प्रमोद मिश्रा—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। आज से ठीक एक महीना पहले एस जी होम्स सोसाइटी की ऐओऐ के संरक्षण में कोविड वॉरियर्स कमेटी का गठन का निर्णय लिया गया तथा प्रस्ताव किया गया। जिसमे सोसाइटी के कुछ कर्मठ जुझारू, निस्वार्थ, भाव से कार्य करने वाले व्यक्ति स्वम आगे आये तथा उन्होने ने स्वेत्छा से इस महान कार्य को करने का बीड़ा उठाया। ऐसे महानुभाव जिनमे देवांश शर्मा, रिंकू तिवारी,कंचन तिवारी, सुप्रीत कौर, प्रदीप चौबे, योगेश्वर शर्मा, मोहनी वर्मा, मोना जैन आदि ने आगे आकर काफ़ी तत्परता से कोरोना के विरुद्ध युद्ध स्तर पर काम किया। उस समय लगातार कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा था। हमने एक कोविड-19 टेस्टिंग कैम्प का भी आयोजन करवाया, जिसमें यह पता चला कि सोसाइटी में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसी दौरान हमारे एक बुजुर्ग निवासी का तमाम कोशिशे करने के बाद भी एम्बुलेंस, ऑक्सीजन की कमी और हॉस्पिटल में जगह ना मिलने के कारण देहांत हो गया। यह घटना हम सभी को हिला देने वाली थी, कुछ साथी उनके बिलकुल साथ मौजूद थे पर कुछ ख़ास कर न सके। उनकी धर्म पत्नी को सोसाइटी की कुछ महिलाओ ने अगले कुछ दिन मानसिक बल देने की पूरी कोशिश की।
सबसे पहले, संक्रमण को देखते हुए सुरक्षा के बहुत से नए नियम बनाए गए और कुछ बदलाव किये। बाहर से आने वाले वेंडर्स को बाहर ही रोका गया, और सामन को ब्लॉक के हिसाब से सभी के घर पहुंचने का काम किया गया ताकि लोगो को कम से कम नीचे आना पड़े। हर एक टावर से ऊपर जाने वाले को हाथो को साफ़ करवाने सुनिश्चित किया गया। हमने कोविड ग्रस्त लोगो और उनके परिवारों का डेटाबेस तैयार किया गया, कॉल सेंटर सुविधा बनाई जिसमे नियमित रूप से बातचीत करके उनका स्वस्थ की जानकारी और उनकी जरूरतों का पता लगा कर तुरंत मदद पहुंचना रहा। समय को बचने के लिए, तुरंत सुविधा उपलब्ध करवाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर हमने मेडिसिन बैंक बना कर उसे सुचारु रूप से चला रहे है, किसी तरह का दवाई, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स या किसी भी तरह की जरुरत का सामान उपलब्ध करवाने की व्यवस्था बनाई। कुछ साथी डाटा वेरिफिकेशन के लिए भी लगाए गए, जो निरंतर दवाई, सिलिंडर, रेफिल्लिंग, हॉस्पिटल बेड्स, प्लाज्मा की उपलब्धता, डॉक्टर्स की उपलब्धता की जानकारी जुटते रहे जो हमारी सोसाइटी के काम तो आया ही, बल्कि दूसरे जरुरतमंदो के काम भी आ रहा है। समिति ने व्हाट्सप्प पर 'एसजी कोविड हेल्प' ग्रुप बना 24 घंटे जरुरतमंदो के साथ खड़े रहने का काम किया, साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया, सारा मकसद समय पर हर तरीके की जरुरत को पूरा करना है। ख़ुशी है सभी को सूचित करते हुए, जो प्रोटोकॉल सोसाइटी में बनाये गए उससे निवासियों को बहुत मदद और समिति के सभी सदस्यों को बहुत इज्जत और प्यार मिला रहा है।
समिति ने 6 ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतज़ाम करवा कर 'ऑक्सीजन बैंक' बनाया, और जरुरी उपकरण भी उपलब्ध करवा कर हमारे कोविड संक्रमण से पीड़ित लोगो का सहयोग करना प्रारंभ किया। हमारे द्वारा किए हुए प्रयासों से किसी को भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी गयी! पूरी सोसाइटी को कोविड-19 मुक्त करने का लक्ष्य रखकर प्रयासों को और मजबूती की साथ किया गया। सोसाइटी के कर्मचारी, सहयोगी कर्मचारी को हमने रोजमर्रा की जिंदगी में लगने वाली दवाइयां, मास्क, हैंड ग्लव्स, चेहरा शील्ड और पी पी किट मुहैया करवाई गयी, सभी कर्मचारियों को प्राथमिकता दी गयी। जब सोसाइटी में संक्रमण कुछ कम हो गया, मात्र 10 -12 केस बचे है वो भी निरंतर स्वस्थ हो रहे है और व्यवस्था सुचारू रूप से चलने लगी है, तो हमारे कुछ सदस्य सोसाइटी के बाहर के जरुरतमंदो को भी इसका ध्यान में रखकर तुरंत सहायता देना चालू किया है, जैसे ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचना, प्लाज्मा की व्यवस्था करवाना, नर्सिंग स्टाफ का इंतेज़ाम, डॉक्टर कंसल्टेशन दिलवाना इत्यादि। इसके अलावा हमारी समिति बाहर के दूसरे संघ सेवक संस्थान द्वारा चलाया गया आइसोलेशन सेंटर पर भी अपनी सेवा देना चालू किया जिससे बहुत लोग लाभान्वित हुए।
कोविड-19 कमेटी के सदस्यों ने दूसरे लोगो के साथ मिलकर सोसाइटी के सफाई कर्मी, सुरक्षा गार्ड कर्मी, घरेलु कर्मचारियों को से दाल चावल आटा का व्यवस्था करवाई, 100 बड़े पैकेट बनवा कर बटवाये गए। सोसाइटी की 40 महिलाओ ने अपने अपने घर से 20 -20 रोटियां बना कर वसुंधरा ग़ज़िआबाद गुरुद्वारे के साथ मिलकर, सुबह और शाम लोगों के लिए भेजना चालू किया।
निशुल्क ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से हम लगातार एक महीने से अपनी सोसाइटी और बाहर लोगों की सेवा कर रहे हैं। अब हमे सोसाइटी के बाहर से भी कमेटी के हेल्प डेस्क कॉल आती है तो हम हर संभव प्रयास करते हैं! इसी तरह से पिछले वर्ष भी हमने एक कमेटी बनाई थी जो डेढ़ महीने तक उन लोगों को खाना खाने के लिए मदद की थी। जिनमें आसपास की झुग्गियों में और बस्तियों में हमने लगातार 1 महीने तक पका हुआ भोजन 500 से 700 लोगों का सुबह और शाम संग-चल संचालक के द्वारा देते रहे और उसके बाद हमने सूखे अनाज जिनमें दाल चावल आटा तेल मसाले का पैकेट बनाकर हर हफ्ते तीन से चार बार 500 लोगों को वितरित करते थे और यह सारे कार्य एस जी होम के निवासियों के सहयोग से हमने किया और आज भी उनका सहयोग हमें बहुत मिल रहा है जिससे हमारा मनोबल बहुत ही मजबूत और उत्साहवर्धक है।
हमने लोगो को मानसिक तनाव से दूर करने के लिए सुबह और शाम योग और ध्यान की ऑनलाइन कार्यक्रम भी सुचारु रूप से चला रहे है।
कोरोना वोर्रीयर समिति का कार्य जो आपात कालइस्थिति मे किया गया वह किसी देवदूत द्वारा किये गए कार्य सें कम नहीं है, ऐसे महान लोग कम ही मिलते है जिन्होने ने अपनी एवं अपने परिवार की जान की परवाह ना करते हुए निस्वार्थ भाव से व्यक्तिगत रूप सें सोसाइटी के लोगो की मदद की, ऐसे व्यक्तियों क़ो हम पुनः देवांश शर्मा, रिंकू तिवारी, कंचन तिवारी, सुप्रीत कौर, प्रदीप चौबे, योगेश्वर शर्मा, मोहनी वर्मा, मोना जैन व् अन्य सदस्यों को मैं कोटि कोटि नमन योग्य है तथा आशा करता है की ऐसे लोगो से प्रेणना लेकर अन्य लोग भी इस तरह के महान कार्य क़ो आगे बढ़ाते रहे।
कोरोना वारियर्स समिति एस जी होम्स सोसाइटी हम सभी से आशा करती है की वो किसी का इंतज़ार न करें, अपने घर के आसपास छोटी छोटी टीम बनाये और लोगो की सहायता करें। जब आज हम दुसरो की सहायता करेंगे तभी समाज का भला होगा। जय हिन्द, जय भारत, सर्वे भवन्तु सुखिनः।