3 सितेम्बर 2019 बेटी सुरक्षा दल में शामिल हुए जय राधे कम्पनी के MD श्री संदीप शर्मा बेटी सुरक्षा दल के मुख्य कार्यलय पर आज बेटी सुरक्षा दल के केंद्रीय संयोजक डॉ एस के शर्मा जी ने मोदी नगर निवासी जय राधे कंपनी के MD संदीप शर्मा को कराया बेटी सुरक्षा दल में शामिल श्री डॉ एस के शर्मा जी ने संदीप शर्मा जी को बेटी सुरक्षा दल का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया ।
ओर आशा व्यक्त की की संदीप शर्मा जी सम्पूर्ण भारत मे बेटी सुरक्षा दल को मजबूती देने का काम करेंगे ।
उपस्थित रहे
डॉ एस के शर्मा केंद्रीय संयोजक
डॉ जमील खान केन्द्रीय सचिव
बबिता शर्मा केन्द्रीय स संयोजक
जुबेर त्यागी जी सुनील वसिष्ठ संजय सिंह अकील सेफी कमल शर्मा राहुल तोमर आदि
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Tuesday 3 September 2019
बेटी सुरक्षा दल गाजियाबाद में नियुक्ति
जनता को जुर्माने की नहीं जागरूकता की जरूरत आकाश गुप्ता
देश में यातायात सुरक्षा के लिए मोटर व्हीकल संशोधन एक्ट 2019 लागू कर दिया गया है। अब से मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम के 63 नए नियम लागू हो गए हैं. नए नियम में जुर्माने की रकम 10 गुना तक बढ़ाई गई है. इस बीच तीन राज्यो की सरकारो ने इसे लागू करने से खुले तौर पर मना कर दिया है तीनों राज्यों की सरकारों ने नए नियम में जुर्माने की रकम काफी ज्यादा होने की बात कहीे जिससे काफी हद तक मैं आकाश गुप्ता भी सहमत हू।
मेरा मानना है पहले जनता को जुर्माने की नहीं जागरूकता की जरूरत है जनजन तक पिछले बने नियमो को हम आज तक नही पहुंचा पाये और नये नियमो को और थोप देना कहां तक सही है इसका आकलन शायद किया गया हो।
पब्लिक को एक्टिव किया जाना जरूरी है कि वो अगर घर से निकलने पर अपनी बाईक की चाभी उठाते है तो साथ मे हेलमेट उठाना भी ना भूलें।
सोचनीय है कि एक सवारी ज्यादा बैठने पर 2000 का चालान करने वाली सरकार को यह भी देखना चाहिए की आखिर 80 लोगो की ट्रेन की बोगी में 200 लोगो का वेटिंग टिकिट काटने पर सरकार पर कितना जुर्माना होता है।
हमें काम के तरीके बदलने होंगे
सजा बढ़ाना कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता
स्कूली बच्चो का स्कूटी चलाने पर या स्कूल बाईक से आने पर स्कूल पर जुर्माना हो। जो उन्हे स्कूल सिखा सकता है वह पुलिस नही सिखा सकती।
हेलमेट ना होने पर पहले 200 का चालान भरना होता था अब 1000 भरना है क्या हम 200 का चालान भरने का डर दिखा पाये ? ऐसा लगता है कि एकमात्र जनता ही अपराधी है और गलती चाहे निगम की हो प्रशासन की हो या सरकार की जनता ही जुर्माने की अकेली उत्तरदायी है।
भले सडकों में गडढे हो भले खंबो पर लाईट ना हो भले सरकारी कर्मचारी नियमो का पालन करे ना करें वे किसी चूक के जिम्मेदार नहीं क्योकी आम नागरिक तो बनी ही जुर्माने भरने को है।
यह प्रावधान कितने सही है इस पर केन्द्र सरकार को एक बार पुनर्विचार करना चाहिए।
आकाश गुप्ता गाजियाबाद संयुक्त व्यापार मंडल (महामंत्री मेरठ मंडल) y45
Monday 2 September 2019
ईश्वर के साथ
“ईश्वर के साथ हमारा पिता-पुत्र संबंध होने के कारण हमें उसके सभी श्रेष्ठ गुणों को धारण करना है”
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मनुष्य सत्य व चेतन स्वभाव से युक्त प्राणी है। सत्य का अर्थ है कि मनुष्य की सत्ता यथार्थ है। आत्मा की सत्ता काल्पनिक सत्ता नहीं है। चेतन का अर्थ है कि ज्ञान प्राप्ति व कर्म करने की सामथ्र्य से युक्त अल्पज्ञ सत्ता है। आत्मा सुख व दुःख का अनुभव करता है। जड़ पदार्थों की तरह से मनुष्य व प्राणियों की आत्मा संवेदनाओं से रहित नहीं है। मनुष्य की आत्मा संसार में कब व कहां से आयी? इस प्रश्न का उत्तर है कि जीवात्मा का अस्तित्व सदा से है। इसका आरम्भ नहीं है। आत्मा अनादि व नित्य सत्ता है। हमारे जैसी ही संसार में असंख्य व अनन्त आत्मायें हैं। हम संसार में जितने मनुष्य, इतर पशु-पक्षी व कीड़े मकोडे आदि प्राणियों को देखते हैं, उन सब में भी हमारे ही समान आत्मायें है परन्तु हममें और उनमें कर्मों व ज्ञान का अन्तर होने से परमात्मा ने उन्हें उनके कर्मानुसार भिन्न-भिन्न योनियों में जन्म दिया है। संसार में शुभ, श्रेष्ठ व पुण्य कर्म करने से जीवात्मा की उन्नति होती है और उसे मृत्यु के बाद श्रेष्ठ जन्म मिलता है। इसी प्रकार से अशुभ व पाप कर्म करने पर मनुष्य की अवनति व पतन होता है जिसके दण्ड स्वरूप परमात्मा उसे निम्न अवस्थाओं मनुष्य, पशु, पक्षी आदि योनियों में भेजता है।
हम चेतन सत्ता होने से ज्ञान एवं कर्म की सामथ्र्य रखते हैं और इससे ईश्वर को जानकर अपने सभी दुःख व क्लेश दूर कर जन्म व मरण के बन्धन व दुःखों से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं। इसके लिये हमें ईश्वर, जीवात्मा और संसार को जानना होगा। इसका उपाय वेद और वैदिक साहित्य सहित सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका का अध्ययन, वैदिक विद्वानों की संगति तथा योगाभ्यास आदि कार्य हैं। सन्ध्या व अग्निहोत्र-देव-यज्ञ को करने से भी मनुष्य ईश्वर की निकटता व सान्निध्य को प्राप्त करता है। यह कार्य मनुष्य को ईश्वर से जोड़ते व उसके अनुकूल कर्मों का कर्ता वा आचारवान बनाते हैं। यही मनुष्य जीवन की श्रेष्ठता व उन्नति कही व मानी जाती है और वस्तुतः है भी। आजकल लोग स्कूली ज्ञान प्राप्त कर डाक्टर, इंजीनियर, सरकारी कर्मचारी, बिजीनेस मैन तथा राजनीतिककर्मी बन जाते हैं परन्तु इससे होता क्या है? मनुष्य कुछ समाजसेवा के कार्य करता है और धनोपार्जन कर सुख सुविधाओं का संग्रह करता है। वह ऐसा करते हुए सुखों का भोग कर व अपने परिवारजनों को कराकर अनेक द्वन्द्वों में घिर कर रोगी हो जाता और मर जाता है। ऐसा व्यक्ति अधिकांश स्थितियों में ईश्वर व आत्मा को नहीं जान पाता और इस बात से भी अनभिज्ञ रहता है कि मृत्यु के बाद उसकी आत्मा की क्या गति होगी? उसे मनुष्य आदि श्रेष्ठ योनियों में जन्म मिलेगा या नहीं और अपने कर्मानुसार वह पशु पक्षी आदि दुःखों से युक्त योनियों में जाकर अपने कर्मों आदि का फल भोगेगा? अतः सभी मनुष्यों को अपने जन्म के कारण और मृत्यु के बाद मिलने वाले सुख-दुख एवं जन्मों के विषय में भी अवश्य विचार करना चाहिये और इनके उत्तर प्राप्त करने चाहिये। इन सभी बातों का ज्ञान एक ही पुस्तक सत्यार्थप्रकाश को पढ़कर हो जाता है। अतः संसार के प्रत्येक मनुष्य वा स्त्री-पुरुष को अपने मत, मजहब व सम्प्रदाय से ऊपर उठकर सत्यार्थप्रकाश का अध्ययन अवश्य करना चाहिये।
हम सभी मनुष्य व प्राणी जीवात्मायें हैं जो अपने पूर्वजन्म व इस जन्म के कुछ कर्मों का भोग कर रहे हैं और अवशिष्ट कर्मों का जीवन के शेष भाग और मृत्यु के बाद पुनर्जन्म में भोग करेंगे। हमें अपनी आत्मा और परमात्मा के स्वरूप, इनके गुणों, कर्मों व स्वभाव आदि प्रश्नों पर विचार करना चाहिये और उनके सत्य उत्तर प्राप्त करने चाहिये। विचार करने पर हमें यह ज्ञात होता है कि ईश्वर हमारा माता व पिता दोनों है। अतः हमारा कर्तव्य है कि हम अपने सच्चे व अनादि तथा अनन्त काल तक के साथी परमात्मा के गुणों को जाने और उन्हें जीवन में धारण कर उसका सच्चा पुत्र कहलाने के अधिकारी बने। क्या हमने कभी विचार किया है कि हम ईश्वर के पुत्र, मित्र, बन्धु, सखा व सेवक हैं और हमें अपने इन सम्बन्धों के अनुरूप गुणों को धारण करते हुए इनसे जुड़े कर्तव्यों व व्यवहारों का करना व पालन करना है? अधिकांश लोग इन प्रश्नों पर विचार ही नहीं करते और न ही ईश्वर से अपने इन सम्बन्धों के अनुरूप पालन व व्यवहार ही करते हैं जिसका परिणाम वर्तमान व भविष्य में दुःखों से ग्रसित रहना है। जीवन में दुःख आते ही इसलिये हैं कि हम अपने सभी कर्तव्यों का उचित रीति से पालन नहीं करते। हमारा अधिकांश समय धन कमाने व सुख-सुविधाओं का भोग करने में व्यतीत हो जाता है। धन कमाना व सुख भोगना मनुष्य के लिये उचित है परन्तु मर्यादा व सीमा के अन्दर। यदि हम सीमा से बाहर जाकर धन कमाते और सुख भोग में ही अपना अधिकांश समय लगाते हैं तो यह जीवन मनुष्य अर्थात् मननशील प्राणी का जीवन नहीं है। मनुष्य जीवन में कर्तव्य पालन का विशेष महत्व होता है। हमें ईश्वर के प्रति, देश व समाज के प्रति, अपने माता-पिता-आचार्यों व परिवारजनों के प्रति भी अपने कर्तव्यों को निभाना होता है। यदि इन सबमें सन्तुलन बना होता है और हम ऐसा कोई कार्य नहीं करते जो वेदों में निषिद्ध है और जिससे देश व समाज को किसी प्रकार से हानि पहुंचती है और साथ ही अन्याय एवं पक्षपात होता है तो हमारा जीवन अच्छा व प्रशंसनीय जीवन कहा जा सकता है।
हम ईश्वर के पुत्र हैं। अथर्ववेद में 20/108/2 मन्त्र आता है 'त्वं हि नः पिता वसो त्वं माता शतक्रतो बभूविथ। अधा ते सुम्नमीमहे।।' इस वेदमन्त्र में ईश्वर को माता व पिता दोनों कहा गया है और बताया गया है कि निश्चय ही ईश्वर हम सबका माता व पिता है और हम उसके पुत्र-पुत्रियां व सन्तानें हैं। यजुर्वेद 36.9 मन्त्र 'शन्नो मित्रः शं वरुणः शन्नो भवत्वर्यमा' में कहा गया है कि ईश्वर हमारा सच्चा मित्र, वरणीय विद्वान तथा न्यायाधीश है। एक सामान्य प्रार्थना है जो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं जिसका वाचन सभी पौराणिक बन्धु भी ईश्वर की उपासना व आरती आदि करते समय गाते हैं। वह है 'त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव। त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम देव देव।।' इसमें कहा गया है कि ईश्वर मेरा माता, पिता, बन्धु, सखा, विद्या, धन, सर्वस्व तथा इष्टदेव है। इन प्रमाणों से ईश्वर हमारा पिता व माता तथा हम उसके पुत्र-पुत्रियां सिद्ध होते हैं। क्या वस्तुतः हम उसके पुत्र कहलाने के योग्य हैं? क्या हम गुण, कर्म व स्वभाव में अपने पिता परमात्मा के समान हैं? निश्चय ही नहीं है। अब प्रश्न होता है कि क्या हम ईश्वर का पुत्र बनने के लिये प्रयासरत हैं और सही दिशा में बढ़ रहे हैं? क्या हमने अपने सभी दुर्गुण व दुव्यसनों का त्याग कर दिया है और सभी श्रेष्ठ गुणों व कर्मों को ग्रहण व धारण करने का संकल्प ले लिया है और उस संकल्प के अनुसार जीवन व्यतीत कर रहे हैं? हम प्रायः सभी लोग इसका पालन नहीं करते। अतः हम ईश्वर के पुत्र नहीं कहला सकते। हमें यदि ईश्वर का पुत्र बनना है, जो कि हम हैं, तो हमें ईश्वर के सभी श्रेष्ठ गुणों को धारण करना ही होगा। इसके लिये ईश्वरीय ज्ञान वेद व उसके व्याख्या ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश का अध्ययन व मनन कर उसमें प्रकाशित वैदिक गुणों को धारण करना होगा। हमें सन्ध्या व देवयज्ञ सहित पंच महायज्ञों का अनुष्ठान भी विधि-विधान के अनुसार करना होगा। यदि हम ऐसा करेंगे तो हमें इससे सुख, आनन्द तथा आत्मा की उन्नति का लाभ होने सहित मोक्ष की उपलब्धि होगी अन्यथा नहीं।
हम समाज में देखते हैं कि माता-पिता अपनी सन्तानों को शिक्षा देकर उन्हें अपने से भी अधिक ज्ञानवान एवं सम्मानित व्यक्ति बनाना चाहते है व इसके लिये घोर तप, पुरुषार्थ करने सहित त्यांग व बलिदान का परिचय देते हैं। बाद में यही सन्तानें माता-पिता बनकर इस प्रक्रिया को जारी रखते हैं। अतः हमें इस उदाहरण के अनुसार ही अपने सनातन माता व पिता ईश्वर को जानकर उसका श्रेष्ठ पुत्र-पुत्री बनने का प्रयत्न करना है। ईश्वर से हमारा व्याप्य-व्यापक व स्वामी-सेवक सम्बन्ध भी है। हमें जब कभी कोई शंका या जिज्ञासा हो तो हम ईश्वर का अपनी आत्मा में ध्यान व चिन्तन कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। ईश्वर सद्कर्मों का प्रेरक है। वह हमारी आत्मा में सद्प्रेरणायें करता रहता है। हमें उन प्रेरणाओं को जानकर उसके अनुसार आचरण करना है। हम ईश्वर के गुणों, कर्मों व स्भाव को धारण करके उसके योग्यतम पुत्र बने जैसे हमारे सभी ऋषि-मुनि-योगी, राम, कृष्ण व दयानन्द आदि थे। यही इस लेख को लिखने का प्रयोजन है। ओ३म् शम्।
-मनमोहन कुमार आर्य
गणपति महाराज की मूर्ति स्थापित
02/09/2019 को वार्ड नं7 विकास कुंज मे कालोनिवासियों के दुारा गणपति महाराज की मूर्ति को स्थापित किया गया ।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा जी मुख्य अतिथि के रूप मे पँहुची ।
कालोनिवासियों ने माला पहनाकर रंजीता धामा जी का स्वागत किया ।
वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ गणपति बप्पा जी की मूर्ति को स्थापित किया गया ।
इस अवसर पर लोनी नगरपालिका अध्यक्ष जी ने सभी को संबोधित करते हुये कहा कि गणपति विसर्जन के लिये लोनी क्षेत्र मे जगह -जगह पर गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जा रही है लोग बेहद ही श्रद्धा व तन्मयता के साथ गणेश भगवान जी की पूजा अर्चना करेंगे तथा सभी लोग अपनी श्रदानुसार गणेशजी को घर मे लायेंगे तथा गणपति विसर्जन के दिन मूर्तियों का विसर्जन कर दिया जायेगा ।
ये त्यौहार ही है जो हम सभी के बीच रिश्तों को मजबूत बनाते है लोगों मे मिलने जुलने का भाव बढता है बच्चो में सेवा का भाव जाग्रत होता है मै आप सभी को शुभकामनाएं देती हुं कि गणपति महाराज आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करें ।
आप लोग भी शान्तिपूर्वक सभी त्यौहार मनाये तथा अपनों के साथ मधुर संबंध बनाये रखे।
इस अवसर पर सभासद अमित तोमर, संजीव मिश्रा, अरूण कुमार, जयशंकर कुमार, विभो मिश्रा, विजय मिश्रा, मनोज सिंह, मंजू देवी, रेणु देवी, अंजलि देवी, गीता देवी सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनी के सम्मानित लोग उपस्थित रहे।
जल संरक्षित जीवन सुरक्षित और जल संचय के बारें में मीटिंग
02/09/2019 को लावड़ नगर पंचायत में जल संरक्षित जीवन सुरक्षित और जल संचय के बारें में मीटिंग में शामिल हुवे। साथ मे अधिशासी अधिकारी सुधीर कुमार, विधायक प्रतिनिधि संजय गुप्ता जी और पत्रकार बन्दू, समस्त सभासद लावड़, चेयरमैन पति हारून, ओर असलम बाबू नगर पंचायत लावड़ , रविन्द्र कुमार (राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक )
नेहरू युवा केन्द्र ,मेरठ।
शिक्षा संस्थान का उद्घाटन
2 सितंबर 2019 को पंचशील कॉलोनी भोपुरा जिला गाजियाबाद में निशुल्क शिक्षा संस्था द्वारा 1 शिक्षा संस्थान का उद्घाटन क्षेत्रीय निगम पार्षद हरवीर प्रधान राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना राष्ट्रीयअध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चंदेल महानगर महामंत्री भारतीय जनता पार्टी राजन आर्य वाल्मीकि सचिन कुमार टाक रोहतास नगर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राष्ट्रीय वाल्मीकि सेना द्वारा किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी पंचशील कॉलोनी के प्रधान नानक मेवाती द्वारा की गई मंच का संचालन राकेश पर्चा ने किया कार्यक्रम के संयोजक सुभाष जी जीनवाल मुकेश मेवाती शौकील, राजू ,अमर जी, प्रदीप शर्मा जी, बालकिशन शर्मा जी, काजनिया जी, फोरमैन ,अमित सुमित लाजपत नगर मंडल महिला उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी उषा बागड़ी सुरेंद्र चंदेल भोपुरा रोहित सूद आदि मौजूद रहे वह आए हुए अतिथियों का पुष्पमाला पहनाकर स्वाद किया गया वक्ताओं ने बताया कि हमें हर वर्ग मैंशिक्षा ग्रहण करनी चाहिए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने कहा था शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पिएगा वह आवाज उठाएगा जब जाकर दलित मजदूर गरीबों का कल्याण होगाइस अवसर पर भाईनानक चंद मेवाती जी का मुकेश मेवाती जी का सुभाष जीनवाल जी का आए हुए अतिथियों ने निशुल्क संस्था चलाने पर धन्यवाद किया स्वागत किया इस अवसर पर देवेंद्र चंदेल रविंद्र कुमारअनिल चुड़ियाला जुम्मन लाल प्रधान संजय चंदेल राजेश प्रवक्ता परवीन चड्ढा राहुल टांक डॉक्टर वाली मिंटू वैद्य कर्मवीर भारतीमौजूद रहे इस अवसर पर महिलाएं बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया
संचारी रोग नियंत्रण अभियान की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
02/09/2019 को भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा जी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत लोनी नगरपालिका के कर्मचारियो के साथ खन्ना नगर नगरपालिका कार्यालय से 2सितंबर से लेकर 30सितंबर तक चलने वाले अभियान को लेकर सफाई कर्मचारीयों की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
इस अवसर पर रंजीता धामा जी ने बताया कि 2सितंबर से लेकर 30सितंबर तक संचारी रोगों जैसे मलेरिया, डेंगु, चिकनगुनिया आदि के नियंत्रण के लिये लोनी नगरपालिका की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है जिसमें लोनी नगरपालिका के कर्मचारी जगह-जगह पर जाकर आम जन को साफ-सफाई को लेकर जागरूक करेंगे जिससे कि किसी प्रकार की बीमारी ना फैले व जनता स्वस्थ रहे।
लोनी नगरपालिका अध्यक्ष जी ने बताया कि अधिकतर रोग गंदगी मे रहने से फैलते हैं जब हमारे आस-पास मे गंदगी रहती है तो विभिन्न प्रकार के संचारी रोग फैलते हैं जिनकी चपेट मे आने से व्यक्ति गंभीर बीमार हो जाता है तथा कभी कभी तो मृत्यु भी हो जाती है ।
अत: हम सभी को इनसे बचने के लिये अपने जीवन मे कुछ बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए जैसे अपने आस-पास गंदगी ना होने दे, मच्छरों से बचाव करे, पीने का पानी उबाल कर पिये, पूरी आस्तीन के कपडे पहने ,पक्के व सुरक्षित शौचालय का प्रयोग करे आदि ।
इन छोटी-छोटी बातों को अपने जीवन मे अपनाकर हम लोग संचारी रोगों से बच सकते हैं तथा परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं । इस अभियान के अन्तर्गत लोनी नगरपालिका के दुारा प्रत्येक वार्ड मे मच्छरों को मारने की दवाई का छिडकाव कराया जायेगा, साफ-सफाई पहले से अधिक करायी जायेगी, नालियों मे कीडे मारने की दवाई व फागिंग करवायी जायेगी ।
इस अवसर पर लोनी नगरपालिका अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता, अधिशासी अभियंता पंकज गुप्ता, भण्डारी बाबू, विजय कुमार, रवि कुमार सहित सैकडों की संख्या मे सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे ।
Sunday 1 September 2019
संस्कार द कोएजुकेशनल स्कूल के रंगमंच सभागार में कत्थक
01.09.2019को संस्कार द कोएजुकेशनल स्कूल के रंगमंच सभागार में नूपुर कत्थक केंद्र व देवध्वनि नृत्य विद्यालय व रश्मिरथी कलावृंद के संयुक्त वार्षिकोत्सव की उत्कृष्ट प्रस्तुति नीलाभ ने दर्शकों को मोहित किया। तीनों संस्थानों के करीब 60 विद्यार्थियों /नृत्यांगनाओं ने शास्त्रीय कत्थक व ओडीसी नृत्य के माध्यम से नीले रंग के विभिन्न वैज्ञानिक आध्यात्मिक साहित्यिक ,पौराणिक महत्ता के अनेक पक्षों को दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत कर एक नीलवर्ण आभा बिखेरी जिसने शुरू से अंत तक दर्शकों को अपने जादुई प्रभाव से मंत्रमुग्ध रखा। इस कार्यक्रम की कत्थक नृत्य संरचना नूपुर कत्थक केंद्र की निर्देशिका श्रीमती आभा बंसल व देवध्वनि की निर्देशिका श्रीमती अनिंदिता बसु ने की। कत्थक के अलावा इस नीलाभ यात्रा को रश्मिरथी कलावंद की निर्देशिका श्रीमती मनीषा हांडा व उनकी शिष्याओं ने ओडिसी नृत्य शैली में अपनी अतिथि प्रस्तुति से एक अलग आयाम दिया । इस कार्यक्रम का आलेख व प्रस्तुति श्रीमती आभा बंसल ने अति रोचक व सरल ढंग से की जिस कारण दर्शक इस अमूर्त व गूढ़ विषय से ना केवल जुड़े रहे अपितु आनंद लेते हुए दिखे ।
इस अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे जिसमें गाजियाबाद की प्रथम नागरिक श्रीमती आशा शर्मा ,श्रीमती माला कपूर निर्देशिका सिल्वर लाइन स्कूल, श्रीमती शर्मिला रहेजा प्रधानाचार्या उत्तम स्कूल फार गर्ल्स , श्रीमती शशि बनर्जी ,श्रीमती रीता कपूर, श्रीमती वृंदा घोष ,पंडित हरिदत्त्त शर्मा , श्रीमती तारा गुप्ता, सुश्री विजयश्री मनूरकर प्रमुख रहे ।कार्यक्रम के अंत में श्रीमती आभा बंसल जी ने संस्कार स्कूल के प्रबंधक श्री अमित गुप्ता ,श्रीमती स्वाति गुप्ता जी को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
"अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान" के मासिक "काव्योत्सव"
"अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान" के मासिक "काव्योत्सव" में प्रख्यात संगीतज्ञ पं. हरि दत्त शर्मा (सस्थापक- भातखंडे संगीत महाविद्यालय, गाजियाबाद) को सम्मानित किया गया।
गांधर्व संगीत महाविद्यालय ने अपना40 वां वार्षिक उत्सव
गांधर्व संगीत महाविद्यालय ने अपना40 वां वार्षिक उत्सव , शास्त्रीय गायन, नृत्य की भव्य प्रस्तुति कर मनाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ पं०देवेन्द्र वर्मा, सुप्रसिद्ध संगीताचार्या डॉ विजय श्री मनुरकर , डॉ तारा गुप्ता, श्रीमती प्रभा गोयल, तरूण गोयल, सुशील कुमार, डॉ हेमलता राजपूत, पं० ज्ञानेन्द्र शर्मा आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।
श्रीमती मालविका भट्टाचार्या, श्रीमती पारूल अवस्थी द्वारा गायन तथा श्रीमती रचना वार्ष्णेय,कु० श्रेष्ठा मुखर्जी द्वारा की गई नृत्य की प्रस्तुति की श्रोताओं द्वारा तालियों से भरपूर प्रशंसा की गई।
कार्यक्रम में फुरकान,सोनम शर्मा, खुशबु गोस्वामी ने गायन प्रस्तुत किया जिनका तबले पर हितेष गोयल तथा हारमोनियम पर जया बनर्जी ने संगत से साथ दिया। उर्वशी महेडिया के कत्थक नृत्य कोबहुत सराहा गया
विद्यालय के छात्रों द्वारा सामूहिक नृत्य तथा गायन की मनमोहक प्रस्तुति का श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया।
विद्यालय की ओर सेअतिथियों को शाल पहना कर तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया साथ ही कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकार छात्र छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में अनेकों संगीत प्रेमियों तथा गणमान्य नागरिकों ने उपस्थित रह कर कलाकारों का उत्साह बढाया
मंच संचालन शिखा गोयल ने किया।
Saturday 31 August 2019
सत्य के साथ: शामली पुलिस के सपोर्ट में उतरे हज़ारों लोग
राजेश भास्कर—
शामली। स्थानी लोगो का कहना है कि पत्रकारों की माँग नाजायज़ है। एसपी अजय कुमार के सपोर्ट में सड़कों पर उतरी हज़ारों की संख्या में पब्लिक
एसपी का कार्यकाल व कार्यप्रणाली उत्कृष्ट है। आम जनता को बहुत राहत है, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ।
एसपी शामली समझाने में जुटे कि क़ानून हाथ में लेने की ज़रूरत नहीं। बस सच्चाई का साथ देते रहिए।
गलत खबरों पर ध्यान न दें: पुलिस
शामली पुलिस की जनता से अपील
राजेश भास्कर—
शामली। 'पुलिस के ख़िलाफ़ धरने पर पत्रकार' शीर्षक वाली इस ख़बर के दूसरे पैराग्राफ़ का आख़िरी वाक्य है ”काँधला में भी पत्रकार अख़्तर क़ुरैशी को फ़र्ज़ी मुकद्में में जेल भेजा गया।” आपको अवगत कराना है कि किसी पत्रिका के वरिष्ठ सम्वाददाता द्वारा लिखा गया यह तथ्य पूरी तरह से ग़लत है। यह न केवल 100 % ग़लत है, बल्कि सही तथ्यों से कोसों दूर भी है।
जाँच और विवेचना के आधार पर जो सही बात निकली है, वह यह है कि...
1. इस मामले में अख़्तर क़ुरैशी के ख़िलाफ़ कोई एफआईआर क़ायम ही नहीं हुई है।
2. अख़्तर क़ुरैशी को जेल भेजा ही नहीं गया है।
3. सही तो यह है कि पुलिस ने अख़्तर क़ुरैशी की मदद करते हुए उनकी तरफ़ से उनके विपक्षी के ख़िलाफ़ ही एफआईआर दर्ज की है।
उपरोक्त बातों पर ग़ौर फ़रमाएँ तो यह साफ़ हो जाता है कि किस तरह पत्रकारिता के नाम पर कुछ लोगों के द्वारा आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। शामली में कुछ पत्रकार धरने पर बैठें हैं, वे बाइज़्ज़त बैठें। यह अपने देश में सबका लोकतांत्रिक हक़ है। परन्तु अपुष्ट, भ्रामक और पूरी तरह से मनगढ़ंत ख़बरों का सहारा लेकर आम जनता को भ्रमित करना व पुलिस के ख़िलाफ़ भड़काना कहाँ तक उचित है? यह एक चिन्ता का विषय है।
बताना चाहूँगा कि धरने पर बैठे कुछ पत्रकारों की मूलत: दो माँगें हैं...
1. पहली माँग है...थाना काँधला के प्रभारी संजीव विश्नोई को लाइन हाज़िर किया जाए...कारण? अख़्तर क़ुरैशी पर ज़्यादती। पर, सही तथ्य यह है कि एसपी अजय कुमार ने अपने बाद ज़िले के सबसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा पूरे मामले की करवाई। जाँच में उत्पीड़न का कोई मामला पाया ही नहीं गया है; बल्कि, अख़्तर क़ुरैशी की तरफ़ से ही एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने मदद ही किया है।
2. दूसरी माँग है कि अमित शर्मा पत्रकार के प्रकरण में विवेचना सही नहीं हुई है। बताना चाहूँगा कि मूलत: यह जीआरपी पुलिस का मामला है; यह मामला मूलत: शामली पुलिस का है ही नहीं। परन्तु, तफ़्तीश शामली पुलिस को मिली थी, और शामली पुलिस मामले में चार्जशीट तक पहुँची है; मामला माननीय प्रेस काउन्सिल ऑफ़ इण्डिया की भी जानकारी में है। परन्तु कुछ पत्रकार चाहते हैं कि लूट और अपहरण की धाराएँ और बढ़ाई जाएँ। चूँकि पूरी तफ्तीश में पुलिस द्वारा लूट और अपहरण के कोई सबूत नहीं मिले हैं; तो पुलिस कर ही क्या सकती है?
कुल मिलाकर, इसी तरह की नाजायज़ और बेबुनियाद माँगों को लेकर धरना दिया जा रहा है जो कि पूरी तरह औचित्यहीन है। सही यह है कि पूरी तरह से शामली पुलिस सभी सम्मानित पत्रकार बंधुओं का आदर, सम्मान व सहयोग करती आई है।
राजा वर्मा को दी जन्मदिन की बधाई
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी राजा वर्मा को उनके निवास ग़ाज़ियाबाद पर पहुंचकर भाजपा कार्यकर्ताओ ने पुष्प भेट कर जन्म दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मोके पर पार्षद सरदार सिंह भाटी, रवि भाटी, कालीचरण पहलवान, सोमनाथ चौहान,कुशाल चौधरी,आशा सिंह,प्रियंका पाण्डेय,एन के सक्सेना, धान सिंह आदि भाजपा कार्यकर्ताओ ने मिलकर जन्मदिन की बधाई एवम शुभकामनायें दी।
दुख:द खबर: कवि चेतन आनंद की माता जी का निधन
कवि चेतन आनंद की माता जी का निधन हो गया है।
भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
श्रीकृष्ण जी की छठी के मौके पर भण्डारा आयोजित
गाजियाबाद। विजय विहार कालोनी मे भगवान श्रीकृष्ण जी की छठी मनाई गई जिसमे समस्त क्षेत्र मे खुशी और हर्षोल्लास का महौल रहा जिसमे परंपरागत तरीके से प्रसाद बनाकर वितरित किया गया।
इस कार्यक्रम मे प्रमुख रुप से सुरेन्द्र उपाध्याय, राहुल तोमर, नितिन नीरज,धर्मपाल भदौरिया, सुमित, सूरज, शिव चाचा ,ब्रहम सिंह ,सुरेन्द्र ,अरुण ,किशन, अंकित ,पंडित जी,आकाश, कप्तान, सागर, प्रवीन, विरेन्द्र ,राजेश, बृजमोहन, चच्चू, राजेश ,गोविन्द ,अनंतराम ,छोटी ,रिंकू ,कामता,प्रसाद, टीटू,लक्ष्मण ,दीपक नागर,डा० गौतम विस्वास,सीताराम, प्रमोद ,गुप्ता, सतीश, राज नारायण तिवारी, रहमान ,विद्याराम, नेत्रपाल, देवेन्द्र पंडित, दरोगाजी, नीरज, मोहम्मद, सगीर, प्रभु, बब्बू शिवमंगल, सुखबीर चौधरी, चंद्र प्रकाश पांडे, जोगिंदर ठेकेदार ,सुरेश ठाकुर ,विद्याराम, विद्यालय स्टाफ, असलम ,भरत, लाल, प्रदीप चौधरी, आशु तिवारी ,भोला, पप्पू ,उमेश, उर्फ बाबू ,अजय, लाला, विनय ,प्रमोद ,सुमित, दौलत, मनोज, बालकृष्ण ,करण, नितिन, सुजल ,सौरभ ,सुभाष कसाना, इन्द्र डेढा, दर्शन चौधरी,अकबर भाई , सुनील पाण्डे, इन्द्रमणि पाण्डे, राजेश तिवारी, बबली भाई, धर्मेंद्र भाई ,विवेक तायल,लाल बहादुर, ओझा जी भोला, आदि क्षेत्र के सभी संभ्रांत व्यक्तियों सहित हजारों लोगो ने प्रसाद ग्रहण कर धर्म लाभ लिया इस कार्यक्रम मे सम्मिलित हुए सभी देवतुल्य क्षेत्रवासियों हम हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।
शिक्षित होकर भी अज्ञानी है वर्तमान के लोग! जानिये कैसे
-मनमोहन कुमार आर्य-
“आधुनिक संसार शिक्षित होकर भी कर्म-फल विधान से अपरिचित है”
वर्तमान युग में ज्ञान व विज्ञान विकास एवं उन्नति के शिखर पर कहे जाते हैं। यह बात भौतिक विद्याओं पर ही लागू कही जा सकती है। विज्ञान की इस उन्नति में मनुष्य को आध्यात्मिक ज्ञान से विमुख व दूर किया है। मनुष्य संसार में उत्पन्न होते हैं व अपनी अपनी बड़ी व छोटी आयु का भोग करने के बाद काल कवलित हो जाते हैं परन्तु अधिकांश मनुष्यों को कभी अपने अस्तित्व व आत्मा सहित इस संसार के उत्पत्तिकर्ता परमात्मा के विषय में विचार करने व इनके सत्यस्वरूप को जानने का अवसर ही नहीं मिलता। यदि कभी किसी के मन-मस्तिष्क में कोई शंका वा जिज्ञासा होती भी है तो अनुकूल वातावरण न होने अर्थात् शंकाओं का उत्तर न मिलने पर, इन विषयों का निभ्र्रान्त साहित्य उपलब्ध न होने और समाज में आध्यात्मिक ज्ञान की प्रतिष्ठा न होने के कारण वह विचार व शंकायें कुछ ही क्षणों में दब जाते हैं और मनुष्य पुनः भौतिक व कृत्रिम जीवन में ही लौट जाता व व्यस्त हो जाता है। हमारे देश में बड़ी संख्या में तथाकथित साधू, महात्मा व विद्वान हैं। बहुत से विद्वान अनेक टीवी चैनलों पर रात दिन ज्ञान बांटते रहते हैं परन्तु इन किसी में भी वह योग्यता नहीं है कि पश्चिम और संसार के अन्य देशों के लोगों को अपने विचारों से प्रभावित कर सकें। यह सभी धर्म व मत प्रवर्तक, विद्वान अथवा गुरु आपस में ही एक मत नहीं हैं। ज्ञान व विज्ञान परस्पर विरोधी नहीं होता अपितु एक विषय में एक समान विचार रखता है। हमारे देश के विद्वानों व गुरु कहे जाने वाले लोगों में ईश्वर, उसकी उपासना, आत्मा का स्वरूप, आत्मा के कर्तव्य, जीवन के लक्ष्य और उसकी प्राप्ति के साधन आदि विषयों में समान विचार नहीं है। हमें लगता है कि हमारे मत-सम्प्रदायों के आचार्य स्वयं ही ईश्वर से कहीं दूर है। अध्यात्म मनुष्य को त्याग व तपस्या का जीवन व्यतीत करने की प्रेरणा करता है। हमारे सभी ऋषि-मुनि व विद्वान वनों में रहकर साधना करते थे और अपनी आत्मा की उन्नति करते हुए ईश्वर का प्रत्यक्ष व साक्षात्कार करते थे परन्तु आजकल के महात्मा बड़े-बड़े भवनों वा महलों के समान सुविधाओं से युक्त गृहों में रहते हैं। सभी अथाह सम्पत्तियों के स्वामी हैं। इनके जीवन में साधना भी देखने में नहीं आती। ऋषि दयानन्द में 18 घंटों तक समाधि लगाकर ईश्वर का ध्यान व प्रत्यक्ष करने की योग्यता थी। आजकल के साधु-महात्मा, आर्यसमाजी व सनातनी, कोई भी ध्यान व योग साधना में सिद्ध व तत्पर नहीं दीखता। सभी पुस्तकें पढ़ कर और देश की अशिक्षित व शिक्षित जनता के मनोविज्ञान को जानकर उनको सन्तुष्ट करने के लिये कथा किस्से सुनाकर व उन्हें अपना अनुगामी बनाकर उनसे येन-केन-प्रकारेण दान व दक्षिणा में धन की अभिलाषा से युक्त देखे जाते हैं। हमें नहीं लगता कि यह जनता का सही मार्गदर्शन कर रहे हैं। सत्य को न जानने और जनता को सत्य सिद्धान्तों को उपलब्ध न कराने के कारण यह साधु व महात्मा के नाम को भी सार्थक नहीं करते। अतः देश व समाज को ऐसे विद्वानों व प्रचारकों की आवश्यकता है जो धन के प्रलोभनों से मुक्त हों। इसके साथ वह ईश्वर, जीवात्मा सहित संसार व मनुष्य के कर्तव्यों का सत्य व यथार्थ ज्ञान भी रखते हों। ऐसे विद्वान देश व संसार से अविद्या का नाश करने का व्रत लेकर अपना पूरा जीवन महर्षि दयानन्द, स्वामी श्रद्धानन्द, पं0 लेखराम तथा पं0 गुरुदत्त विद्यार्थी की तरह व्यतीत करें और सत्य सिद्धान्तों व मान्यताओं का इन महापुरुषों की भांति, देश व विदेश में सर्वत्र प्रचार कर मनुष्यों को अविद्या से निकाल कर उन्हें सच्चे आध्यात्मिक जीवन के महत्व व लाभों से परिचित करायें। ऐसा होने पर ही संसार के सभी मनुष्य सत्य के मार्ग पर लाये जा सकते जिससे उनका जीवन सार्थक हो सकता है।
हमारी इस सृष्टि को ब्रह्माण्ड में सर्वव्यापक सत्य-चित्त-आनन्दस्वरूप, अनादि, नित्य, अनन्त, सर्वज्ञ आदि गुणों से युक्त ईश्वर नामी सत्ता ने बनाया है। सृष्टि का प्रयोजन अनादि, नित्य, अविनाशी, अमर, एकदेशी, ससीम, अल्पज्ञ, जन्म-मरण के बन्धन में बंधी हुई अल्प-सामथ्र्य से युक्त जीवात्मा को उसके पूर्वजन्मों के कर्मों का सुख व दुःखरूपी भोग कराना है। एक अन्य प्रयोजन यह है कि मनुष्य योनि में जीवात्मा विद्या प्राप्त कर उसके अनुरूप सदाचरण आदि मुक्ति के साधनों को करके जन्म व मरण के चक्र से छूट जाये और एक परान्तकाल तक असीम सुख वा ईश्वर के सान्निध्य का आनन्द भोग सके। मनुष्य जब तक पूर्ण विद्या, आध्यात्म व भौतिक, सभी प्रकार की विद्याओं को, प्राप्त नहीं करेगा और उसके अनुरूप श्रेष्ठ कर्मों को नहीं करेगा, ईश्वर व आत्मा के स्वरूप को जानकर योगाभ्यास एवं समाधि अवस्था को प्राप्त होकर ईश्वर का साक्षात्कार नहीं करेगा, तब तक वह कर्म-फल के बन्धनों से छूट कर मुक्ति को प्राप्त नहीं कर सकता। सत्य ज्ञान व आचरण न होने के कारण जीवात्मायें सत्यासत्य व ज्ञान-अज्ञान से युक्त शुभाशुभ कर्मों को करके कर्म-फल बन्धन में फंसी रहती हैं और बार-बार जन्म व मृत्यु को प्राप्त होती रहती हैं। देश व विश्व में जो ज्ञान व विज्ञान विकसित किया है वह सराहनीय एवं उत्तम है परन्तु केवल सुख-सुविधाओं का भोग करना और ईश्वर व आत्मा से सम्बन्धित अपने कर्तव्यों को विस्मृत कर देना उचित नहीं है। मनुष्यों का भौतिक जीवन व्यतीत करते हुए सुखोपभोग वा धनोपार्जन के कार्यों में ही लगे रहना और ईश्वर व आत्मा के विषय में अध्ययन व साधना की उपेक्षा करना, अपने कर्तव्यों को विस्मृत करने के समान है। यह कार्य परजन्म में आत्मा को दुःख व कष्टों में डालने का अविवेकपूर्ण कार्य है। ईश्वर ने मनुष्य को उसके कर्मों व कर्तव्यों का बोध कराने तथा इस संसार की सत्यता से परिचित कराने के लिये ही सृष्टि के आरम्भ में चार वेदों का ज्ञान दिया था जो हमारे ऋषि-मुनियों व विद्वानों के प्रशंसनीय प्रयासों से आज तक सुरक्षित है। महर्षि दयानन्द की असीम कृपा से वेदों के मन्त्रों के संस्कृत व हिन्दी में प्रामाणिक अर्थों सहित उनके अनुगामी आर्य विद्वानों के अंग्रेजी आदि भाषाओं के अर्थ भी सुलभ हैं। ऋषि दयानन्द के ही प्रयत्नों का परिणाम है कि आज हमारे पास उपनिषदों, दर्शनों, मनुस्मृति आदि अनेक शास्त्रीय ग्रन्थ हिन्दी अनुवाद सहित सुलभ हैं और एक साधारण हिन्दी भाषी भी समस्त शास्त्रों को हृदयंगम कर ईश्वर साक्षात्कार के जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
जीवात्मा का गुण ज्ञान प्राप्ति व कर्तव्य-कर्मों को करना है। वेदों में ईश्वर की आज्ञा है कि मनुष्य वेद ज्ञान को ज्ञान होकर वेदानुकूल सद्कर्मां को करे। देश व समाज का उपकार करना तथा समाधि अवस्था को प्राप्त कर ईश्वर का साक्षात्कार कर कर्म के बन्धनों से मुक्त होना मनुष्य का कर्तव्य व धर्म है। मनुष्य शुभ व पुण्य कर्म करता है तो उसे सुख की प्राप्ति होती है और जो लोभ व अविद्या में पड़कर अशुभ, पाप व अधर्म के काम करता है, उसे दुःखों की प्राप्ति होती है। वेद, उपनिषद, दर्शन, मनुस्मृति सहित सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका आदि ग्रन्थों का अध्ययन कर हम सद्कर्म एवं अशुभकर्मों के विषय में ज्ञान प्राप्त करते हैं। असत्य गुण व कर्मों का त्याग तथा सत्य के ग्रहण से हम शुभ कर्मों को करते हुए मुक्ति के मार्ग पर अग्रसर होकर जन्म-जन्मान्तर में ईश्वर की कृपा से मोक्षावस्था को प्राप्त होकर जन्म-मरण के बन्धनों व दुःखों से मुक्त होते हैं। कर्म-फल के स्वरूप व इसके अनेक पहलुओं को स्पष्ट करने के लिए दार्शनिक विद्वान पं0 गंगाप्रसाद उपाध्याय जी आदि कुछ विद्वानों ने ग्रन्थ भी लिखे हैं। दर्शन ग्रन्थों में कर्म की विवेचना की गई है। समस्त शास्त्र हमें शुभ कर्मों का महत्व बताकर इन्हें करने की प्रेरणा देते हैं। असत्य को छोड़ना मनुष्य का कर्तव्य है जो विद्या की प्राप्ति से ही सम्भव होता है। सभी चोर जानते हैं कि चोरी करना अनुचित एवं दण्डनीय अपराध है। ऐसा ज्ञान रखने पर भी न केवल साधारण अपितु समाज के उच्च व शीर्ष पदों पर आसीन व्यक्ति भी लोभ के कारण बड़ी बड़ी चोरियां व घोटाले करते हैं। इसका कारण अविद्या ही है। इसके लिये लोभ पर विजय पानी होती है जिसे ईश्वरोपासना, अग्निहोत्र यज्ञ तथा वेद आदि ग्रन्थों के स्वाध्याय सहित आत्मा के जन्म व मृत्यु विषयक चिन्तन व विवेचन करने से ही दूर किया जा सकता है। आजकल की हमारी सरकारें भी धर्मनिरपेक्षता के नाम पर धर्म के अन्तर्गत सदाचार के नियमों व सिद्धान्तों के अध्ययन-अध्यापन का विरोध करते हैं। उनका ऐसा करना अज्ञान का ही कार्य है। राजनीति से जुड़े लोग धर्म और मत के अन्तर को नहीं जानते। धर्म तो मनुष्य जीवन में श्रेष्ठ गुणों को धारण करने को कहते हैं। इससे अमृत व मोक्ष की प्राप्ति होती है। कैान मनुष्य है जो जन्म व मरण के दुःखों पर विजय पाना नहीं चाहेगा? नास्तिक व अहंकारी मनुष्य ही सद्धर्म व इसके सिद्धान्तों के विरोधी हो सकते हैं। काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार पर विजय पाना और जीवन को मानवता, समाज व देश के कार्यों के लिये समर्पित करना ही मनुष्य का धर्म है। धर्मनिरपेक्षता धर्म के इस महत्व की उपेक्षा करती है। इसी कारण हमारे देश में अविद्या पर आधारित मत-मतान्तर फल व फूल रहे हैं। जब तक मत-मतान्तर सत्य व वेद विहित धर्म के मौलिक सिद्धान्तों को सर्वांश में ग्रहण नहीं करेंगे तब तक समाज में सुख व आनन्द का निवास नहीं हो सकता।
हमारे विद्वानों का मुख्य कर्तव्य है कि वह वेद और शास्त्रों का अध्ययन करें और उस ज्ञान को कर्म-फल सिद्धान्त के ज्ञान सहित जन-जन में पहुंचायें जिससे लोग अपने मनुष्य जीवन के महत्व को समझकर जीवात्मा के लक्ष्य मोक्ष की प्राप्ति के कार्यों में अपने जीवन को लगाकर मानवता व देश का उपकार कर सकें। हमने इस लेख में कर्म-फल सिद्धान्त की चर्चा की है। हम अपेक्षा करते हैं कि पूरे देश में सभी मतों के विद्वानों के मध्य कर्म-फल सिद्धान्त पर बहस हो। इसके साथ ही बच्चों को जन्म से और स्कूल व विद्यालयों में आरम्भ से अन्त तक मनुष्य जन्म के कारण 'कर्म' और कर्म-फल सिद्धान्त की शिक्षा दी जानी चाहिये। उन्हें यह बताया जाना चाहिये कि सत्य का ग्रहण और असत्य का त्याग मनुष्य जीवन का मुख्य एवं पावन पुनीत कर्तव्य है। यह भी बताया जाना चाहिये कि हम जो भी कर्म करते हैं उन सभी कर्मों का सर्वव्यापक व सर्वान्तर्यामी परमात्मा साक्षी होता है। हमारा कोई भी कर्म परमात्मा की दृष्टि से बच नहीं सकता और कर्म बिना उसका फल भोगे नष्ट नहीं होता। कोई मत प्रवर्तक व आचार्य मनुष्य के किये हुए अशुभ कर्मों के फलों को ईश्वर से क्षमा नहीं करा सकता। जो ऐसा कहते हैं वह असत्य व अप्रमाणिक है। एक अविद्या की बात यह भी प्रचलित की जाती है कि अमुक मत व सम्प्रदाय की शरण में जाकर व किसी आचार्य व आचार्या के रोगी मनुष्य को छूकर रोग दूर हो जाते हैं। ऐसी सभी बातें अविद्या, अज्ञान व मूर्खता की हैं। इन पर प्रतिबन्ध लगना चाहिये और भोली जनता को भ्रमित करने के लिये ऐसे लोगों को दण्डित किया जाना चाहिये। हमारा देश अजीब देश है जहां धर्म वा मत के नाम पर कुछ भी कहने व करने की छूट है। इन विषयों पर विचार कर नये कानून बनाना समय की आवश्यकता है जिससे कोई अविद्या का प्रसार कर लोगों को स्वधर्म व स्वकर्तव्यों से विमुख कर धर्मान्तरण वा मतान्तरण न कर सके। इसी के साथ इस लेख को विराम देते हैं। ओ३म् शम्।
फ्यूचर्स ऑफ़ इंडिया द्वारा शार्प शूटर मिलन चौधरी सम्मानित
ललित चौधरी—
गाजियाबाद। फ्यूचर्स ऑफ़ इंडिया छात्र संगठन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिद्धार्थ एवं संगठन के महासचिव नवीन प्रेम द्वारा शूटर मिलन चौधरी को सम्मानित किया गया। गौरतलब हो की हालही में सर्बिया देश में आयोजित शूंटिग प्रतियोगिता में सेंटर फायर पिस्टल में ( .32 ) में कांस्य पदक जीता और भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश का नाम रोशन किया हैं। सचिन सिद्धार्थ ने उनके आवास पहुंच कर मिलन चौधरी को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
आशीर्वाद समाज कल्याण समिति द्वारा किया गया आटा वितरित
गाजियाबाद। आशीर्वाद समाज कल्याण समिति (पंजी.) ने आज बागपत जिले के मीतली गांव में जिला अध्यक्ष सोनिया व प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश शशि धामा, सचिव प्रमोद ए आर निमेश एडवोकेट, प्रदेश मंत्री जसवीर सिंह, कोषाध्यक्ष प्रवेश कुशवाह, शशि कश्यप, भूरा चौधरी आदि के नेतृत्व में 200 गरीब परिवारों को आटे के कट्टे वितरित किए गए। आज दिनांक 30 अगस्त 2019 को आशीर्वाद समाज कल्याण समिति रजिस्टर्ड गाजियाबाद के द्वारा किए जा रहे निरंतर प्रयास और गरीब जनता और समाज कल्याण के कार्यों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता प्रजापति के सौजन्य से यह प्रोग्राम बागपत जिले के मीतली गांव में किया गया । राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता प्रजापति का कहना है की हम इसी तरह समाज कल्याण हेतु निरंतर प्रयास करते रहेंगे। समिति के सचिव प्रमोद ए आर निमेश (एडवोकेट) ने गांव के लोगों को हमेशा कानूनी संबंधी कार्यो में सहायता करने का ऐलान किया।
सी.सी.रोड और नालों का होगा निर्माण: तेजपाल राणा
गाजियाबाद। वार्ड 64 गरिमा गार्डन की सीमा पर एक 900 मीटर का कच्चा रास्ता (दगड़ा) जो पसोंडा और सिंकन्दरपुर गाँव को आपस मे जोड़ता है। उस पर हमेशा अति जलभराव की समस्या हमेशा बनी रहती है। उसकी पैमाइश कराकर सी.सी.रोड ओर सी सी नालों का एस्टिमेट बजट लगभग 1.5 करोड़ की लागत का प्रस्ताव तैयार कराकर मा. मुख्यमंत्री जी के कोटे से कराया जाएगा!
तेजपाल सिंह राणा, निगम पार्षद, वार्ड64 गरिमा गार्डन, नगर निगम ग़ाज़ियाबाद
Friday 30 August 2019
एमआरओ और लीजिंग केन्द्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैः हरदीप एस. पुरी
नई दिल्ली। नागर विमानन क्षेत्र कवर करने वाले संवाददाताओं के लिए आयोजित कार्यशाला के समापन पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप एस. पुरी ने कहा कि सरकार भारत को एक रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) तथा लीजिंग केन्द्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने इस अवसर पर एयर इंडिया की पुस्तक 'एयर इंडिया- सेलिब्रेटिंग इंडिया थ्रू इमेजिज' का विमोचन और विशिष्ट वेब आधारित पोर्टल 'एविएशन जॉब्स पोर्टल' का शुभारंभ किया। इस पोर्टल पर http://aviationjobs.co.in/ लिंक से पहुंचा जा सकता है।
कार्यशाला की शुरूआत नागर विमानन मंत्रालय के सचिव श्री पी.एस. खरोला ने की। कार्यशाला में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुज अग्रवाल, नागर विमानन के महानिदेशक श्री अरुण कुमार, एयर इंडिया के सीएमडी श्री अश्विनी लोहानी, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के संयुक्त महानिदेशक श्री ज्योति नारायण, एईआरए के अध्यक्ष बी.एस. भुल्लर, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और 100 से अधिक मीडियाकर्मियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
श्री खरोला ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है जो भारतीय हवाई अड्डों पर बढ़ रहें यात्री यातायात और कार्गो यातायात से सिद्ध होता है। आईएटीए के अनुसार भारत 2024 तक तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने की ओर अग्रसर है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुज अग्रवाल ने कहा कि उनके प्राधिकरण ने पिछले पांच वर्षों में तेजी की प्रगति की है। भारत का हवाई यातायात तेजी से बढ़ रहा है और यह रुख भविष्य में भी जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा दुर्गापुर, शिरडी, प्योंग और कन्नूर में चार नए ग्रीन फील्ड हवाई अड्डों में 2014-19 परिचालन शुरू हो गया है। तीन और हवाई अड्डे तिरुपति, विजयवाड़ा और कोन्नूर को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के रूप में नामित किया गया है। इस क्षेत्र ने रोजगार के बड़े अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने पूरे देश में किसी भी हवाई अड्डे के चारों ओर इमारत के निर्माण के लिए एक कुशल, पारदर्शी और सटीक तरीके से निर्माण कार्य की ऊँचाई के संबंध में ऑनलाइन 'नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट एप्लीकेशन सिस्टम' (एनओसीएएस) लॉन्च किया है।
सरकार ने ग्राहकों की शिकायत से निपटने, उड़ान की स्थिति और हवाई अड्डों के बारे में वास्तविक आंकड़ों के प्रसार और ग्राहकों की शिकायतों को दूर करने के लिए सभी हितधारकों को एक साझा मंच उपलब्ध कराने के लिए एयर सेवा वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप लांच किया है।
एयर इंडिया के सीएमडी श्री अश्विनी लोहानी ने कहा कि एयर इंडिया समूह 159 विमानों का परिचालन करता है। यह नई/बढ़ी हुई आवर्तियों पर 83 घरेलू और 51 अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों पर सेवा परिचालित करता है। इसने पिछले पांच वर्षों में 35 उड़ान मार्ग स्थापित किए है। इसका राजस्व जो 2012-13 में 16,000 करोड़ रुपये था वह 2017-18 में बढ़कर 23,900 करोड़ रुपये हो गया है। इसका यात्री भार कारक 72 प्रतिशत से बढ़कर 79.6 प्रतिशत हो गया है। एयर इंडिया में जितने पायलट है उनमें 11 प्रतिशत महिला पायलट हैं, जबकि उन्नत देशों में औसत रूप से महिला पायलटों की संख्या 2 से 3 प्रतिशत है। भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लि. (एआईईएसएल) ने अपने वायुयानों की मरम्मत के कई अनेक एयर लाइनों के साथ एमआरओ सेवा अनुबंध किया है। नागर विमानन के महानिदेशक श्री अरुण कुमार ने विनियमन, सुरक्षा, निरीक्षण प्रणाली के माध्यम से सुरक्षित और कुशल वायु परिवहन को बढ़ावा देने के लिए संगठन के प्रयास के बारे में विवरण दिया।
डेटा पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखने की जरूरत है: डॉ. राजीव कुमार
नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि ई-कॉमर्स में लोगों द्वारा डेटा के उपयोग के लिए एक सावधानीपूर्ण निरीक्षण की जरूरत है। इसे जब आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ा जाता है तो यह विभिन्न मंचों को अप्रत्याशित बाजार शक्ति देता है। इसे उपभोक्ताओं के लाभ के लिए उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसका उपभोक्ताओं को हानि पहुंचाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने यह बात भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) द्वारा 'ई-कॉमर्सः भारत में बदलता प्रतिस्पर्धा परिदृश्य' विषय पर आयोजित कार्यशाला के अवसर पर कही। इस परिदृश्य में सीसीआई और अन्य नियामकों के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे इस चुनौती का सामना करने के लिए उद्योग के साथ मिलकर काम करें।
डॉ. राजीव कुमार ने साक्ष्य आधारित विनियमन को सक्षम बनाने के लिए अनुसंधान आधारित नीति निर्माण के लिए ई-मार्केट अध्ययन की जरूरत पर जोर देने के लिए सीसीआई को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत 9वीं सबसे बड़ी ई-कॉमर्स अर्थव्यवस्था है। ग्रामीण क्षेत्र में इंटरनेट की पहुंच से इसके दूसरे स्थान पर पहुंचने की संभावना है। उन्होंने ई-कॉमर्स की सुविधा के लिए नीति-निर्माताओं और नियामकों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि यह खरीददारों, विक्रेताओं और उपभोक्ताओं के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा कि जीडीपी में बढ़ोतरी होने से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के सह-अस्तित्व के लिए पर्याप्त स्थान है। यह सुनिश्चित करने के लिए बाजार की शक्ति एकाधिकार की स्थिति में न पहुंचे सीसीआई को बड़ी भूमिका निभानी है।
इससे पहले सीसीआई के चेयरमैन श्री अशोक कुमार गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि बाजार सहभागियों तक सक्रिय रूप से पहुंच बनाने के लिए तथा किसी क्षेत्र को बेहतर रूप से जानने और अच्छे नीति-निर्माण पर आधारित सुधारों कीपहचान करने के लिए बाजार अध्ययन की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ई-कॉमर्स के विकास से प्रतिस्पर्धा में बढ़ोतरी होने, सूचना पारदर्शिता लाने, उपभोक्ता की पसंद में भारी वृद्धि करने, बाजार मॉडलों में नवाचार को गति प्रदान करने तथा सहायता प्रदान करने की काफी संभावना है। लेकिन साथ-साथ ही यह अन्य बाजारों की तरह डिजिटल बाजार प्रतिस्पर्धा विरोधी आचरण के लिए अगम्य नहीं है। इसलिए प्रतिस्पर्धा प्राधिकारियों को ई-बाजार खुले और प्रतिस्पर्धी बनाए रखने के लिए बड़ी भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि डिजिटल बाजारों की किस प्रकार देखरेख करनी चाहिए इसके लिए ऐसा अध्ययन किए जाने की जरूरत है कि ये पारिस्थितिकी तंत्र परम्परागत बाजार विन्यासों से किस प्रकार अलग हैं और प्रतिस्पर्धा विश्लेषण के क्या-क्या मानदंड होने चाहिए। उन्होंने कहा कि अध्ययन और इस कार्यशाला का पूरा उद्देश्य परिचर्चा काकम तात्विक और व्यवहारिक दृष्टि से अधिक संचालित करना है।
उद्घाटन सत्र के बाद विशिष्ट ई-कॉमर्स व्यापार जैसे ऑनलाइन भोजन डिलीवरी, ऑनलाइन होटल बुकिंग और ऑनलाइन खुदरा खरीददारी को समर्पित पैनल पर चर्चाहुई। इस पैनल में ई-कॉमर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के वरिष्ठ अधिकारियों, वाणिज्यिक क्षेत्र कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार, थिंक टैंक, संबंधित उद्योग और व्यापार संघों के प्रतिनिधि, आतिथ्य क्षेत्र के पेशेवरों, जाने-माने नौकरशाहों ने ई-कॉमर्स के सामने आ रही चुनौतियों और मुद्दों के बारे में व्यापक रूप से चर्चा की। चर्चा में ई-कॉमर्स बाजार स्थल और परम्परागत बाजारों के साथ इसके इंटरफेस दोनों में प्रतिस्पर्धा को सुनिश्चित और संरक्षित करने की जरूरत पर भी विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला नीति और विनियमन के मध्य सहभागी संबंध और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य पर इसके प्रभाव पर विचार-विमर्श के साथ समाप्त हुई।
प्रधानमंत्री ने मलयाला मनोरमा कॉनक्लेव 2019 को किया सम्बोधित
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री ने केरल के लोगों को और अधिक जागरूक बनाने और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में समर्थनकारी भूमिका के लिए मलयाला मनोरमा के योगदान की प्रशंसा की।
सम्मेलन का विषय 'नया भारत' के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत के मूल में व्यक्तिगत आंकाक्षाएं, सामूहिक प्रयास और राष्ट्रीय प्रगति के लिए स्वामित्व की भावना है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि नया भारत भागीदारी मूलक लोकतंत्र, नागरिक केन्द्रित सरकार और नागरिकों की सक्रियता के बारे में है। उन्होंने कहा कि नया भारत उत्तरदायी जनता और उत्तरदायी सरकार का युग है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत की भावना नए क्षेत्रों में दिखाई दे रही है, चाहे खेल हो या स्टार्टअप। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों और गांवों के साहसी युवा अपनी आकांक्षाओं को उत्कृष्टता में बदल रहे हैं और भारत को गौरव प्रदान कर रहे हैं। यह वैसा भारत है जहां किसी भी व्यक्ति के लिए भ्रष्टाचार विकल्प नहीं है। केवल सक्षमता ही तौर-तरीका है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि नया भारत प्रत्येक 130 करोड़ भारतीयों की आवाज है। उन्होंने कहा कि मीडिया मंचों के लिए महत्वपूर्ण है कि वह जनता की आवाज को सुने।
सरकार द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने विभिन्न प्रयासों जैसे जीवन की सुगमता, मूल्यों को नियंत्रित रखना, पांच वर्षों में 1.25 करोड़ मकान बनाना, सभी गांवों का विद्युतीकरण, प्रत्येक परिवार को पेयजल उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य तथा शिक्षा की आधारभूत ढांचा में सुधार का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 36 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं, छोटे उद्यमियों को 20 करोड़ ऋण दिए गए हैं, आठ करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन से धुआं रहित रसोई सुनिश्चित हुई है और सड़क बनाने की गति दोगुनी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में भावना किस तरह बदली है इसका उल्लेख सिर्फ दो शब्दों में किया जा सकता है। पांच वर्ष पहले लोग पूछते थे कि क्या हम कर पायेंगे? क्या हम गंदगी से कभी मुक्त होंगे? क्या हम नीतिगत निर्बलता समाप्त कर पायेंगे? क्या हम कभी भ्रष्टाचार मिटा पायेंगे? आज लोग कह रहे हैं कि हम करेंगे, हम स्वच्छ भारत होंगे, हम भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र होंगे, हम सुशासन को जनांदोलन बनायेंगे। पहले 'करेंगे' शब्द निराशावादी संदेश देता था अब यही शब्द युवा राष्ट्र की आशावादी भावना को व्यक्त करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार नया भारत बनाने के लिए समग्र रूप से कार्य कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने गरीब लोगों केलिए 1.5 करोड़ मकान बनाने में सरकार के दृष्टिकोण का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया गया है –अधिक सुविधा दी गई है, अधिक मूल्य प्रदान किए गए हैं, कम समय में सुविधा दी गई है और सुविधा प्रदान करने में किसी तरह का अतिरिक्त खर्च नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरतों को सुना गया है, स्थानीय कारीगरों को शामिल किया गया है और टेक्नालॉजी को इस योजना का महत्वपूर्ण अंग बनाया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए भारत के हमारे विजन में न केवल देश में रहने वाले लोगों को शामिल किया गया बल्कि विदेश में रहने वाले भारतीयों को भी शामिल किया गया है। भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान करने वाले भारतवंशी हमारे लिए गौरव हैं।
प्रधानमंत्री ने अपनी हाल की बहरीन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें बहरीन की यात्रा करनेवाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि उनकी यात्रा का प्रमुख आकर्षण वहां की जेलों में बंद 250 भारतीय लोगों को क्षमा दान करने का शाही परिवार का निर्णय है। प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात में रुपे कार्ड लॉन्च किए जाने का जिक्र किया और कहा कि इससे खाड़ी में काम करने वाले लाखों लोगों को लाभ होगा, जो पैसा स्वदेश भेजते हैं।
प्रधामनंत्री ने स्वच्छ भारत, प्लास्टिक के एकल उपयोग को समाप्त करने, जल संरक्षण, फिट इंडिया तथा प्रमुख आंदोलनों में मीडिया द्वारा निभाई गई सार्थक भूमिका का उल्लेख किया।
भारत को एकता सूत्र में बांधने में भाषा की शक्ति के बारे में प्रधामनंत्री ने मीडिया से विभिन्न भाषा-भाषी लोगों को एक साथ लाने में सेतू की भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने सुझाव दिया कि मीडिया एक शब्द को 10-12 भाषाओं में प्रकाशित कर सकता है। एक बार व्यक्ति दूसरी भारतीय भाषा सीख ले तो वह समान सूत्र को जान लेगा और भारतीय संस्कृति की एकात्मता की सराहना करेगा।
प्रधामनंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों के सपनों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है और हमारे द्वारा बनाया गया भारत पूर्वजों को गौरवान्वित करेगा।
स्मृति में डाक टिकट जारी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली में योग के संवर्धन और विकास के लिए शानदार योगदान करने वालों को योग पुरस्कार प्रदान किए। इन पुरस्कारों की घोषणा रांची में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर की गई थी। इसके साथ आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पिछले वर्ष के दो विजेता भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने आयुष प्रणाली के महान और दिग्गज चिकित्सकों की उपलब्धियों और उनके योगदान के मद्देनजर उनकी स्मृति में 12 डाक टिकटों का एक सेट भी जारी किया। प्रधानमंत्री ने हरियाणा में स्थित 10 आयुष स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्रों की भी शुरूआत की। उल्लेखनीय है कि आयुष मंत्रालय ने अगले तीन वर्षों में 12,500 आयुष स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्र खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
वर्ष 2019 योग पुरस्कार विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं- व्यक्तिगत-राष्ट्रीय वर्ग में गुजरात के लाइफ मिशन के स्वामी राजर्षि मुनि, व्यक्तिगत-अंतर्राष्ट्रीय वर्ग में इटली की सुश्री एंतोनिता रोज़ी, संगठन-राष्ट्रीय वर्ग में मुंगेर, बिहार का योग विद्यालय, संगठन-अंतर्राष्ट्रीय वर्ग में जापान का योग निकेतन। 2018 योग पुरस्कार विजेताओं में व्यक्तिगत-राष्ट्रीय वर्ग में नासिक के श्री विश्वास मांडलीक और संगठन-राष्ट्रीय वर्ग का योग संस्थान, मुंबई शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक क्षेत्र के अलावा आयुष के लिए भी अधिक से अधिक प्रोफेशनलों को लाने के लिए आवश्यक सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने आयुष-ग्रिड बनाने के विचार की सराहना करते हुए कहा कि इससे इस क्षेत्र की कमियां दूर करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश में डेढ़ लाख से अधिक आरोग्य केन्द्रों की योजना बनाने के संदर्भ में आयुष को ध्यान में रख रही है। उन्होंने कहा कि 12.5 हजार आयुष आरोग्य केन्द्रों की योजना बनाई गई है, जिनमें से इस साल लगभग 4,000 केन्द्र खोल दिए जाएंगे।
आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येसो नाइक ने प्रधानमंत्री योग पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि योग स्वास्थ्य की जमानत है, जिसके लिए हमें कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ता। इस क्षेत्र के महान दृष्टाओं के योगदान को याद करते हुए श्री नाइक ने कहा, 'इन दिग्गज चिकित्सकों का योगदान अतुलनीय है। भव्यता, सम्मान और सौंदर्य के साथ इन डाक टिकटों को जारी करना उन दिग्गज चिकित्सकों के विज्ञान और मानवता के प्रति स्वास्थ्य सेवा के प्रति समर्पण के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। युवा अवस्था में उन लोगों ने कड़ी मेहनत की और सीमित संसाधनों की चुनौतियों पर विजय प्राप्त करके मानवता के लिए योगदान किया। आज वे राष्ट्र का गौरव हैं।'
श्री नाइक ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष प्रणाली में विशेष रूचि रखते हैं। यह उन्हीं की पहल थी कि आयुष मंत्रालय आयुष्मान भारत के अंग के रूप में देश भर के डेढ़ लाख स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्रों के 10 प्रतिशत का संचालन करे। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 का पूरक हैं। उन्होंने पारम्परिक स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति प्रणाली में आयुष सेवाओं को एकीकृत करने पर जोर दिया।
श्री राजीव गाबा ने नए कैबिनेट सचिव का पदभार संभाला
नई दिल्ली। सेवानिवृत्त होने के बाद संभाला। वह झारखंड कैडर के 1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और केन्द्रीय गृह सचिव, शहरी विकास मंत्रालय के सचिव और झारखंड के मुख्य सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मु्द्रा कोष में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
श्री गाबा को केन्द्र और राज्य सरकारों में सुरक्षा, शासन और वित्तीय कार्य करने का भी व्यापक अनुभव है। वह अंतराष्ट्रीय संगठनों में भी कार्य कर चुके हैं।
श्री गाबा अनुच्छेद 370 को समाप्त करने और जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के केन्द्र के निर्णय को लागू करने वाले प्रमुख अधिकारियों में एक थे। उन्हें निर्णयों को दोषपूर्ण और सहज तरीके से लागू करने के लिए जाना जाता है। निर्णय को लागू करने में महत्वपूर्ण अधिकरियों में से एक रहे और निर्णय लागू करने में सक्षम माना जाता है। उन्होंने बारीकियों के साथ गृह मंत्रालय के इन पहलों को लागू किया। एक छोटी टीम के साथ उन्होंने संवैधानिक और कानूनी पहलुओं को अंतिम रूप दिया और प्रशासनिक और सुरक्षा प्रबन्धों का कार्य किया।
गृह मंत्रालय में अपर के सचिव रूप में उन्होंने 2015 में वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए बहुपक्षीय कार्य योजना तैयार की और इसे लागू किया। इसके परिणाम स्वरूप माओवादियों के प्रभाव क्षेत्र में काफी कमी आई।
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त श्री गाबा ने शहरी विकास, रक्षा, पर्यावरण और वन तथा इलेक्ट्रोनिक तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में भी अपनी सेवा दी।
झारखंड के मुख्य सचिव के रूप में श्री गाबा ने प्रमुख प्रशासनिक और आर्थिक सुधारों को लागू किया। इन सुधारों में सरकार में पेशेवर लोगों का प्रवेश नया ढांचा प्रदान करना, मंत्रालयों में कमी तथा श्रम सुधार शामिल हैं। उनके कार्यकाल में व्यावसायिक सुगम्यता में झारखंड नीचे से तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
श्री गाबा ने अंतर्राष्ट्रीय बैंक के मुद्राकोष में चार वर्षों तक भारत का प्रतिनिधित्व किया।
टीबी से लड़ाई के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित समाधान खोजने के हस्ताक्षर
नई दिल्ली। तपेदिक (टीबी) के खिलाफ लड़ाई में आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रौद्योगिकी के प्रयोग के तरीके खोजने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के केंद्रीय टीबी विभाग ने वाधवानी इंस्टीट्यूट फॉर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू पर संयुक्त सचिव एचएफडब्ल्यू श्री विकास शील और वाधवानी एआई के सीईओ डा. पी आनंदन ने हस्ताक्षर किए।
इस सहभागिता में वाधवानी एआई राष्ट्रीय टीबी कार्यक्रम को ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए तैयार करेगा, जिसमें इसे विकसित करना, मार्गदर्शन करना और एआई आधारित समाधान को विस्तार देना शामिल है। यह इस कार्यक्रम को अतिसंवेदनशीलता और हॉट-स्पॉट मैपिंग में मदद देगा। स्क्रीनिंग एवं डायग्नोस्टिक्स के नए तरीकों के प्रतिरूपण और ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अन्य प्रौद्योगिकियों को अपनाने में आरएनटीसीपी का साथ देने के अलावा देखभाल करने वालों को फैसला लेने में सहायता उपलब्ध कराएगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई तकनीक को अपनाने में संशोधित राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम आगे आया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हेल्थकेयर क्षेत्र को एक अलग अवसर प्रदान कर रहा है, इसमें दक्षता ला रहा है। इससे संसाधनों की बचत हो रही है और गुणवत्ता वाली सेवाओं की आपूर्ति बढ़ाने एवं जांच में सटीकता लाने में मदद मिल रही है। इस क्षेत्र में इसके उपयोग से काफी अच्छे नतीजे आने की संभावना है, खासकर ऐसे परिस्थिति में, जहां संसाधन सीमित हैं। भारत वैश्विक सतत विकास लक्ष्य से पांच साल पहले 2025 तक टीबी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एमएसएमई, स्टार्ट-अप और महिला उद्यमियों की उन्नति के लिए जीईएम तथा सिडबी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए
नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों, महिला उद्यमियों, स्व-सहायता समूहों, महिला स्व-सहायता समूहों, 'मुद्रा' के तहत विभिन्न ऋण लाभार्थियों तथा 'स्टैंड-अप इंडिया' योजना के लाभ के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) ने भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता-ज्ञापन पर कल नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते से सिडबी हितधारकों के साथ मिलकर 'वुमनिया' और स्टार्ट-अप रनवे जैसे जीईएम की विशेष पहलों को प्रोत्साहन मिलेगा।
इस अवसर पर जीईएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तल्लीन कुमार ने कहा कि सिडबी जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे एमएसएमई, सूक्ष्म उद्यमों, स्टार्ट-अप, शिल्पकारों को फायदा पहुंचेगा। शिल्पकार अब मुक्त, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी आधारित मंचों से बिक्री कर सकेंगे। जीईएम का उद्देश्य है कि इन विक्रेताओं को ई-भुगतान की सुविधा मिले। इस सुविधा के जरिए कार्यशील पूंजी भी उपलब्ध होगी। शुरूआत में यह सुविधा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से प्राप्त होगी। इस कदम एमएसएमई और स्टार्ट-अप में तेजी से विकास होगा।
सिडबी के अध्यक्ष और महानिदेशक श्री मोहम्मद मुस्तफा ने जीईएम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्व-सहायता समूहों, महिला उद्यमियों, शिल्पकारों, गैर-सरकारी संगठनों, स्टार्ट-अप और अन्य क्षेत्रों से जुड़कर जीईएम मौजूदा एमएसएमई की प्रणाली को मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से जीईएम साझेदार एजेंसियों के कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने में सफल होगा।
सरकार मीडिया की आजादी के लिए हमेशा प्रतिबद्ध हैः श्री प्रकाश जावड़ेकर
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण, पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कामकाज, सुधार और परिवर्तन वे तीन स्तम्भ हैं, जिन पर नये भारत का दृष्टिकोण आधारित है। वह केरल के कोच्चि में मलयालय मनोरमा कंपनी लिमिटेड द्वारा आयोजित 'न्यू इंडियाः गवर्नमेंट एंड मीडिया' नामक न्यूज कॉन्क्लेव में मुख्य वक्तव्य दे रहे थे।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त, आतंक मुक्त, जातिवाद मुक्त, साम्प्रदायिकता मुक्त और निर्धनता मुक्त नये भारत का सपना संजोया है। उन्होंने कहा, 'हमारा देश विविधता वाला देश है। विविधता भारत की आत्मा है। जियो और जीने दो, भारतीय दर्शन का आधार है।'
श्री जावड़ेकर ने मीडिया की स्वतंत्रता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, 'मीडिया की आजादी लोकतंत्र की बुनियाद है। लेकिन यह भी समझना चाहिए कि एक लोकतांत्रिक समाज में आजादी को उत्तरदायित्व के साथ जुड़ा होना चाहिए। उत्तरदायित्व के साथ जुड़ी आजादी नियम से बंधी आजादी नहीं होती। वह अपने तरीके से खुद को नियमों में ढालती है।'
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि भीड़ हिंसा की घटनाएं देश में सोशल मीडिया में फैलाई जा रही अफवाहों के कारण हो रही है। यह सोशल मीडिया में स्व-नियामक व्यवस्था या प्राधिकार के अभाव में होता है।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री जावड़ेकर ने कहा कि सरकार हर तरह की आलोचना का स्वागत करती है, क्योंकि इससे शासन की समझ मिलती है। उन्होंने कहा, 'हम स्वतंत्र संस्थाओं में विश्वास करते हैं, क्योंकि ये लोकतंत्र की ताकत होते हैं।' कश्मीर में मीडिया की आजादी का उल्लेख करते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा कि हालांकि वहां उचित प्रतिबंधों का दौर रहा है, लेकिन ज्यादातर प्रतिबंधों को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है। हम जल्द ही सामान्य स्थिति में पहुंच जाएंगे और नये कश्मीर तथा नये भारत को देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया था।
भारत सरकार के लेखा की मासिक समीक्षा
नई दिल्ली।
भारत सरकार के जुलाई, 2019 तक मासिक लेखा को समेकित करके रिपोर्ट प्रकाशित की गई। रिपोर्ट की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं-
भारत सरकार को जुलाई, 2019 तक 3,99,673 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। (कुल प्राप्तियों के 2019-20 समतुल्य बजट अनुमान का 19.19 प्रतिशत) इसमें 3,38,705 करोड़ रुपये कर राजस्व (केन्द्र को निवल), 43,905 करोड़ रुपये गैर-कर राजस्व और 17,063 करोड़ रुपये गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियां शामिल हैं। गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियों में ऋणों की वसूली (4,705 करोड़ रुपये) और विनिवेश प्राप्तियां (12,358 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
भारत सरकार ने इस अवधि तक 1,99,912 करोड़ रुपये कर में हिस्से के रूप में राज्य सरकारों को हस्तांतरित किए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12,502 करोड़ रुपये कम हैं।
भारत सरकार ने कुल 9,47,278 करोड़ रुपये व्यय किए है। (समतुल्य बजट अनुमान 2019-20 का 34 प्रतिशत) इसमें 8,39,673 करोड़ रुपये राजस्व लेखा में और 1,07,605 करोड़ रुपये पूंजी लेखा में खर्च किए गए हैं। कुल राजस्व व्यय में 1,83,524 करोड़ रुपये ब्याज भुगतान में और 1,69,660 करोड़ रुपये प्रमुख सब्सिडियों के लेखा में खर्च किए गए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 02 से 06 सितंबर, 2019 तक यात्रा पर
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जापान (02 से 03 सितंबर, 2019) और दक्षिण कोरिया (05 से 06 सितंबर, 2019) का दौरा करेंगे।
जापान यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री जापान के रक्षा मंत्री श्री ताकेशी इवाया के साथ वार्षिक रक्षा मंत्रिस्तरीय संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगे। मंत्रिस्तरीय संवाद का उद्देश्य भारत-जापान विशेष सामरिक एवं वैश्विक साझेदारी को मजबूत बनाना है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच पारस्परिक रक्षा और सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। अपनी यात्रा के दौरान श्री राजनाथ सिंह जापान के प्रधानमंत्री श्री शिंजो आबे से मुलाकात भी करेंगे।
दक्षिण कोरिया में श्री राजनाथ सिंह वहां के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री श्री जियोंग केइयोंग-डू के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वे दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री श्री ली नाक-योन से भेंट करेंगे।
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में उद्योग से सरकार (बी2जी) बैठक में दोनों देशों के रक्षा उद्योग के सदस्य शामिल होंगे, जिसमें दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योग सहयोग पर वार्ता होगी।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्रालयके वरिष्ठ अधिकारियों ने की 15वें वित्त आयोग के साथ बैठक
नई दिल्ली। श्री एन.के. सिंह की अध्यक्षता में पन्द्रहवें वित्त आयोग नेआज रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक की। बैठक के दौरान रक्षा मंत्रालयने 2020-2025 की अवधि के लिए अपने फंड का अनुमान दिया, जो कि 15वें वित्त आयोग के फैसले की अवधि भी है। मंत्रालय ने अनुमानों की तुलना में रक्षा मंत्रालय के लिए आवंटित बजट के बारे में आयोग को सूचित किया।
रक्षा मंत्रालय केअधिकारियों ने आयोग को बताया कि वह धन के अनेक वैकल्पिक स्रोतों का पता लगा रहा है।
वित्त आयोग ने रक्षा मंत्रालय को आश्वासन दिया कि वह मंत्रालय की समग्र पूंजी को बढ़ाने, पूर्वानुमान लगाने में मदद और अपनी रक्षा तैयारियों में मदद करने संबंधी सुझावों को ध्यान में रखेगा।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय द्वारा 29 जुलाई, 2019 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए एक आदेश के बाद एक अधिसूचना लाई गई थी। इस आदेश द्वारा, 15वें वित्त आयोग के कार्यक्षेत्र और उसके दायरे (टीओआर) में संशोधन किया गया था और अनुच्छेद 9एको टीओआर के दायरे में शामिल किया गया था। “आयोग यह भी जाँच करेगा कि क्या रक्षा और आंतरिक सुरक्षा के वित्तपोषण के लिए एक अलग तंत्र स्थापित किया जाना चाहिए? , और यदि हां, तो इस तरह के तंत्र का संचालन कैसे किया जा सकता है।”
संशोधित टीओआर के बाद यह बैठक आयोजित की गई थी। इसमें नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री सुभाष चंद्रा, सचिव (भूतपूर्व सैनिक कल्याण) श्रीमती संजीवनी कुट्टी, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, सचिव (रक्षा वित्त) श्रीमती गार्गी कौल, थल सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अनबू, वायु सेना उप-प्रमुख एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया और महानिदेशक, तटरक्षक श्री कृष्णस्वामी नटराजन और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
भारतीय सेना का माउंट कुन (7077 मीटर) अभियान
नई दिल्ली। माउंट कुन (7077 मीटर) के भारतीय सेना पर्वतारोही अभियान लद्दाख के जन्सकर रेंज में 30 जुलाई से 29 अगस्त, 2019 तक चला। 22 सदस्यीय दल में 10 महिला अधिकारी शामिल थीं। दल को लेह से 30 जुलाई, 2019 को रवाना किया गया था और अपना अभियान समय पर पूरा करके दल सुरक्षित वापस आ गया।
अभियान दल का स्वागत सैन्य प्रशिक्षण के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल कुलप्रीत सिंह ने किया।
अत्यंत अनुभवी और संतुलित दल को अभियान के लिए चुना गया और प्रशिक्षित किया गया। अपने अभियान के दौरान दल को रास्ते में कई कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उसने गहरी खाईयों, बर्फीले तूफानों और सीधी चढ़ाई वाली बर्फीली चट्टानों का सामना करते हुए माउंट कुन पर विजय प्राप्त की।
नृपेंद्र मिश्र छोड़ेंगे प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव का पद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री नृपेंद्र मिश्र ने अपने पद से हटने की इच्छा व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने उनसे दो सप्ताह और इस पद पर बने रहने के लिए कहा है। साथ ही प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष ड्यूटी पर तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के 1977 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री पी.के.सिन्हा की नियुक्ति की है।
एक बयान में श्री नृपेंद्र मिश्र ने कहा :
“माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश सेवा करने का मुझे सौभाग्य मिला। मैं तहे दिल से उनका आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे यह अवसर दिया और मुझमें विश्वास व्यक्त किया।
मैंने पांच वर्ष से अधिक समय हर घंटे संतोषजनक तरीके से कार्य करने का आनंद उठाया। अब समय आ गया है जब मैं आगे कूच करें, हालांकि मैं जनता के हितों और राष्ट्रीय हितों के प्रति समर्पित हूं। मैं सरकार के भीतर और बाहर सभी सहयोगियों, मित्रों और मेरे परिवार को सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूँ। मैं हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सफलता की कामना करता हूं जो हमारे देश को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत अब कुल 88 लाख से अधिक मकानों की मंजूरी
नई दिल्ली। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में 46वें सीएसएमसी ने 10 राज्यों से 865 प्रस्तावों को मंजूरी दी। ये प्रस्ताव 2.99 लाख मकान बनाने के संबंध में हैं, जिनमें कुल 15,109 करोड़ रुपये का निवेश होना है। सरकार की प्रतिबद्धता के अनुसार केन्द्रीय सहायता के रूप में 4,482 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसका विवरण इस प्रकार है-
उत्तर प्रदेश में 45,770 मकान के निर्माण के लिए 149 प्रस्ताव पेश किए हैं। इस तरह यह संख्या 13.96 लाख मकानों की हो गई है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत सभी राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों में सबसे अधिक है। आंध्र प्रदेश में सीएसएमसी में हिस्सा नहीं लिया। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत राज्य के लिए 12.48 लाख मकान मंजूर किये गए हैं।
महाराष्ट्र ने 1.23 लाख मकानों के निर्माण के लिए 62 प्रस्तावों में हिस्सा लिया, जो सीएसएमसी बैठक में हिस्सा लेने वाले 10 राज्यों में सबसे अधिक है। इन ताजा प्रस्तावों के अलावा राज्य के पास अब कुल 11.20 लाख मकानों की मंजूरी है, जो सभी राज्यों / केन्द्रशासित प्रदेशों में तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। उपरोक्त ताजा प्रस्तावों की मंजूरी के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत कुल स्वीकृत मकानों की संख्या अब 1.12 करोड़ मकानों की मांग के मद्देनजर 88.16 लाख हो गई है।
नशे को कहे ना— स्वाथ्य को कहे हाँ: एसपी देहात
मोदीनगर। एसपी देहात महोदय द्वारा एसआरएम कॉलेज, मोदीनगर के छात्रों को "Operation Narcos" के तहत नशीले/मादक प्रदार्थो के सेवन से दूर रहने एवं मादक प्रदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह/व्यक्तियों के झांसे में आकर देश एवं स्वयं की हानि न करें, इस विषय मे कॉलेज के युवाओं को जागरूक किया गया। ड्रग के सेवन से समाज/देश तथा परिवार व स्वाथ्य को हानि होती है।
"नशे को कहे ना स्वाथ्य को कहे हाँ" का नारा दिया।
4 सितंबर को विकास कार्यों के संबंध में बैठक करेंगे अजय शंकर पांडेय
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक दिनांक 4-9-2019 को अपराहन 12-00 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में आहूत की गई है। यह जानकारी जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी वीर सिंह के द्वारा दी गई है। उन्होंने समस्त विकास से जुड़े हुए अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री विकास प्राथमिकता कार्यक्रम 71 बिंदु , 18 बिंदु , मा० मुख्यमंत्री जी की घोषणा, जल शक्ति अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन की माह अगस्त 2019 की प्रगति रिपोर्ट दिनांक 31- 8- 2019 की अपराह्न 4-00 बजे तक जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय गाजियाबाद में उपलब्ध कराने की कारवाही सुनिश्चित करें ताकि समीक्षा बैठक के संबंध में बुकलेट तैयार की जा सके।
राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।
दुर्घटनाओं में जनहानि को रोकने के लिए जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय सख्त
गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद में सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को रोकने के लिए जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारियों को कड़े कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट करते हुए सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन विभागीय अधिकारियों की कमी के कारण दुर्घटनाएं घटित होंगी उनके विरुद्ध जिला प्रशासन सख्ती के साथ कार्रवाई करेगा और इसमें प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। श्री पांडेय कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में अध्यक्षता करते हुए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को रोकने के लिए समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने अपने विभाग की कार्य योजना बनाकर उसे अंतिम रूप प्रदान किया जाए ताकि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को रोका जा सके। जिलाधिकारी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि पूरे जनपद में सड़क के गड्ढों के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कहीं पर जनहानि होगी ऐसे प्रकरणों में सड़क के निर्माण एजेंसी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्यवाही जिला प्रशासन करेगा। अतः सड़कों से जुड़ी हुई सभी एजेंसी पूरे जनपद में सड़क के गड्ढों को तत्परता के साथ ठीक करने की कार्रवाई करेंगे। जिलाधिकारी ने इस महत्वपूर्ण बैठक में समीक्षा करते हुए पाया कि विगत वर्ष की भांति सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि में कमी आई है। अतः सभी अधिकारी गण आगे भी इसी प्रकार कार्य योजना बनाकर कार्य करें ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम जनहानि संभव हो। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने पुलिस एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए स्पष्ट किया है कि अधिकतर दुर्घटनाएं यातायात नियमों का उल्लंघन करने के कारण घटित होती हैं। अतः संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा निरंतर रूप से पूरे जनपद में यातायात नियमों का कड़ाई के साथ पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से अभियान चलाकर जो वाहन चालक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ताकि जनपद में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं के संबंध में जो संवेदनशील स्थल चिन्हित किए गए हैं वहां पर विगत वर्षों में संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा सुरक्षा के क्या कार्य किए गए हैं इस संबंध में उन्होंने एक कमेटी के माध्यम से जांच कराने के निर्देश दिए हैं, जिसमें सहायक परिवहन अधिकारी तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सम्मिलित होंगे। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने इस अवसर पर यह भी कहा कि जनपद के यातायात को सुगम बनाने में जन सामान्य की अहम भूमिका है। अतः परिवहन विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में बड़े स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जाए। जागरूकता कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के माध्यम से बड़े स्तर पर कार्यक्रम संचालित कराए जाएं ताकि जनपद में समस्त वाहन चालक यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को यह भी निर्देश दिया है कि जिन स्कूलों में स्कूल वाहन एवं अनुबंधित वाहनों का संचालन किया जा रहा है विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति की बैठकों का निरंतर रूप से आयोजन संपन्न कराया जाए। आयोजित बैठकों में यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी बसों के द्वारा बच्चों की सुरक्षा को लेकर सभी मानक पूर्ण किए जा रहे हैं। उन्होंने यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से सभी रेडलाइट, जेबरा क्रॉसिंग तथा अन्य साइन बोर्ड एवं अन्य कार्यवाही विभागीय अधिकारियों के माध्यम से तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित की जाए। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस अधीक्षक यातायात एसएन सिंह, सहायक परिवहन अधिकारी राजेश कुमार, आरके सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।
राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।
हिंडन के आसपास के क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करायें: जिलाधिकारी
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय जनपद गाजियाबाद की जनता की मूलभूत समस्याओं के निस्तारण के संबंध में निरंतर रूप से बहुत ही गंभीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित कर रहे हैं। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा आज अपने कार्यालय कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक करते हुए हिंडन नदी के आसपास के क्षेत्र वासियों को शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल गंभीरता के साथ कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि हिंडन क्षेत्र में जिन स्थानों पर स्वच्छ पेयजल की समस्या है, उनके निराकरण के लिए जल निगम, जलकल विभाग, जीडीए तथा सिंचाई विभाग द्वारा अल्प एवं दीर्घकालिक प्लान तैयार किया जाए, जिसमें क्वालिटी एवं क्वांटिटी का भी विशेष ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर यह भी निर्देश दिए कि जहां-जहां ग्राउंड वाटर की क्वालिटी ठीक नहीं है, उन स्थानों पर नवीन तकनीक से जल शोधित करने की जानकारी प्राप्त की जाए ताकि हिंडन क्षेत्र के सभी नागरिकों को शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने जल निगम, जलकल विभाग, जीडीए एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि 7 से 10 दिन के भीतर सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए अपना एक्शन प्लान बनाकर जिला अधिकारी को प्रस्तुत किया जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि सभी नागरिकों को शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की है। अतः सभी विभाग के अधिकारी अपनी अपनी जिम्मेदारी को बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि हिंडन क्षेत्र में सभी नागरिकों को मानकों के अनुसार शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। आयोजित बैठक में महाप्रबंधक नगर निगम वीके सिंह, अधिशासी अभियंता जल नगर निगम आनंद कुमार त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग नीरज कुमार, अधिशासी अभियंता गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अरविंद चौधरी तथा जल निगम के सहायक अभियंता आशुतोष यादव के द्वारा इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रतिभाग किया गया।
राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।
दिनेश सिंघल जी से सक्रिय सदस्यता की रसीद प्राप्त करते हुए
मोदीनगर में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष बसन्त त्यागी ओर जिला महामंत्री ओर सदस्यता प्रमुख दिनेश सिंघल जी से सक्रिय सदस्यता की रसीद प्राप्त करते हुए विजेन्द्र त्यागी भाजपा शीर्ष नेतृत्त्व को हार्दिक धन्यवाद दिया।
अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के विरूद्ध जिला प्रशासन सख्त
12 लोगो पर लगाया गया गैंगस्टर
गौतमबुद्धनगर। जनपद में अपराध नियंत्रण करने के उद्देश्य से जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह के द्वारा निरंतर रूप से व्यापक स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। इसी श्रंखला में जनपद के 12 लोगो पर गेंगस्टर लगाया गया है। सम्बन्धित के द्वारा आर्थिक एवं भौतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कृषि योग्य भूमि को बिना नक्शे के स्वीकृत करायें बहुमंजिला भवनों/फ्लैटो का निर्माण बिना प्राधिकरण की अनुमति के करके भोली भाली जनता को विक्रय कर दिये गये। जिसमें कभी भी दुर्घटना हो सकती है और जान माल की भारी क्षति होने की सम्भावना है, जिस कारण जनता में भय व आक्रोश व्याप्त है तथा लोक व्यवस्था भंग हो रही है, इसी क्रम में इनके ऊपर गैंगस्टर की कार्यवाही की गयी है।
जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार रोहित कुमार पुत्र करण सिंह निवासी ग्राम सदरपुर थाना कविनगर जनपद गाजियाबाद, रोहित पुत्र सतवीर निवासी ग्राम खुरशैदपुर थाना जारचा जनपद गौतमुद्धनगर, अनीस खान पुत्र मौहम्मद मुन्ना, अबरार खान निवासी ग्राम शाहबेरी थाना बिसरख जनपद गौतमबुद्धनगर वर्तमान पता एस 4 द्वितीय तल शालीमार गार्डन थाना साहिबाबाद जनपद गाजियाबाद, ऋषि त्यागी पुत्र प्रेमचन्द त्यागी निवासी ए-168 न्यू पंचवटी जनपद गाजियाबाद, संजीव कुमार पुत्र कामता प्रसाद निवासी नितिखण्ड 2 इन्द्रापुरम थाना इन्द्रापुरम गाजियाबाद, बृजेश गुप्ता पुत्र सुरेश गुप्ता निवासी 156 न्यू पंचवटी जनपद गाजियाबाद, रोहित पुत्र विजयपाल, हरीश पुत्र भूलेराम, विकास चैधरी पुत्र धिरेन्द्र चैधरी, निवासी चिपियाना बुजुर्ग थाना बिसरख जनपद गौतमबुद्धनगर, भूपेन्द्र कुमार पुत्र गुलाब चन्द्र निवासी 380 कैलाश नगर जनपद गाजियाबाद, नितिन शर्मा पुत्र आशाराम शर्मा निवासी डूण्डाहेडा जनपद गाजियाबाद पर गैंगस्टर लगाया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट ने इस संबंध में बताया कि जनपद में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के विरूद्ध निरंतर रूप से कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। अतः भविष्य में यह कार्यवाही प्रस्तावित रहेगी और जो माफिया/अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं उन पर गुंडा एक्ट एवम गैंगस्टर तथा जिला बदर करने की कार्यवाही करने के साथ-साथ अन्य सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
माटी कला को आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार गंभीर: धर्मवीर प्रजापति
गौतमबुद्धनगर। कलेक्ट्रेट के सभागार में अधिकारियों व माटी कला से जुड़े कामगारों के साथ बैठक करते हुए माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार माटी कला को आगे बढ़ाने को लेकर गंभीर है। इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माटी से बने बर्तनों का प्रयोग करके हम अपने स्वास्थ एवं वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने में अपना योगदान दे सकते है इसके लिए हमें अपने माटी कला से जुड़े कामगारों का चिन्हिकरण करते हुए उनके रोजगार को बढ़ाने के लिए प्रयासरत होना होगा। जिसके लिए उनको मिट्टी एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था और उनके मिट्टी के बर्तन प्रदर्शित किए जाने का प्रयास करना होगा। जिससे आमजन को मिट्टी के बर्तनों की उपयोगिता के लाभ की जानकारी आसानी से प्राप्त हो सके और मिट्टी के बने बर्तनों का अधिक से अधिक प्रयोग कराने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करायें ताकि अधिक से अधिक लोग मिट्टी से बने बर्तनों का प्रयोग कर अपने स्वास्थ व वातावरण को स्वस्थ बना सकें।
श्री प्रजापति के द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों से माटी कला के कार्याे की समीक्षा करते हुये चिन्हिकरण के कार्य में संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि समय रहते चिन्हिकरण का कार्य पूरा करते हुए उन्हें अवगत कराया जाये। उन्होंने कहा की यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिससे आमजन और आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पानी, निरोगी स्वास्थ, प्रदूषण रहित वातावरण की सौगात देकर माटी कला से जुड़े कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा सकें और उन्होंने पाॅलीथीन के प्रयोग से होने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुये कहा कि पाॅलीथीन बैन कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाये और अभियान में पाॅलीथीन के उच्च स्तर पर स्टाॅक रखने वाले विक्रेताओं पर सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाये ताकि नीचले स्तर के विक्रेताओं को पाॅलीथीन प्राप्त ही न हो सकें और पाॅलीथीन पर बैन लगाकर अपने वातावरण को स्वच्छ बनाया जा सकें।
इस अवसर पर श्री प्रजापति के द्वारा माटी कला से जुड़े कामगारों की समस्या सुनते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिये और कहा कि इनकी समस्याओं का निस्तारण तत्काल प्रभाव से कराया जाये ताकि माटी कला रोजगार को बढावा देने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो तथा प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा को पूर्ण रूप दिया जा सकें साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि माटी कला के कामगारों को प्रत्येक तहसील सूपूर्ण समाधान दिवस व जनपद में आयोजित होने वाले मेलों में एक निशुल्क स्टाॅल उपलब्ध कराया जाये ताकि उनके द्वारा बनाये गये बर्तनों की प्रदर्शनी लगाकर कर लोगो को माटी से बने बर्तनो के प्रयोग से होने वाले लाभ की जानकारी प्राप्त हो सके।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह के द्वारा माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापित को आश्स्वत करते हुये कहा कि माटी कला रोजगार को बढावा देने के लिए उनके द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है, उनको अधिकारियों के माध्यम से कढाई से पालन कराया जायेगा और माटी के बने बर्तनों के प्रयोग से होने वाले लाभ का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जायेगा, ताकि माटी कला से निर्मित बर्तनों का अधिक से अधिक प्रयोग किया जा सकें। माटी कला कामगारो को जिला प्रशासन के द्वारा पूर्ण सहयोग किया जायेंगा और उनकी समस्यओं का अधिकारियों के माध्यम निस्तारण कराया जायेगा।
इस महत्वपूर्ण बैठक में उपजिलाधिकारी दादरी, उपजिलाधिकारी जेवर, उपजिलाधिकारी सदर, जिला ग्रामोउद्योग अधिकारी पवन यादव तथा माटी कला के प्रतिनिधियों एवं कामगारों के द्वारा भाग लिया गया।
राकेश चैहान जिला सूचना अधिकारी गौतमबुद्धनगर।
श्रीकृष्ण की छठी धूमधाम से मनायी गयी व विशाल भण्डारे का आयोजन
गाजियाबाद। शुक्रवार को भारत विकास परिषद गाजियाबाद मुख्य शाखा द्वारा भगवान योगीराज श्रीकृष्ण की छटी धूमधाम से मनायी गयी व इस अवसर पर एक विशाल भण्डारे का आयोजन भी ब्लाक,शास्त्री नगर, गाजियाबाद में चंद्रा स्टूडियो पर किया गया।
इस अवसर पर भोग प्रसाद के रूप में कढी-पकौड़ी, चावल के साथ-साथ कचौरी व सब्जी का भी वितरण किया गया, लगभग 2000 लोगों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
इस आयोजन में भारत विकास परिषद गाजियाबाद मुख्य शाखा के सहयोगी चंद्रा स्टूडियो के विनय चंद्रा, दुर्गा ज्वेलर्स के ललित अग्रवाल व विद्या स्टूडेंट सेंटर के मोहित कौशिक की सहभागिता रही व उनका भरपूर सहयोग मिला। सोनू का भी योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद गाजियाबाद मुख्य शाखा के अध्यक्ष प्रवेश चंद्र गुप्ता 'विकास मित्र' द्वारा भगवान योगीराज कृष्ण की महिमा का वर्णन किया गया जिसकी सभी ने सराहना की। शाखा के वरिष्ठ सदस्य प्रभाकर जे पी 'विकास मित्र', श्रीमती अनिता प्रभाकर, श्रीमती मधु मित्तल महिला संयोजिका, जीडी मित्तल व योगेश गुप्ता की गरिमामयी उपस्थित रही। सभी ने भोजन प्रसाद वितरित कर पुण्य लाभ कमाया।
एसएसपी ने देखा शहर की सड़कों पर अतिक्रमण का हाल
राजेश भास्कर—
एसएसपी गा0बाद महोदय द्वारा यातायात पुलिस व स्थानीय पुलिस टीम के साथ राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र में जहाँ-तहाँ वाहनों को खड़े कर व वाहनों की सेल परचेस लगाकर सड़कों/मार्गों पर अतिक्रमण करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई एवं इस प्रकार के अतिक्रमण को हटाने व भविष्य में पुनावृत्ति न करने की चेतावनी दी गयी।
नंदकिशोर गुर्जर ने ट्रोनिका सिटी थाने में अधिकारियों के साथ की बैठक
विधायक प्रतिनिधि ललित शर्मा ने एसडीम से की नगरपालिका चैयरमेन की शिकायत
साजिद खान—
लोनी। शुक्रवार को लोनी विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने नगरपालिका चैयरमेन रंजीता धामा पर शासनादेश का उल्लंघन करते हुए डेढ़ साल पूर्व उद्घाटित हो चुके विकास कार्यों के शिलान्यास पट्ट का पुनः उद्घाटन करने की शिकायत लोनी उप जिलाधिकारी को दी। विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने बताया कि जिन शिलान्यास पट्टों का उद्घाटन लोनी नगर पालिका चेयरमैन श्रीमती रंजीता धामा द्वारा किया जा रहा है उसका डेढ़ साल पूर्व कारवां बैंकट हॉल में उद्घाटन किया जा चुका है जिस पर शासनादेश के अनुसार माननीय मुख्यमंत्री माननीय नगर विकास मंत्री, माननीय सांसद जी व माननीय विधायक जी का नाम अंकित किया जाना अनिवार्य है। लेकिन राजनीतिक दुर्भावना से ग्रस्त एवं सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए शासनादेश का उल्लंघन करते हुए लोनी नगर पालिका चेयरमैन ने नया शिलान्यास पट्ट पर अपना और अपने पति का नाम अंकित करवा कर पहले से ही निर्मित व उद्घाटित सड़क का पुनः उद्घाटन किया। इस कार्य राम पार्क के स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध भी किया गया था। जो धनराशि इन्होंने शिलान्यास पट्ट के पुनः स्थापना करने में की है उस धनराशि से लोनी के अन्य विकास कार्य किए जा सकते थे। अपनी गलती न स्वीकारते हुए नगर पालिका चेयरमैन ने रामपार्क की स्थानीय एवं निर्दोष जनता के खिलाफ फर्जी मुकदमा लगाने की तहरीर दर्ज करवा दी, जब उस तहरीर पर जांच की गई तो तहरीर फर्जी पाई गई। इससे झल्लाकर श्रीमती रंजीता धामा ने थाने का घेराव और धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी ही सरकार के माननीय प्रधानमंत्री, माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय सांसद जी के लिए अपशब्द कहे यह घटनाक्रम बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है इसलिए इनकी वित्तीय शक्तियां सीज कर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन नियुक्त किया जाए।
वहीं दोपहर के समय माननीय विधायक श्री नंदकिशोर गुर्जर ने ट्रोनिका सिटी थाने में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान लोनी में बढ़ रहे अपराध, अतिक्रमण, और अवैध कार्यों को तुरंत बंद कराने के दिशा निर्देश दिए। माननीय विधायक जब बैठक के दौरान निकल रहे थे तो मौजूद मीडिया कर्मियों ने माननीय विधायक से सवाल करते हुए पूछा कि आपकी ही पार्टी की चेयरमैन ने पार्टी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है इसकी क्या वजह है? विधायक ने धरना प्रदर्शन से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है कि पार्टी की चैयरमेन रंजीता धामा जी ने पार्टी के ही खिलाफ कोई धरना प्रदर्शन किया है। वह इतनी अल्प शिक्षित नहीं है कि ऐसा करेंगी। अगर ऐसा उनके द्वारा किया गया है तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। अगर उनकी कोई समस्या थी तो वह मुझे अवगत करा सकती थी। मैं उनकी समस्या को अधिकारियों के साथ मिलकर अवश्य समाधान करवाता। अधिकारियों द्वारा समाधान नहीं किए जाने की स्थिति में मैं स्वयं माननीय मुख्यमंत्री जी के सामने अमुक समस्या को रखता। इस दौरान दुष्कर्म पीड़िता ममता और राम पार्क मैं हुए मारपीट के पीड़ित ने भी माननीय विधायक जी से न्याय की गुहार लगाई। विधायक जी ने आश्वस्त करते हुए कहा कि यह सरकार सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र को लेकर चलती है आपको भी कानून सम्मत न्याय अवश्य दिलवाया जाएगा कोई कितना भी बड़ा अधिकारी या जनप्रतिनिधि क्यों ना हो इस सरकार में कानून से बड़ा नहीं हो सकता।
जब तक आरोपी जेल नही जायेंगे मै संघर्ष करती रहूंगी: श्रीमति रंजीता धामा
साजिद खान
लोनी। भारतीय जनता पार्टी की निष्टावान लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा जी अपने सैंकडों समर्थकों व पार्टी के कार्यकताओं के साथ ट्रोनिका सिटी थाना पँहुची ।
दो दिन पूर्व वार्ड 46 रामपार्क कालोनी मे विकास कार्यों के उद्घाटन के समय नगरपालिका अध्यक्ष के ऊपर हुये पथराव मे कुछ लोगों के खिलाफ नामदर्ज तहरीर देने के पश्चात भी पुलिस -प्रशासन के दुारा मुकदमा नही लिखा गया था दो दिन के पश्चात भी मुकदमा पंजीकृत नही हुआ तो आज सुबह नगरपालिका अध्यक्ष अपने सैकडों समर्थकों व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेकर ट्रोनिका सिटी थाने पर पँहुची तथा प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष बात रखी लेकिन जाँच के नाम पर पुलिस केवल इस आपराधिक घटना को दबाने मे लगी रही । तब श्रीमती रंजीता धामा जी पुलिस की ढीली कार्य प्रणाली को लेकर आक्रोशित हो गयी तथा अपने समर्थकों के साथ थाने मे ही धूप मे धरने पर बैठ गयी ।
काफी देर तक धूप व गर्मी मे धरने पर बैठने से कमला नामक महिला की तबियत खराब हो गयी तथा उन्हे चक्कर आ गये वो बेहोश हो गयी । ये देखकर पुलिस के हाथ -पाँव फूल गये ।
आक्रोशित समर्थकों के दुारा जमकर नारेबाजी की गयी ।
काफी मान-मनोव्वल के उपरांत जब लोनी नगरपालिका अध्यक्ष धरना खत्म करने को राजी नही हुयी तब जाकर प्रशासन के दुारा उक्त चार व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया ।
धरने पर बैठी श्रीमती रंजीता धामा जी ने सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि सूबे मे हमारी सरकार है केन्द्र मे हमारी पार्टी की सरकार है ऊपर से लेकर नीचे तक हम लोग जनता का नेतृत्व कर रहे हैं लेकिन आज का दिन लोनी के इतिहास मे बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण दिन है क्यूंकि हम लोगों के प्रति जो रवैया आज पुलिस प्रशासन ने दिखाया है वो बेहद ही गलत है निंदनीय है । यदि प्रशासन का ये रवैया हम सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ है तो आम आदमी के साथ किस तरह का होता है सोचने का विषय है कि आम आदमी को किस तरह से न्याय के लिये दर-दर भटकना पडता है।
मै जल्द ही इस विषय को लेकर प्रदेश के मुख्य मंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी से मिलूंगी तथा पूरे प्रकरण से उनको अवगत कराऊंगी। तथा जब तक मुझ पर किये गये हमले के आरोपी जेल नही जायेंगे मै संघर्ष करती रहुंगी।
श्रीमती रंजीता धामा जी ने आज साथ आये हुये समस्त सभासदों का पार्टी के कार्यकर्ताओं का व अपने समर्थकों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर नगरपालिका के समस्त सभासदगण, व्यापीरगण, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेतागण व पार्टी के कार्यकर्ता सहित सैकड़ों की संख्या मे समर्थक उपस्थित रहे।
नरेश कुमार सिंह नेतृत्व में पकड़ा गया कार चोर
शौकीन शद्दिकी—
गाजियाबाद। थाना मसूरी पुलिस द्वारा चोरी की कार सहित अभियुक्त एक गिरफ्तार किया गया साथ ही एक अभियुक्त फरार होने में कामयाब रहा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह द्वारा संदिग्ध वाहनों की चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस अधीक्षक ग्रामीण गाजियाबाद नीरज सिंह जादौन तथा क्षेत्राधिकारी सदर गाजियाबाद प्रभात कुमार के निर्देशन में थाना प्रभारी मसूरी निरीक्षक नरेशकुमार सिंह की टीम को बहुत बड़ी सफलता प्राप्त हुई। चैकिंग अभियान के दौरान एक अभियुक्त को रोकने का इशारा किया और शक होने के कारण अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से चोरी की कार बरामद कर की गयी वहीं उसका साथी फरार हो गया। गिरफ्तार अभियुक्त को जेल भेज दिया गया और फरार की तलाश जारी है।
अपराधी की मर्जी अपराध छोड़े या क्षेत्र छोड़े: विवेक शर्मा
अजय सोलंकी
जहांगीराबाद । नगर कोतवाली का चार्ज लेते ही विवेक शर्मा ने कोतवाली का भौगोलिक स्थिति व आपराधिक रजिस्टर का जायजा किया। उन्होेने कहा कि अब खैर नहीं नगर व क्षेत्र में गड़बड़ फैलने वाले क़ी। उन्होने जनता से अपील करते हुये क़हा क़ी बच्चा चोरी क़ी अफवाहों से बचे और अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति के बारे में जानकारी मिले तो पुलिस को तत्काल सूचना दें। साथ गड़बड़ी फैलाने वाले आपराधिक किस्म के लोगो सख़्त हिदायत दी क़ी अपराधी अपराध छोड़े या फिर क्षेत्र ही छोड़ दें।
उपनिदेशक नवलकान्त तिवारी हुए सेवानिवृत्त
लखनऊ। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में से सेवा निवृत्त हुए उप निदेशक सूचना नवलकान्त तिवारी को फूलों का गुलदस्ता भेंट किये गये। इस अवसर पर मौजूद अशोक कौशिक, मुकेश गुप्ता व अन्य।
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गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार, कलैक्ट्रेट में जनपद स्तर पर प्राप्त जाति से सम्बन्धित शिकायतों के सत्यापन / सुनवाई हेतु जनपद स्तर पर गठित ज...
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समीक्षा न्यूज नेटवर्क गाजियाबाद। वरिष्ठ समाजसेवी और उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेश कोषाध्यक्ष ऋषभ राणा ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ...
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माननीय राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया ग्राम मोरटी, ब्लॉक रजापुर, विधानसभा मुरादनगर, जनपद गाजियाबाद में देश की प्रथम ए...