावधान में रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद हैरिटेज, रोटरी क्लब ऑफ मावेरिक्स तथा मैक्स अस्पताल द्वारा बुलंदशहर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में बेसिक लाइफ सपोर्ट पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को सीपीआर के बारे में जानकारी दी गई। डा.विवेक ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि सीपीआर एक आपातकालीन स्थिति में प्रयोग की जाने वाली प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की धड़कन या सांस रुक जाने पर प्रयोग की जाती है। सीपीआर में बेहोश व्यक्ति को सांसें दी जाती हैं, जिससे फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है और सांस वापस आने तक या दिल की धड़कन सामान्य होने तक छाती को दबाया जाता है जिससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है। हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, डूबना, सांस घुटना और करंट लगना जैसी स्थितियों में सीपीआर की आवश्यकता हो सकती है। इससे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। डाक्टर ने सीपीआर देने का तरीका बताते हुए कहा कि जरूरतमंद व्यक्ति को एक समतल जगह पर पीठ के बल लिटा दें। व्यक्ति के कंधों के पास घुटनों के बल बैठ जाएं। अपनी एक हाथ की हथेली को व्यक्ति की छाती के बीच में रखें। दूसरे हाथ की हथेली को पहले हाथ की हथेली के ऊपर रखें। अपनी कोहनी को सीधा रखें और कंधों को व्यक्ति की छाती के ऊपर सिधाई में रखें। अपने ऊपर के शरीर के वजन का इस्तेमाल करते हुए व्यक्ति की छाती को कम से कम 2 इंच (5 सेंटीमीटर) और ज्यादा से ज्यादा 2.5 इंच (6 सेंटीमीटर) तक दबाएं और छोड़ें। एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें। यदि आपको सीपीआर देना नहीं आता है, तो व्यक्ति के हिलने डुलने तक या मदद आने तक उसकी छाती दबाते रहें। यदि आपको सीपीआर देना आता है और आपने 30 बार व्यक्ति की छाती को दबाया है, तो उसकी ठोड़ी को उठाएं जिससे उसका सिर पीछे की ओर झुकेगा और उसकी श्वसन नली खुलेगी।
वहीं संकल्प स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के चेयर डा.धीरज भार्गव ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि घायल व्यक्ति को सांस देने के दो तरीके होते हैं, 'मुंह से मुंह' में सांस देना और 'मुंह से नाक' में सांस देना। यदि व्यक्ति का मुंह बुरी तरह से घायल है और खुल नहीं सकता, तो उसे नाक में सांस दिया जाता है। व्यक्ति की ठोड़ी ऊपर उठाएं और मुंह से सांस देने से पहले व्यक्ति की नाक को बंद करें। पहले एक सेकंड के लिए व्यक्ति को सांस दें और देखें कि क्या उसकी छाती ऊपर उठ रही है। अगर उठ रही है, तो दूसरी दें। अगर नहीं उठ रही है, तो फिर से व्यक्ति की ठोड़ी ऊपर उठाएं और सांस दें। व्यक्ति को बहुत अधिक या बहुत जोर लगाकर सांस न दें।
इस दौरान रोटरी क्लब ऑफ इंदिरापुरम गैलोर की अध्यक्ष पूनम बाला, गाजियाबाद हैरिटेज के अध्यक्ष रंजीत खत्री, मावेरिक्स के अध्यक्ष मुकेश, गाजियाबाद मेट्रो के अध्यक्ष अंशुल जैन, संदीप मिगलानी, राजेश मिश्रा, नमन जैन, अपूर्व राज, विक्रम, अतुल अग्रवाल, नूपुर खत्री, मैक्स अस्पताल से रोशन, स्कूल से नमन जैन व सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
आईएमटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में संचारी रोगों के प्रति ग्राम प्रधानों को किया जागरूक
2 सितम्बर से शुरू होने वाले अभियान की दी गई जानकारी
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को महानगर स्थित आईएमटी के सभागार में प्रधान सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन के दौरान ग्राम प्रधानों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया गया और साथ इन रोगों पर नियंत्रण पाने के तरीकों की भी जानकारी दी गई। ग्राम प्रधानों को बताया कि मच्छरों का प्रकोप कम करने के लिए क्या करें। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) रमेश रंजन, सीएमओ डा. एनके गुप्ता के अलावा जिला मलेरिया अधिकारी डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
जिला मलेरिया अधिकारी और संचारी रोग नियंत्रण विभाग के नोडल अधिकारी डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि ग्राम प्रधान सम्मेलन में डेढ़ सौ अधिक ग्राम प्रधान शामिल हुए। उन्हें बताया कि मच्छर जनित रोगों पर काबू पाने के लिए सबसे पहली जरूरत इस बात की है कि मच्छरों का प्रजनन न होने दें। इसके लिए जल भराव न होने दें। कीटनाशकों का छिड़काव और फॉगिंग आदि कराते रहें। इसके अलावा मच्छरों का प्रजनन नियंत्रित करने के लिए तालाबों और जलाशयों में जला हुआ मोबिल ऑयल डाल दें। घरों में मच्छरदानी का प्रयोग करने के लिए कहें। इसके अलावा बच्चों को पूरे कपड़े पहनाने की सलाह ग्रामीणों को दें।
डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि बदलते मौसम में तापमान मच्छरों के लिए अनुकूल होता है। इसलिए इन दिनों मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। बीमारियों पर काबू पाने के लिए शासन स्तर से 2 से 30 सितम्बर तक तीसरा संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं। ग्राम प्रधानों को भी अभियान में शामिल किया गया है। बृहस्पतिवार को आयोजित प्रधान सम्मेलन भी अभियान में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए हुआ।
मच्छरों से होने वाली बीमारियों में डेंगू, चिकनगुनिया, टाईफाइड, हैजा और मलेरिया जैसी बीमारियां आती हैं। इन तीनों बीमारियों के लक्षण भी काफी मिलते जुलते हैं। सभी में पीड़ित को बुखार होता है। इसलिए बुखार होने की स्थिति में पीड़ित को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र लेकर जाएं। मिलते जुलते लक्षणों को देख खुद ही पीड़ित का उपचार कतई न करें। बच्चों का विशेष ध्यान रखें और बीमार होने पर उन्हें स्कूल कतई न भेजें। इससे दूसरे बच्चों में बीमारी फैलने का खतरा रहता है।
नीरज सिंह को दी जन्मदिन शुभकामनाएं
दिल्ली रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सुपुत्र युवा दिलों की धड़कन श्री नीरज सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए हनुमान मंगलमय परिवार ट्रस्ट के संस्थापक बीके शर्मा हनुमान एवं अन्य।
स्नातक चुनाव 2020 में होगी ऐतिहासिक जीत: विमल शर्मा
साजिद खान—
लोनी। भारतीय जनता पार्टी जिला भाजपा कार्यालय स्नातक चुनाव 2020 को लेकर भाजपा के जिला पदाधिकारी वे जनप्रतिनिधि मंडल अध्यक्षों अखंड परिवार एक साथ विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
भाजपा जिला बैठक के मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिम उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष व स्नातक स्नातक पश्चिम क्षेत्र प्रभारी श्री विमल शर्मा जी ने कहा उन्हें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर शीर्ष नेतृत्व द्वारा संगठन पर विश्वास जताते हुए 2020 में भारतीय जनता पार्टी का स्नातक चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मेरठ मंडल में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए हमें भूत स्तर से लेकर सभी पदाधिकारियों को 15-15 सदस्यों की टोली बनाकर स्नातक चुनाव में नए मतदाता बनाया जाए और सहयोगी बने विशेष बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बसंत त्यागी जी ने की और कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा 2014 से लेकर आज तक रिकॉर्ड ही रिकॉर्ड बनाते आ रही है स्नातक चुनाव में ऐतिहासिक जीत का भी एक रिकॉर्ड ही होगा जिला गाजियाबाद की स्नातक चुनाव 2020 ऐतिहासिक जीत में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी जिला प्रभारी देवेंद्र चौधरी व बैठक का संचालन व जिला सह प्रभारी व जिला मंत्री हिमांशु शर्मा जी द्वारा संचालन किया गया वह उन्होंने कहा की जिला गाजियाबाद में स्नातक 2020 चुनाव को लेकर पांच खंडों में बांटा गया है उसके पांच प्रमुख बनाए गए लोनी विकासखंड प्रमुख राजीव शर्मा लोनी विकासखंड संख्या दो देवेंद्र भंडारी science Mein Commerce College Modi Nagar रोहित अग्रवाल साइंस व कॉमर्स कॉलेज खंड 2 टेंपल पवार विकासखंड भोजपुर भगत सिंह जी को प्रमुख प्रमुख नियुक्त किया गया है। मोदीनगर विधायक मंजू सिवाच लोनी नगर पालिका अध्यक्षा रंजीता धामा, मोदी नगर नगर पालिका अध्यक्ष अशोक महेश्वरी, जिला महामंत्री दिनेश सिंघल, अनूप बैंसला, अमित चौधरी जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा अध्यक्ष सुनील चौधरी महिला मोर्चा अध्यक्ष कौमुदी चौधरी किसान मोर्चा अध्यक्ष सतपाल प्रधान पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष आशीष चौधरी जिला मंत्री निशा सिंह सुरेंद्र प्रजापति विपिन त्यागी मंडलों के अध्यक्ष अरुण त्यागी अशोक त्यागी जितेंद्र चित्तौड़ा शुभम पंडित आदि मौजूद थे।
गड्ढ़ा मुक्त सड़क अभियान में लोगों ने दिया मानव कल्याण सेवा संस्था का साथ
मानव कल्याण सेवा संस्था के सदस्यों का फूल माला पहनाकर किया स्वागत
साजिद खान—
गाजियाबाद। तीसरे दिन भी मानव कल्याण सेवा संस्था द्वारा दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी मार्ग को जलभराव गड्ढा मुक्त अभियान जारी रहा आज शिव विहार मेट्रो स्टेशन के पास काफी बड़े-बड़े गड्ढे थे चार ट्रॉली मलवा रोडे आदि से भरा गया आज इस मुहिम को और बल मिला जब क्षेत्र के सामाजिक संस्था आरडब्ल्यू और स्वतंत्रता सेनानियों ने इस रोड को मुक्त करने में सहयोग किया सभी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी और उनके सभी सहयोगियों को पुष्पमाला पहनाकर इस मुहिम को जारी रखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा हम भी इस जल निकासी और गड्ढा मुक्त विकराल जन समस्या में आपके साथ हैं।
87 वर्षीय रमेश चंद शर्मा स्वतंत्रता सेनानी ने कहा हमारे जनप्रतिनिधि बहुत ही निकम्मे और नकारे हैं जिनकी वजह से आज इस रोड की दुर्दशा हो गई है इस संस्थान से हमें उम्मीद जगी है जल्दी ही अब यह रोड सुचारू रूप से चालू हो जाएगा और आज मैं संस्था को ₹100 देकर इस गड्ढा मुक्त अभियान में अपना सहयोग दे रहा।
90 वर्षीय जगबीर सिंह जाटव ने कहा मैं चलने में ऐसा हुआ हूं तो इस रोड की वजह से इस रोड पर एक बार मेरा एक्सीडेंट हुआ था गड्ढे में गिरने से और आज तक मैं ठीक नहीं हो पाया हूं जिसकी वजह से मैं लाचार हूं और अब डंडी के सहारे चलता हूं यह रोड नहीं आप नाले का रूप धारण करके इससे हमें अब कौन मुक्ति दिलाएगा ऐसा प्रतीत होता है इस संस्था ने पिछले 3 दिन से यह मुहिम चला रखी है पेपर के माध्यम से हमें पता चला और हम स्वयं इस संस्था का सहयोग करने आए हैं।
राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवेश दत्त भारद्वाज ने कहा सराहनीय कार्य करते हुए देख अपना योगदान दिया उन्होंने कहा जो जनप्रतिनिधि नहीं कर रहे उसे एक संस्था अपनी निधि से कर रही है हम उनका समर्थन करते हैं और अब उनके साथ इस मुहिम में जोड़कर जलभराव में गड्ढा मुक्त अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान देते रहेंगे।
आरडब्ल्यू अध्यक्ष अरविंद ठाकुर ने कहा जब हमें ही यह काम तो हम जनप्रतिनिधि क्यों चुनते हैं हर बार हमारे साथ धोखा होता है वोट लेकर जीतने के बाद इस क्षेत्र की कोई सुध नहीं लेता जिस कारण इस क्षेत्र के लोग नारकीय जीने को मजबूर है।
हर बार हमें नेता ठग लेते हैं लुभावने सपने और लंबे लंबे भाषण देकर हमें अपने जाल में फंसा लेते हैं और उसके बाद इस क्षेत्र की दुर्दशा के लिए हमें यहां छोड़ जाते हैं मेरी प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी से मांग है जल्दी से जल्दी हमें इस नारकीय जीवन से छुटकारा दिलाने की कृपा करें।
मानव कल्याण सेवा संस्था पिछले 10 वर्षों से इस क्षेत्र में अनेकों स्थानों पर सामाजिक कार्य करते आ रही है पिछली बार इन्होंने अशोक विहार के सामने गड्ढा मुक्त अभियान चलाया था सरकार ने संज्ञान लिया और वहां आरसीसी का रोड बनाकर लोगों को राहत की सांस ली
मैं मानव कल्याण सेवा संस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष को आज सम्मानित करते हुए गौरव मानिक महसूस कर रहा हूं ऐसी संस्था अगर और दो हो जाए तो फिर हमें जनप्रतिनिधि चुनने की कोई आवश्यकता ही नहीं।
मानव कल्याण सेवा संस्था राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने कहा आप सब के सहयोग से वह दिन दूर नहीं जब यह रोड जलभराव व गड्ढा मुक्त हो जाएगा और आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद और क्षेत्र की सभी सामाजिक संगठनों से निवेदन करता हूं अपना सहयोग इस रोड में जरूर दें।
इस मौके पर मुख्य रूप से सुनील कश्यप अरविंद ठाकुर पंडित रमेश चंद शर्मा स्वतंत्रता सेनानी जगबीर सिंह जाटव सुशील शर्मा प्रवेश दत्त भारद्वाज सतीश शर्मा बृजेश चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।
बिजली विभाग में मिल रही शिकायतों पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जताई नाराजगी
साजिद खान—
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर लगातार क्षेत्र के सभी विभागों में कभी औचक निरीक्षण तो कभी स्वंय अधिकारी के दफ्तर में जनसुनवाई कर रहे हैं जिससे अधिकारी सकते में है। मंगलवार को विधायक नंदकिशोर गुर्जर बिजली विभाग की मिल रही लगातार भ्रष्टाचार व कार्य में लापरवाही बरतने की शिकायत का संज्ञान लेते हुए रूप नगर स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंचे। बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार से नाराज मौजूद जनता ने अधिशासी अभियंताओं व अन्य अधिकारियों को बंधक बना लिया और विधायक की मौजूदगी में बिजली विभाग का कच्चा चिट्ठा खोल कर रख दिया जिससे विधायक ने दो डिवीजन के अधिशासी अभियंताओं के सामने नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में जल्द सुधार लाने के आदेश दिए। गौरतलब है कि एक व्यक्ति को कनेक्शन देने के लिए विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा तीन बार फोन किया गया उसके बावजूद उसे कनेक्शन न देकर पहले 6 हजार रूपये ले लिए गए उसके बाद फिर पैसों की मांग की गई।
किसी पर तीन एफआईआर तो कहीं लाईट-पंखे पर लाखों का बिल, विधायक ने जताई नाराजगी, गिराई कर्मचारियों पर गाजः
विधायक की मौजूदगी में लोगों ने बिजली विभाग पर पहले लाखों के बिल बनाना फिर उसे कम करने के नाम पर पैसा मांगने सहित कनेक्शन देने के नाम पर सरकार द्वारा तय धनराशि से अधिक पैसा मांगने की शिकायत की जिसके साक्ष्य देने पर अधिशासी अभियंताओं और विभाग को विधायक को जवाब देते नहीं बना। विधायक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पहले जेई प्रशांत का ट्रांसफर करवाया और भ्रष्टाचार की शिकायत पर विभागीय जांचकर रिपोर्ट देने को कहा। साथ ही तीन अन्य संविदा बिजली कर्मियों के खिलाफ विधायक ने स्वंय एफआईआर दर्ज करवाई।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि आज लोगों जनसुनवाई के दौरान यह ज्ञात हुआ कि बिजली उपभोक्ताओं का किस हद तक शोषण किया जा रहा है जो बिजली का कनेक्शन सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त में दिया जा रहा है और 2105 रूपये में सामान्य लोगों को मिलता है। उसके लिए 10 हजार रूपये तक की मांग की जा रही है। हमारे कई बार कहने के बावजूद कनेक्शन नहीं दिया गया 2105 रूपये की जगह 6 हजार रूपये की मांग की गई और उसके बाद फिर 10 हजार की मांग की गई। आज लोगों का गुस्सा उबाल पर था जिसे वार्ता कर शांत करवाया गा। जिनके घर में 1 पंखा और लाईट है उनको लाख-लाख रूपये के बिल भेजे जा रहे है। ये बसपा-सपा मानसिकता के लोगों की पुरानी परंपरा है जिसके तहत बिल सेटिंग के नाम पर आम जनता से लाखों रूपये वसूले जाते है। इस संदंर्भ में 3 संविदा बिजली कर्मियों के खिलाफ मैंने स्वंय संस्तुति करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। जिन्होंने बिजली बिल जमा करने के नाम पर 70 हजार रूपये ले लिए जो लौटाए नहीं। जल्द यह तीनों पुलिस की हिरासत में होंगे। एक जेई का ट्रांसफर किया गया है जिसे जल्द निलंबित भी किया जाएगा। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि बिजली उपभोक्ताओं को डराकर वसूली करने के लिए बिजली बिल जमा करने के बावजूद एक ही व्यक्ति पर तीन-तीन एफआईआर दर्ज करवा दी गई यह आने आप में हास्यास्पद है। इससे पूर्व भी बिजली कर्मियों द्वारा बिजली कनेक्शन के दौरान महिलाओं और आम जनता से दुर्व्यवहार करने की शिकायत निरंतर प्राप्त होती रही है। जनता में असंतोष फैलाकर सपा-बसपा की विचारधारा वाले अधिकारी प्रदेश की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र कर रहे हैं जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली के क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा जी के नेतृत्व और यशस्वी मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में एतिहासिक कार्य किया है लेकिन जो अधिकारी साफ नियत से कार्य नहीं करना चाहते है उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश मंत्री जी व माननीय मुख्यमंत्री जी से की जाएगी। लोनी में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार करने वाले और जनता जर्नादन से दुव्र्यवहार करने वाले अधिकारी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे चाहे फिर वो कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो।
ग्रेटर नोएडा में यूनाइटेड नेशंस का 14वां ग्लोबल कन्वेंशन का एक्स्पो मार्ट होगा आयोजन
गौतमबुद्धनगर। यूनाइटेड नेशंस के ग्लोबल कन्वेंशन के आयोजन की तैयारियों के सम्बन्ध में मेरठ मंडल की मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम के द्वारा एक्स्पो मार्ट ग्रेटर नोएडा में बैठक करते हुए अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश। उन्होंने बताया की भारत यूनाइटेड नेशंस के ग्लोबल कन्वेंशन की मेजबानी कर रहा है और इस आयोजन में संयुक्त राष्ट्र संघ से जुडे विभिन्न देशों के तीन हजार प्रतिनिधि हिस्सा लेगेें और ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्धनगर में अब तक की सबसे बडी ग्लोबल काॅन्फ्रेंस होगी। उन्होंने कहा यह भारत सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम और इस कार्यक्रम से सम्बन्धित सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाये।
मेरठ मंडल की कमिश्नर अनीता सी मेश्राम के द्वारा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि एक्स्पो मार्ट की सुरक्षा व्यवस्था का आॅडिट करें एवं सभी कर्मचारियों की सूची प्राप्त कर एलआईयू जांच करा लें। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के प्रतिनिधि के रहने, आने जाने, खाने पीने तथा स्वास्थ से सम्बन्धित व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न न हो। उनके रहने से सम्बन्धित होटलों की सूची तैयार कर उनका का आॅडिट कराते हुए सम्बन्धित कर्मचारियों की भी एलआईयू जांच करा लें।
मेरठ रेंज के डीआईजी के द्वारा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा पास सःसमय बनवा लिये जाये जिससे तीन शिफ्टों में कार्यरत सुरक्षा प्रणाली की व्यवस्था बनी रहे। उन्होंने कहा कि आयोजन के समय ट्रेफिक व्यवस्था बाधित न हो इसका निस्तारण समय रहते कर लिया जाये। इस अवसर पर जिलाधिकारी बीएन सिंह ने आश्वस्त करते हुए कहा कि आयोजन के संबन्ध में उनके द्वारा जो निर्देश प्राप्त हुए है उनका पालन अधिकारियों के माध्यम से सुनिश्चित कराया जायेगा। इस अवसर पर कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के द्वारा विस्तारित रूप से जानकारी उपलब्ध कराई गई।
आयोजित बैठक में सीईओ ग्रेटर नोएडा नरेंद्र भूषण, अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय, डब्ल्यूसीसीबी एच वी गिरीश तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।
स्नातक चुनाव 2020 में होगी ऐतिहासिक जीत: विमल शर्मा
लोनी। भारतीय जनता पार्टी जिला भाजपा कार्यालय स्नातक चुनाव 2020 को लेकर भाजपा के जिला पदाधिकारी वे जनप्रतिनिधि मंडल अध्यक्षों अखंड परिवार एक साथ विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
भाजपा जिला बैठक के मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिम उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष व स्नातक स्नातक पश्चिम क्षेत्र प्रभारी श्री विमल शर्मा जी ने कहा उन्हें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर शीर्ष नेतृत्व द्वारा संगठन पर विश्वास जताते हुए 2020 में भारतीय जनता पार्टी का स्नातक चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मेरठ मंडल में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए हमें भूत स्तर से लेकर सभी पदाधिकारियों को 15-15 सदस्यों की टोली बनाकर स्नातक चुनाव में नए मतदाता बनाया जाए और सहयोगी बने विशेष बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बसंत त्यागी जी ने की और कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा 2014 से लेकर आज तक रिकॉर्ड ही रिकॉर्ड बनाते आ रही है स्नातक चुनाव में ऐतिहासिक जीत का भी एक रिकॉर्ड ही होगा जिला गाजियाबाद की स्नातक चुनाव 2020 ऐतिहासिक जीत में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी जिला प्रभारी देवेंद्र चौधरी व बैठक का संचालन व जिला सह प्रभारी व जिला मंत्री हिमांशु शर्मा जी द्वारा संचालन किया गया वह उन्होंने कहा की जिला गाजियाबाद में स्नातक 2020 चुनाव को लेकर पांच खंडों में बांटा गया है उसके पांच प्रमुख बनाए गए लोनी विकासखंड प्रमुख राजीव शर्मा लोनी विकासखंड संख्या दो देवेंद्र भंडारी science Mein Commerce College Modi Nagar रोहित अग्रवाल साइंस व कॉमर्स कॉलेज खंड 2 टेंपल पवार विकासखंड भोजपुर भगत सिंह जी को प्रमुख प्रमुख नियुक्त किया गया है। मोदीनगर विधायक मंजू सिवाच लोनी नगर पालिका अध्यक्षा रंजीता धामा, मोदी नगर नगर पालिका अध्यक्ष अशोक महेश्वरी, जिला महामंत्री दिनेश सिंघल, अनूप बैंसला, अमित चौधरी जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा अध्यक्ष सुनील चौधरी महिला मोर्चा अध्यक्ष कौमुदी चौधरी किसान मोर्चा अध्यक्ष सतपाल प्रधान पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष आशीष चौधरी जिला मंत्री निशा सिंह सुरेंद्र प्रजापति विपिन त्यागी मंडलों के अध्यक्ष अरुण त्यागी अशोक त्यागी जितेंद्र चित्तौड़ा शुभम पंडित आदि मौजूद थे।
थाना कविनगर: दो शातिर लूटेरे गिरफ्तार, चोरी का माल सहित हथियार बरामद
राजेश भास्कर—
गाजियाबाद। थाना कविनगर पुलिस ने एसएसपी द्वारा लूटरे/चोरो व शातिर अपराधियों के विरुद्ध जनपद में चलाए जा रहे अभियान में थाना कविनगर पुलिस को सफलता मिली। पुलिस को मुख़बिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि 2 शातिर लूटरे हथियारों से लैस होकर पासपोर्ट कार्यालय के पास किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक मे घूम रहे है। जिस पर पुलिस त्वरित कार्यवाही करते हुए चैकिंग के दौरान लूटरे विवेक पाठक व रमन को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में दरोगा कुलदीप सिंह, सहलेंद्र कुमार, कपिल कुमार, हेडकांस्टेबल विनोद, पंकज, कांस्टेबल प्रवीण कुमार, हरेंद्र, अनुज आदि थे।
बच्चा चोरी की अफवाओं की रोकथाम हेतु एसएचओ मसूरी नरेश कुमार सिंह सख्त
बच्चा चोरी की अफवाओं की रोकथाम हेतु एसएचओ मसूरी नरेश कुमार सिंह के साथ बैठक करते हुए ग्राम प्रधान और ग्राम चौकीदार सहित अन्य।
सेवा भारती महानगर गाजियाबाद की एक बैठक आयोजित
गाजियाबाद। सेवा भारती महानगर गाजियाबाद की एक बैठक संघ कार्यालय एस के 117 शास्त्री नगर, गाजियाबाद में आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता सेवा भारती मेरठ प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने की। उक्त बैठक में सेवा भारती महानगर गाजियाबाद की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई थी जिसमे भूपेंद्र कुमार कंसल संरक्षक, सुरेंद्र कुमार शर्मा संरक्षक, दयानंद शर्मा अध्यक्ष, राजू तोमर वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरे राम अग्रवाल उपाध्यक्ष, सुनील गर्ग उपाध्यक्ष, राजेश गर्ग महामंत्री, महेश बाबू सह मंत्री, महेंद्र कुमार खंडेलवाल कोषाध्यक्ष, विष्णु सह कोषाध्यक्ष, डॉक्टर जितेंद्र कुमार सदस्य कृष्ण पाल सिंह सदस्य, मोहित सदस्य, लोकेंद्र सदस्य है।
उक्त बैठक में प्रांत संगठन मंत्री भगवत प्रसाद, प्रांत सह मंत्री योगेश, विभाग प्रचारक प्रवीर, विभाग संरक्षक एसके गोविल, विभाग अध्यक्ष रमेश चंद बंसल, विभाग मंत्री सुशील कुमार, सुभाष गुप्ता, प्रांत संयोजिका मात्र मंडल नंदा, महानगर मात्र मंडल की अध्यक्ष अनीता, मंत्री मीना शर्मा, रश्मि गुप्ता भी उपस्थित थे।
सरकारी जमीन, ग्रीन बेल्ट को कब्जामुक्ति के लिए लोनी एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
लोनी। भारतीय किसान यूनियन ने लोनी को प्रदूषण मुक्त और ग्रीन बेल्ट की ज़मीन पर बनाये गए अवैध कब्जों को हटवाने को लेकर निर्णायक मुहिम छेड़ रखी है।
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के (प्रदेश अध्यक्ष) पं. सचिन शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने लोनी एसडीएम से भेंट कर बताया कि किस तरह भूमाफिआयों द्वारा अवैध रूप से सरकारी व ग्रीन बेल्ट की भूमि पर कब्जा कर अवैध निर्माण कर वसूली की जा रही है। वहीं क्षेत्र में संचालित फैक्टरियों द्वारा लगातार माननीय एनजीटी, केंद्रीय भूजल प्राधिकरण के आदेशों का उल्लंघन कर संचालन किया जा रहा है।
एसडीएम को लिखे पत्र में किसान यूनियन प्रदेश अध्यक्ष (अ) ने लोनी विधानसभा में आर्य नगर डीआईसी इंडस्ट्रियल एरिया बलराम नगर लोनी बिजली घर से नीलम फैक्ट्री 100 फुटा रोड, दिल्ली-सहारनपुर मार्ग के ग्रीन बेल्ट सहित सरकारी भूमि पर चारदीवारी के जरिए अवैध निर्माण कर भूमाफियाओं द्वारा मार्बल पत्थर, सर्विस सेंटर व फैक्ट्रीयों को किराए पर देने की बात कहीं। साथ ही बताया कि सरकारी व ग्रीन बेल्ट पर बने इन अवैध निर्माण से भू-माफियाओं द्वारा 20 लाख रूपया किराया प्रति महिना वसूला जा रहा है। अबतक इन लोगों द्वारा सरकारी व ग्रीन बेल्ट पर बनाए गए अवैध निर्माण से लगभग 50 करोड़ रूपये की वसूली कर चुके है जो सीधा-सीधा प्रदेश सरकार के राजस्व की हानि है। इनके अतिरिक्त किसान यूनिन ने नाम सहित कुछ लोगों की सूची भी सौंपी जिसमें एसके मार्बल (सतीश शर्मा), श्री बालाजी मार्बल (दिनेश सिघंल), श्री मार्बल (निजय गुप्ता), श्री राम सर्विस सेंटर आदि दुकानें जो अवैध रूप से उपरोक्त स्थानों पर बनाई गई है, इनसे किराया वसूला जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर किसान यूनिइन ने कहा है कि यूपीएसआईडीसी की भूमि पर जय दुर्गा आईस इंडस्ट्री (सुभाष अग्रवाल), तिरूपति मार्बल (एस-10 2 नंबर) लोनी में अवैध रूप से संचालित की जा रही है। वहीं रूपनगर, आर्य नगर, 2 नंबर, नालम फैक्ट्री आदि स्थानों पर जींस रंगाई, ढलाई व कैमिकल की अवैध कंपनियां अवैध रूप से संचालित की जा रही है। सरकारी व ग्रीन बेल्ट की भूमि को कब्जामुक्त करवाकर भू-माफियाओं पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की सिफ़ारिश करते हुए कहा कि की गई अवैध वसूली की धनराशि को जब्त कर उसे सरकारी खाते में जमा करवाकर उसका प्रयोग लोनी के विकास में किया जाए और ग्रीन बेल्ट को सौंदर्यीकरण किया जाए। 2नंबर स्थित यूपीएसआईडीसी की भूमि, आर्य नगर, नीलम फैक्ट्री इत्यादी स्थानों पर संचालित हो रही अवैध बर्फ, जींस रंगाई, ढलाई व कैमिकल आदि हानिकारक रसायन की फैक्ट्रीयों द्वारा माननीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) व केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (सीजीडब्लूए) के दिशा-निर्देशों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। इन सभी अवैध संचालित फैक्ट्रीयों के पास न तो सीजीडब्लूए व प्रदूषण विभाग की एनओसी है और न ही इनके द्वारा एनजीटी के किसी भी नियम का पालन किया जा रहा है। इनके द्वारा क्षेत्र के भूजल का बदस्तूर दोहण किया जा रहा है। इन फैक्ट्रियों द्वारा अपशिष्ट पदार्थो को खुले में बहाया जा रहा है जिससे क्षेत्र का भूजल स्तर निरंतर प्रदूषित होने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों में जल जनित रोग के लक्षण पाए जा रहे हैं।
यहीं स्थिति अगर बनी रही तो आने वाले समय में लोनी में भारी पेयजल संकट का सामना लाखों लोगों को करना पड़ सकता है। साथ ही किसान यूनियन ने पुख्ता सबूत का दावा होने की कोशिश करते हुए कहा कि पूर्व में भी प्रशासन द्वारा उपरोक्त वर्णित अवैध फैक्ट्रियो पर कार्रवाई स्वरूप इन्हें बंद करवाया जा चुका है लेकिन इन्हें अधिकारियों की मिलीभगत से कुछ समय बाद पुनः संचालित करवा दिया जाता है। इसलिए उपरोक्त सभी अवैध कार्यो को जनहित व लोनीहित में कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए पुर्णतः बंद करवाने की सिफ़ारिश की गई है। जिससे लोनी की लाखों जनता को स्वच्छ जल व स्वच्छ हवा का मौलिक अधिकार प्राप्त हो सकें।
वहीं किसान यूनियन ने ज्ञापन की प्रतिलिपि उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री, नगर विकास मंत्री सहित स्थानीय विधायक, हरित प्राधिकरण (एनजीटी), केंद्रीय भूजल प्राधिकरण और जिलाधिकारी, गाजियाबाद को भी सौंपा है। इस अवसर पर प्रवीण शर्मा नीतू ठाकुर मुकेश सोलंकी अजीत गुर्जर दीपेश शर्मा डंपी ठाकुर हारुन पहलवान सुमित शर्मा सत्येंद्र बंसल रामसकल गुर्जर प्रवेश बालियान आदि कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे
पं. सचिन शर्मा,
( प्रदेश अध्यक्ष)
भारतीय किसान यूनिन (अ)
एसीएस होम और डीजीपी ने किया गोसाईगंज थाने का संयुक्त निरीक्षण, मिली अनेक खामियां
राजेश भास्कर—
लखनऊ। डीएम-एसएसपी लखनऊ को 15 दिन के अंदर नए थाने की संयुक्त रिपोर्ट तैयार करके शासन को स्वीकृत के लिए भेजने के निर्देश मिले है। उसके तहत गोसाईगंज थाना का निरीक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि गोसाईगंज थाना का आहिमामाऊ तक बहुत बड़ा परिक्षेत्र है जिसमें पुलिस हेडक्वार्टर सिग्नचर बिल्डिंग भी शामिल है।
निरीक्षण में अनेक प्रकार की खामियां मिली जिसमें कि गोसाईगंज थाने के निरीक्षण में मिली तमाम खामियां, गंदगी की भरमार, कूड़ा करकट का ढेर के साथ गंदगी मिली। साथ ही रजिस्टर नम्बर चार, फ्रेशर रजिस्टर, टॉप 10 क्रिमिनल और सीसीटीएनएस के कंप्यूटर कक्ष और सीसीटीवी नहीं चल रहा।
गोसाईगंज थाने की बाउंड्री वाल का स्टीमेट 15 दिन में शासन को भेजकर कराने का दिया निर्देश
गोसाईगंज थाने में साफ-सफाई न होने पर इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह को तत्काल सफाई करने की निर्देश दिए गए। जिसके तहत आईजी रेंज 10 दिन में समीक्षा रिपोर्ट मांगी।
करोड़ो रूपये की स्टाम्प चोरी के मामले में जांच टीम गठित
राजेश भास्कर—
साहिबाबाद। जनपद गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में करोड़ो रूपये की स्टाम्प चोरी के मामले में उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर अतिरिक्त आयुक्त स्टाम्प केके सिंह के निर्देशन में डीआईजी नोएडा जीपी सिंह एआईजी मुख्यालय एम के सक्सेना, एआईजी केके मिश्रा डिप्टी रजिस्ट्रार तृतीय सुरेश मौर्य डिप्टी रजिस्ट्रार द्वतीय नवीन कुमार शर्मा की एक जांच टीम जांच करने लखनऊ से 3 दिन से गाजियाबाद आई हुई है ।
विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह स्पेशल टीम आज सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट स्थित ए आई जी स्टाम्प कार्यालय में पँहुच कर
शिकायत कर्ता /मानव अधिकार कार्यकर्ता राजीव कुमार शर्मा सहित रजिस्ट्री विभाग और स्टाम्प विभाग के अधिकारियों के भी ब्यान दर्ज कर आगे की कार्यवाही करेगी ।
जानकारी के अनुसार मोहन नगर तिराहे पर बने वर्ल्ड स्क्वायर माल में बनी दुकानो की रजिस्ट्रीया माल प्रबंधन द्वारा वर्ल्ड स्क्वायर माल की बजाय अर्थला गाँव की कमर्शियल स्पेस दिखाकर की गई है जिसमे करोड़ो रूपये की स्टाम्प ड्यूटी चोरी की जाने की आशंका है।
वहीँ इस टीम को साहिबाबाद की शहीद नगर कंलोनी में भी करोड़ो रूपये की कई प्रोपर्टी की खरीद फरोख्त में भी स्टाम्प चोरी की आशंका है ।
इस जाँच टीम के अधिकारियों ने आज जिला अधिकारी कार्यालय में पँहुच कर इस मामले में शिकायत करने वाले शिकायत करता राजीव कुमार शर्मा के बयान दर्ज किए इस मामले में जाँच जारी है जाँच टीम ये भी जाँच कर रही है कि इस मामले में काला बाजारी यानी कि ब्लैक मनी या हवाला का पैसा तो नही लगा है शिकायतकर्ता राजीव कुमार शर्मा की माने तो इस मामले में जीडीए नगर निगम विधुत विभाग सहित कई विभागों के वर्तमान एवं पूर्व अधिकारियों पर भी गाज गिरने की सम्भावना है।
केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों को दी खुशी की सौगातें
फ्री बिजली के बाद पानी पर केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवालों को दी बड़ी सौगात
नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने लोगों को राहत देने की बड़ी घोषणा की है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि दिल्लीवासियों को बकाया पानी का बिल नहीं देना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पानी बिल से एरियर हटा दिया गया है। जिन लोगों के घर में फंक्शनल मीटर हैं उन सभी को इस योजना का लाभ मिलेगा। एरियर फ्री करने के पीछे की वजह बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि कई लोगों को महीनों तक बिल नहीं मिलता है। बिना रीडिंग के बिल आने की समस्या भी सामने आई है। हमने बिलिंग का नया सिस्टम शुरू कर दिया है।
टैब से मीटर रीडिंग ली जाती है। इसमें लोकेशन पर जाकर ही रीडिंग लेनी होती है। नई तकनीक से कई पुराने बिल सामने आने लगे हैं। इसलिए आज हम एरियर को मुक्त करने की घोषणा कर रहे हैं। जिन उपभोक्ताओं ने 30 नवंबर से पहले मीटर लगवाएं हैं उन्हें ही इस स्कीम का लाभ मिलेगा। बता दें कि जिन उपभोक्ताओं के घर में फंक्शनल मीटर हैं उन सभी की लेट फीस भी माफ कर दी जाएगी। इसमें योजना में A, B कैटिगरी का 25% बिल माफ होगा, C कैटिगिरी का 50% बिल माफ होगा। वहीं E,F,G,H कैटिगरी के लोगों के 100% बिल, 31 मार्च तक के माफ कर दिए जाएंगे। केजरीवाल के मुताबिक, इससे 600 करोड़ की आमदनी होगी
खेत गये युवक का पेड़ पर लटका मिला शव
गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र के कुशलिया गांव में खेत पर काम करने गए एक युवक बबलू 30 पुत्र राजपाल निवासी कुशलिया की लाश पेड़ पर लटकी मिली, पेड़ पर लाश देखकर इलाके में हड़कंप मच गया, स्थानीय लोगों ने पुलिस को खबर दी। पुलिस ने मौके पर जाकर शव को पोस्टमाटम के लिए भेजकर पुलिस जांच में जुट गयी है। पुलिस का कहना है कि अभी यह नहीं कहा जा सकता है युवक की हत्या हुई है या उसने आत्महत्या की हैं।
बेटी सुरक्षा दल के बढ़ते जा रहे हैं कदम
गाजियाबाद। बेटी सुरक्षा दल मुख्य कार्यलय गाजियाबाद देश की एक होनहार बेटी रेशमा खान फ़ेमस इंटरनेशनल फ़िल्म, प्रोग्राम, एंकर को आज बेटी सुरक्षा दल में जॉइन किया व बेटी सुरक्षा दल के केंद्रीय संयोजक डॉ एस के शर्मा ने उनका बेटी सुरक्षा दल में स्वागत किया। रेशम खान देश विदेश में सम्मानित हो चुकी है। इनको कई अंतरराष्ट्रीय व नेशनल अवार्ड से नवाजा जा चुका है । डॉ शर्मा ने आशा व्यक्त की की रेशमा खान जी देश की बेटियों की प्रेरणा बनेगी व इनके बेटी सुरक्षा दल को मजबूती मिलेगी। इस मौके बबिता शर्मा, जुबेर त्यागी, संजय सिंह, राजाराम आर्य, बी के शर्मा, अकील सेफी, शान आदि उपस्थित रहे
संजय सिंह प्रभारी आईटी सेल गाजियाबाद
थाना जीआरपी पुलिस ने 04 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
12 अदद मोबाइल चोरी के हुए बरामद
गाजियाबाद। थाना जीआरपी ग़ाज़ियाबाद के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिसौदिया व एस0आई0 सरवेज खां मय हमराही द्वारा रेलवे स्टेशन गाजियाबाद से 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से 12 अदद मोबाइल चोरी के बरामद हुए है।
नाम पता अभियुक्त भानु पुत्र सुनील शर्मा निवासी ग्राम शिव मंदिर वाली गली चिपियाना थाना बिसरख जिला गौतमबुद्धनगर।, विजय पुत्र चन्द्रपाल निवासी ग्राम भटौला थाना शिकारपुर जिला बुलंदशहर।, मनीष कुमार पुत्र नरेश कुमार निवासी सी0-184 गली नम्बर 3/23 गोकलपुरी थाना गोकलपुरी दिल्ली।, राजा पुत्र हरेन्द्र नेगी निवासी दुबे का मकान गली नम्बर 08 सेवानगर थाना सिहानी गेट जिला गाजियाबाद।
बरामदगी का विवरण 12 अदद मोबाइल भिन्न भिन्न कम्पनी जिनमें (1) जिओ कम्पनी (2) एम0आई0 कम्पनी(3) आसुस कम्पनी (4) लावा कम्पनी (5) जिओ कम्पनी(6) आईटेल कम्पनी (7) जिओ कम्पनी (8) आईटेल कम्पनी (9) जिओ कम्पनी (10) सैमसंग गैलेक्सी (11) आईटेल कम्पनी (12) माइक्रोमैक्स कम्पनी सम्बन्धित मु0अ0स0 407/19 धारा 414 आई0पी0सी0 थाना जीआरपी गाजियाबाद।
उपरोक्त अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी है। जो चलती एवं खड़ी ट्रेनों से मोबाइल चोरी करते थे।अभियुक्त पहली बार पुलिस की पकड़ में आया है।अन्य घटनाओं के सबन्ध में पूछताछ की जा रही हैं। अभियुक्त की गिरफ्तारी से निश्चित रूप से ही चोरी की घटनाओं में कमी आयेगी।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर पहुंचे बिजली घर
लोनी क्षेत्र के विधायक नंदकिशोर गुर्जर बिजली घर रूप नगर इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचकर एक्स ई एन का किया घेराव तथा कई लोगों की समस्याएं को देखते हुए गंभीरता से लिया और स्वयं बिजली घर पहुंच कर अधिकारियों को हिदायत दी
28 अगस्त को कृष्ण लीला महोत्सव का होगा आयोजन: प्रेमचंद गुप्ता
गाजियाबाद। 28-8- 2019 दिन बुधवार समय शाम 6:00 बजे गौरी शंकर मंदिर निकट कालका गढ़ी चौक गाजियाबाद श्री कृष्ण लीला महोत्सव होने जा रहा है। सभी से विनम्र निवेदन है कि समय से पहुंचकर नटखट कान्हा की लीला का आनंद उठाएं और उसके उपरांत भोजन (प्रसाद ) ग्रहण करें ।
सौजन्य से- प्रेमचंद गुप्ता, दुर्गा वॉशिंग पाउडर, गाजियाबाद
संयुक्त व्यापार मंडल की बैठक सम्पन्न
गाजियाबाद। संयुक्त व्यापार मंडल की बैठक हुई जिसमें अध्यक्षता प्रवीण बत्रा और संचालन राजेश बंसल द्वारा किया गया जिसमें केंद्रीय मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से देश में फैली आर्थिक मंदी से व्यापारियों को बचाने के लिए नगद जमा खर्च करने की सीमा 20000 से बढ़ाकर 50000 करने की अपील की गई बैठक में व्यापारियों को बदहाली से बचाने के लिए जीएसटी में भी राहत देने की मांग संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा की गई महोदय संयुक्त व्यापार मंडल आपसे प्रार्थना करता है कि सरकार द्वारा व्यापारियों को दी जाने वाली पेंशन मेडिकल से या दुर्घटना बीमा आदि की जानकारी अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को एकत्रित करके देने की अविलंब निर्देश दिए जाएं जिसे सरकारी योजनाएं धरती धरातल पर उतर कर व्यापारियों तक पहुंच सके वार्षिक रिटर्न की तारीख 31 अगस्त से बढ़ाकर 30 नवंबर करने की मांग बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री से की गई ऑनलाइन व्यापार में धांधली बाजी तथा धोखाधड़ी से देश को बचाने वे अंकुश लगाने के लिए संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा अपील की गई तथा पत्रकारों पर गैंगस्टर लगाने की कार्रवाई की निंदा की गई गैंगस्टर हटाने की मांग की गई तथा पत्रकारों पर ऐसी कार्यवाही करके उनकी लेखनी को ना रोकने की संयुक्त व्यापार मंडल द्वारा बैठक में प्रशासन से मांग की गई इस अवसर पर पंडित अशोक भारतीय प्रवीण बत्रा राजेश बंसल अरुण ठाकुर चौधरी संजीव वीरेंद्र कंडेरे राघव गोयल अक्षय जैन अनस अकबर डॉक्टर बीके मलिक मलिक भूषण बजाज निखिल भंडारी कुणाल दीपक साबिर खान अनस खान मदन और दीपक कटारिया उपस्थित थे।
निवेदक पंडित अशोक भारतीय जिला चेयरमैन संयुक्त व्यापार मंडल गाजियाबाद।
जिला मुख्यालय मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन अंबावता का किसानों की 7 सूत्रीय मांगों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन
जिला मुख्यालय मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन अंबावता का किसानों की 7 सूत्रीय मांगों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन
“अग्निहोत्र यज्ञ एक आध्यात्मिक कर्म है”
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून।
वैदिक धर्म का आरम्भ ईश्वर प्रदत्त वेदज्ञान से सृष्टि के आरम्भ में अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न ऋषियों व मनुष्यों से हुआ। ईश्वर सर्वज्ञ, सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान तथा सर्वानन्दयुक्त सत्ता है। उसका दिया हुआ वेद ज्ञान इस सृष्टि का सत्य ज्ञान है। ईश्वर ने सृष्टि क्यों बनाई है और मनुष्यों को क्या कर्तव्य है, इसका पूरा ज्ञान वेदों में दिया गया है। वेदों में ईश्वर के सत्य स्वरूप का ज्ञान दिया गया है और इसके साथ ही ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना तथा उपासना करने तथा वायु-जल-पर्यावरण की शुद्धि हेतु गोघृत तथा वनौषधि आदि पोषक पदार्थो से अग्निहोत्र यज्ञ करने का विधान किया है। सृष्टि के आरम्भ से ईश्वर की उपासना एवं अग्निहोत्र यज्ञ की परम्परा चली आ रही है। महाभारत युद्ध के बाद यज्ञ की परम्परा कुछ विकृतियों को प्राप्त हो गई थी परन्तु ऋषि दयानन्द के आने पर वेदों का पुनरुद्धार हुआ और अग्निहोत्र यज्ञ सहित सभी वेद पोषित प्रथायें पुनः अपने शुद्ध व हितकारी स्वरूप के साथ प्रचलित हुईं। मनुष्य की आध्यात्मिक, शारीरिक एवं भौतिक उन्नति सहित उसके निरोगी एवं स्वस्थ रहने के लिये अग्निहोत्र यज्ञ की महत्वपूर्ण भूमिका है। ऋषि दयानन्द ने बताया है कि जब तक भारत में सभी घरों में अग्निहोत्र यज्ञ हुआ करता था तब तक हमारा देश सभी सुखों से पूरित था। यदि अब भी हमारा देश व विश्व अग्निहोत्र यज्ञ को अपना ले तो पुनः सभी मनुष्य दुःखों व तनावों से मुक्त तथा सुख एवं शान्ति से युक्त हो सकते हैं। यज्ञ से अनेक लाभ होते हैं। यज्ञ में देवपूजा, संगतिकरण एवं दान का समन्वय किया जाता है। देवपूजा से मनुष्य ईश्वर सहित विद्वानों की संगति कर उनके ज्ञान एवं अनुभवों से लाभान्वित होता है। दान में हम विद्वानों से उनके ज्ञान एवं अनुभव प्राप्त करते हैं तथा हमें अन्यों के दुःख दूर करने और सुख पहुचानें की प्रेरणा भी मिलती है। यह एक ऐसा कृत्य है कि इससे होने वाले लाभों को अन्य किसी उपाय से प्राप्त नहीं किया जा सकता। इससे ईश्वर सहित सभी विद्वदजन प्रसन्न एवं सन्तुष्ट होते हैं। वायु एवं जल आदि जड़ देवताओं को भी इससे पोषण प्राप्त होता है। अतः सभी मनुष्यों को यज्ञीय कार्यों को यथोचित महत्व देना चाहिये।
यज्ञ अनेक प्रयोजनों व अनेक नामों से किया जाता है। गृहस्थियों के लिए दैनिक देव-यज्ञ का विधान है जिसे प्रातः व सायं दोनों समय किया जाता है। महर्षि दयानन्द ने पंचमहायज्ञ विधि एवं संस्कारविधि ग्रन्थों की रचना है व इनमें यज्ञ की विधि पर विस्तार से प्रकाश डाला है। वेदों में यज्ञ करने के स्पष्ट निर्देश हैं। यज्ञ करने से मनुष्य की सभी उचित प्रार्थनायें एवं इच्छायें पूरी होती है। यज्ञ में समिधादान का प्रथम तथा पंचघृताहुति के मन्त्र समान हैं। स्विष्टकृदाहुति का मन्त्र भी एक विशिष्ट मन्त्र है जिसमें ईश्वर से हमारी अनेक प्रकार की आवश्यकतायें एवं इच्छायें पूरी करने की प्रार्थना की गई है। हम इन दोनों मन्त्रों के अर्थ यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। समिदाधान एवं पंचघृताहुति मन्त्र से प्रार्थना की जाती है कि सब पदार्थों में विद्यमान परमेश्वर! मेरी आत्मा अग्निस्वरूप परमेश्वर के लिए यज्ञ की समिधारूप है। हे प्रकाशस्वरूप ज्ञानस्वरूप परमेश्वर! आप मुझमें प्रकाशित हूजिये और मेरे इस यज्ञ को तथा मुझे बढ़ाईये। मुझे पुत्र-पौत्र, सेवक आदि अच्छी प्रजा से, गौ आदि पशुओं से, वेद-विद्या के तेज से और धन-धान्य सहित घृत, दुग्ध, अन्न आदि से समृद्ध करें। यह घृत आहुति सर्वव्यापक परमेश्वर की प्रसन्नता के लिये मैं दे रहा हूं। यह लिए न होकर समाज व प्राणीसमूहों के कल्याण के लिये है। स्विष्टकृदाहुति मन्त्र से दी जाने वाली घृत आहुति में यजमान ईश्वर से प्रार्थना करता है कि मैंने अपने इस यज्ञ में जो विधि से अधिक अथवा न्यून कर्म किया है, अनजाने में हुई इस त्रुटि के लिये ईश्वर मुझे क्षमा करे। सब प्राणियों की इच्छाओं को जानने वाला परमेश्वर मेरी सभी शुभ इच्छाओं को पूर्ण कर देवे। प्राणियों की शुभ इच्छाओं को पूर्ण करने वाले, यज्ञ को सफल बनाने वाले तथा प्रायश्चितरूप में दी गई आहुतियों को स्वीकार करने तथा यजमान की कामनाओं को पूर्ण करनेवाले परमेश्वर के लिये यह स्विष्टकृदाहुति हमने दी है। परमात्मा हमारी सब कामनाओं को पूर्ण करे तथा मेरा यज्ञ सफल हो। इन दो मन्त्रों के द्वारा की गई प्रार्थनाओं से यह विदित होता है कि यज्ञ का प्रयोजन एवं लाभ क्या हैं? यह लाभ व प्रयोजन अन्य किसी साधन से पूरे नहीं होते। अतः यज्ञ करना हमारा कर्तव्य है एवं अपने पूरे परिवार, समाज व स्वदेश को सुखी व उन्नत बनाने का सरलतम साधन कहा व माना जा सकता है।
अग्निहोत्र-यज्ञ के आरम्भ में हम आचमन तथा इन्द्रिय स्पर्श करते हैं जिससे यज्ञ का प्रयोजन ज्ञात होने सहित हम ईश्वर से शरीर व इन्द्रियों को निरोग व स्वस्थ रखने की प्रार्थना करते हैं। यह प्रार्थना ऐसी ही होती है जैसे कि कोई छोटा निष्पाप बच्चा अपनी माता से कहे कि उसे भूख लगी है, उसे भोजन दे दो। माता उसकी प्रार्थना स्वीकार कर उसे भोजन कराती है। परमात्मा भी हमारी माता के समान है। वह भी हमारी प्रार्थना को पूरी करते हैं। इसके बाद हम ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना तथा उपासना के मन्त्रों सहित स्वस्तिवाचन एवं शान्तिकरण के मन्त्रों का पाठ भी करते हैं। इन मन्त्रों में श्रेष्ठ एवं उच्च कोटि की प्रार्थनाओं सहित इनसे ईश्वर की स्तुति व उपासना भी होती है। उपासना के लाभ ऋषि दयानन्द ने सत्यार्थप्रकाश में वर्णित किये हैं। उपासना से हमारे दुर्गुण, दुव्र्यसन एवं दुःखों की निवृत्ति होती है और ईश्वर के अनुरूप गुणों का ग्रहण एवं धारण होता है। एक प्रकार से यह संस्कार देने एवं चरित्र निर्माण की प्रक्रिया है। इससे मनुष्य का जो जीवन व चरित्र सुधरता व बनता है वह अन्य किसी प्रकार से नहीं बनता है। ईश्वर की स्तुति-प्रार्थना-उपासना सहित स्वस्तिवाचन एवं शान्तिकरण के मन्त्रों से मनुष्य को सच्चा आध्यात्मिक जीवन जीने का अवसर मिलता है। अन्य मतों के लोग इस प्रक्रिया से दूर होने के कारण आंशिक व छोटी मात्रा में ही आध्यात्मिक होते हैं जबकि वैदिक धर्मी पूर्णरूपेण धार्मिक एवं आध्यात्मिक जीवन का धनी होता है। कई मत तो ऐसे हैं जो आध्यात्मिक कम अनाध्यात्मिक अधिक हैं एवं दूसरों के प्रति मानवीय संवेदनाओं से रहित हैं। विज्ञ लोग इसकी समीक्षा एवं विश्लेषण करके देख सकते हैं।
अग्निहोत्र-देवयज्ञ में चार प्रकार के द्रव्यों का यज्ञकुण्ड की अग्नि में आहुति देने का विधान है। यह हैं गोघृत, केसर व कस्तूरी आदि सुगन्धित पदार्थ, वनौषधि, वनस्पतियां, सोमलता व गुग्गल आदि ओषधियां, मिष्ट एवं बल देने वाले शुष्क पोषक फल आदि। इन पदार्थों की यज्ञ की प्रचण्ड अग्नि में मन्त्र बोलकर आहुति देने से एक ओर जहां अग्नि उस आहुत द्रव्य को सूक्ष्म व हल्का बनाती है वहीं तीव्र अग्नि से उनकी भेदन शक्ति व सामथ्र्य में वृद्धि होने से उन सूक्ष्म पदार्थों को पूरे वातावरण में फैला देती है। इससे इन पदार्थों के समन्वित गुणों का लाभ यजमान व यज्ञ के समीप उपस्थित लोगों सहित दूर-दूर तक के प्राणियों को होता है। यज्ञ करने से रोग उत्पन्न करने वाले अनेक किटाणुओं का नाश भी होता है। प्राण वायु की गुणवत्ता में वृद्धि होने से भी यह स्वास्थ्यप्रद होती है। जिन मन्त्रों को यज्ञ में बोला जाता है उसमें भी ईश्वर से भिन्न-भिन्न प्रार्थनायें होती हैं जिससे परमात्मा से हमें उन प्रार्थनाओं के अनुरूप सुख लाभ प्राप्त होता है। यज्ञ का हमारी बुद्धि व ज्ञान की वृद्धि पर भी अनुकूल प्रभाव होता है। यज्ञ मनुष्य की सभी कामनाओं को सिद्ध करने वाला उपाय व साधन है। जो मनुष्य यज्ञ करता है वह निर्धन नहीं होता। यज्ञ करने का लाभ इस जन्म में भी होता है और इससे हमें मृत्यु के बाद भी उत्तम योनि व उत्तर परिवेश में मनुष्य का दैवीय गुणों से युक्त परिवारों में जन्म होता है जहां हमें धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की पूर्ति की सुविधायें प्राप्त होती है।
यज्ञ का प्रभाव सन्तानों पर भी पड़ता है। सन्तानें माता-पिता व परिवार के बड़े सदस्यों की आज्ञाकारी बनती हैं। यज्ञ हमें बताता है कि हमारे माता, पिता व आचार्यगण सभी देव हैं। हमें इनके प्रति जीवन भर कृतज्ञ रहना है व इनके ऋण से उऋण होने के लिये इनकी हर प्रकार से सेवा-सुश्रुषा करनी है। जिस राष्ट्र में बहुतायत जनता यज्ञ करती है, उस देश में सुख व समृद्धि होती है। हमारे देश के पूर्वजों ने अतीत में शताब्दियों तक यज्ञ आदि सुकर्म किये हैं। इसका प्रभाव आज भी देश में विद्यमान है। अतीत में ईश्वर तथा उसकी प्राप्ति के साधनों के ज्ञान के कारण हमारा देश विश्व गुरू था। इसमें यज्ञ का भी महत्वपूर्ण स्थान था। आज हमारा देश योग आदि के द्वारा आध्यात्मिक क्रान्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यज्ञ भी आध्यात्मिक क्रान्ति में प्रमुख स्थान रहता है। बिना वेदों के प्रचार व प्रसार तथा उसके अनुकूल देश व विश्व के लोगों के आचरण के मनुष्य व समाज की दिशा व दशा नहीं बदल सकती। यज्ञ इन सब कार्यों को प्राप्त कराने में एक उपयोगी एवं महत्वपूर्ण साधन है। शास्त्रों ने कहा है कि यज्ञ श्रेष्ठतम कर्म है। यज्ञ से श्रेष्ठतम कोई कर्म नहीं है। यह भी हमारे प्राचीन विद्वान बता गये हैं कि यदि हम सुख व स्वर्ग के समान अपने घर का वातावरण बनाना चाहते हैं तो हमें यज्ञ अवश्य करना चाहिये। यज्ञ को इस भुवन की नाभि भी बताया गया है।
अग्निहोत्र यज्ञ से मनुष्य को निश्चित रूप से अनेकानेक लाभ होते हैं। यज्ञकर्ता सुखी, स्वस्थ एवं दीघार्यु होने सहित अभावों से मुक्त रहता तथा जीवन के सभी क्षेत्रों में उन्नति करता है। अतः सभी स्त्री-पुरुषों को यज्ञ की शरण में आना चाहिये। इसके करने में ही विश्व का व प्रत्येक मनुष्य का कल्याण निहित है। यज्ञ से मनुष्य को जीते जी व मृत्यु के बाद भी स्वर्ग व सुखों की प्राप्ति होती है, यह धु्रव सत्य है। ओ३म् शम्।
-मनमोहन कुमार आर्य
पताः 196 चुक्खूवाला-2
देहरादून-248001
फोनः09412985121
खत्म होगी कोटेदारी व्यवस्था: योगी आदित्यनाथ
लखनऊI मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में कोटेदारी की व्यवस्था खत्म होगी। सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी जाएगी। अगर शासन की योजनाएं ईमानदारी से नीचे तक पहुंचा दी जाएं तो भूख, बीमारी और कुपोषण से कोई नहीं मर सकता। सीएम ने पोषण मिशन के तहत दी जाने वाली सहायता भी डीबीटी के माध्यम से खातों में भेजने पर जोर दिया।योगी शनिवार को साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में पोषण अभियान और सुपोषण स्वास्थ्य मेला के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने अनाज वितरण की सरकारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर कहा, उनके सत्ता संभालने के तत्काल बाद 30 लाख फर्जी राशन कार्ड रद्द किए गए। मात्र 13 हजार कोटेदारों के यहां इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल लगाकर हर साल 350 करोड़ रुपये की बचत की जा रही है। सभी 80 हजार कोटेदारों के यहां इस तकनीक का प्रयोग करने से कम से कम दो हजार करोड़ रुपये की प्रति वर्ष बचत होगी। सीएम ने कहा, कोटेदारों से कहा जाएगा कि वे कोई दूसरा व्यवसाय कर लें। लाभार्थियों के खातों में सीधे सब्सिडी राशि भेजने की व्यवस्था जल्द लागू की जाएगी। तकनीक का अधिकाधिक प्रयोग करके ऊपर से नीचे स्तर तक का हर तरह का भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकता है।
Monday 26 August 2019
लोनी पुलिस का सराहनीय कार्य, सुबह का खोया बच्चा शाम तक ढूंढ निकाला
लोनी। सोमवार सुबह अशोक विहार से लगभग 9 साल का बच्चा जो थोड़ा सा मंदबुद्धि था शादी में परिवार जनों के साथ इकराम नगर गया था। वहाँ से वो बच्चा गायब हो गया जिसकी गुमशुदी की तहरीर कस्बा चौकी पर दी गई। अशोक विहार चौकी इंचार्ज मनोज बालियान व पायलट महिपाल सिंह ने खोजबीन कर तलाश कर बच्चे को उसकी माँ के सुपुर्द किया।
हरियाणा मार्का की हजारों की शराब बरामद
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर हरियाणा की दारू पकड़ी गई जो दारू लेकर आए थे वह फरार हो गए 100 से अधिक बोतलें मिली जो कि हजारों की दारू आंकी जा रही है उक्त जानकारी थाना इंचार्ज आरपीएफ पीके जी ए नायडू ने दी।
विधायक डॉ मंजू शिवाच ने मोदी समूह के अधिकारियों संग मीटिंग की
मोदीनगर। सेंट ट्रेरेसा अकैडमी संतपुरा मोदीनगर के प्रक्रम में माननीय विधायक डॉ मंजू शिवाच जी ने कड़ा रुख अख़्तयार करते हुए तहसील मोदीनगर में एस.डी.एम कार्यालय में मोदी समूह के अधिकारियों संग मीटिंग की जिसमें नगर पालिका चेयरमैन अशोक माहेश्वरी सेंट ट्रेरेसा के फादर, प्रिंसिपल भी उपस्थित थे विधायक जी ने कहा कि शहर में 35 वर्ष पुराने संस्था का जिसमें लगभग 1700 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं अचानक बिना किसी को नोटिस दिए बजरिया पुलिस दीवार खिंच कर रातों-रात स्कूल का मुख्य रास्ता बंद कर दिया गया जिस कारण बच्चों की पढ़ाई का एक साथ बंद हो गई एवं स्कृत से बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया गया जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता शहर में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है इसलिए सही पक्षों की वार्ता का संज्ञान लेते हुए माननीय उप जिलाधिकारी महोदय ने मोदी समूह के अधिकारियों को आदेश दिया कि स्कूल का रास्ता तुरंत प्रभाव से खोला जाए ताकि अपने अपने पक्ष में जो भी कानूनी कागजात तक शादी बाद में दिए जाएंगे
इस मौके विधायक प्रतिनिधि सुभाष सांगवान जिला महामंत्री अमित चौधरी जिला महामंत्री किसान मोर्चा जितेंद्र सिंह चितौड़ा देवेंद्र चौधरी टेमपाल पवार संजय भदौला आदि लोग उपस्थित रहे
विधायक कार्यालय
विधानसभा 57 मोदीनगर
10वें सिटी गैस वितरण बोली राउंड के कार्य का शुभारंभ श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने किया
नई दिल्ली। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज 10वें सिटी गैस वितरण (सीजीडी) बोली राउंड के कार्य का शुभारंभ किया। इसमें 124 जिलों के 50 भौगालिक क्षेत्र शामिल होंगे। श्री प्रधान ने 1 मार्च, 2019 को इस राउंड के 12 सफल बोलीदाताओं को आशय-पत्र वितरित किये थे। 10वें राउंड के पूरा होने के बाद देश की 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या और 52.73 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र सीजीडी के तहत आ जायेगा। पीएनजीआरजी द्वारा 10वें राउंड के लिए अनुमोदित न्यूनतम कार्यक्रम के अनुसार 2.02 करोड़ पीएनजी घरेलू कनेक्शन उपलब्ध कराये जायेंगे।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि 9वें और 10वें राउंड की समाप्ति के बाद देश ने सीजीडी में लंबी छलांग लगाई है। पिछले पांच वर्षों के दौरान पीएनजी कनेक्शनों, सीएनजी वाहनों तथा सीएनजी स्टेशनों की संख्या दोगुने से भी अधिक हो गई है। भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा का उपभोक्ता है और यह एक दशक में सबसे बड़ा उपभोक्ता बन जायेगा। सरकार का उद्देश्य सभी को स्वच्छ ईंधन की विश्वसनीय, सस्ती, टिकाऊ और वैश्विक पहुंच उपलब्ध कराना है। देश में ऊर्जा मिश्रण में गैस की वर्तमान हिस्सेदारी 6.2 प्रतिशत है। 2030 तक प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य है।
श्री प्रधान ने कहा कि देश में ऊर्जा की बढ़ती हुई खपत के कारण सीएनजी की हिस्सेदारी में सबसे अधिक वृद्धि होगी। हाईड्रोजन ईंधन से चलने वाले वाहन पहले ही राष्ट्रीय राजधानी में प्रस्तुत किये जा चुके हैं और अनेक ऑटों निर्माता ने नये सीएनजी मॉडल पेश किये हैं। यहां तक कि कोयला भी प्रासांगिक बना रहेगा, क्योंकि कोयला गैसीकरण संयंत्र स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गैस बुनियादी ढांचे में पांच लाख करोड़ रूपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है। जिसमें, अन्वेषण वितरण, पुन:गैसीकरण, पाइपलाईन नेटवर्क बिछाना शामिल है। घरेलू गैस उत्पादन 2018-19 में 32.87 बिलियन क्यूबिक मीटर था, जिसके 2020-21 तक बढ़कर 39.3 बिलियन क्यूबिक मीटर हो जाने का अनुमान है। अगले तीन-चार वर्षों में एलएनजी टर्मिनल क्षमता मौजूदा 38.8 एमएमटीपीए से बढ़कर 52.5 एमएमटीपीए हो जाने की उम्मीद है। गैस ग्रिड मौजूदा 16788 किलोमीटर है, इसमें 14788 अतिरिक्त किलोमीटर जोड़ने का काम प्रगति पर है।
श्री प्रधान ने कहा कि उपयुक्त माहौल बनाया जा रहा है और देश की प्रगति, आयात-निर्भरता कम करने, किसानों को ऊर्जादाता बनाने के लिए साहसिक नीतिगत निर्णय लिये जा रहे हैं। बॉयो डीजल को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसलिए रि-साईकल प्रयुक्त कुकिंग ऑयल को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गैस बुनियादी ढांचा स्थापित करने से संबंधित मुद्दों का राज्य सरकारों के परामर्श से समाधान किया जा रहा है। उन्होंने संरक्षण और दक्षता पहलुओं पर जोर देते हुए कहा कि नये पीएनजी बर्नलों से रेट्रोफिटेड बर्नरों की तुलना में 40 प्रतिशत तक बचत की जा सकती है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग तथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के बीच समझौता
नई दिल्ली। सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग तथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के बीच आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग में अपर सचिव सुश्री उपमा श्रीवास्तव और विशेष सचिव तथा महानिदेशक (एनएसीओ एंड आरएनटीसीपी), केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय श्री संजीव कुमार ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया और केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव श्रीमती नीलम साहनी और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव श्रीमती प्रीति सूदन भी उपस्थित थे।
एमओयू के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
एनएपीडीडीआर और नाको कार्यक्रमों में जागरूकता पैदा करने के लिए नाको और ड्रग मांग न्यूनीकरण के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपीडीडीआर) के लक्षित समूहों को शामिल करना।
नाको द्वारा समर्थित ड्रग यूजर्स टार्गेटेड इंटरवेंशन (आईडीयू-टीआई) और डीएसजेई द्वारा समर्थित नशा करने वाले व्यक्तियों के लिए एकीकृत पुनर्वास केंद्र (डीएसजेई) के बीच संबंधों और प्रभावी तालमेल को बढ़ाना।
व्यक्तिगत, परिवार, कार्यस्थल और समस्त समाज पर बड़े पैमाने पर पढ़ने वाले ड्रग्स के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना और उन्हें शिक्षित बनाना तथा नशा करने वाले व्यक्तियों को दोबारा समाज में वापस लाने के लिए ड्रग्स पर निर्भर समूहों और व्यक्तियों के खिलाफ भेदभाव को कम करना।
नशीली दवाओं की लत के उपचार के लिए सेवा वितरण तंत्र को मजबूत बनाने के लिए मानव संसाधनों और क्षमता निर्माण का विकास करना।
सामाजिक अलगाव का सामना होने के कारण एचआईवी और नशीली दवाओं के दुरूपयोग के कारण ट्रांसजेंडरों के सामाजिक समावेशन और सशक्तीकरण के उद्देश्य के लिए कल्याणकारी योजना विकसित करना।
एचआईवी/एसटीआई के बारे में निवारक जोखिम न्यूनीकरण संदेशों के माध्यम से नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले व्यक्तियों में एचआईवी फैलने के जोखिम से निपटना और एकीकृत परीक्षण और परामर्श केंद्र (आईसीटीसी) और अन्य सेवाओं के साथ संबंध स्थापित करना।
एचआईवी/एड्स पीड़ितों, नशीली दवाओं के उपयोग के शिकार व्यक्तियों, महिला यौनकर्मियों और भीख मांगने वाले व्यक्तियों और ट्रांसजेडर जैसे भेदभाव के शिकार कमजोर समूहों के सशक्तिकरण के लिए काम करना तथा इन सभी के मानव अधिकारों की रक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सहायक और सौहार्दपूर्ण माहौल उपलब्ध कराकर सामाजिक सुरक्षा और मनो-सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।
सामाजिक सुरक्षा और नशे के आदी व्यक्तियों को एनएसीओ के लिए लक्षित समूह के रूप में महिला यौनकर्मियों और ट्रांसजेंडर को एक लक्षित समूह के रूप में शामिल करना।
नशीली दवाओं के शिकार व्यक्तियों और बच्चों तथा एचआईवी/एड्स के साथ जीवन व्यतीत कर रहे व्यक्तियों के खिलाफ सामाजिक कलंक और भेदभाव की घटनाओं को शिक्षापूर्ण कार्यक्रम के माध्यम से कम करना।
खुले भूमिक्षेत्र लाइसेंसिंग कार्यक्रम की बोली के चरण-IV की शुरुआत
नई दिल्ली। सरकार ने अन्वेषण और उत्पादन के क्षेत्र में पिछले पांच वर्ष में अनेक सुधारों को लागू किया है। तत्कालीन नई अन्वेषण लाइसेंसिंग नीति (एनईएलपी) के स्थान पर हाइड्रोकार्बन अन्वेषण और लाइसेंसिंग नीति (एचईएलपी) को मार्च, 2016 में मंजूरी दी गई और राष्ट्रीय डेटा कोष (एनडीआर) के साथ खुले भूमिक्षेत्र लाइसेंसिंग कार्यक्रम (ओएएलपी) की भारत में अन्वेषण और उत्पादन कार्यों में तेजी लाने के लिए मुख्य संचालक के रूप में जून, 2017 में शुरूआत की गई। सरकार ओएएलपी के तीन दौर में प्रमुख अन्वेषण और उत्पादन कंपनियों को1,18,280 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के 87 ब्लॉक प्रदान कर चुकी है।
तेल और गैस की आयात निर्भरता कम करने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए और अन्वेषण और उत्पादन कार्यों में तेजी लाते हुए, सरकार ने 28 फरवरी, 2019 को तेल और गैस की खोज वाले क्षेत्रों में और नीतिगत सुधार अधिसूचित किए, ताकि अन्वेषण कार्यों को बढ़ाया जा सके, तलछट बेसिनों के गैर-अन्वेषित/गैर-आवंटित क्षेत्रों में घरेलू और विदेशी निवेश आकर्षित किया जा सके और मंजूरी की प्रक्रिया को सरल एवं कारगर बनाकर तथा उसमें तेजी लाकर सुगम व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा सके।
सरकार अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मक बोलियों के लिए चौथे दौर की बोली की 27 अगस्त, 2019 को शुरूआत कर रही है, जिसे संशोधित नीति के दायरे में किया जाएगा। बोली के इस दौर में करीब 18,500 वर्गमीटर क्षेत्र के 7 ब्लॉकों की निवेशक समुदाय की बोलियों के लिए पेशकश की गई है। सभी 7 ब्लॉक बोलीकर्ताओं द्वारा दिए गए अभिव्यक्ति की रूचि पर आधारित हैं।
नीतिगत सुधारों की प्रमुख विशेषताओं में श्रेणी विशेष बोली मूल्यांकन मानदंड जिनमें अन्वेषण संबंधी कार्यक्रमों को अधिक महत्व दिया गया है, श्रेणी-IIऔर III प्रकार की बोलियां लगाना शामिल है, जो केवल अन्वेषण कार्य कार्यक्रम, अल्प अन्वेषण अवधि, रियायती दर पर रॉयल्टी दरों पर आधारित हैं, ताकि तेल और गैस के उत्पादन में तेजी लाई जा सके और वैकल्पिक विवाद निपटारा तंत्र की शुरूआत की जा सके।
एचईएलपी के अंतर्गत ओएएलपी के तीन दौर के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद भारत में अन्वेषण भूमि क्षेत्र 90,000 वर्ग किलोमीटर से बढ़ाकर 2017 में 2,10,000 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया और उम्मीद है कि बोली के आगामी दौर से इसमें वृद्धि होगी। भारत के अन्वेषण भूमि क्षेत्र को बढ़ाने के लिए सरकार ने एक वर्ष में संशोधित तारीखों 1 अप्रैल से 31 जुलाई, 1 अगस्त से 30 नवम्बर और 1 दिसंबर से 31 मार्च से ईओआई चक्रों को बढ़ाकर दो से तीन कर दिया है।
प्रस्ताव आमंत्रित होने का नोटिस (एनआईओ) जारी होने के साथ बोलीकर्ता राष्ट्रीय डेटा कोष में उपलब्घ आंकड़ों का अध्ययन कर सकते हैं और बोली के लिए ब्लॉकों का चयन कर सकते हैं। बोलीकर्ता 27 अगस्त, 2019 से शुरू ऑनलाइन बिडिंग पोर्टल के जरिए अपनी निविदाएं जमा कर सकते हैं और बोली का दौर 31 अक्टूबर, 2019 को दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा। ब्लॉकओएएलपी-IV के अंतर्गत पेश किए गए तीन तलछट बेसिनों; 7 भूमि खंडों में फैले हुए हैं, जिनमें श्रेणी II और III बेसिनों के 6 ब्लॉक और श्रेणी-I बेसिन का एक ब्लॉक शामिल है। ओएएलपी दौर IV से करीब 200-250 मिलियन अमरीकी डॉलर के अन्वेषण कार्य की प्रतिबद्धता की उम्मीद है। अभिव्यक्ति की रूचि का पांचवा चक्र वर्तमान में 30 नवम्बर, 2019 तक चलेगा औरइसके बाद 1 दिसंबर, 2019 से 31 मार्च, 2020 तक छठा चक्र जारी रहेगा।
27 से 29 अगस्त तक दिल्ली में होगा 7वां कम्युनिटी रेडियो सम्मेलन
नई दिल्ली। सातवां कम्युनिटी रेडियो सम्मेलन नई दिल्ली के डॉ. बी.आर. अम्ब्ेडकर भवन में 27 से 29 अगस्त, 2019 तक आयोजित किया जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में देश भर में चल रहे सभी रेडियो स्टेशनों की भागीदारी देखने को मिलेगी।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय 'एसडीजी के लिए कम्युनिटी रेडियो' है। कम्युनिटी रेडियो स्टेशनों के प्रतिनिधि अपने अनुभवों के बारे में चर्चा करेंगे और निरंतर विकास लक्ष्य के बारे में लोगों के बीच बेहतर जागरूकता पैदा करने के लिए कार्यक्रम संबंधी योजनाएं तैयार करने की संभावनाओं का पता लगाएंगे।
सम्मेलन में सरकार के विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों जैसे जल शक्ति अभियान और आपदा जोखिम कम करने के प्रयासों के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा कम्युनिटी रेडियो स्टेशनों के लिए सोशल मीडिया और विषय वस्तु प्रबंधन के जरिए अनुसंधान करने, कार्यक्रम तैयार करने, उनके प्रसारण तथा समाज कल्याण से जुड़े संदेशों के प्रसार के बारे में भी चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन के दूसरे दिन यानि 28 अगस्त को सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर कम्युनिटी रेडियो स्टेशनों को विभिन्न शैलियों में विकास संबंधी कार्यक्रमों के प्रसारण, स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने, सबसे अधिक रचनात्मक और प्रगतिशील विषयों को शामिल करने में उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कार प्रदान करेंगे।
उच्च शिक्षा उप-मंत्री के साथ शिक्षा के द्विपक्षीय मामलों पर विचार-विमर्श किया
नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के उच्च शिक्षा उप-मंत्री श्री बूटी कगवारिडी मनामेला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे से भेंट की। बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने मुख्य रूप से भारत सरकार की पहलों तथा दोनों देशों के बीच समझौतों पर विचार-विमर्श किया। दक्षिण अफ्रीकी पक्ष ने कहा कि दोनों देशों को विभिन्न शैक्षणिक डिग्रियों को मान्यता देनी चाहिए और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग करना चाहिए। बेहतर समन्वय के लिए दोनों देशों ने शिक्षा पर एक संयुक्त समिति के गठन का प्रस्ताव दिया।
श्री धोत्रे ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। गांधीजी की 150वीं जयंती के संदर्भ में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी के अहिंसा-आंदोलन का भी जिक्र किया।
श्री धोत्रे ने दक्षिण अफ्रीका का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि यह उन देशों में शामिल है, जो अकादमिक एवं अनुसंधान सहयोग संवर्धन (एसपीएआरसी) के लिए भारत सरकार की योजना के दायरे में आते हैं। यह योजना भारतीय संस्थानों और विश्व के बेहतरीन संस्थानों के बीच अकादमिक और अनुसंधान सहयोग में सुधार करने के संबंध में है। इस योजना के तहत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं को संयुक्त रूप से हल करने का लक्ष्य है। वर्ष 2018 में योजना के शुरू होने के बाद से अब तक दक्षिण अफ्रीकी संस्थानों की तरफ से मंजूरी के लिए 4 अनुसंधान परियोजना प्रस्ताव आए हैं। इसी तरह भारतीय संस्थानों में अल्पकालीन शिक्षण के लिए अकादमिक नेटवर्क कार्यक्रम की विश्व पहल के तहत अब तक दक्षिण अफ्रीका से 17 प्रतिष्ठित फैकल्टी सदस्यों का आगमन हुआ है।
दोनों देशों के बीच शिक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग के विभिन्न पक्षों के विषय में एक समग्र सहयोग-समझौते पर बातचीत चल रही है।
वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करके ही दम लेंगे: अमित शाह
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज यहाँ वामपंथी उग्रवाद पर केंद्र सरकार के कई मंत्रियों, प्रभावित राज्य के मुख्य मंत्रियों, मुख्य सचिवों तथा केंद्र व राज्यों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि वामपंथी उग्रवाद पिछले कुछ दशकों से देश के सामने बड़ी चुनौती है। उनका कहना था कि वामपंथी उग्रवाद लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं करता और वामपंथी उग्रवादी सत्ता हथियाने एवं अपने लाभ के लिए सबसे कम विकसित क्षेत्रों में निर्दोष लोगों को गुमराह करते हैं। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जिस नए भारत के निर्माण की बात करते हैं उसमें वामपंथी उग्रवाद की कोई जगह नहीं है। उनका कहना था कि बंदूक के बल पर विकास और लोकतंत्र को झुकाने में वामपंथी उग्रवाद को कभी सफलता नहीं मिलेगी।
श्री अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद में पहले से काफी गिरावट आई है। उनका कहना था कि जहाँ 2009 में वामपंथी उग्रवाद की 2258 घटनायें हुईं वहीं 2018 में घटकर 833 हुई हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल केवल 60 जिलों में वामपंथी उग्रवाद की घटना नोट की गई है और इस कमी में राज्य सरकार, राज्य के सुरक्षा बल तथा केंद्रीय बलों के संयुक्त प्रयासों से सफलता प्राप्त हुई है। उन्होँने कहा कि हमें समन्वय के साथ काम करना होगा तभी वामपंथी उग्रवाद को निर्मूल किया जा सकता है।
श्री शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लिए उन्हे उपलब्ध होने वाले धन को रोकना आधारभूत मंत्र है और इसके द्वारा उनके रहने, खाने-पीने, घूमने, हथियारों की खरीद, ट्रेनिंग आदि व्यवस्थाओं को रोका जा सकता है|
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मेरा यह मानना है कि वामपंथी उग्रवाद की घटनाएँ निरंतर कम हो रही हैं इसे खत्म करने का प्रयास उसी तरह से जारी रहना चाहिये।
श्री अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए वर्ष 2015 में एक राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना बनाई गई थी इसमें सुरक्षा से संबंधित उपायों के साथ-साथ विकास के कार्यों, स्थानीय समुदायों के अधिकारों और हकधारियों को सुनिश्चित करना इत्यादि शामिल है। उनका कहना था कि 2015 की राष्ट्रीय नीति के अंतर्गत स्थानीय नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि पुलिस बलों का आधुनिकीकरण भी किया जा रहा है। श्री शाह का कहना था कि उग्रवाद प्रभावित राज्यों में स्थानीय पुलिस की सतर्कता और दक्षता के बिना वामपंथी उग्रवाद समाप्त नहीं किया जा सकता इसलिये उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
श्री शाह ने विशेष रूप से कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न मंत्रालयों की प्रमुख योजनाओं के अलावा वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशिष्ट पहल की गई हैं जिनमें प्रमुख तौर पर सड़क एवं टेलीकॉम कनेक्टिविटी में सुधार, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा शिक्षा शामिल है। उन्होंने एकलव्य मॉडल के अंतर्गत खोले जाने वाले स्कूलों की गति तेज करने, साथ ही सभी नागरिकों को 5 किलोमीटर के भीतर बैंकिंग सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की बात कही|
केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य सरकारों को विश्वास दिलाया की वामपंथी उग्रवाद को निर्मूल करने में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को माओवादियों से निपटने के लिये सक्रिय रणनीति बनाने का समय आ गया है और आतंक की घटनाओं को हर कीमत पर टालना जरूरी है। श्री शाह का कहना था कि विगत वर्षों में आईडी की घटनाओं से काफी नुकसान हुआ है जिन्हें रोकने के लिए सभी उपायों को लागू करना होगा।
श्री शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद के अंतर्गत जो निर्दोष फंसे हैं उन्हें उग्रवाद की धारा से मुख्यधारा में वापस लाना जरूरी है और उनके आत्मसमर्पण को बढ़ावा देना चाहिये। उनका कहना था कि इस प्रकार हम सबको मिलकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नये भारत की परिकल्पना को साकार करना है|
बैठक के अंत में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार एक तय समय सीमा में वामपंथी उग्रवाद के समूल निवारण तथा क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिये कृत संकल्प है।
बैठक में केन्द्र सरकार के वित्त, सड़क परिवहन और राजमार्ग, कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कौशल विकास और उद्यमिता, जनजातीय मामले, गृह राज्य मंत्री, के साथ आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
एचआईवी/एड्स रोकथाम तक पहुंच बढ़ाने के लिए सरकार अग्रसर: डॉ. हर्षवर्धन
नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि स्वास्थ्य सभी सरकारी विभागों की जिम्मेदारी है। नीतियों/ पहलों के स्वास्थ्य प्रभाव मूल्यांकन के लिए सभी मंत्रालयों में स्वास्थ्य उप-विभागों की आवश्यकता है। उन्होंने आज नई दिल्ली में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के मौके पर यह बात कही। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रत्तन लाल कटारिया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव सुश्री प्रीति सूदन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सचिव सुश्री नीलम सहानी, नाको एवं आरएनटीसी के विशेष सचिव और प्रबंध निदेशक श्री संजीव कुमार तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारितामंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती उपमा श्रीवास्तव भी उपस्थित थीं।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एचआईवी/एड्स के खिलाफ जंग को आगे ले जाने के लिए नए विचारों और नवाचारों की आवश्यकता है। इसके लिए रोग के बारे में बेहतर समझ तथा जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों मंत्रालयें के बीच यह महत्वपूर्ण समझौता है, जिसके आधार पर एचआईवी और एड्स रोकथाम के साथ नशे के व्यसन को रोकने के लिए विशेष योजनाएं और रणनीति विकसित होगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अन्य मंत्रालयों के साथ इस तरह के समझौतों के आधार पर हम एक-दूसरे की क्षमताओं का उपयोग कर सकते हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रत्तन लाल कटारिया ने कहा कि समझौते से सीमांत समूहों तक पहुंचने में सहायता होगी और भिक्षाटन,एचआईवी/एड्स पीड़ित व्यक्तियों और बच्चों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाएं चलाने का अवसर मिलेगा। श्री कटारिया ने स्वास्थ्यएवंपरिवार कल्याण मंत्रालय की पहलों की सराहना की।
जनता की टिप्पणियां आमंत्रित करने की समय सीमा बढ़ी
जनता की टिप्पणियां आमंत्रित करने की समय सीमा बढ़ी, राष्ट्रीय संसाधन दक्षता नीति, 2019 के मसौदे पर
नई दिल्ली। राष्ट्रीय संसाधन दक्षता नीति (एनआरईपी), 2019 को लागू करने की गति को देखते हुए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जनता की टिप्पणियां आमंत्रित करने की समय सीमा एक महीने के लिए बढ़ाकर 24.09.2019 कर दी है।
मंत्रालय ने जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए मसौदा नीति के आसान और व्यवस्थित कार्यान्वयन के लिए इस समय सीमा को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले मंत्रालय ने 25.07.2019 को रक्षा संसाधन दक्षता नीति, 2019 का मसौदा जारी कर सार्वजनिक/निजी संगठनों, विशेषज्ञों और संबद्ध नागरिकों सहित साझेदारों से मसौदा नीति के बारे में टिप्पणियां और सुझाव आमंत्रित किए थे।
राष्ट्रीय संसाधन दक्षता नीति (एनआरईपी) के मसौदे में पर्यावरण् की दृष्टि से अनुकूल निरंतर और उचित आर्थिक विकास, संसाधन सुरक्षा, स्वस्थ वातावरण (वायु, जल और भूमि) और समृद्ध पारिस्थितिकी तथा जैव विविधता के साथ पुन: स्थापित पारिस्थितिकी तंत्र के भविष्य की कल्पना की गई है। राष्ट्रीय संसाधन दक्षता नीति का मसौदा (i) दीर्घकालिक विकास लक्ष्य को हासिल करने और भूमंडलीय सीमाओं के भीतर रहने की बात को ध्यान में रखकर प्राथमिक संसाधनों के उपभोग में 'वहनीय' स्तरों तक कटौती, (ii) संसाधन दक्षता और संसाधनों के निरंतर उपयोग के जरिए कम वस्तुओं के साथ उच्च मूल्य तैयार करना (iii) कचरे को न्यूनतम करने (iv) वस्तुओं की सुरक्षा, और रोजगार के अवसर तथा पर्यावरण संरक्षण और उसे बहाल करने के लिए लाभकारी बिजनेस मॉडल से निर्देशित है।
राष्ट्रीय संसाधन दक्षता नीति का मसौदा मंत्रालय की वेबसाइट at http://moef.gov.in/draft-national-resource-efficiency-policy2019-inviting-comments-and-suggestions-of-stakeholders-including-publicprivate-organization-experts-and-concerned-citizens/ पर ऑनलाइन उपलब्ध है।
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