Wednesday 28 August 2019

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 में संशोधनों/परिवर्तनों को मंजूरी दी


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 में संशोधनों/परिवर्तनों को मंजूरी प्रदान की है। विधेयक केमूल स्वरूपको 17 जुलाई, 2019 को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी और संसद के दोनों सदनों ने क्रमशः 29 जुलाई, 2019 और 01 अगस्त, 2019  को आधिकारिक संशोधनों के साथ इसे पारित कर दिया।
 मंत्रिमंडल द्वारा 17 जुलाई, 2019 को स्वीकृत किए गए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 के मूल स्वरूप कोसंसद में निम्नलिखित परिवर्तनों के साथ पारित किया गया और मंत्रिमंडल को इन परिवर्तनों से अवगत कराया गया हैः
i.          धारा 4(1)(सी) –14 सदस्यों के स्थान पर 22 अंशकालिक सदस्य
ii.         धारा 4(4)(बी)-  6 सदस्यों के स्थान पर 10 सदस्य
iii.        धारा 4(4)(सी)- 5 सदस्यों के स्थान पर 9 सदस्य
iv.        धारा 37(2)- 'शिक्षण के उद्देश्यों के लिए भी' अंत में जोड़ी गई


गन्‍ना सीजन 2019-20 के दौरान चीनी के अतिरिक्‍त भंडारों के निपटारे के लिए चीनी निर्यात नीति को मंजूरी दी


  नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने गन्‍ना सीजन 2019-20 के दौरान चीनी मिलों के लिए 10,448 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर से निर्यात सब्सिडी प्रदान करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इस उद्देश्‍य की पूर्ति के लिए लगभग 6,268 करोड़ रुपए का कुल अनुमानित व्‍यय होगा।
गन्‍ना सीजन 2019-20 के लिए एकमुश्‍त निर्यात सब्सिडी आवाजाही, उन्‍नयन तथा प्रक्रिया संबंधी अन्‍य लागतों, अंतर्राष्‍ट्रीय और आंतरिक परिवहन की लागतों और निर्यात पर ढुलाई शुल्‍कों सहित लागत व्‍यय को पूरा करने के लिए अधिकतम 60 लाख मीट्रिक टन चीनी के निर्यात पर अधिकतम मान्‍य निर्यात मात्रा के लिए चीनी मिलों को आवंटित की जाएगी।
चीनी मिलों द्वारा गन्‍ने की बकाया राशि किसानों के बैंक खाते में सब्सिडी की राशि सीधे तौर पर जमा कराई जाएगी और यदि कोई शेष बकाया राशि होगी तो चीनी मिल के खाते में जमा कराई जाएगी। कृषि समझौते की धारा 9.1 (डी) और (ई) के प्रावधानों तथा डब्‍ल्‍यूटीओ के प्रावधानों के अनुसार सब्सिडी दी जाएगी।
गन्‍ना सीजन 2017-18 (अक्‍तूबर-सितम्‍बर) और गन्‍ना सीजन 2018-19 के दौरान चीनी के अतिरिक्‍त उत्‍पादन को ध्‍यान में रखते हुए, सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्‍न कदमों से भिन्‍न, मौजूदा गन्‍ना सीजन 2019-20 में लगभग 142 लाख मीट्रिक टन चीनी का खुला भंडार होगा और सीजन के अंत में लगभग 162 लाख मीट्रिक टन भंडार होने का अनुमान है।
पृष्‍ठभूमि :
चीनी के 162 लाख मीट्रिक टन के अतिरिक्‍त भंडार से गन्‍ने के मूल्‍यों पर पूरे सीजन में प्रतिकूल दबाव पैदा होगा जिससे किसानों के गन्‍ने की बकाया धनराशि के भुगतान में चीनी मिलों को कठिनाई होगी।
इस स्थिति से निपटने के लिए, सरकार ने हाल में 1 अगस्‍त, 2019 से एक वर्ष के लिए चीनी का 40 लाख मीट्रिक टन बफर भंडार तैयार किया है। हालांकि, 31 जुलाई, 2020 तक इस बफर भंडार और गन्‍ना सीजन 2019-20 के दौरान बी-हेवी मोलेस/गन्‍ना रस से इथानॉल के उत्‍पादन द्वारा चीनी पर संभावित प्रभाव तथा दो महीने के लिए मानक भंडार की जरूरत को ध्‍यान में रखते हुए, चीनी का लगभग 60 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्‍त भंडार होगा, जिसका निपटारा निर्यात के माध्‍यम से करना होगा।


परम्परागत औषधि प्रणालियों और होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत और गिनी के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने परम्परागत औषधि प्रणालियों और होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत और गिनी गणराज्य के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को कार्योत्तर मंजूरी प्रदान की है। इस समझौता ज्ञापन पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की तीन दिन की गिनी यात्रा के दौरान 02 अगस्त, 2019 को हस्ताक्षर किए गए थे।
प्रमुख प्रभावः
इस समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के बीच परम्परागत औषधि प्रणालियों के क्षेत्रों में आपसी सहयोग में वृद्धि होगी। दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए यह उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा।
कार्यान्वयन संबंधी कार्यनीति एवं लक्ष्यः
 इस समझौता ज्ञापन की हस्ताक्षरित प्रति प्राप्त होने के बाद दोनों पक्षों के बीच कार्यकलाप आरम्भ हो जाएंगे। दोनों देशों की ओर से उठाए जाने वाले कदम समझौता ज्ञापन के कार्यक्षेत्र के अनुरूप होंगे और इस समझौता ज्ञापन के प्रचालन में रहने तक जारी रहेंगे।
संबंधित खर्चः
इस समझौते के किसी तरह के अतिरिक्त वित्तीय निहितार्थ नहीं होंगे। अनुसंधान, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, सम्मेलनों/बैठकों का आयोजन करने तथा विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्ति के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन आयुष मंत्रालय के लिए मौजूदा आवंटित बजट और मौजूदा आयोजना योजनाओं से प्राप्त किए जाएंगे।
पृष्ठभूमिः
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय, आयुष प्रणालियों (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी सहित) को दुनिया भर में संवर्धित और प्रचारित करने के लिए अधिदेशित है। औषधि की आयुष प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर संवर्धित और प्रचारित करने के तहत आयुष मंत्रालय ने परम्परागत औषधि के क्षेत्र में सहयोग पर विभिन्न देशों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं तथा विभिन्न देशों में चिह्नित विश्वविद्यालयों में आयुष अकाद्मिक पीठों की स्थापना की है।
गिनी में औषधि की आयुष प्रणालियों को संवर्धित और प्रचारित करने की आवश्यकता के मद्देनजर परम्परागत औषधि एवं होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन का हमारा मानक प्रारूप गिनी के साथ मध्य एवं पश्चिम अफ्रीका प्रभाग, विदेश मंत्रालय के माध्यम से साझा किया गया।  


परम्परागत औषधि प्रणालियों और होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत और गिनी के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी


नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने परम्परागत औषधि प्रणालियों और होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत और गिनी गणराज्य के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को कार्योत्तर मंजूरी प्रदान की है। इस समझौता ज्ञापन पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की तीन दिन की गिनी यात्रा के दौरान 02 अगस्त, 2019 को हस्ताक्षर किए गए थे।
प्रमुख प्रभावः
इस समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के बीच परम्परागत औषधि प्रणालियों के क्षेत्रों में आपसी सहयोग में वृद्धि होगी। दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए यह उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा।
कार्यान्वयन संबंधी कार्यनीति एवं लक्ष्यः
इस समझौता ज्ञापन की हस्ताक्षरित प्रति प्राप्त होने के बाद दोनों पक्षों के बीच कार्यकलाप आरम्भ हो जाएंगे। दोनों देशों की ओर से उठाए जाने वाले कदम समझौता ज्ञापन के कार्यक्षेत्र के अनुरूप होंगे और इस समझौता ज्ञापन के प्रचालन में रहने तक जारी रहेंगे
संबंधित खर्चः
इस समझौते के किसी तरह के अतिरिक्त वित्तीय निहितार्थ नहीं होंगे। अनुसंधान, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, सम्मेलनों/बैठकों का आयोजन करने तथा विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्ति के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन आयुष मंत्रालय के लिए मौजूदा आवंटित बजट और मौजूदा आयोजना योजनाओं से प्राप्त किए जाएंगे।
पृष्ठभूमिः
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय, आयुष प्रणालियों (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, सोवा-रिग्पा और होम्योपैथी सहित) को दुनिया भर में संवर्धित और प्रचारित करने के लिए अधिदेशित है। औषधि की आयुष प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर संवर्धित और प्रचारित करने के तहत आयुष मंत्रालय ने परम्परागत औषधि के क्षेत्र में सहयोग पर विभिन्न देशों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं तथा विभिन्न देशों में चिह्नित विश्वविद्यालयों में आयुष अकाद्मिक पीठों की स्थापना की है।
गिनी में औषधि की आयुष प्रणालियों को संवर्धित और प्रचारित करने की आवश्यकता के मद्देनजर परम्परागत औषधि एवं होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन का हमारा मानक प्रारूप गिनी के साथ मध्य एवं पश्चिम अफ्रीका प्रभाग, विदेश मंत्रालय के माध्यम से साझा किया गया।       


औषधीय पौधों के क्षेत्र में भारत और पेरू के बीच सहयोग से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने राष्‍ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, स्वास्थ्य मंत्रालय, पेरू के बीच औषधीय पौधों के क्षेत्र में सहयोग से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है।
प्रमुख प्रभावः
दोनों देशों में औषधीय पौधों से संबंधित समृद्ध जैव विविधता और औषधीय पौधों पर आधारित स्वदेशी परम्परागत औषधि प्रणालियों की मौजूदगी पर विचार करते हुए तथा दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण एवं सहयोगपूर्ण संबंधों को मान्यता प्रदान करते हुए प्रस्तावित समझौते से दोनों देशों के बीच औषधीय पौधों के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग में वृद्धि होगी। यह समझौता दोनों देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा। यह समझौता औषधीय पौधों के संबंध में दोनों देशों के बीच सहयोग की संरचित रूपरेखा प्रदान करेगा।
कार्यान्वयन संबंधी कार्यनीति एवं लक्ष्यः
समझौते पर हस्ताक्षर होने के तत्काल बाद दोनों पक्षों के बीच कार्यकलाप आरम्भ हो जाएंगे। दोनों देशों की ओर से उठाए जाने वाले कदम समझौते के कार्यक्षेत्र के अनुरूप होंगे और इस समझौते के प्रचालन में रहने तक जारी रहेंगे।
संबंधित खर्चः
इस समझौते के किसी तरह के अतिरिक्त वित्तीय निहितार्थ नहीं होंगे। अनुसंधान, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, सम्मेलनों/बैठकों का आयोजन करने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन राष्‍ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय के लिए मौजूदा आवंटित बजट और मौजूदा आयोजना योजनाओं से प्राप्त किए जाएंगे।
पृष्ठभूमिः
जैव प्रौदयोगिकी के संदर्भ में भारत विश्व के समृद्ध देशों में से एक है तथा अनुमानित तौर पर पौधों की 7000 से अधिक प्रजातियों के लोक परम्परानुसार तथा आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध एवं होम्योपैथी (चिकित्सा की आयुष प्रणाली) जैसी परम्परागत औषधियों की प्रमाणित प्रणालियों में औषधीय उपयोग होते रहे हैं।  पेरू गणराज्य लेटिन अमेरिकी देशों में से एक है, जो विश्व में जैव विविधता की दृष्टि से भारत के समान ही महत्वपूर्ण हैं। पेरू में भी औषधीय पौधों की समृद्ध जैव विविधता है तथा औषधीय पौधों पर आधारित परम्परागत औषधि प्रणालियां मूल लोगों द्वारा प्रमुख रूप से इस्तेमाल में लाई जाती हैं।
दोनों देशों में औषधीय पौधों की समृद्ध जैव विविधता और स्वदेशी परम्परागत औषधीय प्रणालियों में इन संसाधनों के उपयोग तथा द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर विचार करते हुए औषधीय पौधों के क्षेत्र में सहयोग पर प्रस्तावित समझौते की परिकल्पना की गई है।   


आपदा प्रबंधन अवसंरचना पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन की स्थापना को मंजूरी दी


नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने नई दिल्ली में सहायक सचिवालय कार्यालय सहित आपदा प्रबंधन अवसंरचना पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन (सीडीआरआई) की स्थापना को कार्योत्तर मंजूरी प्रदान की है। इस प्रस्ताव को प्रधानमंत्री ने 13 अगस्त, 2019 को मंजूरी दी थी।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में 23 सितंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के दौरान सीडीआरआई का शुभारंभ किए जाने का प्रस्ताव है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा आयोजित यह शिखर सम्मेलन जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और इसके परिणामस्वरूप होने वाली आपदाओं से निपटने की दिशा में प्रतिबद्धता व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में राष्ट्राध्यक्षों को एक साथ लाएगा तथा सीडीआरआई के लिए आवश्यक उच्च स्तर पर ध्यान देने योग्य बनाएगा।
अन्य बातों के अलावा निम्नलिखित पहलों को मंजूरी दी गईः
क)      नई दिल्ली में सहायक सचिवालय कार्यालय सहित आपदा प्रबंधन अवसंरचना पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन (सीडीआरआई) की स्थापना;
ख)     संस्था पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अंतर्गत संस्था के रूप में सीडीआरआई के सचिवालय की नई दिल्ली में स्थापना 'सीडीआरआई संस्था' अथवा इससे मिलते-जुलते नाम से उपलब्धता के आधार पर की जाएगी। संस्था का ज्ञापन और 'सीडीआरआई संस्था' के उपनियमों को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा यथासमय तैयार किया जाएगा और इन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा।
ग)      सीडीआरआई को तकनीकी सहायता और अनुसंधान परियोजनाओं का निरंतर आधार पर वित्त पोषण करने, सचिवालय कार्यालय की स्थापना करने तथा बार-बार होने वाले खर्चों के लिए वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक पांच वर्ष की अवधि के लिए आवश्यक राशि हेतु भारत सरकार की ओर से 480 करोड़ रुपये (लगभग 70 मिलियन डॉलर) की सहायता को सैद्धांतिक मंजूरी देना; और
घ)      चार्टर दस्तावेज का समर्थित स्वरूप सीडीआरआई के लिए संस्थापक दस्तावेज का कार्य करेगा। एनडीएमए द्वारा विदेश मंत्रालय के परामर्श से संभावित सदस्य देशों से जानकारी लेने के बाद इस चार्टर को अंतिम रूप दिया जाएगा।
प्रमुख प्रभावः
सीडीआरआई एक ऐसे मंच के रूप में सेवाएं प्रदान करेगा, जहां आपदा और जलवायु के अनुकूल अवसंरचना के विविध पहलुओं के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी और उसका आदान-प्रदान किया जाएगा। यह विविध हितधारकों की तकनीकी विशेषज्ञता को एक स्थान पर एकत्र करेगा। इसी क्रम में, यह एक ऐसी व्यवस्था का सृजन करेगा, जो देशों को उनके जोखिमों के संदर्भ तथा आर्थिक जरूरतों के अनुसार अवसंरचनात्मक विकास करने के लिए  उनकी क्षमताओं और कार्यपद्धतियों को उन्नत बनाने में सहायता करेगी।
 इस पहल से समाज के सभी वर्ग लाभांवित होंगे। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, महिलाएं और बच्चे आपदाओं के प्रभाव की दृष्टि से समाज का सबसे असुरक्षित वर्ग होते हैं और ऐसे में  आपदा के अनुकूल अवसंरचना तैयार करने के संबंध में ज्ञान और कार्यपद्धतियों में सुधार होने से उन्हें लाभ पहुंचेगा। भारत में, पूर्वोत्तर और हिमालयी क्षेत्र भूकंप के खतरे, तटवर्ती क्षेत्र चक्रवाती तूफानों और त्सुनामी के खतरे तथा मध्य प्रायद्वीपीय क्षेत्र सूखे के खतरे वाले क्षेत्र हैं।
नवाचारः
विभिन्न प्रकार की आपदा के जोखिम तथा विकास के संदर्भों वाले विभिन्न देशों में आपदा के जोखिम में कमी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अनेक तरह की पहल तथा अवसंरचना विकास से संबंधित अनेक तरह की पहल मौजूद है।
आपदा के अनुकूल अवसंरचना के लिए वैश्विक संगठन उन चिंताओं को दूर करेगा, जो विकासशील और विकसित देशों, छोटी और बड़ी अर्थव्यवस्थाओं, अवसंरचना विकास की आरंभिक और उन्नत अवस्था वाले देशों तथा मध्यम या उच्च आपदा जोखिम वाले देशों में समान रूप से विद्यमान हैं। अवसंरचना पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सेंदाई फ्रेमवर्क, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी)  और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के मिलन-बिंदु पर ठोस पहल से संबंधित कुछ कार्य हैं। आपदा के अनुकूल अवसंरचना पर फोकस करने से एक ही समय पर सेंदाई फ्रेमवर्क के अंतर्गत हानि में कमी लाने से संबंधित लक्ष्यों पर ध्यान दिया जाएगा, अनेक एसडीजी पर ध्यान दिया जा सकेगा तथा जलवायु परिवर्तन से संबंधित अनुकूलन में भी योगदान मिलेगा। इसलिए, आपदा प्रबंधन अवसंरचना पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के लिए स्पष्ट अवसर है।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्राकृतिक जोखिम के खतरे से संबंधित सूचना का प्रकाशन होने से लोगों को अपने क्षेत्रों के जोखिम के बारे में समझने का अवसर मिलेगा तथा वे स्थानीय और राज्य सरकारों से जोखिम में कमी लाने तथा उससे निपटने के उपायों की मांग कर सकेंगे।


30 अगस्त, 2019 को लखनऊ में मेगा वेंडर मीट-2019 का होगा आयोजन


नई दिल्ली। भारतीय रेल की अनुसंधान इकाई, अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) 30 अगस्त, 2019 को लखनऊ में विशाल विक्रेता सम्मेलन (मेगा वेंडर मीट) का आयोजन कर रहा है। सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय रेल आपूर्ति श्रृंखला में उद्योग जगत की भागीदारी को प्रोत्साहन प्रदान करना है। इस सम्मेलन के लिए देशभर से उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सम्मेलन में भाग लेना निःशुल्क रखा गया है। भारत सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अनुरूप आरडीएसओ ऐसे सम्मेलनों के माध्यम से भारतीय उद्योग जगत को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना चाहता है।
सम्मेलन में आरडीएसओ द्वारा नियंत्रित उन वस्तुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसके लिए स्वीकृत विक्रेताओं की संख्या तीन से कम है। यह सूची आरडीएसओ वेबसाइट www.rdso.indianrailways.gov.in. पर उपलब्ध है।
सम्मेलन के दौरान आरडीएसओ 'व्यापार में सुगमता' विषय पर एक प्रस्तुति देगा। इस सम्मेलन के माध्यम से आरडीएसओ और उद्योग जगत को परस्पर विचार-विमर्श करने का मंच प्राप्त होगा। कुछ चयनित आरडीएसओ वस्तुओं को लाईव दिखाया जाएगा।
विक्रेता सम्मेलन के बारे में जानकारी के प्रसार के लिए निम्न कदम उठाए गए हैं-
फिक्की, सीआईआई, एसोचैम, आईईईएमए जैसे उद्योग परिसंघों को सूचना भेजी जा चुकी है और उन्हें सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
रेलवे जोन के महाप्रबंधकों से अनुरोध किया गया है कि वे संभावित विक्रेताओं को सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करे। रेलवे जोन के मुख्यालयों तथा मंडल कार्यालयों में पोस्टर लगाए गए है।
आरडीएसओ द्वारा नियंत्रित वस्तुओं की आपूर्ति के संदर्भ में विक्रेताओं को प्रोत्साहन देने के लिए आरडीएसओ ने कई उपाय किए है। उदाहरण के लिए तीन आपूर्तिकर्ताओं से कम संख्या वाली वस्तुओं के पंजीकरण शुल्क को 1,50,000 रुपये से घटाकर 10,000 रुपये (सूक्ष्म व लघु उद्यमों के लिए) कर दिया गया है तथा 2,50,000 रुपये से घटाकर 50,000 रुपये (अन्य के लिए) कर दिया गया है। इसके अलावा उत्पाद की जांच का खर्च आरडीएसओ वहन करेगी।


संवाददाता सम्‍मेलन आयोजित


नई दिल्ली। सीबीडीटी ने स्‍पष्‍ट किया, घरेलू निवेशकों (एआईएफ श्रेणी III सहित) और एफपीआई के लिए अलग-अलग कराधान व्‍यवस्‍था आम बजट 2019 से पहले से ही लागू थी
केन्‍द्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आज कहा कि मीडिया के एक वर्ग में इस आशय की गलत धारणा बनती जा रही है कि केन्‍द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा 23 अगस्‍त, 2019 को एक संवाददाता सम्‍मेलन में की गई विभिन्‍न घोषणाओं के फलस्‍वरूप ही एआईएफ श्रेणी III सहित घरेलू निवेशकों और एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) के लिए अलग-अलग कराधान व्‍यवस्‍था बन गई है। उल्‍लेखनीय है कि इस संवाददाता सम्‍मेलन में देश की अर्थव्‍यवस्‍था को नई गति प्रदान करने के लिए अनेक उपयुक्‍त ढांचागत उपायों की घोषणा की गई थी।
सोशल मीडिया सहित मीडिया के एक वर्ग में बनती जा रही इस आशय की गलत धारणा को निराधार बताते हुए सीबीडीटी ने कहा कि घरेलू निवेशकों (एआईएफ श्रेणी III सहित) और एफपीआई के लिए अलग-अलग व्‍यवस्‍था आम बजट 2019 से पहले से ही लागू थी, अत: वित्त (संख्‍या 2) अधिनियम, 2019 अथवा वित्त मंत्रालय द्वारा 23 अगस्‍त, 2019 को देश की अर्थव्‍यवस्‍था को नई गति देने के उद्देश्‍य से की गई विभिन्‍न घोषणाओं के कारण ऐसा नहीं हुआ।
सीबीडीटी ने इस संबंध में आगे यह बताया है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के मामले में आयकर अधिनियम, 1961 में डेरिवेटिव से होने वाली आय के कराधान के लिए विशेष प्रावधान [धारा 115एडी, जिसे धारा 2(14) के साथ पढ़ें] हैं। इस व्‍यवस्‍था के तहत एफपीआई को डेरिवेटिव से होने वाली आय को पूंजीगत लाभ माना जाता था और अधिनियम की धारा 115एडी के अनुसार उस पर टैक्‍स की विशेष दर देय थी। हालांकि, एआईएफ श्रेणी III सहित घरेलू निवेशकों के साथ-साथ विदेशी निवेशकों (जो एफपीआई नहीं हैं) को डेरिवेटिव से होने वाली आय को सदैव ही पूंजीगत लाभ के बजाय  व्‍यावसायिक आमदनी या बिजनेस इनकम माना जाता रहा है और उस पर आयकर की सामान्‍य दर लागू होती रही है। अत: यह स्‍पष्‍ट है कि धारा 115एडी के जरिए एफपीआई के लिए अलग कराधान व्‍यवस्‍था पहले से ही लागू थी। ऐसे में यह कहना गलत है कि आम बजट 2019 अथवा वित्त मंत्री द्वारा 23 अगस्‍त, 2019 को की गई घोषणा के कारण ही एफपीआई और घरेलू निवेशकों के लिए अलग-अलग कराधान व्‍यवस्‍था बन गई है।


49वें स्थापना दिवस पर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो का पुरस्कार समारोह सम्पन्न


नई दिल्ली।  केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज यहाँ पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के 49वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए कहा कि सरकार की चर्चा विकास के कार्यों को लेकर होती है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन कर दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं जिसके लिए निहायत जरूरी है कि देश की आंतरिक कानून व्यवस्था मजबूत हो| उनका कहना था की यदि आंतरिक सुरक्षा मजबूत नहीं होगी तो 5 ट्रिलियन इकोनॉमी भी मुश्किल है और आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने में बीपीआरडी की भूमिका थिंकटैंक की है|  
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सीआरपीसी तथा आईपीसी में बदलाव वक्त की जरूरत है जिसपर काम किया जा रहा है| उन्होने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की  नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी तथा फॉरेंसिंक यूनिवर्सिटी बनेगी जिसका उद्देश्य पुलिस तथा सशस्त्र बलों में जाने वाले विद्यार्थियों को तैयार करना होगा | श्री अमित शाह ने कहा कि देश में केसों में सजा कराने का अनुपात दयनीय है जिसे फॉरेंसिक साइंस की वैज्ञानिक रिपोर्ट की मदद से सुधारा जा सकता है| उन्होने कहा कि इसके लिए मानव संसाधन की व्यवस्था भी करनी होगी|
 श्री शाह ने कहा कि जेल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण की आवश्यकता है जिससे मुजरिमों को सजा के बाद बाहर आने पर अच्छा नागरिक बनाया जा सके| श्री अमित शाह ने कहा कि पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो राज्यों की पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ करने में प्रभावशाली भूमिका निभा सकता है| उन्होने कहा कि बीपीआरडी को राज्य की पुलिस आधुनिकीकरण का सशक्त प्लान बनाना चाहिए|
श्री शाह ने पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो की स्थापना से पचासवें वर्ष में प्रवेश तक सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यदि कोई संस्था 50 साल तक चलती है तो साबित होता है कि उस संस्था के काम में दम है और काम करने वालों में भी दम है|
श्री अमित शाह का कहना था कि जब देश में अंग्रेजों के समय में पुलिस व्यवस्था की स्थापना की गयी थी तब राज्य का रक्षण, खजाने का रक्षण क्रांतिकारियों का दमन आदि की सोच थी | यह उनकी सोच को दर्शाता था क्योंकि उन्हें अपना राज्य बरकरार रखना था | श्री शाह ने कहा कि आजादी के बाद सरदार पटेल ने पहली बार पुलिस को लोगों की सेवा तथा मानव अधिकारों की रक्षा का दायित्व सौंपा और मुझे संतुष्टि है कि अभी तक यह कार्य बखूबी किया गया है | उन्होने पुलिस व्यवस्था के साथ पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार को समय की आवश्यकता बताया | श्री शाह ने कहा कि आने वाले समय में चुनौतियाँ बदल रही हैं जिनका सामना करने के लिए लिए पुलिस के आधुनिकीकरण पर जोर देना आवश्यक है| उन्होने आगे बताया कि आंतरिक सुरक्षा में 34800 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों ने बलिदान दिया है तब जाकर यह साख बनी है जिसे बरकरार रखना होगा |
कार्यक्रम में बोलते हुए गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि आज आतंकवाद, नक्सलवाद अपराध, कानून व्यवस्था आदि अनेक चुनौतियां हैं इसलिए ऐसी तकनीक विकसित होनी चाहिए कि अपराध होने से पहले ही रोका जा सके| श्री रेड्डी ने कहा कि इसके लिए लगातार आधुनिकीकरण भी जरूरी है | उनका कहना था कि हमें मोदी जी की स्मार्ट पुलिस की संकल्पना को साकार करना है और जनता की अपेक्षा पर खरा उतरने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है | श्री जी किशन रेड्डी का कहना था कि आज ऑनलाइन फ्रॉड तथा साइबर क्राइम सहित यातायात के नियमों पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है |  उन्होने बताया कि 2015 में मोदी सरकार के समय में वूमेन सेफ्टी विंग स्थापित की गई थी जो आज पूर्णतया सक्रिय है|
 इस मौके पर भारत सरकार के गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, महानिदेशक बीपीआरडी सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे |


सेनेगल में आईएनएस तरकश डकार


नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की अफ्रीका, यूरोप और रूस में समुद्र पार तैनाती के तहत भारतीय नौसैनिक जहाज तरकश आज 27 अगस्त, 2019 को तीन दिवसीय यात्रा के दौरान डकार, सेनेगल स्थित मध्यवर्ती बंदरगाह में रूका। यह जहाज मुंबई स्थित पश्चिमी नौसैनिक कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के परिचालन कमान के अंतर्गत भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है। मध्यवर्ती बंदरगाह सेनेगल के साथ भारत के अच्छे संबंधों को दर्शाता है। कैप्टन सतीश वासुदेव की कमान में आईएनएस तरकश भारतीय नौसेना के सबसे शक्तिशाली अग्रणी युद्धपोतों में से एक है जो बहु-उपयोगी हथियारों और सेंसरों से लैस है।
मध्यवर्ती बंदरगाह में रूकने के दौरान सेनेगल में विभिन्न गणमान्य व्यक्ति और सरकारी अधिकारी जहाज का दौरा करेंगे। दोनों देशों के बीच सहयोग आगे बढ़ाने के लिए सेनेगल की नौसेना के साथ पेशेवर बातचीत की योजना बनाई गई है। सामाजिक कार्यों और खेल गतिविधियों के साथ दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों को भी साझा किया जाएगा। तरकश 30 अगस्त, 2019 को सेनेगल की नौसेना के जहाजों के साथ समुद्र में पासेज एक्सरसाइज (युद्ध अथवा मानवीय सहायता के समय दो देशों की नौसेनाओँ के बीच संपर्क और सहयोग) करेंगे जिससे दोनों नौसेना के बीच पारस्परिकता बढ़ेगी।
सेनेगल और भारत के बीच परंपरागत तौर पर सौहार्दपूर्ण और मित्रतापूर्ण संबंध है। दोनों देश लोकतंत्र के साझा मूल्यों, विकास और धर्मनिरपेक्षता को साझा करते हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए अनेक द्विपक्षीय सहयोग किए गए हैं। भारतीय सशस्त्र सेना भारत के रक्षा प्रशिक्षण संस्थानों में सेनेगल की सशस्त्र सेनाओं के जवानों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाती है।
मित्र देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मजबूत करने के भारतीय नौसेना के मिशन के तहत भारतीय नौसैनिक जहाजों को नियमित रूप से समुद्र पार तैनात किया जाता है।


समझौता ज्ञापन पर के बीच भारतीय नौसेना और भारतीय मौसम विभाग हस्ताक्षर 


नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा चक्रवात अभिज्ञान रडार (साइक्लोन डिटेक्शन रडार-सीडीआर) भवन भारतीय नौसेना को सौंपने के लिए भारतीय नौसेना और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के बीच 28 अगस्त 2019 को कोच्चि स्थित नौसेना बेस में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) के चीफ ऑफ स्टाफ रियर एडमिरल आर जे नाडकर्णी, एवीएसएम, वीएसएम और आईएमडी, दिल्ली की ओर से मौसम विज्ञान के अपर महानिदेशक (उपकरण), वैज्ञानिक 'जी', डॉ. डी. प्रधान ने क्रमशः भारतीय नौसेना और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन से भारतीय नौसेना कोच्चि स्थित नौसेना के परिसर में सीडीआर भवन का उपयोग मौसम संबंधी उद्देश्यों के लिए करने में सक्षम हो सकेगी।
सीडीआर भवन का निर्माण नौसेना बेस के अंदर 1983-86 के दौरान किया गया था, जिसमें मैसर्स भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा संस्थापित एक एस-बैंड चक्रवात अभिज्ञान रडार (साइक्लोन डिटेक्शन रडार-सीडीआर) था। इस सुविधा का संचालन आईएमडी द्वारा 1987-2017 के दौरान पुराने कोच्चि हवाई अड्डे - वर्तमान में नौसैनिक हवाई अड्डा आईएनएस गरुड़ पर नागरिक उड्डयन के लिए मौसम संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए किया गया था । वर्ष 2017 में, एस-बैंड रडार अप्रचलित हो जाने पर आईएमडी ने मुंडमवेली, कोच्चि में एक नया डॉपलर वेदर रडार (डीडब्ल्यूआर) संचालित करना प्रारंभ किया। तब से सीडीआर भवन खाली पड़ा था और किसी भी उपयोग में नहीं लाया जा रहा था। भारतीय नौसेना के अनुरोध पर आईएमडी ने इस भवन को मौसम संबंधी उद्देश्यों के लिए स्थायी रूप से उसे सौंपने पर सहमति व्यक्त की है।
डॉ. प्रधान ने इस भवन की चाबी कमोडोर दीपक कुमार, चीफ स्टाफ ऑफिसर (परिचालन), एसएनसी को कमोडोर मनोज कुमार सिंह, कमोडोर (नौसैनिक समुद्र विज्ञान एवं मौसम विज्ञान), नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली की उपस्थिति में सौंपी गई। भवन का उपयोग 2013 में स्थापित परिचालन इकाई भारतीय नौसैनिक मौसम विज्ञान विश्लेषण केंद्र (आईएनएमएसी) द्वारा किया जाएगा।


75 नए चिकित्साा महाविद्यालयों की मंजूरी


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों की मत्रिमंडल  समिति ने केंद्र प्रायोजित जारी योजना के तीसरे चरण के तहत 2021-22 तक मौजूदा जिला/रेफरल अस्‍पतालों के साथ संलग्‍न 75 अतिरिक्‍त सरकारी चिकित्‍सा महाविद्यालयों की स्‍थापना के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
स्‍वास्‍थ्‍य सेवा से जुड़ी आधारभूत सुविधा और मानव शक्ति की उपलब्‍धता बढ़ाने के उद्देश्‍य से आज मंजूर की गई योजनाओं के लिए, मंत्रिमंडल ने 15वें वित्‍त आयोग की अवधि के दौरान यानि 2021-22 तक 24,375 करोड़ रुपए के व्‍यय को भी मंजूरी दे दी है।
मौजूदा जिला/रेफरल अस्‍पतालों से संलग्‍न नए चिकित्‍सा महाविद्यालय की स्‍थापना से सरकारी क्षेत्र में योग्‍य स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यावसायिकों, उन्‍नत सेवाओं की उपलब्‍धता बढेगी, जिला अस्‍पतालों की मौजूदा अवसंरचना का इस्‍तेमाल होगा और देश में किफायती चिकित्‍सा शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
 बिना चिकित्‍सा महाविद्यालय वाले स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा से वंचित क्षेत्रों में कम- से-कम 200 बिस्‍तर वाले जिला अस्‍पतालों में नए चिकित्‍सा महाविद्यालयों की स्‍थापना की जाएगी। आकांक्षापूर्ण जिलों और 300 बिस्‍तरों वाले जिला अस्‍पतालों को प्रमुखता दी जाएगी।
नए चिकित्‍सा महाविद्यालयों (58+24+75) की स्‍थापना की योजना से देश में एमबीबीएस की कम-से-कम15,700 सीटें बढेंगी।
स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा अवसंरचना के सृजन पर निरंतर जोर देते हुए, सरकार ने इससे पूर्व प्रथम चरण में मौजूदा जिला/रेफरल अस्‍पतालों से संलग्‍न 58 नए चिकित्‍सा महाविद्यालयों और दूसरे चरण में 24 नए चिकित्‍सा महाविद्यालयों की स्‍थापना को मंजूरी दी थी। इनमें से प्रथम चरण के तहत 39 चिकित्‍सा महाविद्यालय ने अपना काम शुरू कर दिया है, जबकि 2020-21 तक शेष 19 चिकित्‍सा महाविद्यालय क्रियाशील हो जाएंगे। दूसरे चरण में 18 नए चिकित्‍सा महाविद्यालयों की मंजूरी दी गई है।
पृष्‍ठभूमि :
'सर्वे भवन्‍तु सुखिन: सर्वे सन्‍तु निरामया:'सरकार का मार्गदर्शक सिद्धांत है। सरकार ने 'आयुष्‍मान भारत'के एक हिस्‍से के रूप में दो ऐतिहासिक पहलों की घोषणा की है, जिससे प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक सेवा प्रणाली पर जोर देते हुए स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी समस्‍याओं के पूर्णत: समाधान और रोकथाम होने के साथ-साथ स्‍वास्‍थ्‍य सेवा को बढ़ावा मिलेगा।


राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 में संशोधनों/परिवर्तनों को मंजूरी दी


नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 में संशोधनों/परिवर्तनों को मंजूरी प्रदान की है। विधेयक केमूल स्वरूपको 17 जुलाई, 2019 को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी और संसद के दोनों सदनों ने क्रमशः 29 जुलाई, 2019 और 01 अगस्त, 2019  को आधिकारिक संशोधनों के साथ इसे पारित कर दिया।
मंत्रिमंडल द्वारा 17 जुलाई, 2019 को स्वीकृत किए गए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक, 2019 के मूल स्वरूप कोसंसद में निम्नलिखित परिवर्तनों के साथ पारित किया गया और मंत्रिमंडल को इन परिवर्तनों से अवगत कराया गया हैः


i.          धारा 4(1)(सी) –14 सदस्यों के स्थान पर 22 अंशकालिक सदस्य


ii.         धारा 4(4)(बी)-  6 सदस्यों के स्थान पर 10 सदस्य


iii.        धारा 4(4)(सी)- 5 सदस्यों के स्थान पर 9 सदस्य


iv.        धारा 37(2)- 'शिक्षण के उद्देश्यों के लिए भी' अंत में जोड़ी गई


भारत और गाम्बिया के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को मंजूरी


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने परम्परागत औषधि प्रणालियों के क्षेत्र में भारत और गाम्बिया के बीच सहयोग से संबंधित समझौता ज्ञापन को कार्योत्तर मंजूरी प्रदान की है। इस समझौता ज्ञापन पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद की गाम्बिया यात्रा के दौरान 31 जुलाई, 2019 को हस्ताक्षर किए गए थे।
यह समझौता ज्ञापन परम्परागत औषधि प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए भारत और गाम्बिया के बीच सहयोग की रूपरेखा प्रदान करेगा तथा इस क्षेत्र में दोनों देशों को परस्पर लाभांवित करेगा। समझौता ज्ञापन में उल्लिखित गतिविधियों से गाम्बिया में औषधि की आयुष प्रणालियों के महत्व को प्रोत्साहन मिलेगा।
इस समझौता ज्ञापन के परिणामस्वरूप, चिकित्सकों के प्रशिक्षण के लिए विशेषज्ञों तथा परम्परागत चिकित्सा प्रणालियों में सहयोगपूर्ण अनुसंधान करने वाले वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान से औषधि के विकास तथा परम्परागत औषधियों के सेवन के क्षेत्र में नये नवाचारों का मार्ग प्रशस्त होने की संभावना है।


सिफारिशियों में मायूसी "लॉटरी पद्धति से लेखपालों के तबादले

 



" स्वच्छ व पारदर्शी प्रशासन के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने लेखपालों के स्थानान्तरण ऐसी प्रक्रिया से किया है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। राजस्व परिषद के आदेश है कि 10 साल से ऊपर किसी एक तहसील में तैनात लेखपालों का स्थानान्तरण कर दिया जाये। मोदीनगर तहसील के 07 व सदर तहसील के 01 लेखपाल इस सूची में शामिल थे। तहसील से लेकर जिला तक जुगत बैठाई जा रही थी कि किसको कहाँ भेजा जायेमनचाही तहसील जाने के लिए कई भारी-भरकम शिफारिसें भी विभिन्न स्तरों पर पहुँच रही थी। परन्तु इन सारी कवायदो को जिलाधिकारी ने एक ही झटके में किनारे लगा दियाजिलाधिकारी ने स्थानान्तरण योग्य लेखपालों को सुबह 09-00 बजे कलेक्ट्रेट के सभागार में बुलवाया। लेखपालों की जिलाधिकारी के सामने तलबी उनका बी0पी0 बढ़ाने लगी थी, परन्तु जिलाधिकारी ने सभागार में पहुंच कर अपर जिलाधिकारी बी0पी0 बढ़ाने लगी थी, परन्तु जिलाधिकारी ने सभागार में पहुंच कर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को बुलवाया और यह घोषणा की कि "लेखपालों को लॉटरी पद्धति के माध्यम से स्थानान्तरण किया जायेगा।" फिर तहसीलों के नाम की पर्ची लेखपालों के सामने ही तैयार कराकर मेज पर रख दीफिर एक-एक लेखपाल से पर्ची उठाने को कहा गया। जिस लेखपाल ने जिस तहसील की पर्ची उठाई, उसे उसी तहसील में भेज दिया गया। तत्काल स्थानान्तरण आदेश बनवाकर उन्हें जारी कर दिया गया10 साला स्थानान्तरण के बाद कुछ ऐसे लेखपालों को भी हटाने का निर्णय लिया गया, जो प्रशासनिक आधार पर उप जिलाधिकारियों द्वारा संस्तुति की गयी थी। इन लेखपालों के भी नामों की पर्ची बनाकर उनको लॉटरी पद्धति से तहसील में स्थानान्तरण कर दिया गया। इस प्रक्रिया में कुल 18 लेखपालों के स्थानान्तरण किये गये है, जिनके नाम निम्नवत् है – विजेद्र सिंह, भगत सिंह, सुरेन्द्र सिंह, आशुतोष, किरणपाल गौतम, राहुल राठी, सुजीत कुमार, संजीव कुमार आदि है। जिलाधिकारी ने बताया कि "वे सभी लेखपालों को समान अवसर देना चाहते है, सबको समान मानते है। इस लिए बिना किसी भेदभाव, पारदर्शिता से स्थानान्तरण किये गये है। हॉ इन स्थानान्तरण के बाद उनकी कार्यक्षमता, ईमानदारी और परफोरमेंस पर नज़र रखी जायेगी। अच्छे कर्मचारियों को पुरूस्कृत किया जायेगा और गलत काम करने वालों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी।" जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह एक क्षेत्र में लम्बे समय से तैनात लेखपालों कोचिन्हित करें और इसी लॉटरी पद्धति से तहसील सीमा के अन्तर्गत उनका क्षेत्र बदलने का काम करें। लॉटरी पद्धति से हुए इन स्थानान्तरण के बाद लेखपालों ने पूरी संतुष्टि व्यक्त की। कुछ ने कहा कि भले ही हमें मनपंसद तहसील नही मिली, परन्तु हमें इस बात की खुशी है कि कोई शिफारिशें तो नही चलीं और कोई सिफारिशी आगे भी नही बढ़ पाया


प्रदेश का पहला जिला गाजियाबाद जहां किया गया जिला सड़क नियन्त्रण समिति का गठन

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जनपद गाजियाबाद प्रदेश का पहला जिला होगा जहाँ पर जिला सड़क नियन्त्रण समिति (District Road Control Committee) का गठन किया गया हैसड़कों के निर्माण कार्यो पर करोड़ों रूपये प्रतिवर्ष खर्च किये जाते है। सड़कों पर होने वाले खर्च को लाभदायी बनाने के लिए, स्थाई बनाने के लिए, गुणवत्तापरक बनाने के लिए और भ्रष्टाचारमुक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने एक लीक से हटकर पहल की है। सड़कों के निर्माण में लगे सभी विभागों यथाएन0एच0, पी0डब्लूण्डी0, आर0ई0एस0, जिला पंचायत, आवास विकास परिषद, यू०पी०एस0आई0डी0सी0, नगर निगम, डूडा और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियन्ताओं की एक बैठक आज उन्होंने कलेक्ट्रेट के सभागार में बुलाई। बैठक में / FISTRA जिलाधिकारी ने सड़कों से जुडे सभी गंभीर विषयों को रखा एवं विस्तृत चर्चा की। हर विभाग अपने-अपने तरीके से सड़कों का निर्माण कार्य कराता हैविभागों में समन्वय का अभाव रहता है। इस कारण सड़कों के निर्माण में डूप्लीकेसी की संभावना बनी रहती है। विभागों के सड़क निर्माण की लागत में भी भारी-भरकम अन्तर देखने को मिलता है। एक विभाग सड़क बनाता है और दूसरे विभाग को नाली-नाले का काम करना पड़ता हैनाली-नाले के निर्माण होने से सड़के खराब हो जाती है। जिलाधिकारी ने सड़कों के निर्माण में इन समस्याओं का समाधान हेतु अपनी अध्यक्षता में जिला सड़क नियन्त्रण समिति का गठन किया हैइसके सदस्य सचिव मुख्य विकास अधिकारी और समन्वयक अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, खण्ड-2 गाजियाबाद को रखा गया है। यह समिति माह में 01 बैठक करेगी और इस बैठक में विभाग अपने-अपने प्रस्ताव समिति के समक्ष रखेगें। समिति एक-दूसरे विभाग से अनापत्तियाँ प्राप्त करेगी। विभाग सड़कों की लागत से समिति को अवगत करायेंगे। इससे विभिन्न विभागों द्वारा सड़कों के निर्माण में तैयार कराये जाने वाले एस्टीमेट में अन्तर का खुलासा भी हो पाऐगा और उसे नियन्त्रण भी किया जा सकेगा। इस समिति में जनपद में कार्य करने वाली समस्त कार्यदायी संस्थाओं के पदाधिकारी सदस्य होंगे। जिलाधिकारी के इस निर्णय से सड़कों के निर्माण को लेकर जो अफरा-तफरी होती है, पर काफी हद तक नियंत्रण हो जाऐगा। जिलाधिकारी ने इस बैठक में हर विभाग को इसके अधीन आने वाली सड़कों का डेटाबेस तैयार कराने का भी निर्देश दिया है, जिसे "सडक कुण्डली"का नाम दिया गया है। इस कुण्डली में कितनी लागत आयी, ठेकेदार कौन था तथा सड़क की मरम्मत कब हुई आदि का उल्लेख किया जायेगा। "सड़क कुण्डली" नाम से इस डेटाबेस को कलेक्टर कार्यालय में भी सुरक्षित रखा जाऐगा तथा अपडेट किया जायेगा। जिलाधिकारी ने यह भी निर्णय लिया है कि हर विभाग के निर्माणाधीन/निर्मित किसी भी एक सड़क का लॉटरी पद्धति से चयन कर उसकी जाँच आई0आई0टी0 रूड़की से करायी जाऐगी, जॉच में आने वाला खर्चा सम्बन्धित विभाग से किया जायेगा। इस प्रकार की औचक जॉच से सारे विभाग और उनके ठेकेदार एलर्ट पर रहेंगे कि न जाने कब किसका नम्बर लग जाये


डिग्री कालेज में बालिकाओं को स्वच्छता के बारे में किया जागरुक 


 दादरी। एनटीपीसी दादरी में 16-31 अगस्त, 2019 के दौरान स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस अवसर पर 28 अगस्त, 2019 को आयोजित एक कार्यक्रम में मिहिर भोज बालिका डिग्री कालेज, दादरी की छात्राओं को स्वच्छता के महत्व समझाये गये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्रीमती विजय लक्ष्मी मुरलीधरन ने छात्राओं का आहवान करते हुए कहा कि जीवन में व्यक्ति सुरक्षा अति आवष्यक है। अतः अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमे स्वच्छत अपनानी चाहिए और अन्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक भी करना चाहिए। इस अवसर पर बालिकाओं को स्वच्छता की षपथ भी दिलाई गई। 
इस कार्यक्रम में डा. मनीशा पांडेय, स्त्री रोग विषेशज्ञ द्वारा बालिकाओं को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया गया। अपने व्याख्यान में डा. पांडेय ने बालिकाओं और महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता, कार्यक्षेत्र की साफ-सफाई के बारे में बताया जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवष्यक है। बालिकाओं को संबोधित करते हुए डा. पांडेय ने कहा कि वे अपने आस-पास में भी स्वच्छता का संदेष प्रचारित करें और आम जन को स्वच्छता के प्रति जागरुक करें। इस कार्यक्रम में लगभग 250 बालिकाओं को स्वच्छता के संदेष के साथ सेनेटरी पेड भी वितरित किये गये। कार्यक्रम के दौरान वरिश्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री कन्हैया लाल एवं कालिज की अध्यापिकाएं भी उपस्थित थी।


 


एनटीपीसी दादरी में स्वच्छता पखवाडे़ के अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम


 दादरी। एनटीपीसी दादरी में 16-31 अगस्त, 2019 के दौरान मनाये जा रहे स्वच्छत पखवाड़े के अंतर्गत समीवर्ती क्षेत्रों में भी कारपोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इसी प्रकार दादरी स्थित मिहिर भोज बालिका महाविद्यालय में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन 28 अगस्त, 2019 को किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्रीमती विजय लक्ष्मी मुरलीधरन ने छात्राओं को स्वच्छता की षपथ ग्रहण कराते हुए उनसे आस-पास के क्षेत्रों में सफाई रखने और वृक्षारोपण करने का आहवान किया। श्रीमती विजय लक्ष्मी ने छात्राओं के साथ कालेज प्रांगण में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर कुल 200 पौधे लगाये गये। कार्यक्रम के दौरान वरिश्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री कन्हैया लाल एवं कालिज की अध्यापिकाएं भी उपस्थित थी।


 


किसानों को खेत पर सिंचाई सुविधा हेतु अनुदान देकर

किसानों को खेत पर सिंचाई सुविधा हेतु अनुदान देकर 
प्रदेश सरकार करा रही है निजी नलकूपों की स्थापना


लखनऊ। लघु सिंचाई संसाधनों के माध्यम से किसानों के हर खेत, हर फसल को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निजी नलकूपों की स्थापना कराते हुए प्रदेश सरकार किसानों के फसलोत्पादन में वृद्धि कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है। प्रदेश सरकार द्वारा कृषकों को निजी लघु सिंचाई हेतु नलकूपों की स्थापना के लिए अनुदान तथा तकनीकी दिशा-निर्देशन भी दिया जाता है। प्रदेश में संचालित लघु सिंचाई कार्यक्रम विश्व में किसी एक विभाग द्वारा संचालित किये जाने वाला सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का प्रदेश के सिंचन क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। यह कार्यक्रम कृषकों के सहयोग से उनके सिंचाई साधनों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु संचालित किया जाता है। प्रदेश के भौगोलिक भू-भागों के आधार पर यह सिंचाई कार्यक्रम लागू है। प्रदेश के मैदानी भागों में सामान्यतः भूमि तल से 30 मीटर की गहराई तक उथली बोरिंग, 31 से 60 मी0 तक मध्यम एवं 61 मी0 से 90 मी0 तक गहराई पर पानी होने की दशा में गहरी बोरिंग किसानों की मांग के क्रम में नियमानुसार कराई जाती है। प्रदेश के पठारी क्षेत्रों में ब्लास्टवेल, हैवीरिंग बोरिंग, गहरे नलकूप इनवेलरिंग द्वारा कूप बोरिंग चैकडैम, बन्धी आदि के माध्यम से किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान कराई जा रही है।
प्रदेश सरकार लघु सिंचाई विभाग द्वारा संचालित निःशुल्क बोरिंग/उथले नलकूप योजनान्तर्गत लघु/सीमान्त श्रेणी के कृषकों के यहां उथले नलकूपों का निर्माण कराकर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराती है, जिसके अन्तर्गत लघु श्रेणी के कृषक को बोरिंग पर 05 हजार रूपये एवं पम्पसेट पर 45 सौ रूपये का अनुदान दिया जाता है। सामान्य सीमान्त श्रेणी के लाभार्थी को बोरिंग पर 07 हजार रूपये का अनुदान एवं पम्पसेट पर 06 हजार का अनुदान दिया जाता है। अनुसूचित जाति के लाभार्थी को 10 हजार का अनुदान बोरिंग पर एवं 09़ हजार रूपये का अनुदान पम्पसेट पर दिया जाता है। चालू वर्ष में 114792 किसानों के खेतों पर निःशुल्क बोरिंग कराये जा रहे हैं।
मध्यम गहरी बोरिंग योजनान्तर्गत सभी श्रेणी के किसान पात्र हैं इस बोरिंग में 31 से 60 मी0 गहराई की बोरिंग की जाती है। नलकूप पर 0.85 लाख रूपये का अनुदान व विद्युतीकरण मद में 0.68 लाख कुल 1.53 लाख रूपये का अनुदान प्रदेश सरकार देती है। वित्तीय वर्ष 2019-20 कुल लक्ष्य 4605 किसानों के खेतों पर बोरिंग करायी जा रही है।
पानी का तल नीचे होने पर गहरी बोरिंग करायी जाती है। गहरी बोरिंग योजनान्तर्गत सभी श्रेणी के कृषक पात्र हैं। इस बोरिंग में 61 से 90 मी0 गहराई की बोरिंग की जाती है। नलकूप पर 1.1 लाख रूपये व विद्युतीकरण हेतु 0.68 लाख रूपये कुल 1.78 लाख रूपये का अनुदान दिया जाता है। वर्ष 2019-20 में कुल 1690 बोरिंग करायी जा रही है।
सामूहिक नलकूप (सामान्य) योजनान्तर्गत समूह का गठन कर 61 से 90 मी0 की गहराई तक बोरिंग, पम्पसेट स्थापना व पम्प हाउस निर्माण किया जाता है जिसमें न्यूनतम 10 कृषकों के समूह का गठन किया जाता है। समूह की भूमि 10 हे0 होना आवश्यक है, जिसमें कुल 3.92 लाख रूपये (विद्युतीकरण 0.68 लाख रूपये) सहित अनुदान देय है। समूह के गठन में अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा जाति/अल्पसंख्यक/गरीबी रेखा के नीचे/अन्य वर्ग के कृषकों को वरीयता दी जाती है। इस योजना में लघु एवं सीमान्त कृषकों के सदस्यों की जोत समूह के सदस्यों की कुल जोत के 25 प्रतिशत से अधिक होगी। वित्तीय वर्ष 2019-20 कुल लक्ष्य 100 समूह नलकूपों की बोरिंग करायी जा रही है। अनुसूचित जाति/जनजाति के बाहुल्य कृषि क्षेत्र में भी विद्युत सहित 05 लाख रूप्ये अनुदान देते हुए गठित समूह को भी नलकूप स्थापना हेतु बोरिंग करायी जाती है। 
प्रदेश सरकार द्वारा भूजल संवर्द्धन एवं वर्षा के ऐसे समय जब पानी की कमी होती है, में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु बरसाती नालों पर चेकडैम का निर्माण कराया जाता है इन चेकडैमों के निर्माण से चेकडैम के दौनों ओर के कृषकों को लाभ प्राप्त होता है। इस वर्ष कुल 152 चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है।
वर्षा जल संचयन एवं भूजल संवर्द्धन योजना के अन्तर्गत राज्य भूजल संरक्षण मिशन के अन्तर्गत चयनित विकास खण्डों में वर्ष 2019-20 में 47.60 करोड़ रूपये से 116 तालाबों का चयन कर जीर्णोद्धार/निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया गया है।


31.08.2019 को बेरोजगार अभ्यर्थियों हेतु रोजगार मेले का आयोजन


गाजियाबाद। संतोष कुमार सिंह जिला सेवायोजन अधिकारी गाजियाबाद ने बताया है कि जिला सेवायोजन कार्यालय, कचहरी परिसर गाजियाबाद में दिनांक 31.08.2019 समय 10ः00 बजे जनपद के बेरोजगार अभ्यर्थियों हेतु रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें निम्नलिखित कम्पनियों प्रतिभाग करेंगी :-
संगम ऐसोसिएटस,(पदो की संख्या-100 शैक्षिक योग्यता न्यूनतम-हाईस्कूल आयु-18-30 वर्ष), सांई इलैक्ट्रीकल्स, ( पदो की संख्या-30 शैक्षिक योग्यता न्यूनतम-स्नातक आयु-25-35 वर्ष) प्रतिभागी कम्पनियों द्वारा दिनांक 31.08.2019 को बेरोजगार अभ्यर्थियों के चयन/साक्षात्कार संपन्न कराये जायेंगे। मेले में प्रतिभाग करने हेतु जनपद के बेरोजगार अभ्यर्थी विभाग के पोर्टल ूूण्ेमूंलवरंदण्नचण्दपबण्पद पर पंजीकरण करायेगे साथ ही दि0 31-8-2019 को कार्यालय परिसर में लगने वाले रोजगार मेले में प्रतिभाग करेंगे इस हेतु अभ्यर्थी अपने सभी मूल प्रमाण प़़त्रों की छायाप्रति एवं बायोडाटा के साथ मेले में प्रतिभाग करेंगे।


 


महिला स्वच्छता जागरूकता अभियान के तहत बांटे 800 सेनेट्री पैड


मोदीनगर। सामाजिक संस्था उत्थान फाउंडेशन द्वारा भूपेंद्र पुरी कॉलोनी में चलाए गए महिला स्वच्छता जागरूकता अभियान के तहत सैंकड़ों महिलाओं को सैनेट्री पैड का वितरण किया गया। इस दौरान प्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ मृणालिनी अग्रवाल द्वारा महिलाओं को आंतरिक अंगों की साफ सफाई के बारे में जानकारी देकर सफाई के प्रति जागरूक भी किया गया।
संस्था की संस्थापक सचिव प्रख्यात ज्योतिषाचार्या डॉ सोनिका जैन ने अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा महिलाओं को उनके स्वच्छता व स्वास्थय के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से महिला स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में बुधवार को भूपेंद्र पुरी कॉलोनी में अभियान चलाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि महिला चिकित्सक डॉ मृणालिनी अग्रवाल ने महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि आज भी महिलाएं मासिक धर्म के समय कपड़े आदि का प्रयोग करती हैं, जिससे संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए संक्रमण से बचने के लिए मासिक के समय सैनेट्री पैड का उपयोग करने के साथ साथ आंतरिक अंगों की सफ़ाई पर भी अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। 
डॉ सोनिया जैन ने बताया कि इस मौके पर महिलाओं को संस्था द्वारा करीब आठ सौ सैनेट्री पैड वितरित किए गए। संस्था की पदाधिकारी नीरू भार्गव और सीमा अग्रवाल ने जरूरतमंद महिलाओं के लिए संस्था द्वारा संचालित स्वरोजगार योजना के बारे में बताते हुए रोजगार व आमदनी बढ़ाने के लिए संस्था से जुड़ने का आह्वान किया। 


मदन मोहन शर्मा की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन


मुकेश गुप्ता—
गाजियाबाद। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव एवं गाजियाबाद के पूर्व विधायक के के शर्मा के छोटे भाई मदन मोहन शर्मा की श्रद्धांजलि सभा एवं रस्म पगड़ी में पहुंचे विभिन्न राजनीतिक दलों के नेतागण पत्रकार एवं समाजिक लोगों ने लिया भाग गाजियाबाद जिला कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष जितेंद्र गौड ने जानकारी देते हुए बताया मेरठ में डी रोज फार्म हाउस में श्रद्धांजलि सभा एवं रस्म पगड़ी का आयोजन किया गया जिसमें श्री मदन मोहन शर्मा के चित्र पर राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयंत चौधरी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय उपाध्याय पूर्व विधायक खुर्जा बंसी पहाड़िया पूर्व विधायक महेश शर्मा पूर्व विधायक गाजियाबाद सुरेंद्र कुमार मुन्नी हापुड़ के पूर्व विधायक गजराज सिंह पूर्व विधायक व राष्टिय लोक दल के राष्टीय महा सचिव राजेन्द्र शर्मा  यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव बिजेंद्र यादव बुलंदशहर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुभाष गांधी गाजियाबाद समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी कांग्रेस गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज नगर निगम पार्षद दल के नेता जाकिर सैफी पश्चिमी उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी एम के शर्मा वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजवीर शर्मा जिला कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष जितेंद्र गौड धोबी महानगर अध्यक्ष श्रीचंद दिवाकर मेरठ महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष किशन कुमार किसली उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष व् पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी योगी जाटव राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के पूर्व कोडिंनेटर संजय कटारिया पीसीसी सदस्य वीर सिंह चौधरी संजीव शर्मा पूर्व महानगर अध्यक्ष गाजियाबाद वीके अग्निहोत्री पूर्व महानगर अध्यक्ष गाजियाबाद ओम प्रकाश शर्मा हापुर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिनेश शर्मा लालचंद शर्मा असंगठित कामगार कांग्रेस कमेटी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी इंद्रजीत तिवारी गौतम बुध नगर असंगठित कामगार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहम्मद शाकिर सैफी भावी सत्ता के संपादक चौधरी राजवीर सिंह सत्ता बंधु के संपादक मुकेश गुप्ता हिन्द  आत्मा के संपादक अशोक कौशिक कांग्रेसी नेता पी एन शर्मा बाबूराम शर्मा राजू शर्मा भूप सिंह दिवाकर कमल किशोर गौड़ मामचंद त्यागी श्रीपाल दिवाकर चमनलाल दिवाकर अनीस अहमद खान विजय चौधरी पूर्व निगम नगर निगम पूर्व मेयर प्रत्याशी बसपा  नेता कविंद्र चौधरी लाल सिंह दिवाकर लोकेश चौधरी रविन्द्र शर्मा अनिल शर्मा हरिओम सोनकर सुरेन्द्र शर्मा बबलू कॉग्रेस के राष्टीय मिडिया प्रभारी मनोज त्यागी हरिओम त्यागी सभासद मेरठ शोकाकुल परिवार से बड़े भाई गाजियाबाद के पूर्व विधायक व अखिल भारतीय कॉग्रेस कमेटी के पूर्व राष्टिय सचिव के के शर्मा छोटे भाई अरविन्द्र मोहन शर्मा  मयंक शर्मा सोनू शर्मा मदन मोहन शर्मा के पुत्र अकिंत शर्मा  सहित अनेक लोगों ने ने श्रद्धांजलि अर्पित की इस मौके पर शोक सभा एवं श्रद्धांजलि रसम पगड़ी को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि पंडित मदन मोहन शर्मा जी एक अच्छे समाज सेवी एवं अच्छे नागरिक थे उनके जाने से एक अच्छा समाजसेवी मेरठ में खो दिया है जिसकी पूर्ति करना संभव नहीं है इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय उपाध्याय  ने कहा कि पं मदन मोहन शर्मा  मेरठ व पचिमी उत्तर प्रदेश के जाने माने समाजसेवी थे मदन मोहन शर्मा ने अनेको गरीवों लड़की की शादी अपने खर्च पर कराई व दलित मुस्लिम व गरीवों बच्चों को निशुल्क शिक्षा मे  उनका बड़ा योगदान रहा उनके योगदान को भूला नही जा सकता है


लोगों को जागरूक करने में जुटे मय टीम मनोज बालियान


साजिद खान—
अशोक विहार चौकी इंचार्ज मनोज बालियान अंशुल कुमार दीवान  वेदपाल भाटी कांस्टेबल राकेश कांस्टेबल नरेंद्र पायलट महिपाल सिंह बच्चा चोरी के संबंध में अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कारवाई की जाएगी अलाउंस करते हुए।


फरार चल रहे दो आरोपी पकड़ें


अतुल त्यागी—
हापुड थाना हाफिजपुर पुलिस के हाथ सफलता लगी। उन्होने जानलेवा हमला करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। करीब एक माह पहले मामूली विवाद में दो पक्षो में खूनी संघर्ष हुआ था। मुकदमे दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार चल रहे थे। थाना हाफिजपुर प्रभारी निरीक्षक अविनाश गौतम ने मय पुलिस टीम के साथ आरोपियों को गिरफ्तार कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया। 


 


29 अगस्त गौतमबुद्धनगर में होगा रोजगार मेले का आयोजन: डीएम


गौतमबुद्धनगर। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने जनपद के समस्त बेरोजगार युवक/युवतियों का आहवान करते हुये जानकारी दी है कि जनपद में जिला सेवायोजन कार्यालय के माध्यम से दिनाॅक 29 अगस्त, 2019 को जिला सेवायोजन कार्यालय, ग्रेटर नोएडा, गौतमबुद्धनगर में प्रातः 10 बजे रोजगार मेले का आयोजन किया जायेगा। आयोजित होने वाले मेले में 04 कम्पनियों के प्रतिनिधियों के द्वारा भाग लिया जायेगा। आयोजित मेले में हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट, आईटीआई (फिटर, मशीनिष्ट, टर्नर, इलेक्ट्रीशियन) परीक्षा में उत्तीर्ण 18 से 25 वर्ष की आयु वाले युवक युवतियों का चयन किया जायेगा। 
उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे सभी पात्र युवक/युवतियाॅ जिन्होंने अपना पंजीकरण सेवायोजन विभाग के पोर्टल www.sewayojan.up.nic.in पर कराया हुआ है और जिन्होंने अपना आवेदन सेवायोजन पोर्टल पर प्रदर्शित रिक्तियों के अनुसार किया हुआ है, ऐसे सभी आवेदक अपने शैक्षिक मूल प्रमाण पत्रों के साथ जिला सेवायोजन कार्यालय, ग्रेटर नोएडा, गौतमबुद्धनगर में दिनाॅक 29 अगस्त, 2019  प्रातः 10 बजे आयोजित रोजगार मेले में भाग लें सकतें है। आयोजित रोजगार मेले में भाग लेने वाले अभ्यर्थी को यात्रा भत्ता देय नहीं होगा।
जिला सूचना अधिकारी गौतमबुद्धनगर।


कैम्प आफिस के सभागार में की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों के साथ बैठक डीएम की बैठक


गौतमबुद्धनगर। जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह ने आज कैम्प आॅफिस नोएडा के सभागार आर0डब्ल्यू0ए0/फोनरवा एसोशिऐशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुये कहा कि अपनी सोसाइटी में कानून व्यवस्था व पर्यावरण को बनाये रखने के लिए उनके द्वारा ध्वनि प्रदूषण व पाॅलीथीन के इस्तमाल करने पर रोक लगाये, ताकि सोसायटी के पर्यावरण को स्वच्छ बनाया जा सके।
श्री सिंह ने बैठक करते हुये यह भी कहा कि आर0डब्ल्यू0ए0 के पदाधिकारियों के द्वारा कानून व्यवस्था बनाये रखे तथा आर0डब्ल्यू0ए0 के नागरिको व प्रशासन के अधिकारियों के बीच आपसी सांमजस्य बनाये रखे। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने के सम्बन्ध में निर्देश देते हुये कहा कि आर0डब्ल्यू0ए0 के पदाधिकारियों के द्वारा पटाके जलाने व डी0जे0 पर बैन लगाया जाये तथा पाॅलीथीन के उपयोग को प्रबिबन्धित किया जायें। ऐसा करते पाये जाने पर कानून कार्यवाही अमल में लायी जायेंगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में आर0डब्ल्यू0ए0 के पदाधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।
राकेश चौहान सूचना अधिकारी


एकीकृत पेंशन शिविर का आयोजन


गौतबुद्दनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश के क्रम मे सभी पात्र व्यक्तियों को पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी बी.एन. सिंह के निर्देशन मे जनपद गौतबुद्दनगर के कम्युनिटी सेन्टर, सेक्टर- 20, नोएडा मे एकीकृत पेंशन शिविर का आयोजन किया गया । शिविर आयोजन से पूर्व शिविर की तिथि, स्थान  ,एवम उद्देश्यों का व्यापक प्रचार प्रसार  जनसामान्य मे निरन्तर  किया गया। शिविर मे वृद्धावस्था पेंशन के 12 एवं निराश्रित महिला पेशंन के 26 एवं दिव्यांग पेंशन के 01 आवेदक,इस प्रकार कुल 39 आवेदक जिनके के सभी अभिलेख पूर्ण थे, के आवेदन पत्र आनलाइन कराकर पेशंन स्वीकृति प्रक्रिया प्रारम्भ की गई।इसके अतिरिक्त शिविर मे उपस्थित सेक्टर वासियों को दिव्यांग पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, निराश्रित महिला पेशन (विधवा पेशंन) एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना,दिव्यांग जनो हेतु सहायक उपकरण योजना एवं विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति योजनाओं की जानकारी दी गयीं। अगला पेशंन शिविर दिनांक 30.08.19 को विकास खंड बिसरख परिसर में आयोजित किया जाएगा। 
यह जानकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी आनंद कुमार सिंह द्वारा दी गयीं।
राकेश चौहान सूचना अधिकारी


10 सितम्बर एमडी स्कूल सिहानी गाजियाबाद में होंगे पीसीएमए के चुनाव


गाजियाबाद। पीसीएमए की कोर कमेटी की मीटिंग वर्ल्ड स्कुवेर मोल गाजियाबाद में संम्पन हुई जिसमें पीसीएमए की कोर कमेटी ने दी बेटी सुरक्षा दल को मंजूरी साथ ही पीसीएमए अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर बहुत जल्द धरना करेगा। 
जिला अध्यक्ष डॉ आसिफ सैफी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी डॉ मोबिन व सहीद नगर अध्यक्ष डॉ अयूब अली व प्रदेश सचिव डॉ सहजाद पाशा व डॉ फिरोज का पद व सदस्यता खत्म की गई।
जिला अध्यक्ष का चुनाव 10 सितम्बर एमडी स्कूल सिहानी गाजियाबाद में होंगे। 
पीसीएमए की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बबिता शर्मा को बेटी सुरक्षा दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी प्रस्ताव रखा गया जो सर्व समिति से पास हुआ। इसके अतिरिक्त अन्य कई मुद्दों पर भी आये सब प्रस्ताव पास हुए।
इस मौके पर सभी 67 कोर कमेटी के सदस्य शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ एसके शर्मा ने की  व संचालन डॉ सुनील वशिष्ठ ने किया। 
 
डॉ अनिल कुमार, जिला मीडिया प्रभारी गाजियाबाद 


सदस्यता अभियान में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर: आशुतोष टंडन

साजिद खान—


लोनी। संगठन पर्व जिला गाजियाबाद कार्यशाला का शुभारंभ भारत माता में डॉक्टर साहब मुखर्जी पंडित दीनदयाल उपाध्याय को पुष्प अर्पण कर दीप प्रज्वलित वंदे मां की द्वारा शुभारंभ किया गया मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के चुनाव अधिकारी व प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्री आदरणीय आशुतोष टंडन जी ने कहा की   हम संगठन के चुनाव 'को।  संगठन की रचना।   को संगठन पर्व के रूप में मना रहे हैं भारतवर्ष विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है उसके अतिरिक्त भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है भारतीय जनता पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र है जो किसी भी दूसरे राजनीति में नहीं है आज तक किसी भी राजनीतिक दल की सदस्यता नहीं हुई है बसपा सपा कांग्रेस अन्य जिलों में एक ही नेता  है बाकी सब अनुयाई है जो इस बार सदस्यता हुई है हमने अपने ही कीर्तिमान को तोड़ा है जो पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संख्याओं को भारतीय जनता पार्टी के  कार्यकर्ताओं ने तोड़ा है 
भारत में जो सदस्यता चुनाव चल रहा है उत्तर प्रदेश सबसे अग्रिम प्रदेश आया है 
हमारी भाजपा का संगठन आधारित है कार्यकर्ता आधारित है पार्टी केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी है आज भारतीय जनता पार्टी संगठन ने  मुझे प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी बनाया  आज से 3 वर्ष पूर्व मुझे गाजियाबाद का सदस्यता प्रमुख बनाया गया उससे उपरांत 3 वर्ष पूर्व जिला मेरठ का चुनाव प्रभारी बनाया गया था 
संगठन सर्वे सर्वा है पार्टी का कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी का अमूल्य अंग है
 प्रदेश मंत्री व प्रदेश सह चुनाव अधिकारी वाईपी सिंह जी ने कहा हम सब चुनाव अधिकारी हैं और चुनाव अधिकारी को स्पष्टता जरूर रखनी चाहिए हमको भारतीय जनता पार्टी द्वारा संगठन का चुनाव कराना है हमें तीन चरणों के चुनाव करवाने हैं सर्वप्रथम बूथ का चुनाव 
दूसरे नंबर पर मंडलों का चुनाव तीसरे नंबर पर जिले का चुनाव परंतु सहमति के आधार पर चुनाव हो हमारी पार्टी पारदर्शी संबंध के आधार पर जानी जाती है आपसी संबंध बने रहे 
हरद्वार दुबे जिला गाजियाबाद चुनाव अधिकारी ने कहा कि जो प्रदेश द्वारा लक्ष्य दिया गया था उससे कई गुना उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं द्वारा लक्ष्य  प्राप्त  कर लिया गया 
सभी मंडलों में नए भाजपा  संघठन द्वारा चुनाव अधिकारी बूथो का चुनाव करवाएंगे
11 सितंबर से 30 सितंबर बूथो का चुनाव करवाया जाएगा 10 अक्टूबर में सत्यापन होगा 11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर मंडलों  का चुनाव किया जाएगा 11 नवंबर से 30 नवंबर तक जिलों का चुनाव करवाया जाएगा 
जिला गाजियाबाद  चुनाव अधिकारी हरद्वार दुबे द्वारा  नए मंडल चुनाव अधिकारियों की घोषणा की  हर्षित  चतुर्वेदी मोदीनगर शहर के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
चंदगीराम यादव मोदीनगर देहात के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
ग्रमण चौहान परशुराम नगर के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
भूपेश चौधरी बलराम नगर मंडल के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
सुनील नागर संगम विहार मंडल के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
संजय बाली लोनी देहात के चुनाव अधिकारी बनाए गए
विनोद गुप्ता सीकरी कराकर चुनाव अधिकारी बनाए गए 
लेखपाल सिंह जलालाबाद के चुनाव अधिकारी बनाए गए
नरेंद्र उपाध्याय डासना राम मंडल के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
सुंदरनगर भोजपुर मंडल के चुनाव अधिकारी बनाए गए
बृजपाल चौधरी रामविहार मंडल के चुनाव अधिकारी बनाए गए 
संगठन पर्व जिला बैठक की अध्यक्षता बसंत त्यागी ने की। जिला अध्यक्ष बसंत त्यागी ने कहा जिला गाजियाबाद का चुनाव पारदर्शी से होगा हम संगठन को विश्वास दिलाते हैं चुनाव सभी के सहयोग से किया जाएगा जिला गाजियाबाद का उदाहरण प्रदेश में रखा जाएगा। निष्पक्षता से ही चुनाव किया जाएगा सभी संगठन के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों द्वारा ही चुनाव किया जाएगा 
संगठन पर्व जिला कार्यशाला गाजियाबाद की संचालन करता विजेंद्र अग्रवाल जिला चुनाव सह अधिकारी 
जिला प्रभारी मुंशीलाल गौतम क्षेत्रीय विधायक मंजू सिवाच जिला महामंत्री दिनेश सिंघल रविंद्र वाल्मीकि अनूप बैंसला अमित चौधरी जिला उपाध्यक्ष सुदेश जैन राघवेंद्र बैंसला चेन पाल सिंह राकेश त्यागी सतपाल शर्मा जिला मंत्री व प्रभारी हिमांशु  शर्मा इंदरजीत सिंह मंडलों के अध्यक्ष अरुण त्यागी अशोक त्यागी नवीन जयसवाल रूपेंदर चौधरी प्रशांत कुमार सुदेश भारद्वाज आशीष चौधरी कौमुदी चौधरी अनुज त्यागी विमल शर्मा रोहित अग्रवाल जितेंद्रचित्तौड़ा राजपाल कश्यप जीतपाल कश्यप संगठन महापर्व के ज़िला कार्यालय पर उपस्थित अधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
हिमांँशु शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी, भाजपा, गाजियाबाद


अफवाओं को रोकने के लिए चौकी प्रभारी टीम सहित सड़क पर

 


अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाही: गौरव कुमार सिंह



साजिद खान—
लोनी। लोनी कोतवाली के क्षेत्र के खन्ना नगर चौकी इंचार्ज गौरव कुमार सिंह ने अपनी टीम के  साथ क्षेत्र में भ्रमण कर अलाउंस किया कि यदि किसी ने बच्चा चोरी के संबंध में अफवाह फैलाई तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसलिये कोई भी व्यक्ति इस तरह की अफवाह न फैलाये। अन्यथा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जायेगा।


65वी मंडलीय विधालयी हांकी प्रतियोगिता 2019 महामाया में सम्पन्न


गाजियाबाद। 65वी मंडलीय विधालयी हांकी प्रतियोगिता 2019 महामाया स्पोर्ट्स स्टेडियम गाजियाबाद में सम्पन्न हुई । इस प्रतियोगिता का आयोजन शम्भु दयाल इंटर कालिज गाजियाबाद ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री रविदत्त शर्मा जिला विद्यालय निरीक्षक तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती ज्योति दिक्षित, श्री आनन्द शर्मा मंडलीय प्रभारी खेल , श्रीमती सुधा रानी कटियार प्रधानाचार्या जी जी आई सी,कु रितिका आर्चरी प्लेयर रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री देवेन्द्र कुमार प्रधानाचार्य एस डी इंटर कालिज तथा संचालन राजीव त्यागी ने किया। इस अवसर पर श्री संजीव कुमार शर्मा (क्रीड़ा अधिकारी) एस डी इंटर कालिज कार्यक्रम प्रभारी तथा श्री राकेश शर्मा (हेड टेक्निकल कमेटी) तथा मोहित शर्मा, अरविंद कुमार , सुहेब, कपिल कान्त, अंजु भारती, सरिता आदि प्रमुख सहयोगी रहे।
मैचों का विवरण निमनवत रहा।
बालिका वर्ग
=14 वर्ष मेरठ v/s गाजियाबाद स्कोर 3=0
विजेता मेरठ
19 वर्षीय = बुलन्दशहर v/s गाजियाबाद स्कोर 4=0
बुलन्दशहर विजेता
19 वर्षीय =मेरठ v/s बुलन्दशहर स्कोर 5=1
मेरठ विजेता
बालक वर्ग 
=14 वर्षीय =बुलन्दशहर v/s गाजियाबाद स्कोर 2=0
बुलन्दशहर विजेता
=14 वर्षीय=मेरठ v/s बुलन्दशहर स्कोर 4=0
मेरठ विजेता
=19 वर्षीय =गाजियाबाद v/s बुलन्दशहर स्कोर 2=1
गाजियाबाद विजेता
=19 वर्षीय= गाजियाबाद v/s मेरठ स्कोर 4=3
विजेता मेरठ
खेलें गये मैचों के परिणाम के आधार पर टीमों की स्थिति निम्न प्रकार से रही।
बालिका वर्ग
=14 वर्षीय विजेता मेरठ 
=उप विजेता गाजियाबाद रही।
=19 वर्षीय विजेता मेरठ 
=उप विजेता बुलन्दशहर व गाजियाबाद तृतिय स्थान पर रही।
बालक वर्ग 
=14 वर्षीय विजेता मेरठ 
=उप विजेता बुलन्दशहर तथा गाजियाबाद की टीम तृतीय स्थान पर रही।
=19 वर्षीय विजेता मेरठ
=उप विजेता गाजियाबाद व तृतीय स्थान पर बुलन्दशहर रही।
इस कार्यक्रम में विजेता, उप विजेता तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को श्री देवेन्द्र कुमार प्रधानाचार्य तथा श्री राकेश शर्मा हेड टेक्निकल कमेटी द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये।
राजीव त्यागी शम्भु दयाल इंटर कालिज गाजियाबाद।


तंगी के चलते मौत को लगाया गले


अतुल त्यागी
हापुड़। जनपद हापुड़ के थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के गांव पावटी में 50 वर्षीय व्यक्ति सेंसर पाल पुत्र लल्लू सिंह ने आर्थिक तंगी के चलते मौत को लगाया गले।
मामला आज सुबह का है 50 वर्षीय व्यक्ति घर से जंगल पशुओं के लिए चारा लेने गया था काफी समय के बाद भी घर पर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने तलाश ना किया शुरू तो देखा जंगल में सफेदे के पेड़ पर लटकी मिली लाश।
परिजनों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले ही की थी अपनी बिटिया की शादी गन्ने का पेमेंट ना आना और आर्थिक तंगी के कारण लगाया मौत को गले परिजनों का रो रो कर बुरा हाल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।


एक पेड़ एक जिंदगी अभियान" को जीवन देते बेटी रक्षा दल की टीम


अजय सोलंकी—
भरतपुर:-  रविवार को धाऊ पार्क, गणेश मंदिर के पास में बेटी रक्षा दल भरतपुर के सहयोग से पार्क में 101  पौधे लगाए गए । उनकी सुरक्षा का संकल्प भी लिया गया ।
बेटी रक्षा दल के प्रदेश संयोजक मिलन अग्रवाल और पवन गोयल संगठन मंत्री भरतपुर ने कहा कि यदि एक पेड़ की रक्षा की जाए तो जिंदगी बचाने का कार्य करेगा ।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव बबिता शर्मा, संगठन मंत्री पवन गोयल ,जिला प्रवक्ता विनोद शर्मा, महासचिव कपिल गर्ग, मनजीत सिंह, अमित कौशिक ,चंद्रेश , चिराग शर्मा, दीपक वर्मा ,कुंज बिहारी गोयल,दीपिका भारद्वाज अनीता शर्मा, नीलम शर्मा, अनुराधा शर्मा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।


निगम पार्षद ने शालीमार सिटी की समस्याओं का मौके पर कराया निस्तारण


अजय सोलंकी—
साहिबाबाद:- वार्ड 64  गरिमा गार्डन के अंतर्गत आने वाली रेजिडेंट सोसाइटी शालीमार सिटी में चौकी इंचार्ज तुलसी निकेतन को बुलाकर रेजिडेंस की समस्याओं से अवगत कराया गया ।
चौकी इंचार्ज द्वारा सोसाइटी के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाने और अन्य कई समस्याओं का निस्तारण किया गया। 
मौके पर क्षेत्रीय निगम पार्षद तेजपाल सिंह राणा व अन्य वरिष्ठ नागरिक मौजूद रहे।


ढोल नगाड़ों से जगाये लोग, अफवाह फैलाने वालों को होगी जेल


बच्चा चोरी की अफवाह ना फैलाने के लिए कराई मुनादी
राजेश भास्कर—
गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद थाना साहिबाबाद पूरे भारत में बच्चा चोरी की अफवाहों का दौर बड़ा जोर पकड़ रहा है अफवाहों ने कई बेगुनाह लोगों की जान तक ले ली कोई भी किसी भी व्यक्ति को बच्चा चोर बच्चा चोर कहकर घेर लेता है वह मारपीट करने लगता है इसी बात का संज्ञान लेते हुए कई जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक सहित उच्च अधिकारियों ने बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वालों को कठोर निर्देश दिए हैं इसी क्रम में आज थाना साहिबाबाद की चौकी हिंडन फोर्स चौकी प्रभारी रामकुमार कुंतल चौकी के सिपाहियों के साथ अपनी चौकी क्षेत्र में मुनादी करवा कर बच्चा चोरी की अफवाह ने फैलाने की अपील की साथ ही साथ अफवाह फैलाने वालों की सूचना पुलिस को देने के लिए अनुरोध किया


लोनी नगरपालिका अध्यक्षा व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने किया आशुतोष टंडन का स्वागत

साजिद खान—


लोनी। भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने प्रदेश सरकार मे नवनियुक्त नगर विकास मंत्री माननीय आशुतोष टंडन जी का गाजियाबाद मे प्रथम आगमन पर फूल-मालाओं से स्वागत किया।
मनोज धामा जी ने बुके देकर माननीय आशुतोष टंडन जी का स्वागत किया तथा प्रदेश सरकार मे मंत्री बनने पर मिठाई खिलाकर मुँह मीठा कराया।
लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा जी ने मंत्रीजी को बधाई दी तथा लोनी के विकास के लिये अतिरिक्त पैकैज आवंटित करने को लेकर मंत्री जी के नाम चिट्ठी भी दी ।
माननीय मंत्री जी ने लोनी नगरपालिका अध्यक्ष की बातों को सुना तथा उनके दुारा दिये गये पत्र पर जल्द ही सकारात्मक रूख अपनाने के लिये कहा।
इस अवसर पर सभासद रूपेन्द्र चौधरी, सतपाल शर्मा, निशा सिंह, सतेन्द्र शर्मा, सतेन्द्र चौहान, प्रदीप धामा, नितिन चिपियाना, कौशल यादव, सहित सैंकडों की संख्या मे भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


कानूनी कार्यवाही को तैयार रहें अफवाह फैलाने वाले: एसपी सिटी श्लोक कुमार


जनपद गाजियाबाद में बच्चा चोरी से संबंधित अफवाहों का खंडन करने के लिए निम्न कार्यवाही की जा रही है
1- जनपद में कहीं भी बच्चा चोरी की अफवाह फैलाई जाने पर संबंधित लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कारवाही की जा रही है तथा अफवाह फैलाई जाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है तथा उनके विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
2- व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जाने के संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है।
3- गांव में पुलिस की टीमों द्वारा उक्त संबंध में मुनादी करवाई जा रही है।
4- ग्राम प्रधानों व चौकीदारों के साथ मीटिंग कर उक्त संबंध में अवगत कराते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। 
5- देखने में आ रहा है कि बच्चा चोरी का फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है जिस के दृष्टिगत सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है।


एसपी सिटी श्लोक कुमार


लग्जरी बस में शराब की बोतलों ने की सवारी


थाना मसूरी: लग्जरी बस में लाखों की शराब बरामद, दो शराब तस्कर गिरफ्तार



गाजियाबाद। शराब तस्कर अब पुलिस से बचने के लिए चार्टेड बसों का इस्तेमाल कर रहे हैं। गाज़ियाबाद पुलिस ने जब ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर एक चार्टर्ड बस को पकड़ा तो व दंग रह गई। बस में सवारी नहीं बल्कि शराब बस के अंदर तहखाने के अंदर भारी मात्रा में शराब का जखीरा बरामद किया। पुलिस ने दो शराब तस्करों को चार्टर्ड बस सहित गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 202 शराब की पेटी बरामद की है।
थाना मुरादनगर में प्रेस वार्ता के दौरान सीओ सदर प्रभात कुमार ने बातया कि थाना प्रभारी ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में बुधवार को पुलिस गांव दुहाई स्थित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बागपत की ओर से एक बस आती नजर आईl पुलिस ने बस को रुकने का इशारा किया तो बस चालक ने और तेज कर बस को भगाना शुरू कर दिया। पुलिस ने बस का पीछा कर बस को पकड़ लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि बस की तलाशी ली गई तो उसमें एक भी सवारी नहीं थी। यह देख पुलिस दंग रह गई। पुलिस ने गहनता से बस की तलाशी शुरू की। जिसमें बस के अंदर तहखाना बना नजर आया और शराब की पेटियां भरी हुई थी।
थाना प्रभारी ने बताया कि शराब तस्करों ने बस का इस्तेमाल केवल शराब तस्करी के लिए कर रहे थे। बाकायदा बस के अंदर काफी लंबा तहखाना बना हुआ था। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए शराब तस्करों ने अपना नाम जवान सिंह पुत्र भवानी सिंह निवासी उदयपुर राजस्थान, लक्ष्मण सिंह पुत्र भारत सिंह निवासी उदलपुर राजस्थान बताया है। जो हरियाणा से शराब लेकर आगरा की ओर जा रहे थे। थाना प्रभारी ने बताया कि तलाशी के दौरान बस के अंदर से अवैध शराब की 202 पेटी हरियाणा मार्का बरामद की गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बस में शराब बरामद होने की खबर से लोग भी अचंभे में है कि अब शराब तस्कर लग्जरी गाड़ी के अलावा बसों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम में  थाना प्रभारी ओमप्रकाश सिंह सहित उपनिरीक्षक अभियंदर कुमार, भूपेन्द्र सिंह, दुष्यंत राणा, सिपाही अंकित कुमार, अनिल कुमार, वसीम, गिरीश, दिलीप कुमार, बिजेन्द्र कुमार, राकेश आदि थे।


लोन लेने के नाम पर बैंक ग्रामीणों को कर रहा है परेशान


वाचस्पति रयाल—
नरेंद्र नगर। गंगा-यमुना ग्रामीण बैंक शाखा तपोवन, ग्रामीणों को लोन देने के नाम पर बैंक के अनेकों बार चक्कर कटवाने को मजबूर कर रहा है, इतना ही नहीं बैंक प्रबंधक अपने मनमाने तौर-तरीके चलाकर ग्रामीणों से तहसीलदार एवं एसडीएम द्वारा बैंक के नाम जमीन  गिरवी रखने के बंधक पत्र, ऋण धारकों से मांग रहा है जिस वजह से लोन धारकों को बैंक के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
जबकि बैंक से ऋण लेने के लिए ऋण धारक बैंक द्वारा जारी फार्म, भर कर उस पर दो ग्रांटरों  के हस्ताक्षर सहित उनकी फोटो चस्पा की जाती है। मगर शाखा प्रबंधक ऐसा न करके लोन लेने के लिए  अपने मनमर्जी के नियम पर तुला हुआ है अपनी चलाकर लोन लेने को  अपने मनमर्जी के नियम के तहत लोन धारकों को ऋण लेने को  मजबूर कर रहा है  जिस कारण ऋण धारक बैंक का चक्कर काटते-काटते  परेशान हाल हैं। 27 अगस्त को उक्त शाखा से लोन लेने के लिए गए बडेडा़ ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान धन सिंह तडि़याल और नंद सिंह रावत ने बैंक शाखा प्रबंधक पर हिटलरशाही का आरोप जड़ते हुए कहा कि शाखा बैंक प्रबंधक ऋण धारकों को  अनावश्यक परेशान कर रहा है। दोनों ग्रामीणों ने शाखा प्रबंधक को हटाने की मांग करते हुए इनके द्वारा ग्रामीणों को परेशान किए जाने की भी जांच की मांग की है।
उधर उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव तथा पट्टी दोगी के सामाजिक कार्यकर्ता सरदार सिंह पुंडीर ने गंगा यमुना ग्रामीण बैंक शाखा तपोवन की कार्यशैली को बेहद अव्यवहारिक तथा ग्रामीणों के विरुद्ध बताते हुए कहा कि कुछ वर्षों पहले इसी शाखा द्वारा ग्राम पंचायत बुगाला के उत्तम दास  के नाम से 40 हजार का ऋण निकाला गया जबकि उत्तम दास ने इस ऋण के लिए कोई फार्म ही नहीं भरा था, और जब उत्तम दास ने यह मामला उठाया तो बैंक कर्मियों ने स्वत: ही उत्तम दास के नाम से लिया हुआ ऋण बैंक में जमा कर दिया।
गंगा यमुना ग्रामीण बैंक शाखा  तपोवन पर ग्रामीण ऋण धारकों के साथ अभद्रता और ऋण में गड़बड़ी के आरोप कोई नए नहीं है पहले से ही इस बैंक शाखा पर ऋण देने के नाम पर अव्यवहारिकता, तथा ऋण देने में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं।
उक्रांद के केंद्रीय सचिव सरदार सिंह पुंडीर,बडेडा़ के पूर्व प्रधान धन सिंह तडि़याल  तथा ग्राम छतेंडी के नंद सिंह रावत ने तपोवन बैंक शाखा के समस्त कर्मियों को तत्काल जिला बदर करने की मांग करते हुए इनके कार्यों की जांच की भी मांग की है।


परिवहन मंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया का विधायक विजयपाल आढती ने किया स्वागत


परिवहन मंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया के हापुड आगमन पर सदर विधायक विजयपाल आढती ने स्वागत किया व डा0 भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गुरद्वारे में गये।


 


कोटेदारी खत्म कर लाभार्थियों के खाते में भेंजेंगे पैसे :  मुख्यमंत्री


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में पोषण अभियान और सुपोषण स्वास्थ्य मेला के शुभारंभ अवसर पर जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि जल्द ही प्रदेश में कोटेदारी की व्यवस्था खत्म होगी। सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजी जाएगी। अगर शासन की योजनाएं ईमानदारी से नीचे तक पहुंचा दी जाएं तो भूख, बीमारी और कुपोषण से कोई नहीं मर सकता। सीएम ने पोषण मिशन के तहत दी जाने वाली सहायता भी डीबीटी के माध्यम से खातों में भेजने पर जोर दिया। उन्होंने अनाज वितरण की सरकारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर कहा, उनके सत्ता संभालने के तत्काल बाद 30 लाख फर्जी राशन कार्ड रद्द किए गए। मात्र 13 हजार कोटेदारों के यहां इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल लगाकर हर साल 350 करोड़ रुपये की बचत की जा रही है। सभी 80 हजार कोटेदारों के यहां इस तकनीक का प्रयोग करने से कम से कम दो हजार करोड़ रुपये की प्रति वर्ष बचत होगी। सीएम ने कहा, कोटेदारों से कहा जाएगा कि वे कोई दूसरा व्यवसाय कर लें। लाभार्थियों के खातों में सीधे सब्सिडी राशि भेजने की व्यवस्था जल्द लागू की जाएगी। तकनीक का अधिकाधिक प्रयोग करके ऊपर से नीचे स्तर तक का हर तरह का भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकता है।


पुलिस मुठभेड़ में 25 हजार रुपये का एक इनामी अभियुक्त गिरफ्तार 


कब्जे से  घटना में प्रयुक्त व अवैध असलहा एवं बाइक बरामद
राजेश भास्कर—
गाजियाबाद। थाना विजयनगर पुलिस द्वारा दौराने चैकिंग डीपीएस चौराहा पर समय लगभग 10.50 बजे बाइक सवार 2 संदिग्ध व्यक्तियों को रोकने का प्रयास किया गया तो बदमाशों द्वारा पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर   करते हुए सर्विस रोड से होकर फ्लाईओवर की तरफ भागने लगे कि पुलिस पार्टी द्वारा बदमाशों का पीछा जारी रखते हुए बाइक सवार दोनों बदमाशों को पुन: रोकने का प्रयास किया गया तो बदमाशों द्वारा पुलिस पार्टी पर पुनः ताबड़तोड़ फायरिंग करना जारी रखा तथा पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा मैं अपनी जान जोखिम में देखते हुए जवाबी फायरिंग की गई जिसके फल स्वरुप एक बदमाश गौरव पुत्र  नरेश निवासी शाहपुर बामेटा थाना कवि नगर गाजियाबाद को समय प्रताप विहार फ्लाईओवर के नीचे  सर्विस रोड पर दाहिने पैर मैं गोली लगने से घायल हो गया है, जिसको गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। तथा 01 बदमाश फायर करते हुए भागने में सफल  रहा जिसको कुछ दूरी पर पुलिस पार्टी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया  जिसका नाम कुलदीप पुत्र धर्मवीर निवासी बामेटा है घायल बदमाश  को फ्लोरिश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अभियुक्त गौरव थाना विजयनगर के मु0अ0सं0- 813/19 धारा 307/393/352 भादवि में वाछिंत चल रहा था तथा जिसकी गिरफ्तारी पर श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद महोदय द्वारा 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित है। मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त  का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाते हुए फरार हो  गया, जिसको कुछ दूरी पर पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तारकर लिया गया गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 01-01 तमंचा 315 बोर मय 03 खोखा, 04 जिन्दा कारतूस एवं दिनांक 07-08-2019 को तीन बदमाशों द्वारा सोना व्यापारी एवं  उसके कारीगर को दुकान बंद कर जाते समय E-220 G सेक्टर 12  विजयनगर से लूट के प्रयास में असफल होने पर गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया था उक्त घटना में प्रयुक्त एक बाइक बरामद हुई है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध लूट/चोरी/गैंगस्टर के लगभग एक दर्जन अभियोंग पंजीकृत है।
गिरफ्तार अभियुक्त का आपराधिक इतिहास-मु0अ0स0-244/17 धारा 392/411 भादवि थाना कविनगर गा0बाद, -मु0अ0स0-245/17 धारा 392/411 आईपीसी थाना कविनगर गा0बाद, मु0अ0स0-247/17 धारा 392/411 आईपीसी  थाना कविनगर गा0बाद, मु0अ0स0-252/17 धारा 411/415 आईपीसी थाना कवि नगर गा0बाद, मु0अ0स0-1858/17 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट थाना कवि नगर गा0बाद, मु0अ0स0-813/19 धारा 307/393/352 आईपीसी थाना विजयनगर गा0 बाद।
गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएचओ श्यामवीर सिंह, एसआई कवीश मलिक, अरुण कुमार, विशाल राठी, सचिन उज्जवल, विवेक भारद्वाज थे।


जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर मीटिंग आयोजित


प्रेम प्रकाश चीनी—
गाजियाबाद। जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर जो मीटिंग हुई उसमें हमारे प्रदेश कांग्रेस द्वारा भेजे गए अवनीश काजला ने राजीव गांधी की 75 वी जयंती पर कक्षा 8 से 12 तक के लिए जो सामान्य ज्ञान की प्रतियोगिताएं शुरू किए हैं हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रत्येक कार्य जो प्रधानमंत्री पद पर किए थे उनसे कक्षा 8 से 12 तक के नई जनरेशन की प्रतियोगिता करा कर राजीव गांधी द्वारा कराए गए कार्य बारे में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता की जाएगी प्रत्येक विधानसभा में हैं उसके बारे में अपने विचार रखें अवनीश काजला जी ने बताया की प्रत्येक विधानसभा में प्रत्येक कार्यकर्ता पचास पचास सदस्य बनाए और राजीव जी के  कार्य को उजागर किया परीक्षा प्रतियोगिता हर जिले में 1 सितंबर को होगी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का परिणाम 10 सितंबर को घोषित होगा पुरस्कार वितरण हर जिला मुख्यालय पर 10 सितंबर से 15 सितंबर के बीच कार्यक्रम आयोजित करके किए जाएंगे प्रतियोगिता परीक्षा में पास होने वालों को प्रथम पुरस्कार लैपटॉप द्वितीय पुरस्कार टेबलेट तृतीय पुरस्कार साइकिल  सातत्वां पुरस्कार घड़ी 50 हैं।
मिशन 2022 के लिए कार्य करें 
आज की बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष हरेंद्र कसाना एवं संचालन पूर्व महानगर अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने किया इस बैठक में पूर्व सांसद सुरेंद्र गोयल पूर्व मंत्री सतीश शर्मा  प्रदेश संगठन मंत्री नरेंद्र राठी प्रदेश सचिव लोकेश चौधरी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुनील चौधरी जिला प्रवक्ता प्रेमप्रकाश चीनी प्रदेश कांग्रेस सदस्य अभय त्यागी राजू महानगर महिला अध्यक्ष पूजा चड्ढा जिला अल्पसंख्यक अध्यक्ष नसीम खान हाजी लियाकत अली वरिष्ठ कांग्रेसी राजाराम भारती सुरेंद्र शर्मा जेके गौड सतीश शर्मा डासना ओम दत्त नगर राजीव शर्मा राजू शिवदत्ता आधाना विक्रांत चौधरी आसिफ सैफी सुभाष शर्मा त्रिलोक सिंह सलीम सैफी वीर सिंह लालमन सिंह जुल्फिकार त्यागी उमाशंकर शर्मा राजेश गुप्ता शान मोहम्मद कमलेश कुमारी एडवोकेट आशा रानी मायावती सीमा कुमारी गीता सानिया रश्मि मुराद नगर अध्यक्ष श्री पाल नया एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राहुल शर्मा ओम प्रकाश कर्दम भगवत प्रसाद इकबाल सैफी विजेंद्र असलम चौधरी मनोज सभासद वहीद डासना उमेश शर्मा प्रेम कुमार गुप्ता उज्जवल गर्ग सलीम अहमद चौधरी अशोक तोमर के वी सिंह संतोष मिश्रा आसिफ सिद्दीकी आदि सैकड़ों कांग्रेसी उपस्थित थे।


कितने अरब वर्ष पुराना है भारत का ​इतिहास जानिये!


सृष्टि का सबसे प्राचीन हमारा प्राणों से प्रिय आर्यावर्त वा भारत देश
हमारा देश भारत नाम से जाना जाता है। यह नाम इसका परवर्तित नाम है। हमारे देश की धर्म, संस्कृति तथा सभ्यता एक अरब छियानवें वर्षों से अधिक प्राचीन है। सृष्टि बनने के बाद परमात्मा ने सबसे पहले मनुष्यों की सृष्टि तिब्बत में की थी। तिब्बत का नाम किसी मनुष्य व राजा ने अपने विवेक से घोषित नहीं किया अपितु यह हमारे पूर्वजों द्वारा वेद के शब्दों के आधार निश्चित किया गया था। जिस समय तिब्बत में ईश्वर ने मानव जाति की प्रथम उत्पत्ति की थी उस समय न तो तिब्बत में मनुष्य रहते थे और न ही संसार के शेष भागों में कहीं पर मनुष्य रहते थे। परमात्मा ने अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न मनुष्यों को वेदों का ज्ञान दिया था जो कि सब सत्य विद्याओं से युक्त ज्ञान है। यह ज्ञान परमात्मा ने चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा की आत्माओं में जीवस्थ स्वरूप अर्थात् जीवात्माओं के भीतर अपनी सर्वान्तर्यामी सत्ता की उपस्थित के द्वारा ऋषियों की आत्माओं में प्रेरणा के द्वारा दिया था। उन ऋषियों की स्मरण शक्ति परमात्मा ने विशेष प्रकार की बनाई थी जो एक बार किसी बात को जान लेते थे या ईश्वर की प्रेरणा होती थी, उसे वह भूलते नहीं थे। इन ऋषियों से यह ज्ञान ब्रह्माजी नाम के अन्य ऋषि ने प्राप्त किया। इसके बाद इन ऋषियों ने वेदों के ज्ञान को अन्य मनुष्यों को उपलब्ध कराया वा पढ़ाया। इस प्रकार से अध्ययन व अध्यापन की प्रक्रिया आरम्भ हुई थी जो वर्तमान समय तक चली आ रही है। 
वर्तमान समय में मनुष्य गुरुकुलों में अथवा किसी आचार्य से संस्कृत की आर्ष व्याकरण का अध्ययन करते हैं और निरुक्त, छन्द, कल्प व ज्योतिष आदि का ज्ञान प्राप्त कर वह वेदों के मन्त्रों के अर्थ करने में पात्रता प्राप्त करते हैं। सृष्टि के आरम्भ में सभी मनुष्य वेदों के विद्वान, जानकार एवं अनुयायी थे। यही मनुष्य सृष्टि में परवर्ती पीढ़ियों के पूर्वज हैं और इस कारण से आज संसार के सभी मनुष्यों के पूर्वज सृष्टि के आदिकालीन ऋषि व इतर मनुष्य ही सिद्ध होते हैं। इंग्लैण्ड के प्रो0 मैक्समूलर ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया है। इस आधार पर यह भी निष्कर्ष निकलता है कि आज संसार में जितने भी मत-मतान्तर प्रचलित हैं उन सबके पूर्वज वेदानुयायी आर्य वा ऋषि मुनि ही थे जो वेद वर्णित ईश्वर के गुणों के आधार पर ईश्वर की उपासना करते थे और वेद विधान के अनुसार देवयज्ञ अग्निहोत्र सहित पितृयज्ञ, अतिथियज्ञ एवं बलिवैश्वदेव यज्ञ करते थे। यह परम्परा महाभारत युद्ध तक विद्यमान रही। महाभारत युद्ध के कारण देश एवं विश्व में अव्यवस्थाओं की प्रचलन हुआ जिसके कारण कालान्तर में वेद विलुप्त हो गये और वेदों की शिक्षाओं को भूलकर महाभारत के उत्तरकालीन हमारे देशवासी व पूर्वज अज्ञान व अन्धविश्वासों सहित मिथ्या परम्पराओं में फंस गये। हमारे देश व विश्व में जितने भी मत-मतान्तर प्रचलित हैं वह सभी महाभारत युद्ध के बाद अज्ञानता के कारण उत्पन्न व प्रचलित हुए हैं। सभी मतों में अविद्या है परन्तु इस तथ्य के प्रत्यक्ष होने पर भी कोई मत व सम्प्रदाय अपने मत की अविद्या, अज्ञान, अन्धविश्वासों व मिथ्या परम्पराओें को अविद्या से युक्त होना स्वीकार नहीं करता। यह भी जान लें कि महाभारत काल तक हमारे देश का नाम आर्यावत्र्त प्रसिद्ध रहा है। भारत में यवनों के आने पर इसका नाम हिन्दुस्तान हो गया और अंग्रेजों द्वारा देश को गुलाम बनाने पर इसका नाम इण्डिया रखा गया। देश की स्वतन्त्रता के बाद अंग्रेजी में देश का नाम इण्डिया तथा हिन्दी व अन्य भाषाओं में देश का नाम भारत, यह दोनों नाम प्रचलित हुए। भारत के नागरिक अपने आप को भारतीय व इण्डियन कहते व मानते हैं। यह हमारे देश के संविधान के अनुसार स्वीकार्य है।  
हमारे देश का धर्म वैदिक धर्म तथा संस्कृत वैदिक संस्कृति है। यह धर्म व संस्कृति ही न केवल सृष्टि की आदि कालीन धर्म व संस्कृति है अपितु यह मनुष्य के लिये श्रेष्ठ व उत्तम है। वैदिक धर्म व संस्कृति सभी प्रकार के अज्ञान, अविद्या, अन्धविश्वासों व मिथ्या परम्पराओं से मुक्त है। वेदों के सभी सिद्धान्त व मान्यतायें सत्य सिद्धान्तों पर आधारित हैं और देश व विश्व के सभी प्राणियों के लिये हितकर व कल्याणप्रद हैं। वेद हमें इस संसार के रचयिता का सत्य स्वरूप व गुण, कर्म एवं स्वभाव से परिचित कराते हैं। वेदाध्ययन से हमें जीवात्मा का स्वरूप व इसके गुण, कर्म व स्वभाव का सत्य ज्ञान होता है। सृष्टि का कारण सत्व, रज व तमों गुणों वाली प्रकृति है। इस प्रकृति की विकृति ही यह सृष्टि है। हमारे ऋषियों ने दर्शन ग्रन्थ में सृष्टि की उत्पत्ति की प्रक्रिया को प्रस्तुत किया है। वेद व वैदिक साहित्य में जीवात्मा का सूक्ष्म शरीर जो सृष्टि उत्पत्ति के समय बना था और प्रत्येक जन्म में जीवात्मा के साथ रहता है और प्रलय होने पर ही उसका अस्तित्व समाप्त होता है, इस सूक्ष्म शरीर का ज्ञान भी वेदों व वैदिक साहित्य से ही होता है। 
संसार के किसी मत को जीवात्मा के सूक्ष्म शरीर के रहस्य व स्वरूप का ज्ञान नहीं है। हमारा इस जन्म में जो सूक्ष्म शरीर है वही पूर्वजन्म व इस कल्प के सभी सहस्रों व लाखों पूर्वजन्मों में था और वही सूक्ष्म शरीर इस सृष्टि की प्रलय होने तक विद्यमान रहेगा। यदि परमात्मा ने सृष्टि की उत्पत्ति के समय सभी अनन्त जीवात्माओं के सूक्ष्म शरीर न बनाये होते तो फिर सूक्ष्म शरीरों के न होने पर किसी भी प्राणी का जन्म व उत्पत्ति होनी सम्भव नहीं थी। यह सूक्ष्म शरीर आंखों से देखा नहीं जा सकता। हमारे ऋषियों ने इसका प्रत्यक्ष किया था और अपने प्रत्यक्ष ज्ञान के आधार पर इसका शास्त्रों में उल्लेख किया। ऋषि दयानन्द ने भी इसका प्रत्यक्ष किया और इसका अपने अमर ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश में वर्णन किया है। वेद हमें बतातें हैं कि जीवात्मा जन्म व मरण धर्मा है। प्रत्येक जन्म के बाद जीवात्मा की मृत्यु एवं मृत्यु के बाद जन्म होना सृष्टि का अटल नियम है। जो इस पुनर्जन्म के सिद्धान्त को नहीं मानते वह अज्ञान व अविद्या से ग्रस्त है जो कि वेद एवं वैदिक साहित्य के अध्ययन से दूर होती है। पुनर्जन्म के अतिरिक्त वेद जीवात्मा का मोक्ष भी स्वीकार करते हैं। मोक्ष वह अवस्था होती है जिसमें जीवात्मा जन्म व मरण के चक्र से 31 नील 10 खरब 40 अरब वर्षों से भी अधिक अवधि तक सभी बन्धनों से छूट जाता है और परमात्मा के सान्निध्य में रहकर आनन्द का भोग करता है। मोक्ष में विद्यमान आत्माओं से वह मुक्त आत्मा मिलता व संवाद करता है तथा पूरे ब्रह्माण्ड का भ्रमण भी करता है। यह वैदिक धर्म एवं संस्कृति की विशेषतायें हैं जिसे अन्य मत-मतान्तर के लोग वेदों से ग्रहण कर अपने मतों की अविद्या को दूर कर उसे सत्य सिद्धान्तों से युक्त कर सकते हैं। वैदिक सिद्धान्त विश्व को एक अत्युत्तम एवं महत्वपूर्ण देनें हैं। 
हमारे देश आर्यावर्त में सहस्रों ऋषि हुए हैं जिन्होंने वैदिक धर्म एवं संस्कृति का विश्व में प्रचार व प्रसार किया है। उन्हीं के कारण सृष्टि की आदि से महाभारत युद्ध तक हमारे देश का विश्व में चक्रवर्ती राज्य रहा है। इसका उल्लेख महाभारत आदि ग्रन्थों को पढ़कर ऋषि दयानन्द जी ने सत्यार्थप्रकाश में किया है। न केवल ऋषि अपितु हमारे राजा भी ऋषियों से विद्याओं का अध्ययन करते थे और उसे अपने जीवन में धारण करते थे। राम, कृष्ण आदि महापुरुष हमारे ऐसे महापुरुष हुए हैं जिनके समान विश्व इतिहास में महापुरुष नहीं हुए। उनका यशस्वी इतिहास महर्षि बाल्मीकि रचित रामायण तथा वेदव्यास रचित महाभारत में सत्य सत्य वर्णित है। हमारा दुर्भाग्य है कि सृष्टि के आरम्भ से महाभारत काल व उसके बाद का इतिहास हम सुरक्षित नहीं रख पाये। नालन्दा एवं तक्षशिला के विशाल पुस्तकालयों सहित देश के अनेक पुस्तकालयों मे ंहमारा जो साहित्य व इतिहास ग्रन्थ थे उसे मुस्लिम हमलावरों ने अग्नि लगाकर नष्ट कर दिया। इससे विश्व के सज्जन लोग अपने पूर्वजों के सत्य इतिहास से वंचित हो गये हैं। इतना होने पर भी आज हमारे पास वेद, वेदांग-उपांग सहित उपनिषद, आयुर्वेद एवं अन्य अनेक विषयों के ग्रन्थ सुलभ है। वेद व वैदिक साहित्य ही ऐसा ज्ञान है कि जिसका अध्ययन एवं आचरण कर मनुष्य अपनी आत्मा और ब्रह्माण्ड के रचयिता ईश्वर का प्रत्यक्ष व साक्षात्कार कर सकता है। हमारे प्राचीन काल के सभी ऋषि व योगी तथा उन्नीसवीं शताब्दी के सर्वतोमहान ऋषि दयानन्द सरस्वती ने भी योगाभ्यास के द्वारा ईश्वर का साक्षात्कार किया था और उससे प्राप्त ज्ञान आदि शक्तियों के द्वारा देश देशान्तर में वेदों की मान्यताओं व सिद्धान्तों का प्रचार किया। अतीत में हमारा देश विश्व गुरु रहा है और आज भी है। कोई स्वीकार करे या न करे परन्तु वेदों में जो ज्ञान है, उपनिषद, दर्शन एवं मनुस्मृति में जो ज्ञान है तथा सत्यार्थप्रकाश एवं ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका सहित आयुर्वेद एवं ज्योतिष के ग्रन्थों के कारण हमारा देश, वैदिक धर्म व संस्कृति से पूर्णरूपेण परिचित व विज्ञजन आज भी विश्व गुरु हैं। 
आज विश्व में सर्वत्र अशान्ति है जिसका कारण मत-मतान्तरों, राजनीति दलों तथा देशों के अपने-अपने हितों में जो अविद्या का अंश है, उसके कारण से है। यदि अविद्या दूर हो जाये तो सभी समस्याओं का हल व समाधान ढूंढा जा सकता है। वेदों के अध्ययन व प्रचार से सभी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया जा सकता है। ऋषि दयानन्द के जीवन काल में एक दिन श्री मोहनलाल विष्णुलाल पण्डया ने उनसे पूछा, 'भगवन! भारत का पूर्ण हित कब होगा? यहां जातीय उन्नति कब होगी?' स्वामी जी ने उत्तर दिया, 'एक धर्म, एक भाषा और एक लक्ष्य बनाए बिना भारत का पूर्ण हित और जातीय उन्नति होना कठिन है। सब उन्नतियों का केन्द्र स्थान ऐक्य है। जहां भाषा, भाव और भावना में एकता आ जाए वहां सागर में नदियों की भांति सारे सुख एक-एक करके प्रवेश करने लगते हैं। मैं चाहता हूं कि देश के राजे-महाराजे अपने शासन में सुधार और संशोधन करें। अपने राज्य में धर्म, भाषा और भावों में एकता करें। फिर भारत में आप ही सुधार हो जाएगा।' इसी के साथ लेख को विराम देते हैं। ओ३म् शम्।
-मनमोहन कुमार आर्य


तेजपाल राणा ने दी नीरज सिंह को जन्मदिन की बधाई


17 अकबर रोड नई दिल्ली स्थित आवास पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सुपुत्र नीरज सिंह को जन्मदिन की बधाई देते हुए पार्षद तेजपाल राणा व अन्य भाजपा कार्यकर्ता।


प्रभु भक्ति से ही लोभ मुक्ति संभव: रसिक महाराज


वाचस्पति रयाल— 
नरेंद्र नगर। रसिक ज्ञान भक्ति समिति शाखा नरेंद्र नगर के तत्वावधान एवं नगर पालिका के सहयोग से यहां टाउन हॉल  में आयोजित भागवत कथा का श्रवण करने श्रद्धालु  दूर-दूर से कथा स्थल पर पहुंच रहे हैं।
 कथावाचक नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज के सारगर्भित प्रवचनों का  श्रवण करते हुए श्रद्धालु  पुण्य का लाभ कमा रहे हैं। कथा  प्रसंगों के बीच-बीच में  वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत भजन/ कीर्तन वातावरण को भक्ति मय बना दे रहे हैं।
 प्रवचन करते हुए चंडीगढ़ से पधारे कथावाचक रसिक महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहा कि लोभ पाप की जननी है और लोभ से मुक्ति के लिए भगवान भक्ति अनिवार्य है । तभी लोभ से मुक्ति संभव है।
 ज्ञानी संत मुनि नारद का प्रसंग सविस्तार सुनाते हुए रसिक महाराज ने बताया कि उन्होंने मंत्र विद् से आत्म विद् का सफर कैसे तय किया।  कहा कि शास्त्र-ग्रंथों को पठन-पाठन तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए बल्कि उनका सदुपयोग जीवन जीने के लिए किया जाना चाहिए।
 रसिक महाराज ने  ज्ञान रूपी प्रवचन सुनाते हुए कहा कि ज्ञानी, तपस्वी ,शूरवीर, कवि, विद्वान और गुणवान जैसे लोग लोभ के वशीभूत होकर सदैव उपहास का पात्र बने हैं। कहा लोभ तुष्टि का साधन मात्र हो सकता है संतुष्टि का नहीं। लोभ ही पतन का कारण है। श्रद्धालुओं से उन्होंने कहा कि सदैव ईश्वर का स्मरण करें और ईश्वर की भक्ति /कीर्तन के लिए समय निकालें ।इससे मन को शांति मिलती है और मन की शुद्धि होती है।
 इस अवसर पर रसिक ज्ञान भक्ति समिति के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद जोशी, आशुतोष रतूड़ी, राणा केपी जंग ,उत्तराखंड प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल के प्रतिनिधि विनोद गंगोटी, सूरत सिंह थपलियाल ,आचार्य महेंद्र बेलवाल,सुरेशानंद ब्रह्मचारी, एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।


प्रशिक्षण आई0आई0डी0ई0एम0 परिसर, द्वारिक नई दिल्ली में सम्पन्न

मनीष पाण्डेय—
नई दिल्ली/गाजियाबाद। दिनांक 27.08.2019 से 28.08.2019 तक महाराष्ट्र में आगामी वर्ष में होने वाले चुनाव के सफल संचालन हेतु महाराष्ट्र कैडर के जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं आर0ओ0 पदधारी अधिकारियों का प्रशिक्षण आई0आई0डी0ई0एम0 परिसर, द्वारिका, नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इस हेतु भारत सरकार के चुनाव आयोग के पत्र सं0-590/ECI/IIIDEM/CP/ Maharashtra /CNT/ 2019 दिनांक- 22.08.2019 के माध्यम से मुख्य चुनाव अधिकारी, उ0प्र0 को प्रेषित पत्र के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त श्री दिनेश चन्द्र को देश के 5 राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश का राष्ट्रीय स्तर का मुख्य प्रशिक्षक (नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर) हेतु आमन्त्रित किया गया है।
उपरोक्त पत्र के अनुपालन में ^^Certification Programme of DEOs and ROs of Maharashtra State (Batch 4 to 7)” विषयक प्रशिक्षण में नगर आयुक्त, गाजियाबाद को प्रशिक्षणदाता के रूप में सम्बन्धित संस्थान द्वारा आमन्त्रित किया गया था। उक्त प्रशिक्षण में नगर आयुक्त महोदय द्वारा चुनाव की प्राथमिकता के दृष्टिगत अपने अस्वस्थ तबीयत के उपरान्त भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विभिन्न चुनाव प्रक्र्रिया में अपने अनुभवों, सहभागिताओं, शासनादेशों एवं नियमावलियों के अनुपालन संबंधी ज्ञान के आधार पर नगर आयुक्त द्वारा प्रदत्त प्रशिक्षण अत्यन्त सफल एवं प्रभावी रहा।
पूर्व से ही अपने ज्ञान एवं प्रशिक्षण कौशल के लिये प्रसिद्ध रहे, श्री दिनेश चन्द्र(आई0ए0एस0) द्वारा पहले भी विभिन्न राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, मेघालय, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि) के राज्य विधानसभा निर्वाचन के लिये आर0ओ0/प्रशासनिक अधिकारियो ंको विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान कर चुकेहै। उनके द्वारा दिया गया प्रशिक्षणरोचक, भावपूर्ण एवं प्रभावी होता है।
प्रशिक्षुओं द्वारा यह अवगत कराया गया कि नगर आयुक्त के द्वारा दिया गया प्रशिक्षण सरल, सुगम, ग्राह्य एवं प्रभावीरहा। प्रशिक्षण सत्र में सभी प्रशिक्षुओं द्वारा इनके प्रशिक्षण विधि की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई है। अस्वस्थ होते हुए भी जिस ऊर्जा के साथ प्रशिक्षण कार्य क्रम में पूर्ण रूप समर्पण के साथ प्रशिक्षण दिया, उसकी उपस्थित भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं राज्य स्तरीय सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रशंसा की गई।
इनके उपरोक्त प्रशिक्षण की सराहना करते हुए श्री अद्कुने (आर0ओ0) ने बताया कि श्री दिनेश चन्द्र जी द्वारा प्रदत्त प्रशिक्षण अत्यन्त लाभकारी एवं सरल भाषा में ग्राह्य रहा है। इसी क्रम मे ंश्री कृष्णकान्त चिकुर्ते द्वारा अवगत कराया गया कि चूँकि आप पूर्व में भी राजस्व विभाग के अधिकारी रहे चुके है इसलिये आपका विषय ज्ञान एवं प्रभाव अत्यन्त लाभकारी है, एवं इस सम्बन्ध में आहरण, जाँच एवं नामांकन आदि से सम्बन्धित जानकारी अत्यन्त महत्वपूर्ण तरीके से प्रदान की गई। साथ ही श्री एस0एस0 सोनावारे (उप जिलाधिकारी) द्वारा अवगत कराया गया है कि आप द्वारा सब लिगल प्राविजन विषय अत्यन्त ही महत्वपूर्ण रहा, आप द्वारा दिया गया प्रशिक्षण मनोरंजक और वैषिष्ट्य पूर्ण रहा है, जिससे चीजे आसानी से समझ में आती है, यह हम सभी के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है एवं आपने इस कठिन विषय को बड़ा ही रोचक बना दिया।
इसी क्रम में श्री उमेश बिरारी (एस0डी0एम0) ने यह कहा कि श्री दिनेश चन्द्र जी द्वारा दिया गया प्रशिक्षण दिल को छूने वाला रहा और यह बहुत ही सूचना प्रदायी एवं मानवीय रहा। उनके द्वारा अपना अनुभव साझा किया जाना अत्यन्त ही प्रभावी रहा।


Tuesday 27 August 2019

गलत फहमी की शिकार हुई महिला, पुलिस ने महिला को जनता से बचाया


अतुल त्यागी—
हापुड़। थाना हापुड़ देहात क्षेत्र के मोहल्ला कोटला सादात स्थित सुल्ली चौक पर आज मंगलवार को अपराहन फिर एक बार एक मंदबुद्धि पन्नी बीनने वाली महिला को बच्चा चोर गैंग बताकर लोगों ने महिला की की पिटाई सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को लोगों से छुड़ाकर सुरक्षित अयोध्यापुरी चौकी पहुंचाया बच्चा चोर की सूचना पर आसपास के मोहल्लों की सैकड़ों महिला एवं पुरूषों ने चौकी का किया घेराव और महिलाओं की पुलिस से हुई नोकझोंक मौके पर पहुंचे थाना देहात प्रभारी रविंद्र राठी एसएसआई गोपाल शर्मा ने पुलिस बल के साथ कड़ाई के साथ पुलिस बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा पुलिस ने बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने के आरोप में एक युवक को हिरासत में लिया है रविंद्र राठी ने बताया कि यह महिला मंदबुद्धि की है और यह पन्नी  चुगने का काम करती है आज ही है कोटला था बाद में पन्नी चूक रही थी तभी किसी ने अफवाह फैलाई कि यह महिला बच्चा चोर है फिर एक करके वहां भीड़ एकत्रित हो गई और महिला को पीटना शुरू कर दिया मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को छुड़ाकर सकुशल चौकी ले आई उन्होंने कहा कहां की मस्जिद मैं लगे लाउड स्पीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा कि बच्चा चोर गैंग हापुड़ में नहीं है यह सब अफवाहें हैं और अफवाह फैलाने वाले लोगों के साथ के साथ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।


अनुच्छेद 370 को रद्द करना एक राजनीतिक नहीं वरन एक राष्ट्रीय मुद्दा है :  उपराष्ट्रपति


नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को रद्द करना एक राजनीतिक नहीं वरन एक राष्ट्रीय मुद्दा है। उन्होंने लोगों से एकस्वर में विचार व्यक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने सावधान करते हुए कहा कि पड़ोसी देश विचारों में मतभेद का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दुरुपयोग कर सकता है।
उपराष्ट्रपति के मित्रों और शुभचिंतकों द्वारा विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में आयोजित 'मीट एंड ग्रीट' कार्यक्रम में श्री नायडू ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने की लंबे समय से मांग रही थी और यह देश की एकता और अखंडता से संबंधित है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अनुच्छेद 370 संविधान की एक अस्थायी व्यवस्था थी और इसे हटाये जाने से जम्मू-कश्मीर का औद्योगिकीकरण होगा, रोजगार के अवसरों का सृजन होगा तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
जम्मू और कश्मीर पुर्नगठन विधेयक राज्यसभा में दो तिहाई बहुमत से तथा लोकसभा में 4/5 बहुमत से पारित हुआ। उपराष्ट्रपति ने 1964 में लोकसभा सदस्य श्री प्रकाश वीर शास्त्री द्वारा लाये गये प्रस्ताव के बारे में कहा कि यह बिल सदस्य की निजी हैसियत से लाया गया था, लेकिन इसे कांग्रेस के श्री भागवत झा आजाद, सीपीआई के श्री सरजू पांडेय, श्री एच. वी. कामथ तथा जम्मू-कश्मीर के सदस्यों ने समर्थन दिया था।
श्री नायडू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने 1963 में एक बहस के दौरान संसद में कहा था कि संविधान का यह प्रावधान अस्थायी है।
सभी राजनीतिक पार्टियों का आह्वान करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें अपने जनप्रतिनिधियों के लिए आचार संहिता विकसित करनी चाहिए। राजनीतिक दलों को एक-दूसरे का दुश्मन नहीं, बल्कि प्रतिस्पर्धी समझना चाहिए।
श्री नायडू ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के खिलाफ आपराधिक मामलों, चुनाव संबंधी याचिकाओं तथा दल-बदल संबंधी विवादों की शीघ्र निपटारे के लिए विशेष न्यायाधिकरण बनाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दल-बदल को रोकने के लिए संविधान की 10वीं अनुसूची को प्रभावी बनाया जाना चाहिए। तीन महीने के अंदर दल-बदल संबंधी मामलों को निपटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न भागों में अपीलीय न्यायाधिकरण और सर्वोच्च न्यायालय की शाखाओं का निर्माण किया जाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2 अक्तूबर तक एक बार प्रयोग में लाए जाने वाले प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि लोगों की सक्रिय भागीदारी के साथ स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा प्रति बूंद-अधिक फसल जैसे कार्यक्रमों को जनांदोलन बनाया जाना चाहिए।


जन औषधि सुविधा सेनेटरी नैपकीन अब 1 रुपये प्रति पैड की दर से उपलब्‍ध होगा: मनसुखलाल मांडविया


नई दिल्ली। रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने आज नई दिल्‍ली में मोबाइल एप्‍लीकेशन 'जन औषधि सुगम' की शुरुआत की और उन्‍होंने घोषणा की कि अब जन औषधि सुविधा ऑक्‍सो-बायोडीग्रेडेबल सेनेटरी नैपकीन 1 रुपये प्रति पैड की दर से उपलब्‍ध होंगे। इस अवसर पर नौवहन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) तथा रसायन एवं उर्वरक राज्‍य मंत्री मनसुखलाल मांडविया भी उपस्थित थे।
जन औषधि सुविधा ऑक्‍सो-बायोडीग्रेडेबल सेनेटरी नैपकीन की घोषणा करते हुए कहा कि इस सबंध में 1 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा दिया गया आश्‍वासन अब पूरा हो गया है। उन्‍होंने कहा कि 'जन औषधि सुगम' से लोगों को जैविक दवाओं और जन औषधि दुकानों की तलाश करने में सुविधा होगी।  
रसायन एवं उर्वरक राज्‍य मंत्री श्री मनसुखलाल मांडविया ने कहा कि बेहतर सेनेटरी नैपकीन के अभाव के कारण 28 मिलियन लड़कियां बीच में पढ़ाई छोड़ देती हैं, क्‍योंकि नैपकीन पैड उन्‍हें उचित दाम पर नहीं मिल पाता। उन्‍होंने कहा कि औषधि विभाग देश भर में फैले प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्‍द्रों के नेटवर्क के जरिए सभी नागरिकों को सस्‍ती दरों पर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कदम से गरीबों के दवा खर्च में पर्याप्‍त कमी आई है।
भारत सरकार ने 4 जून, 2018 को विश्‍व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्‍या पर ढाई रुपये प्रति पैड की दर से 'जन औषधि सुविधा ऑक्‍सो-बायोडीग्रेडेबल सेनेटरी नैपकीन' की शुरुआत की थी। जन औषधि सुविधा की विशेष बात यह है कि जब यह इस्‍तेमाल के बाद ऑक्‍सीजन के संपर्क में आता है तो यह पैड बायोडीग्रेडेबल हो जाता है। 31 अगस्‍त, 2019 तक प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्‍द्रों ने 1.30 करोड़ से अधिक पैडों की बिक्री की।
भारत की महिलाओं को सस्‍ती दरों पर सेनेटरी पैड उपलब्‍ध कराने और उन्‍हें सुगम बनाने के लिए सरकार ने अब तय किया है कि इन पैडों को 1 रुपये प्रति पैड की दर से उपलब्‍ध कराया जाएगा, जैसा 'लोकसभा चुनाव-2019' के पहले प्रधानमंत्री ने वादा किया था।
बाजार में सेनेटरी पैडों की सस्‍ती दरों पर उपलब्‍धता न होने के कारण देश की कई महिलाएं माहवारी के दौरान अस्‍वस्‍थ तरीके अपनाती हैं। इस संबंध में महिलाओं के लिए स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह एक महत्‍वपूर्ण कदम है। इससे देश की वंचित महिलाओं के लिए 'स्‍वच्‍छता, स्‍वास्‍थ्‍य और सुविधा' सुनिश्चित होगी।
औषधि विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के सबके लिए 'सस्‍ती और बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा' दृष्टिकोण को हासिल करना सुनिश्चित हो जाएगा। इस कदम के जरिए प्रधानमंत्री का 'स्‍वच्‍छ भारत, हरित भारत' का सपना भी पूरा होगा, क्‍योंकि ये पैड ऑक्‍सो-बायोडीग्रेडेबल तथा पर्यावरण अनुकूल हैं। जन औषधि सुविधा को देश भर के 5500 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्‍द्रों के जरिए बिक्री के लिए उपलब्‍ध कराया जा रहा है।
'जन औषधि सु‍गम' मोबाइल एप्‍लीकेशन में नजदीक के जन औषधि केन्‍द्रों, गूगल मैप के जरिए उन केन्‍द्रों तक पहुंचने का मार्ग, जन औषधि जैविक दवाओं का पता लगाने, दवाओं के मूल्‍य के आधार पर जैविक तथा ब्रांडेंड दवाओं की तुलना, खर्च में होने वाली बचत की जानकारी मिलेगी। यह मोबाइल एप्‍लीकेशन एंड्राइड और आईओएस प्‍लेटफॉर्मों पर उपलब्‍ध है। इन्‍हें गूगल प्‍ले स्‍टोर और एप्‍पल स्‍टोर से नि:शुल्‍क डाउनलोड किया जा सकता है।