Tuesday, 28 February 2023

आशादीप फाउंडेशन 37वां वार्षिक खेल महोत्सव आयोजित



धनसिंह—समीक्षा न्यूज  

साहिबाबाद। आशादीप फाउंडेशन डी-81 शहीद नगर शालीमार गार्डेन के ग्राउंड में 37वां वार्षिक खेल महोत्सव का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रूप सुधेश विमल, बाल कल्याण अधिकारी, विशिष्ट अतिथि अरुण शर्मा जिला बाल संरक्षण अधियाकरी, मुख्य वक्ता लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव रहे, महिला उत्थान संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिन्दु राय सम्मानित अतिथि ने भी कार्यक्रम में भाग लिया, आशादीप फाउंडेशन के निदेशक एच0 के0 चेट्टी, कार्याधिकारी श्रीमती ज्योति चेट्टी ने कार्यक्रम में शामिल सभी गणमान्य विद्वानों, अतिथियों का स्वागत किया, श्रीमती ममता अरोड़ा द्वारा समारोह को सफल बनाने में किये गये अथक प्रयास तथा उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की गयी, समारोह में शामिल दर्शकों, अविभावकों ने जोरदार तालियाँ बजाकर छात्र-छात्राओं के खेल के प्रति सफल प्रयास के लिए उत्साहवर्धन किया। मशाल ले, कैप्टन ने दौड़ लगा खिलाड़ियों में जोश पैदा कर दिया। “आशादीप है नाम हमारा” गीत प्रस्तुत किया गया।



कार्यक्रम के बारे में विस्तार से निदेशक एच0 के0 चेट्टी  ने बताया कि इस कार्यक्रम में 600 लोगों ने भाग लिया, हम अविभावकों, अतिथियों और बच्चों का आभार व्यक्त करते है, उन्होने कार्यक्रम को सफल बनाया तथा सराहना की, कि हम 39 वर्ष से संस्था के माध्यम से उपेक्षित, अवहेलित तथा शिक्षा से वंचित लोगों में शिक्षा और चिकित्सा हर प्रकार की आवश्यकता की पूर्ति के लिए कार्यरत है, अब संस्था 5 लाख से अधिक लोगों से जुड़कर काम कर रही है, उनके बहुमुखी विकास के लिए वचनबद्ध है, 37वें वार्षिक खेल महोत्सव में बॉल ड्रिल, जोकर ड्रिल, बॉल रेस, रैबिट रेस, स्कीपिंग रेस, प्रोप ड्रिल का आयोजन किया गया, बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया, हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते है।



लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि आज विश्व स्तर पर खेलों का आयोजन हो रहा है, हमारे देश में भी खेलों का आयोजन लगातार हो रहा है, खेल प्रेमियों के लिए मनोरंजन के साथ आपस में मिलकर प्रेम, सहयोग, त्याग और समर्पण की भावना को बल मिलता है, खेल बाल्यकाल से शुरू हो जाता है, खेल से शारीरिक, मानसिक, नैतिक ताकत मिलती है, मित्रता आपस में भाईचारा, सद्भाव, सम्मान भी बढ़ता है, धनार्जन के साथ-साथ त्याग की भावना बलवती होती है, देश के प्रति ज़िम्मेदारी भी बढ़ती है, खिलाड़ी पूरी ताकत से खेलकर विजय प्राप्त कर देश का सम्मान बढ़ाता है, हमे खिलाड़ियों का सम्मान करना चाहिए, तथा उनका उत्साहवर्धन करते रहना चाहिए। जिससे वह निष्ठा और लगन से अच्छा प्रदर्शन कर सकें। जीत, हार में समान रहना ही अच्छे खिलाड़ी की पहचान है, हार से कभी निराश नहीं होना बल्कि जीतने के लिए सतत प्रयत्न शील रहना चाहिए, प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया, क्रिकेट विजेताओं को भी ट्रॉफी प्रदान की गयी। आई0एम0टी0 गाजियाबाद ने समारोह में भाग लिया।




"मानव जीवन यज्ञीय जीवन" पर गोष्ठी संपन्न



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

मानव जीवन श्रेष्ठतम कर्म का परिणाम- आचार्य हरिओम शास्त्री

गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में "मानव जीवन यज्ञीय जीवन" पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया।यह करोना काल से 513 वाँ वेबिनार था। वैदिक विद्वान आचार्य हरिओम शास्त्री ने कहा कि हमारा यह मानव जीवन पिछले जीवन के सुकर्म का ही परिणाम है।उन्होंने कहा कि मानव जीवन ही मुक्ति का सोपान है।मानव जीवन मिलता ही मुक्ति की ओर बढ़ने के लिए है।मानव जीवन स्वयं ही एक यज्ञ है।शास्त्र कहते हैं- "यज्ञो यज्ञेन कल्पताम्" अर्थात् मानव जीवन को यज्ञ से ही सफल बनाएं क्योंकि "यज्ञो वै श्रेष्ठतमं कर्म"  यह बात कहते हुए ऋषियों ने कहा है कि यदि संसार में श्रेष्ठतम कर्म करना है तो यज्ञ करो। मानव जीवन किसी न किसी श्रेष्ठतम कर्म का ही परिणाम होता है।वेद तो कहते हैं कि "यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तानि धर्माणि प्रथमान्यासन्" अर्थात् -देवताओं ने यज्ञ से ही सृष्टि यज्ञ को सम्पन्न किया।वह कर्म ही प्रथम कर्म था। अतः मुक्ति प्राप्त करने हेतु मिले मानव जीवन को यज्ञ मय बनाकर मुक्ति तक पहुंचें। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि परोपकार की भावना से किया कर्म यज्ञ ही है व्यक्ति को सदैव निष्काम कर्म करते रहना चाहिए।

 मुख्य अतिथि दरभंगा के जिला व सत्र न्यायाधीश सत्य भूषण आर्य ने कहा कि यज्ञ जीवन से सुगंध देने की प्रेरणा करता है हमारे जीवन से खुशबु आनी चाहिए। 

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि यज्ञीय भावना परोपकार की है,अतः हमें इससे ओतप्रोत होकर परोपकार के कार्य करते रहना चाहिए।अच्छे कर्मों से ही मोक्ष प्राप्त होगा जोकि मनुष्य का चरमोत्कर्ष लक्ष्य है। गायिका ईश्वर देवी, कमला हंस, कमलेश चांदना, नरेश चन्द्र आर्य, कुसुम भंडारी, सरला बजाज, कौशल्या अरोड़ा, जनक अरोड़ा, आशा शर्मा आदि के मधुर भजन हुए।

कश्मीरी हिंदू /ब्राह्मण की हत्या चिंता का विषय: बीके शर्मा हनुमान



धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मर्षि विभूति बी के शर्मा हनुमान रोश प्रकट करते हुए कहा कि  पुलवामा में संजय शर्मा नामक कश्मीरी हिंदू की हत्या सरकार के उन दावों पर सवाल खड़ा करने वाली है कि वहां के हालात सामान्य हो रहे हैं। संजय शर्मा की जिस तरह दिन दहाड़े हत्या की गई  कश्मीर में यह किसी कश्मीरी हिंदू की पहली हत्या नहीं है। वहां रह रह कर न केवल कश्मीरी हिंदू निशाना बनाए जा रहे हैं, यह सही है कि कश्मीरी हिंदुओं और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाने वाले आतंकी आखिरकार मार गिराए जाते हैं, लेकिन उन्हें निशाना बनाने का सिलसिला जिस तरह थम नहीं रहा, वह चिंता की बात है। यदि घाटी में कश्मीरी हिंदुओं को इसी तरह निशाना बनाने का सिलसिला कायम रहा तो वहां से पलायन करके जम्मू और देश के दूसरे हिस्सों में आ बसे कश्मीरी पंडितों को वापस ले जाकर बसाना कठिन होगा। सरकार कुछ भी दावा करे, जब तक कश्मीरी हिंदू अपने घरों को वापस नहीं लौटते, तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि वहां के हालात सामान्य हो रहे हैं। राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार को ऐसे जतन प्राथमिकता के आधार पर करने होंगे, जिससे कश्मीरी हिंदू अपने घरों को लौट सकें। इसके लिए आवश्यक हो तो लीक से हटकर कठोर कदम उठाने में भी हिचकिचाहट नहीं दिखानी चाहिए। आतंकियों को ऐसा कोई संदेश देने की सख्त जरूरत है कि वे कुछ भी कर लें, सरकार कश्मीरी हिंदुओं की घर वापसी कराके ही चैन से बैठेगी। पुलवामा में आतंकियों का निशाना बने संजय शर्मा उन चंद कश्मीरी हिंदुओं में से थे, जिन्होंने तब भी पलायन नहीं किया था, जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था और उसके चलते अधिकांश कश्मीरी हिंदू वहां से भाग आए थे। एक और कश्मीरी हिंदू की हत्या के बाद एक ओर जहां बचे-खुचे कश्मीरी हिंदू कश्मीर से पलायन करने के बारे में सोच सकते हैं, वहीं दूसरी ओर वे कश्मीरी हिंदू वापसी के विचार का परित्याग कर सकते हैं।

प्रतीक माथुर बने उत्तर प्रदेश पश्चिम के प्रदेश उपाध्यक्ष



धनसिंह-समीक्षा न्यूज 

 अखिल भारतीय कायस्थ महासभा उत्तर प्रदेश के संगठन का विस्तार 

गाजियाबाद। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा गाजियाबाद की बैठक 'रॉयल किचन रेस्टॉरेंट' राजेंद्र नगर साहिबाबाद पर हुई जिसमे आदरणीय राष्ट्रिय संगठन मंत्री श्री पी सी एल श्रीवास्तव जी एवं माननीय प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश आकाश श्रीवास्तव जी ने प्रतीक माथुर को उत्तर प्रदेश पश्चिम क्षेत्र का प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया एव वैभव सक्सेना को कार्यकारिणी जिलाध्यक्ष गाजियाबाद मनोनीत किया और माला पहनाकर बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की । संगठन मंत्री श्री पी सी एल श्रीवास्तव प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश आकाश श्रीवास्तव का शौल और पटका पहनाकर सभी ने स्वागत किया । राष्ट्रिय संगठन मंत्री श्री पी सी एल श्रीवास्तव ने बताया की नवनियुक्त पदाधिकारियों को सामजिक हित में कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही समाज को लेकर संगठन को आगे बढ़ाने की अपेक्षा की गयी है । प्रतीक माथुर ने राष्ट्रिय संगठन मंत्री श्री पी सी एल श्रीवास्तव माननीय प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश आकाश श्रीवास्तव दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शिप्रा कुलश्रेष्ठ और शीर्ष नेतृत्व का प्रदेश उपाध्यक्ष का पदभार मिलने पर आभार व्यक्त किया और संगठन के दिए हुए दायित्वों का निर्वाह पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से करेंगे बताया । आने वाले समय मे अगर कोई राजनितिक क्षेत्र में आना चाहता है तो अखिल भारतीय कायस्थ महासभा उत्तर प्रदेश की तरफ से चित्रांश का पूरा सहयोग किया जायेगा । आज इस अवसर पर जिलाध्यक्ष गाजियाबाद बृजेश श्रीवास्तव महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शिल्पी श्रीवास्तव  संजय श्रीवास्तव डी सी माथुर मयंक देव श्रीवास्तव चंद्रभूषण श्रीवास्तव गौरव श्रीवास्तव केशव सक्सेना अनीश माथुर मनीष माथुर जयश्री सिन्हा मुकेश जोहरी विनोद माथुर गिरीश श्रीवास्तव नितिन माथुर राष्ट्रिय व्यापार मंडल जिला उपाध्यक्ष के के मिश्रा एवं महानगर कोर्डिनेटर राष्ट्रिय व्यापार मंडल निशा चौहान पारुल माथुर उपस्थित रही । 



Monday, 27 February 2023

सेवा सदन द्वारा 27वां आयुर्वेदिक शारीरिक स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित



धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। सेवा सदन गाजियाबाद में फरवरी माह का 27 वां आयुर्वेदिक शारीरिक स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजन किया गया। वरिष्ठ नागरिकों एवं जरूरत मन्दों कोआयुर्वेदिक दवाइयां दी गई। इस मौके पर सेवा सदन के महामंत्री चौ मंगल सिंह जी ने बताया कि स्वस्थ जीवित रहने के लिए मात्र तीन चीजों की आवश्यकता है, सांसे,पानी और भोजन,हम आधा घंटा डीप ब्रीथिंग कर लें,पानी उचित मात्रा में पी लें व भोजन सात्विक जैविक लें तो निश्चित ही मिशन 125 वर्ष स्वस्थ जीवन को प्राप्त करेंगे, अपने सचेत भी किया कि  अगर किसानों ने कीटनाशकों का खेतों प्रयोग बन्द नहीं किया तो आने वाले दस वर्षों में साठ  करोड़ से अधिक जनता केंसर जैसे घातक रोगों से पीड़ित होगी , इस मौके पर सेवा सदन की प्रभारी प्रीति शर्मा ने बताया कि हमारा देश भारत जिसे सोने की चिड़िया कहा जाता था, वह आज भी सोने की चिड़िया ही है बस फर्क इतना है कि उस सोने ने अपना रूप परिवर्तित कर लिया है जो कि आयुर्वेद के रूप में हम सबके सामने हैं लेकिन हम उसे पहचान नहीं रहे हैं हमारे पूर्वज ऋषि मुनि और साधु संत महात्मा सबने अपने जीवन के सैकड़ों वर्ष तक जीवित रहकर और स्वस्थ रहकर इस बात को सिद्ध किया है जबकि इसके विपरीत आज हमारी औसत आयु घटकर पहले के मुकाबले लगभग आधी रह गई है और उस उम्र तक भी जब लोग पहुंचते हैं तो वह स्वस्थ नहीं रहते हम अपने स्वास्थ्य को नियंत्रित करने के लिए यदि नियमित रूप से व्यायाम,योग और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का प्रयोग करते रहे तो हमारा शरीर अवश्य  स्वस्थ रहेगा लेकिन अनियमित दिनचर्या अस्वस्थ खानपान ,दूषित हवा जिसके कारण हमारा शरीर स्वस्थ नहीं रह पाता जिसका नतीजा यह निकलता है कि हम मोटापे, थायराइड, बीपी, शुगर और ना जाने कितनी ही बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। बीमारियों से ठीक होने के लिए सबसे पहले हम एलोपैथी का सहारा लेते हैं लेकिन एलोपैथी के द्वारा इलाज होने पर केवल २०% तक ही आराम आता है और बीमारी किसी ना किसी अन्य रूप में दोबारा से कुछ समय बाद वापस आ जाती है जबकि आयुर्वेद से जुड़ने  पर धीमी प्रक्रिया द्वारा उस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है इसी के लिए हमें आयुर्वेद को अपनाना चाहिए। आयुर्वेद के जरिए कुछ ऐसे आहार  सेवा सदन द्वारा तैयार किए गए हैं जिनसे की जो  कमी हमारे आहार में रह जाती है जो हमारे भोजन से हमें पूर्ण रूप से नहीं मिल पाती उस कमी को दूर किया जाता है , सैकड़ों वर्षो से ऋषि मुनि जिन ,जड़ी बूटियों को खाकर स्वस्थ रहे हैं अफसोस है कि उस संपदा को आज की हमारी पीढ़ी अपनाना नहीं चाह रही, जबकि  विदेशी लोग हमारे देश की संस्कृति हमारे देश, की जड़ी बूटियां इन सब को अपनाकर स्वस्थ हो रहे हैं  और  हमें भी इसकी  बेहद आवश्यकता है। निरोगी काया सबसे बड़ी माया सुना तो हम सभी ने हैै, लेकिन इस माया को प्राप्त करना आज के समय में किसी किले को जीतने से सरल नही। कारण हम सभी जानते हैं  जीवित रहने के लिए हमे तीन चीज़ों की जरूरत है

1.सांस 2.भोजन 3.पानी

लेकिन अफसोस की बात ये है कि तीनों ही आज प्रदूषित और असवच्छ हैं। अशुद्ध पर्यावरण अौर मनमुतबिक, असमय और अस्वस्थ खानपान के कारण, अपनी अनियमित दिनचर्या के कारण अस्वस्थ और मोटापे के शिकार होते जा रहे हैं। 

हमारा मोटापा हमे एेसी अनगिनत बीमारियों की ओर ले जाता है जिनके बारे मे हम कभी सोचते ही नही हैं, जबकि केवल थोड़ी सी जागरुकता और अपनी दिनचर्या में मामूली सा सुधार करके स्वस्थ काया को फिर से हासिल कर सकते हैं। 

मिशन 125 का केवल एक ही उद्देश्य है - सबका जीवन स्वस्थ जीवन। इसी उद्देश्य के साथ यह संस्था एवं इसका हर एक सदस्य वषों से निरंतर कार्यरत है। तो आइए हाथ से हाथ मिला कर सब का जीवन स्वस्थ जीवन बनाकर भारत को सफल बनाएं और भारत को उन्नति की ओर ले जाएं। इस मौके पर गीता चौधरी- प्रभारी सेवा सदन, संजू,इंदु शर्मा आमिल अहमद, रविंदर सिंह, चमन सिंह जाट , बृजेश ,विजय पंवार, बृजवीर सिंह,अतुल जी रजनी , आदि मौजूद रहे।

सुभास पार्टी ने की अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के 93वें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के 93वें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 

ज्ञात रहे कि आज ही के दिन 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क वर्तमान चंद्रशेखर आजाद पार्क में भारत माता की आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए महान क्रांतिकारी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद शहीद हो गये थे। 

सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर आयोजित चंद्रशेखर आजाद श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि देते हुए सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा चन्द्रशेखर आजाद जी के देश के प्रति जो विचार थे, उन्हें युवाओं को अपनाना चाहिए और अपने देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाना चाहिए आजाद जी के विचार और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर ही हम सच्चे राष्ट्रवादी देशभक्त बन सकते हैं वरना आज के समय देश में नकली राष्ट्रवादियों की भरमार है जिन्होंने अपने जीवन में आज तक देश को आजाद कराने के लिए एक भी कार्य नहीं किया था। श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि देते हुए सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी के संयोजक सत्येंद्र यादव ने कहा चंद्रशेखर आजाद आजाद थे आजाद रहे और आजाद ही रहेंगे बाल काल में ही आजादी के प्रति उनके जुनून ने युवाओं में भारत माता को आजाद करने के लिए नया जोश भर दिया था चंद्रशेखर आजाद का केवल और केवल एक मात्र उद्देश्य था कि भारत माता को अंग्रेजों की दासता से मुक्त कराना और अंत तक वह अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में लगे रहे उनका नाम सुनते ही बड़े बड़े अंग्रेज अफसर अपने घरों के अंदर बैठे-बैठे थर्रा जाते थे। श्रद्धांजलि देते हुए मनोज कुमार शर्मा ‘‘होदिया’’ ने कहा कुछ वे लोग जिनका आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं था और आज सत्ता में बैठे हैं वे लोग देश के अनेक स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकार मैं भेद करके अपनी स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं होने की कायरता को छुपा रहे हैं। 

इस अवसरों पर मुख्य रूप से अनिल सिन्हा (प्रभारी बिहार प्रदेश), गोपाल सिंह, हरीश शर्मा, रिंकू, सोनू कुमार, जगदीश राय गोयल, आबिद, इरशाद, रोहित, विवेक राणा, विकास कुमार, अक्षय, दीपक पाल आदि सैंकड़ों मुख्य रूप से उपस्थित थे।

पुरोहित वह है जो अन्धकार रूपी अज्ञान को दूर करता है: प्रवीण आर्य




धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा संचालित त्रैमासिक प्रशिक्षण शिविर का समापन स्वामी सूर्यवेश जी के अध्यक्षता में शंभू दयाल दयानन्द वैदिक सन्यास आश्रम,दयानन्द नगर में संपन्न हुआ।ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ त्रैमासिक पुरोहित प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से प्रशिक्षण देकर सुयोग्य पुरोहित तैयार करता है।जिससे समाज में धार्मिक कार्य पूर्ण धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हो सकें।संस्कृत संस्थान अनेक जनपदों में त्रैमासिक शिविर अपने प्रशिक्षकों द्वारा संपन्न कराता है। इसी क्रम में गाजियाबाद के शम्भू दयाल दयानंद वैदिक सन्यास आश्रम में चल रहे प्रशिक्षण 2022 - 23 का सोमवार को समापन हो गया।जिसमें सभी प्रशिक्षणार्थी आश्रम के ब्रह्मचारी आश्रम परिवार की उपस्थिति रही। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान प्रदेश में अपने प्रशिक्षकों के माध्यम से संस्कृत संभाषण,योग प्रशिक्षण,ज्योतिष -वास्तु प्रशिक्षण आदि का प्रशिक्षण अपने प्रशिक्षकों द्वारा संचालित करता है।जिससे हमारे प्राचीन धरोहर परंपराएं जन जन तक प्रसारित हो सकें।रक्षा हो सके।उक्त कार्यक्रम का संचालन केन्द्र गाजियाबाद के प्रशिक्षक डॉ अग्निदेव शास्त्री ने किया।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के प्रांतीय महामंत्री ने कहा कि पुरोहित वह है जो मार्ग दिखाता है,अन्धकार रूपी अज्ञान को दूर करता है,उपदेश करता है और हम सबको गलत रास्ते से हटाकर सही रास्ते पर ले आता है।ऐसे आदमी का,ऐसे मार्गदर्शक का नाम पुरोहित है।समाज में आज ऐसे पुरोहितों की आवश्यकता है।उन्होंने  एक गीत ज्ञान का सागर चार वेद ये वाणी हैं भगवान की,इसी से मिलती सब सामग्री जीवन के कल्याण की सुनाकार भावविभोर कर दिया।

समाज सेवी चौधरी मंगल सिंह जी ने दीर्घश्वसन से हम कैसे स्वस्थ रह सकते हैं,पर विस्तृत चर्चा की।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी सूर्य वेश जी ने कहा की इस तरह के कार्य निरन्तर होते रहने चाहिएं, इसके लिए उन्होंने डा अग्निदेव शास्त्री को शुभकामनाएं दी।

अंत में सामूहिक शांति पाठ के द्वारा प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया।

पप्पू पहलवान महामंत्री व विनोद कसाना पार्षद गणमान्यों ने मनाई भूप सिंह गुर्जर की जयंती



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। किसान नेता कवि व पत्रकार भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी एंव बिजोलिया किसान आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले महान क्रान्तिकारी नेता शहीद विजय सिंह पथिक जी (भूप सिंह गुर्जर) की जयंती पर विजय सिंह पथिक चौक भोपुरा में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। मुख्य अतिथि पप्पू पहलवान महामंत्री महानगर भाजपा ग़ाज़ियाबाद मौजूद रहे। 

 स्वतंत्रता सेनानी एवं बिजोलिया किसान आंदोलन प्रमुख भूमिका निभाने वाले महान क्रांतिकारी शहीद विजय सिंह पथिक जी 139वीं पुष्पांजलि कर जयंती मनाई । मुख्य अतिथि भाजपा के महामंत्री पप्पू पहलवान जी रहे ।कार्यक्रम संयोजक व क्षेत्रीय पार्षद विनोद कसाना ने बताया कि शहीद विजय सिंह पथिक जी बड़े महान क्रांतिकारी रहे ।उन्होंने राजस्थान में बिजोलिया किसान आंदोलन किया । हमेशा उन्होंने किसान मज़दूर पिछड़ो की लड़ाई लड़ी । मंडल अध्यक्ष कुलदीप कसाना पार्षद हरबीर प्रधान चतरसिंह ,यशपाल पहलवान पूर्व पार्षद विनय चौधरी ओबीसी मोर्चा उपाध्यक्ष डब्बी पहलवान हरीश कसाना जगवीर कसाना मनोज कसाना दिनेश कसाना टीटू कसाना प्रवेश मुखिया सुनील कसाना आकाश चटवाल सचिन बाल्मीकी डॉक्टर कमल प्रेलाद शर्मा सुनील जैन नरेंदर प्रजापति अमित कल्याणी कांता भटनागर सुनील पीलवान अमित कुमार आदि उपस्तिथ रहे । विनोद कसाना पार्षद ने उपस्थित लोगों को स्वागत किया और  महान क्रान्तिकारी नेता शहीद विजय सिंह पथिक जी (भूप सिंह गुर्जर) की मूर्ति पर माल्यापर्ण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। 

कार्यक्रम स्थल का किया निरीक्षण



धनसिंह—समीक्षा न्यूज  

गाजियाबाद। राष्ट्रीय व्यापार मंडल की टीम के पदाधिकारियों ने 3 मार्च 2023  को होने वाला कार्यक्रम नारी शक्ति सम्मान के कार्यक्रम स्थल कैलाश मानसरोवर भवन का निरीक्षण किया गया और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारियों ने आपस में विचार विमर्श करते हुए जिला अध्यक्ष बाल किशन गुप्ता महानगर उपाध्यक्ष विनोद त्यागी पश्चिमी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक भारतीय इंदिरापुरम अध्यक्ष संजय तेवतिया विक्की चौधरी आदि उपस्थित रहे

क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद के 92 वें बलिदान दिवस पर दी श्रद्धांजलि



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

चन्द्रशेखर आजाद क्रांतिकारियों के सिरमौर थे - राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में महान क्रांतिकारी चन्द्र शेखर आजाद के 92 वें बलिदान दिवस पर ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि आजाद क्रान्तिकारियों के सिरमौर थे,वह आजाद थे और आजाद ही बलिदान हो गये।चन्द्रशेखर आजाद सभी क्रांतिकारियों के लिए आदर्श थे सभी उनसे प्रेरणा लेते थे।आज उनकी पुण्य तिथि पर उन्हें याद करने का अर्थ है युवाओं में देश भक्ति की भावना भरना।आज युवाओ में देश के प्रति श्रद्धा भाव पैदा करना समय की आवश्यकता है।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि देश भक्त शहीदों का जीवन चरित्र पाठ्यक्रम में पढ़ाने की आवश्यकता है।नयी युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा पाकर राष्ट्र भक्त बन सकेगी।देश भक्ति की भावना बचपन से ही संस्कारों में डालने की आवश्यकता है।उन्होंने आगे कहा कि देश भक्तों की जीवनी को पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाना चाहिए।

गायिका पिंकी आर्या,प्रवीना ठक्कर, रविन्द्र गुप्ता, रजनी चुग, रजनी गर्ग, कुसुम भंडारी आदि के मधुर गीत हुए। 


बड़ौत की लिटिल ने किया जनपद बागपत का नाम रोशन



समीक्षा न्यूज—विवेक जैन

- दिल्ली यूनिवर्सिटी के 99 वें दीक्षांत समारोह में रसायन शास्त्र में महत्वपूर्ण शोध के लिए लिटिल को डीयू के कुलपति योगेश सिंह ने प्रदान की पीएचडी की उपाधि

- दीक्षांत समारोह में माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुख्य अतिथि और शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने की सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत 

बागपत। बागपत के बड़ौत शहर की रहने वाली लिटिल को दिल्ली यूनिवर्सिटी के 99 वें दीक्षांत समारोह में डीयू के कुलपति योगेश सिंह द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी। लिटिल को यह उपाधि रसायन शास्त्र में महत्वपूर्ण शोध के लिए प्रदान की गयी। इस अवसर पर देश की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि और भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। लिटिल की इस उपलब्धि पर जनपद बागपत और लिटिल के घर पर हर्ष का माहौल है और उनके घर पर शुभकामनाएं देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। लिटिल के पिता मनमोहन स्वरूप सिंडीकेट बैंक, ख्बाजा नंगला जनपद बागपत से रिटायर्ड मैनेजर है और बड़ौत के दिलीप विहार में रहते है। मनमोहन स्वरूप ने बताया कि लिटिल बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है और अपनी कक्षाओं में प्रथम आती रही है। बताया कि लिटिल ने बीएससी ऑनर दिल्ली यूनिवर्सिटी के एआरएसडी कॉलेज, एमएससी दिल्ली यूनिवर्सिटी के करोड़ी मल कॉलेज, पीएचडी की उपाधि दिल्ली यूनिवर्सिटी के एआरएसडी कॉलेज से की है। लिटिल ने बताया कि उनकी इस उपलब्धि का श्रेय उनके परिजनों, गुरूजनों, मित्रों व सहयोगियों को जाता है। लिटिल को पीएचडी की उपाधि मिलने पर उन्हें कैनरा बैंक बागपत के एजीएम अश्वनी कुमार, एलडीएम राजेश पंत, नाबार्ड के डीडीएम सोमवीर पुरी, कैनरा बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र बागपत के निदेशक शशि कुमार यादव, नेहरू युवा केन्द्र बागपत के जिला युवा अधिकारी अरूण तिवारी, नेशनल अवार्डी वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन सहित अनेकों लोगों ने बधाई दी है।

स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि मनाई




धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। नवयुग मार्केट शहीद पथ  विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करते हुए इस अवसर पर ब्रह्म ऋषि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद  का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी एवं माता का नाम जगदानी देवी था। उनके पिता ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही गुण चंद्रशेखर को अपने पिता से विरासत में मिले थे। चंद्रशेखर आजाद 14 वर्ष की आयु में बनारस गए और वहां एक संस्कृत पाठशाला में पढ़ाई की। वहां उन्होंने कानून भंग आंदोलन में योगदान दिया था। 1920-21 के वर्षों में वे गांधीजी केअसहयोग आंदोलन से जुड़े। वे गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए। जहां उन्होंने अपना नाम 'आजाद', पिता का नाम 'स्वतंत्रता' और 'जेल' को उनका निवास बताया। उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई। हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, 'वन्दे मातरम्‌' और 'महात्मा गांधी की जय' का स्वर बुलंद किया। इसके बाद वे सार्वजनिक रूप से आजाद कहलाए। क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्मस्थान भाबरा अब 'आजादनगर' के रूप में जाना जाता है। जब क्रांतिकारी आंदोलन उग्र हुआ, तब आजाद उस तरफ खिंचे और 'हिन्दुस्तान सोशलिस्ट आर्मी' से जुड़े। रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में आजाद ने काकोरी षड्यंत्र (1925) में सक्रिय भाग लिया और पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए।17 दिसंबर, 1928 को चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और राजगुरु ने शाम के समय लाहौर में पुलिस अधीक्षक के दफ्तर को घेर लिया और ज्यों ही जे.पी. साण्डर्स अपने अंगरक्षक के साथ मोटर साइकिल पर बैठकर निकले तो राजगुरु ने पहली गोली दाग दी, जो साण्डर्स के माथे पर लग गई वह मोटरसाइकिल से नीचे गिर पड़ा। फिर भगत सिंह ने आगे बढ़कर 4-6 गोलियां दाग कर उसे बिल्कुल ठंडा कर दिया। जब साण्डर्स के अंगरक्षक ने उनका पीछा किया, तो चंद्रशेखर आजाद ने अपनी गोली से उसे भी समाप्त कर दिया।इतना ना ही नहीं लाहौर में जगह-जगह परचे चिपका दिए गए, जिन पर लिखा था- लाला लाजपतराय की मृत्यु का बदला ले लिया गया है। उनके इस कदम को समस्त भारत के क्रांतिकारियों खूब सराहा गया। इलाहाबाद में 1931 में उन्होंने रूस की बोल्शेविक क्रांति की तर्ज पर समाजवादी क्रांति का आह्वान किया। उन्होंने संकल्प किया था कि वे न कभी पकड़े जाएंगे और न ब्रिटिश सरकार उन्हें फांसी दे सकेगी।इसी संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने 27 फरवरी, 1931 को इसी पार्क में स्वयं को गोली मारकर मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी  वेद प्रकाश गर्ग खादीवाले, सुभाष शर्मा, मनमोहन शर्मा, विनीत कुमार शर्मा,आलोक चंद्र शर्मा, जितेंद्र कुमार,लोकेश शर्मा आदि उपस्थित थे

भाजपा कार्यकर्ताओ ने स्थानीय निवासियों के साथ मन की बात कार्यक्रम को सुना: नरेन्द्र कश्यप




धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। प्रत्येक महीने के अंतिम रविवार को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात को देशवासियों के समक्ष रखते है। प्रत्येक बूथ पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने स्थानीय निवासियों के साथ मन की बात कार्यक्रम को सुना व देखा । इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप ने गांधी नगर मंडल के बूथ संख्या 446 पर उपस्थित रहकर भाजपा कार्यकत्ताओं और स्थानीय निवासियों के साथ मन की बात के प्रसारण को सुना। मन की बात सुनने के बाद उन्होंने अपने उद्बोधन में सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा की नई नीतियां के बारे में विस्तार से बताया। स्थानीय निवासियों ने नरेंद्र कश्यप का फूल मालाओं से स्वागत किया। कार्यक्रम में नरेंद्र कश्यप ने बताया कि जब से केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार आयी है तभी से प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी क्षेत्र या जाति का हो उस की चिंता सरकार ने की है प्रत्येक व्यकि के लिए सरकार ने आवश्यक योजनाएं बनाई है यह सभी योजनाएं सीधे सीधे पात्र व्यक्ति को मिल रही है। विश्व मे हिंदुस्तान की भूमिका को प्रमुखता के साथ देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में जहाँ व्यापारी उद्योग लगाने से डरता था वही उत्तर प्रदेश व्यापारी की प्रथम प्राथमिता बन गया है। इस अवसर पर सौरभ जयसवाल मंत्री प्रतिनिधि, नीरज गोयल, दयानन्द बंसल, गौरव चौधरी, संजीव गुप्ता, अजित गौतम, राकेश काका, आकाश जैन, हेमन्त कौशिक, दीप्ति अरोड़ा, पायल खत्री, ग्रीष गौतम, रोहित गौतम, जोनी, हीरा लाल, विशाल चौरसिया, आकाश ठाकुर, प्रीति, ज्योति, कुसुम, मीना आदि स्थानीय निवासी उपस्थित रहे।

Sunday, 26 February 2023

देवी देवताओं का अपमान करने वाले देश में रहने के अधिकारी नहीं: विनीत अग्रवाल



धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संयोजक (व्यापार प्रकोष्ठ) विनीत अग्रवाल शारदा द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने केंद्र एवं प्रदेश के बजट पर बात करते हुए बताया कि यह बजट आम जनता के लिए हितेषी वाला बजट है यह बजट सभी वर्गों के हितों को देखते हुए बनाया गया है। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के राज में जहां प्रदेश में गुंडाराज था वही योगी सरकार ने गुंडे मवालियों पर लगाम कसने का काम किया है। योगीराज में आज गुंडे डर से थरथर कांपते हैं। 

श्री शारदा ने आगे बताया कि हमारा देश हिंदू राष्ट्र था हिंदू राष्ट्र है और हिंदू राष्ट्र रहेगा। जो हमारे धर्म का ग्रंथों का देवी देवताओं का सम्मान करेगा वह इस देश में रहेगा जो अपमान करेगा उसको हमारे देश में रहने का अधिकार नहीं है

उन्होंने आगे कहा कि अब मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं रहा है उनकी जनसंख्या निरंतर बढ़ रही है और हिंदू समाज की जनसंख्या लगातार घट रही है मैं सभी हिंदुओं से यह अपील करता हूं कि वह हम दो हमारे पांच की नीति पर चलकर 5 बच्चे पैदा करें और सभी को राष्ट्रहित के कार्यों में लगाएं नहीं तो आने वाला समय हिंदुओं के लिए बड़ा ही पीड़ादायक होगा। अब हमें दूसरा पाकिस्तान नहीं चाहिए। 

इस प्रेस वार्ता में युवा भाजपा नेता आशुतोष पाठक (आशु पंडित) सचिन त्यागी अंकुर शर्मा सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन द्वारा जीएसटी एवं इनकम टैक्स पर संगोष्ठी आयोजित




धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। अधिवक्ता बार एसोसिएशन ने आजआईएमएस कॉलेज डासना में एक सेमिनार का आयोजन किया जिसमें मुख्य विषय इनकम टैक्स और जीएसटी था। डॉ गिरीश अहूजा ने इनकम टैक्स पर व्यापक मार्गदर्शन दिया जबकि सीए राजेंद्र अरोड़ा ने जीएसटी पर चर्चा की।

इस सेमिनार के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के चेयरमैन शिव किशोर गौड़, उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन के फाउंडर प्रेसिडेंट हर्ष शर्मा और जनरल सेक्रेटरी  पी एस उपाध्याय एवं एडिशनल कमिश्नर अनिल कुमार श्रीवास्तव एवं सीए ज्ञानचंद मिश्रा सेंट्रल काउंसिल मेंबर आईसीएआई उपस्थित रहे कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस वाधवा ने किया।          

यह सेमिनार उत्तर प्रदेश में कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ इसके जरिए उन्हें नवीनतम विवरणों के साथ इनकम टैक्स और जीएसटी के बारे में जानकारी मिली जो उनके लिए अत्यंत उपयोगी होगी।

सेमिनार के दौरान गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव कुमार बग्गा ने अपने विचार सभी युवा अधिवक्ता साथियों के समक्ष रखे और अपने कार्य में किस प्रकार कुशलता कैसे लाएं उन्हें समझाया साथ ही गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन के महासचिव अमन कुमार अग्रवाल ने आए हुए सभी अधिवक्ता साथियों का स्वागत एवं धन्यवाद किया एवं गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मदन कुमार त्यागी ने बताया कि हमें अपने कार्य में कुशलता लाने के लिए पढ़ना अति आवश्यक है उन्होंने सभी अधिवक्ता साथियों को समय से नए-नए परिवर्तन को अपने कार्य क्षेत्र में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करा। 

कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन के सदस्य जो कि अधिवक्ता कार्य क्षेत्र में 25 वर्ष से अधिक कार्यरत हैं उन्हें सम्मानित किया गया एवं युवा अधिवक्ता साथियों को सदस्यता प्रमाणपत्र वितरित किए गए।

इस सेमिनार का लाभ गाजियाबाद के लगभग डेढ़ सौ से अधिक अधिवक्ता द्वारा लिया गया जिसमे गाजियाबाद अधिवक्ता बार एसोसिएशन से मदन त्यागी सत्य प्रकाश सिंह रनीश गर्ग शिवम गर्ग दीपक त्यागी प्रिंस वाधवा संजीव कुमार सपरा दीप गुप्ता रोजीन यादव सुनील प्रांशु गर्ग आदि अधिवक्ता साथी उपस्थित रहे।।

पत्रकार एसोसिएशन ने हर्षोल्लास के साथ मनाया होली मिलन कार्यक्रम



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी पत्रकार एसोसिएशन ग़ाज़ियाबाद द्वारा होली मिलन समारोह एस.एस. डी. जैन पब्लिक स्कूल कविनगर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में पत्रकार व मीडिया बंधु उपस्थित हुए।सभी ने होली महोत्सव का भरपूर आनंद लिया। अंतरराष्ट्रीय कवि चेतन आनंद ने अपनी कविता, गीत छंद सुनाकर सभी का मन मोह लिया और कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। यही नहीं आनंदजी ने पत्रकारों को आ रही समस्याओं पर और उनका भविष्य पर प्रभाव के बारे में भी अपने विचार रखे जिसका सभी ने तालियाँ बजा कर स्वागत किया।

इस अवसर पर संरक्षक सुनील त्रिपाठी ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा एक प्रशिक्षण शिविर भी लगाया जाना चाहिए जिसमें उन्हें आज के परिवेश में किस तरह से पत्रकारिता करनी चाहिए और इस क्षेत्र में क्या क्या परेशानियां आती हैं उनका किस तरह से सामना किया जाए इस बात पर चर्चा होनी चाहिए तथा अच्छे वक्ताओं को बुलाकर इसका समाधान होना चाहिए।



एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय जैन ने कहा कि पत्रकार हमेशा दूसरों के सुख, दुख एवं महोत्सवों में शामिल होते हैं लेकिन वो अपना त्यौहार नहीं मना पाते इसलिए पत्रकार एसोसिएशन होली मिलन का कार्यक्रम सिर्फ़ और सिर्फ़ पत्रकारों के लिए करती है। जिसमें सभी पत्रकार बंधु शामिल होते हैं। इस होली मिलन कार्यक्रम में सभी पत्रकारों का भारी सहयोग रहता है जिसके कारण यह कार्यक्रम लगातार सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है और चारों तरफ़ इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा भी होती है।अजय जैन ने कहा पत्रकार सिर्फ़ पत्रकार होता कोई छोटा कोई बड़ा नहीं होता इसलिए हम सभी को मिलकर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए तथा समस्या आने पर सबको एकजुट होना चाहिए क्योंकि मीडिया बंधु सब एक हैं सबके कार्य अपने अपने अनुसार अलग अलग है। इस एसोसिएशन का उद्देश भी यही है कि सभी लोग मिल करके ख़ुशी और ग़म में एक साथ रहें।

इस अवसर पर संजीव वर्मा, संजय शिशोदिया, दीपक भाटी, मनोज गुप्ता, वीके अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, अशोक शर्मा, आशुतोष गुप्ता मिनाक्षी शर्मा,जायसवाल ,कल्पना, उस्मान, योगेश कौशिक,तोशीक कर्दम आदि ने भी चुटकुले कविता गीत होली से संबंधित सुनाया एवं पत्रकारों के भविष्य के बारे में भी चर्चा की।

पत्रकार एसोसिएशन के अजय जैन, दीपक भाटी, योगेश कौशिक, संजय शिशोदिया, तोशीक कर्दम, संजीव वर्मा, मुकेश सिंगल, सुनील यादव आदि ने सभी मीडिया बंधुओं का पटका, टोपी पहनाकर एवं तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मंच संचालन अजय जैन ने किया।

इस अवसर पर पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय जैन, उपाध्यक्ष संजय शिशोदिया, संजीव वर्मा, सचिव तौषीक कर्दम, रेखा अग्रवाल, मुकेश सिंगल, सुनील यादव, कोषाध्यक्ष योगेश कौशिक, प्रचार मंत्री सी.एन. राही, दीपक भाटी, आशुतोष गुप्ता, आशुतोष यादव, रश्मि ओझा, राजकुमार राणा, कुलदीप कम्बोज, सुबोध कुमार गोला, सत्यम गिरी, उमेश कुमार, अब्दुल वाहिद, आशीष वाल्डन, मीनाक्षी शर्मा, राहुल शर्मा, वी.के. अग्रवाल, सत्यम शर्मा, आकाशदीप, समर सिंह राणा, एके सिंह, पप्पन ठाकुर, सुभाष चंद्र, दिनेश कुमार गौड, किशन स्वरूप, वीरेंद्र कुमार, नरेश वर्मा, शाहबाज़ ख़ान, जीवन सिंह, सुनील पंवार, रविंदर कुमार, बृज पंवार, विकास कुमार, विशाल रावत, मनोज कुमार गुप्ता, रवि गुप्ता, चंद्रांशु त्यागी, मनीष गुप्ता, पंकज प्रधान, राकेश राजदूत, राजेश कौशिक, गगन त्यागी, नरेश कुमार बब्ली, वन्दना, सीपी सिंह, सुरेंद्र कुमार, नरेश सिंघानिया, राजवीर सिंह, आलोक कुमार, डॉ. अशोक कुमार, डॉक्टर नरेश राजपूत, अब्दुल वाहिद, शिवम गिरी, अशोक कुमार शर्मा, सुरेश कुमार, सुधीर रस्तोगी, सोबरन सिंह, समीर सिंह राणा, विरेंद्र सिंह, रवि तुषार, तेजेंद्र चौहान, अब्दुल वाहिद, आशिष वाल्डन, मुकेश गुप्ता, रन सिंह, नरेश वर्मा, अमित तिवारी, विनोद खरे, ओसाम चौधरी, विकास कुमार, वंदना, निशांत शर्मा, सुनील कुमार, निरंजन सिंघल, साकिब अली, सूरज कुमार, ब्रजेश गुप्ता, मनीष गुप्ता, पंकज प्रधान, शोयेब सलमानी, विक्की लंगड़ी, रवीश सैफी, मनोज गुप्ता, नज़ीर सिंह रावत, जितेंद्र सक्सैना, अजय शर्मा, संतोष कुमार शर्मा, चंद्रांशु त्यागी, नरेश कुमार बबली, सुब्रत भट्टाचार्य, राहुल सिंगल, शिवम गिरी, पंकज शर्मा, योगेश सिंह, ललित चौधरी, अपूर्वा चौधरी, विशाल रावत, विकास कुमार, उस्मान सैफी, अमित राणा, हिमांशु शर्मा, लोकेश राय, उदय वीर सिंह, अशोक शर्मा, सुनील शर्मा, राजकुमार, के के जायसवाल, संदीप पांडे, राहुल गुप्ता, दीपल मेहरा, रोहित केसर, विशाल झा, संजय गौड़, डॉक्टर अशोक कुमार, डॉक्टर नरेश राजपूत, मनी कांत शर्मा, रविंद्र सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में पत्रकार मौजूद थे।

गाजियाबाद पहुंच प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने सुनी मन की बात



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता देश के यशस्वी प्रधानमंत्री परम नरेंद्र मोदी लगातार अपने देश वासियों के मन की बात सुनते हैं सुनाते हैं। उसका जरिया मन की बात कार्यक्रम। इस बार मन की बात का 98 वाँ एपिसोड रहा। भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के आह्वान पर महानगर के सभी बूथों पर मन की बात कार्यक्रम देखा सुना गया। पूरे प्रदेश में संगठन पदाधिकारी से लेकर भाजपा नेता सहित जनप्रतिनिधियों ने स्वयं एक बूथ पर रहकर देश के पीएम की जुबानी देशवासियों के मन की बात सुनी। इसी कड़ी में शालीमार गार्डन स्थित स्प्रिंगफील्ड पब्लिक स्कूल में 824 बूथ पर उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने स्वयं पहुंचकर मन की बात कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचकर सबसे पहले भारत माता , पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर पुष्पांजलि की नमन किया। देश के पीएम ने मन की बात में शुरुवात स्पर्धा में जाने की अहमियत से की। उन्होंने इंसान के जीवन में स्पर्धा में शामिल होना अति आवश्यक बताया। आगे ई संजीवनी टेलीकंसल्टेशन के जरिए चिकित्सक और मरीज को आत्म सुकून के साथ-साथ आराम के सुखद एहसास की बात की उन्होंने यूपीआई की ताकत बढ़ने और त्रिवेणी कुंभ के माध्यम से विरासत को बचाने का महत्व के बारे में भी चर्चा की। लोगों में स्वच्छ भारत अभियान के प्रति जागरूकता के प्रमाण के लिए हरियाणा के भिवानी में युवा टीम के कार्य की सराहना की।



मन की बात के उपरांत कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि संगठन की दृष्टि से सामूहिक रूप से इकट्ठा होना यह बहुत सराहनीय कार्य है एकत्रीकरण के माध्यम से हमारा संगठन विश्व का सबसे बड़ा संगठन के रूप में जाना जाता है हमारी सरकारों ने अपने संकल्प पत्र में जो कहा वह किया। बाकी अन्य दल गठजोड़ कर सत्ता पर काबिज होने के लिए जनता को गुमराह कर अपनी राजनीतिक रोटी सेकते हैं मगर जनता जाग चुकी है अब उनकी दाल गलने वाली नहीं। उन्होंने संगठन के सभी कार्यकर्ताओं से मन की बात कार्यक्रम के लिए अपील भी की कि अप्रैल में मन की बात का शोभा कार्यक्रम होना है जिसे एक विधानसभा में कम से कम 100 स्थानों पर अधिक से अधिक सहभागिता के साथ लोगों के साथ सुना और देखा जाए।

प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने सभी बूथ कमेटी के लोगों के साथ बैठकर टिफिन बैठक की।

मन की बात कार्यक्रम के दौरान दर्जा प्राप्त मंत्री कैप्टन विकास गुप्ता, प्रदेश मंत्री एवं प्रभारी महानगर अमित बाल्मीकि, भाजपा वरिष्ठ नेता पृथ्वी सिंह, कार्यक्रम मुख्य संयोजक महानगर महामंत्री पप्पू पहलवान, मंडल प्रभारी विरेन्द्र त्यागी,मन की बात संयोजक संजीव झा,मंडल अध्यक्ष राजन बाल्मीकि, बूथ अध्यक्ष राहुल शर्मा, लेखराज, अमित शर्मा, अंजू घनशाला, सुनील शर्मा, निशा चौहान, शत्रुघ्न लाल, विनोद माथुर , रॉबिन सिंह, मदनलाल शर्मा ,विनोद गुप्ता, मनोज राघव, सुनील त्यागी , विनोद खन्ना, अनीता राणा, शरण सिंह, के पी सिंह, योगराज, ममता झा, सीमा सिंह, श्याम शर्मा, मीडिया विभाग से अश्वनी शर्मा, प्रदीप चौधरी, धीरज अग्रवाल,प्रतीक माथुर आदि उपस्थित रहे।

मन की बात कार्यक्रम के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने कैप्टन विकास गुप्ता,महामंत्री पप्पू पहलवान और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि के अवसर पर शहीद स्थल  पर स्थित सावरकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि की

“महर्षि दयानन्द की प्रमुख देन वेदों का सत्य वेदार्थ वा ज्ञान हैः अनुज शास्त्री”



समीक्षा न्यूज—मनमोहन आर्य

आर्यसमाज धामावाला, देहरादून का आज दिनाक 26-2-2023 का सत्संग श्री श्रद्धानन्द बाल वनिता आश्रम में आयोजित किया गया। हम जब वहां पहुंचे तो आर्यसमाज के धर्माधिकारी पंडित विद्यापति शास्त्री जी के भेजन वा गीत हो रहे थे। उनका गाया गया एक मुख्य गीत था ‘गुरुदेव प्रतिज्ञा है मेरी पूरी करके दिखलाउगां, इस वैदिक धर्म की वेदी पर मैं जीवन भेंट चढ़ा दूंगा।’ शास्त्री जी के गीत के बाद आर्यसमाज के युवा विद्वान आचार्य अनुज शास्त्री जी का प्रभावशाली सम्बोधन हुआ। 

अपने सम्बोधन के आरम्भ में श्री अनुज शास्त्री ने कहा कि लोगों ने महर्षि दयानन्द और उनकी वैदिक विचारधारा को समझने का प्रयत्न नहीं किया। उन्होंने बताया कि महर्षि दयानन्द की प्रमुख देन उनके द्वारा दिया गया वेदों का सत्य वेदार्थ वा ज्ञान है। आचार्य अनुज शास्त्री जी ने ऋषि की भावना वेदों की ओर लौटने की चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि विद्या का दान सबसे बड़ा दान होता है। आचार्य जी ने कहा कि वेदों का मार्ग सत्य मार्ग है। आचार्य जी ने यजुर्वेद के चालीसवें अध्याय के आठवें मन्त्र के आधार पर ईश्वर के सत्य स्वरूप पर प्रकाश भी डाला। 

आचार्य अनुज शास्त्री जी ने यजुर्वेद के चालीसवें अध्याय के मन्त्र संख्या 9, 10 और 11 का उल्लेख किया तथा उनके अर्थों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऋषि दयानन्द जी ने त्रैतावाद अर्थात् जगत में विद्यमान् तीन अनादि व नित्य सत्ताओं ईश्वर, जीव एवं प्रकृति की सही व्याख्या की है। उन्होंने मन्त्र में आये सम्भूति शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि इसका अर्थ ठीक प्रकार से बनाई गई सृष्टि होता है। उन्होंने कहा कि अम्भूति मूल प्रकृति को कहते हैं। विद्वान आचार्य अनुज शास्त्री ने कहा कि वैज्ञानिकों की 2 प्रतिशत खाजें ही लाभप्रद तथा शेष हानिप्रद हैं। उन्होंने बताया कि संसार की सभी वस्तुओं में चार प्रकार का दुःख छिपा है। यह दुःख परिणाम दुःख, ताप दुःख, संस्कार दुःख तथा गुणवृत्ति निरोध दुःख कहलाते हैं। आचार्य जी ने चारों दुःखों पर विस्तार से प्रकाश डाला। 

आचार्य अनुज शास्त्री जी ने कहा कि मनुष्य अपनी आवश्यकताओं के लिए नहीं जी रहा है अपितु वह अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए जी रहा है। उन्होंने कहा कि विवेकी व्यक्ति संसार की सभी वस्तुओं में दुःख देखता है। वह संसार की वस्तुओं का अल्प मात्रा में जीवनयापन करने हेतु ही प्रयोग व उपयोग करता है। आचार्य जी ने कहा कि धीर अर्थात् विवेकी व्यक्ति समाज की उन्नति के लिए जीवन व्यतीत करते हैं। आचार्य जी ने उपासना के यथार्थ स्वरूप पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अग्नि व जल की उपासना का अर्थ उनके समीप जाना व उनसे लाभ उठाना है। इसी प्रकार ईश्वर की उपासना का अर्थ भी सर्वव्यापक ईश्वर के निकट बैठकर उसका ध्यान, चिन्तन व उसकी स्तुति, प्रार्थना व उपासना करना है। 

आचार्य अनुज शास्त्री जी ने कहा कि हमें सृष्टि और इसके गुण, कर्म तथा स्वभाव को जानना है। विनाश का अर्थ बताते हुए आचार्य जी ने कहा कि पदार्थों का टूटना और अपने मूल स्वरूप जिसे कारणस्वरूप कहते है, उसे प्राप्त होना होता है। आचार्य जी ने कहा कि प्रकृति के सत्यस्वरूप को जानकर मनुष्य अपने जीवन के विनाश से बचता वा छूटता है। आचार्य जी ने आगे कहा कि परमात्मा मृतक मनुष्य वा प्राणी को नया शरीर, नये माता-पिता व परिवार के सदस्य तथा ऐश्वर्य देते हैं। आचार्य जी ने बताया कि प्रकृति का कभी विनाश वा अभाव नहीं होगा। विद्वान आचार्य जी ने बताया कि सृष्टि में बनने व बिगड़ने की प्रक्रिया चलती रहती है। उन्होंने कहा कि प्रकृति में विकार उत्पन्न कर ईश्वर द्वारा सृष्टि का निर्माण किया जाता है। सृष्टि की आयु पूरी होने पर इसकी प्रलय होती है। प्रलय होने पर सृष्टि पुनः अपने मूल स्वरूप ‘प्रकृति’ को प्राप्त होती है। आचार्य जी ने कहा कि हमारी इस सृष्टि की रचना सर्वव्यापक एवं सर्वशक्तिमान परमात्मा ने प्रकृति के द्वारा ही की थी व आगे भी अनन्त काल तक वह प्रलय व सृष्टि करते रहेंगे। अपने व्याख्यान की समाप्ति पर आचार्य जी ने कहा कि मनुष्य को समाधि प्राप्ति के लिए शरीर की आवश्यकता होती है। समाधि अवस्था में ही मनुष्य को ईश्वर के सत्यस्वरूप का साक्षात्कार होता है। व्याख्यान की समाप्ति पर आर्यसमाज के प्रधान श्री सुधीर गुलाटी जी ने आचार्य जी के व्याख्यान की प्रशंसा की और उनका धन्यवाद किया। इसके बाद शान्ति पाठ हुआ और सत्संग की समाप्ति की घोषणा की गई। सत्संग की समाप्ति के पश्चात  जलपान की व्यवस्था की गई थी।

हमें आचार्य अनुज शास्त्री जी से आज पहली बार मिलने का अवसर मिला। वह व्हटशप पर हमारे लेखों के कारण हमें वर्षों से जानते हैं। आचार्य जी ने अपना व्याख्यान आरम्भ करने से पूर्व श्रोताओं को हमारा परिचय भी दिया। आचार्य अनुज शास्त्री जी देहरादून के एक केन्द्रिय विद्यालय में संस्कृत के आचार्य हैं। आचार्य जी की वय 32 वर्ष है। वह आर्यसमाज का भविष्य व आशा है। ओ३म् शम्।

-मनमोहन कुमार आर्य

कानून के राज के लिए पुलिस बल के इकबाल को बनाए रखना है : सीएम योगी



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मिशन रोजगार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त है सुरक्षा और कानून का राज है। प्रदेश में कानून के राज के लिए पुलिस बल के इकबाल को बनाए रखना है। पुलिस का इकबाल बना रहेगा तो हर जवान और अधिकारी का सम्मान बना रहेगा। पुलिस के इकबाल को तोड़ने वाला खुद को टूटा हुआ महसूस करेगा। आम आदमी के प्रति पुलिस का व्यवहार मित्रतापूर्ण और सद्भावनापूर्ण होना चाहिए। लेकिन अपराधी और कानून के साथ खिलवाड़ करने वाले के साथ पुलिस को जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करना चाहिए।

सीएम योगी रविवार को मिशन रोजगार के तहत इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड द्वारा चयनित 9,055 उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, प्लाटून कमाण्डर पीएसी और अग्निशमन द्वितीय अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि समय के अनुरूप हमें खुद को तैयार करना होगा। पहले अपराध की चुनौती भौगोलिक हुआ करती थी आज उसकी नई प्रवृत्ति बनी है। अपराधी से दस कदम आगे सोचने की क्षमता जब हमारे पास होगी तो हम अपराधी पर नियंत्रण पा पाएंगे। हमारी सरकार ने प्रदेश में साइबर क्राइम को रोकने के लिए 18 रेंज में साइबर थाने और हेल्प डेस्क की कर्रवाई को आगे बढ़ाया है। 



ई-प्रॉसीक्यूशन लागू करने वाले राज्यों में यूपी अग्रणी

सीएम योगी ने कहा कि महिला सुरक्षा के क्षेत्र में भी प्रदेश सरकार ने बेहतरीन कार्य किया है। ई-प्रॉसीक्यूशन लागू करने वाले देश के सबसे अग्रणी राज्यों में उत्तर प्रदेश है। यूपी के अंदर हम पुलिस रिफॉर्म की दिशा के कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 1973 से पुलिस कमिश्नर प्रणाली की मांग हो रही थी। आज प्रदेश के सात नगरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू है, जो लोगों के मन के सुरक्षा का भाव का पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त यह तय करती है कि युवाओं को रोजगार नागरिकों के विश्वास को अर्जित करने में हम कितना सफल हो पा रहे हैं।

अब यूपी से पलायन नहीं होता

सीएम योगी ने कहा कि यही वही उत्तर प्रदेश है, जहां से कभी निवेशक अपना बिजनेस बंद करके चले जाते थे। कैरान और कांधला जैसे कस्बों से पलायन होता था। 2017 के पहले जो कैरान वीरान हो गया था आज वो आबाद हो गया है, जिन्होंने पलायन किया था वो वापस आ गए हैं। अब लोगों को भय नहीं लगता। आज प्रदेश से अपराधी पलायन कर रहे हैं। सुरक्षा के कारण यह संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में यूपी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) का आयोजन हुआ है। देश और दुनिया का हर निवेशक उत्तर प्रदेश में आया, जो निवेशक पहले यूपी में आने में डरता था वो तीन दिन तक लखनऊ में रहा। 25 हजार निवेशकों ने 35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित कर इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब सरकार हमें बुलाएगी और हम अपना निवेश यूपी में करके यहां के नौजवानों को नौकरी की सुविधा देंगे। 

चयनित अभ्यर्थियों को दी सलाह

सीएम योगी ने कहा कि अमृतकाल के प्रथम वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। उसकी डिजिटल इकोनॉमी से संबंधित तीन दिवसीय समिट का आयोजन लखनऊ में हुआ। जिसमें 20 देशों, सात मित्र देशों और सात अन्य देशों के संगठनों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। जी20 और जीआईएस में एक बात देखने को मिली लोगों ने यहां की व्यवस्था आतिथ्य भाव को सम्मान की दृष्टि देखा। प्रतिनिधियों ने उनके और नागरिकों के प्रति पुलिस के व्यवहार की सराहना की। किसी अतिथि और नागरिक के साथ कोई दुर्व्यवहार न हो, लोग ट्रैफिक जाम में न फंसे और किसी प्रकार की अराजकता और गुंडागर्दी के लिए जगह न हो तो हमें मानना चाहिए की हम सही दिशा में हैं। उन्होंने नए चयनित अभ्यर्थियों को सलाह देते कहा कि अब आप लोग प्रशिक्षण के लिए जाएंगे। उस समय आपकी असली परीक्षा शुरू होगी। एक बात ध्यान रखिएगा प्रशिक्षण में जितना पसीना बहाएंगे उतना ही बाद में खून बहाने की नौबत नहीं आएगी।

उत्तर प्रदेश के प्रति बदला है लोगों का परसेप्शन

सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के प्रति लोगों का परसेप्शन बदला है। 6 वर्ष पहले जो युवा भर्ती की तैयारी करता था उसे उत्तर प्रदेश के बाहर अपनी पहचान छुपानी पड़ती थी। ये कौन लोग हैं, जिन्होंने यहां के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। प्रदेश के बहुत सारे जनपद ऐसे थे जिनका युवा नाम ही नहीं लेना चाहते थे। गलती किसी जनपद के धरती की नहीं बल्कि सिस्टम की थी। आज प्रदेश 75 जनपद के लोग अपने जिले का नाम गौरव से ले सकता है। आज लोग बोल सकते हैं कि आजमगढ़ से हैं। 

मिशन रोजगार के तहत 1 लाख 60 हजार से अधिक युवाओं की हुई भर्ती

सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश के पुलिस कार्मिकों के डेढ़ लाख से अधिक पद रिक्त थे, जिन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से भर्ती की प्रक्रिया से जोड़ा गया है। मिशन रोजगार के जरिए हमारी सरकार 1 लाख 60 हजार से अधिक युवाओं को पुलिस बल की भर्ती करने में सफल रही है। पीएसी की 54 से अधिक कंपनियां समाप्त कर दी गईं थीं। फायर बिग्रेड के नाम पर विभाग तो था लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं थी। आज अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हमारा फायर बिग्रेड खड़ा है। पीएसी की सभी 54 बटालियन को पुनर्गठित कर दिया गया है। तीन महिला बटालियन का गठन भी किया जा चुका है। सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों में पीएसी के नई बटालियन की कर्रवाई को तेजी के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। 2017 में पुलिस बल के ट्रेनिंग की क्षमता मात्र 6 हजार थी जिसे हम तीन गुना करने सफल हुए हैं। पुलिस लाइन, थानों और पुलिस चौकी में अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाया है। 2017 के सापेक्ष आज महिला कार्मिकों की संख्या तीन गुना है। उत्तर प्रदेश अपना फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट बना रहा है जिसमें इसी सत्र से पाठ्यक्रम प्रारम्भ हो जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि विगत 6 वर्ष के अंदर हमारी सरकार सभी विभागों के साथ मिलकर कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है। हम नगर विकास के साथ मिलकर सेफ सीटी के कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं। आज हमारे 18 नगर निगम सेफ सीटी की ओर बढ़ रहे हैं। आईसीसीसी के माध्यम से हम वहां पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की व्यवस्था के साथ ही सेफ सिटी के कॉन्सेप्ट को लागू कर रहे हैं।

मिशन रोजगार

योगी सरकार मिशन रोजगार के माध्यम से  प्रदेश की बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत से घटाकर 2 प्रतिशत तक लाने में सफल रही। इसके तहत 6 साल में 5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गईं। साथ ही 1.61 करोड़ नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरी व रोजगार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा 60 लाख से अधिक नौजवानों को यूपी में स्व रोजगार से जोड़ा गया है।

सदन की कार्यवाही को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाने की आवश्यकता: मुख्यमंत्री



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज विधान सभा में राज्यपाल जी द्वारा समवेत सदनों में दिए गए अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में बोलते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही को लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। ऐसा करके ही हम संसदीय लोकतंत्र की गरिमा और गौरव को आगे बढ़ा सकते हैं। अभिभाषण में संवैधानिक प्रमुख सरकार की उपलब्धियों तथा भावी योजनाओं की चर्चा करते हैं। यह उत्तर प्रदेश के साथ ही पूरे देश में होता है। यही संसदीय परम्परा है। राष्ट्रपति जी भी संसद के समवेत सदन को सम्बोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों तथा भावी योजनाओं का चित्रण करती हैं। अभिभाषण शासन की उपलब्धियों तथा भावी योजनाओं का दिग्दर्शन होता है। आप हमारी बातों से सहमत या असहमत हो सकते हैं। इसके लिए सदन में चर्चा होती है। 

मुख्यमंत्री जी ने नेता विरोधी दल तथा चर्चा में भाग लेने वाले सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए  कहा कि उत्तर प्रदेश ने विगत 06 वर्षाें में जिन उपलब्धियों को हासिल किया है, उस पर सत्ता पक्ष, विपक्ष तथा सभी प्रदेशवासियों को गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। आज डबल इंजन की सरकार डबल स्पीड के साथ सभी योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारते हुए प्रदेश की 25 करोड़ जनता को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ दे रही है। पिछली सरकारों ने भी इन कार्याें की नींव रखने में कुछ न कुछ योगदान किया होगा। उन्हें भी इससे अपना नाम जोड़ लेना चाहिए। यह नहीं कहना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं है, प्रदेश पिछड़ा और बीमारू है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सबसे अच्छा युवा है। हमारे पास स्किल्ड मैन पावर है। विगत 06 वर्षाें में उत्तर प्रदेश के परसेप्शन में परिवर्तन आया है। सभी को यह स्वीकार करना चाहिए। उत्तर प्रदेश प्रकृति और परमात्मा की अपार कृपा का राज्य है। आज उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर है। देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 11 प्रतिशत राज्य में है, लेकिन इस भूमि से हम देश के 20 प्रतिशत खाद्यान्न का उत्पादन करते हैं। उत्तर प्रदेश गेहूं, आलू, मटर, आम, आंवला, दुग्ध उत्पादन तथा गन्ना उत्पादन मंे प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 01 करोड़ 74 लाख परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए गये हैं। इसमें भी प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना तथा प्रदेश के श्रमिकों/स्ट्रीट वेण्डर्स को भरण-पोषण भत्ता देने में प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है। राज्य में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम की 96 लाख इकाइयां हैं। यह प्रदेश के औद्योगिक विकास की आधार शिला है। उत्तर प्रदेश देश में कृषि निवेशों पर कृषकों को देय अनुदान का डी0बी0टी0 के माध्यम से भुगतान करने वाला नम्बर एक राज्य है। उत्तर प्रदेश, देश में सर्वाधिक मेडिकल काॅलेज का निर्माण करने वाला राज्य है। यह ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल काॅलेज’ की दिशा में अग्रसर हुआ है। प्रदेश मंे सभी गरीबों के घर मंे शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सर्वाधिक शौचालय बनाये गये हैं। उत्तर प्रदेश मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित करने तथा कौशल विकास नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। उत्तर प्रदेश गवर्नमेन्ट ई-मार्केट से प्रोक्योरमेन्ट करने वाला प्रथम राज्य है। यह गवर्नमेन्ट ई-मार्केट से सबसे अधिक प्रोक्योरमेन्ट करने वाला राज्य भी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 52 लाख 77 हजार गरीबों को बिना भेदभाव के एक-एक आवास उपलब्ध कराकर उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। ई-प्राॅजीक्यूशन प्रणाली के प्रयोग में भी राज्य देश में प्रथम स्थान पर है। राज्य में प्रधानमंत्री जनधन योजना के 08 करोड़ 51 लाख खाता धारक हंै। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत गांवों मंे जिसका घर जहां पर है, वहीं उसको मालिकाना अधिकार देने के लिए 50 लाख 37 हजार गरीबों को घरौनी उपलब्ध करायी जा चुकी है। यह लोग सभी जातियों तथा मजहब के हैं। यही ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टीम यू0पी0 एक साथ मिलकर काम कर रही है। मैंने कभी नहीं कहा कि यह मैंने किया है। यह टीम वर्क है। टीम वर्क का एक उदाहरण यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में देखने को मिला। हमारे मंत्री समूह दुनिया के 16 देशों के 21 शहरों तथा देश के 08 शहरों में रोड शो करने गये थे। हमारे सभी सांसदों तथा विधायकों ने अपने-अपने जनपदों में रोड शो कर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया। परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में निवेश का भारी भरकम प्रस्ताव आया। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन लोगों ने जाति, मत, मजहब तथा तमाम वायदों के आधार पर समाज को बांटा था, उन्होंने प्रदेश का परसेप्शन खराब किया था। कल जनपद प्रयागराज में हुई घटना अत्यन्त दुःखद है। इस घटना का जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पेशेवर अपराधियों एवं माफियाओं के खिलाफ प्रदेश सरकार की कार्यवाही देश, दुनिया में नजीर बनी है। माफिया कोई भी हो, सभी माफियाओं के खिलाफ सरकार की जीरो टाॅलरेंस की नीति है। सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिलाने तथा उनसे पूरी मजबूती के साथ निपटने का कार्य करेगी।

मुख्यमंत्री जी ने श्री रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता की पंक्तियों ‘चोरों के जो हैं हित, ठगों के बल हैं, जिनके प्रताप से पलते पाप सकल हैं, जो छल प्रपंच सबको प्रश्रय देते हैं, या चाटुकार जन से सेवा लेते हैं, यह पाप उन्हीं का है’, का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के सामने पहचान का संकट इन्हीं पेशेवर माफियाओं तथा अपराधियों के कारण हुआ। ये सत्ता के द्वारा पोषित होते थे। इन्हें महिमामण्डित करके ये लोग अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते थे। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संवैधानिक प्रमुख तथा मातृ शक्ति की प्रतीक होने के नाते राज्यपाल जी के अभिभाषण का सम्मान होना चाहिए था। लेकिन उनका विरोध किया गया। गो बैक के नारे लगाये गये। सहमति, असहमति के लिए सदन है, अपनी बात रखने के लिए विपक्ष को मौका मिलता ही, लेकिन अशिष्ट और अमर्यादित आचरण यह सदन की गरिमा को तार-तार करता है। मातृ शक्ति की प्रतीक एक महिला राज्यपाल द्वारा सदन को सम्बोधित किया जाना, हमारे लिए गौरव की बात होनी चाहिए। उस समय नारे लगाकर सदन की कार्रवाई को बाधित करना, किस प्रकार का संसदीय आचरण है। जो लोग एक महिला राज्यपाल तथा उत्तर प्रदेश की संवैधानिक प्रमुख का सम्मान नहीं कर सकते, उनसे प्रदेश की आधी आबादी के सम्मान की उम्मीद करना व्यर्थ है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार ईज आॅफ लिविंग, सबका साथ, सबका विकास, हर जरूरतमन्द तथा गरीब के लिए शौचालय, आवास, विद्युत कनेक्शन तथा बिना भेदभाव के रोजगार की उपलब्धता की बात करती है और वे लोग जाति की बात करते हैं। हम अन्नदाता किसानों के खेत में पानी पहुंचाने, किसान की उपज को दोगुना दाम दिलाने, ईज आॅफ डुइंग बिजनेस के माध्यम से उत्तर प्रदेश का औद्योगीकरण करने, परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने की बात करते हैं, ये लोग जाति की बात करते हैं। उत्तर प्रदेश को जहां से निकालकर आगे बढ़ाने का प्रयास हुआ है, ये लोग उसे फिर पीछे ढकेलने का कार्य करते हैं। उनके समय में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग, उच्चतर शिक्षा चयन आयोग तथा पुलिस भर्तियों सहित सभी भर्तियों में क्या होता था, यह किसी से छिपा नहीं है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की एक भर्ती का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उस समय 86 एस0डी0एम0 में से 56 एक ही जाति विशेष के थे। यही इनका सामाजिक न्याय है। उस समय युवाओं के साथ भेदभाव होता था।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में पाॅलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे बड़ा माध्यम जनता का जनादेश तथा देश व दुनिया का विश्वास है। लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्रदेश को प्राप्त हुए हैं। यह पाॅलिटिकल क्रेडिबिलिटी का सबसे अच्छा उदाहरण हो सकता है। आप इस पर प्रश्न खड़ा करते हैं। निवेशकों के यू0पी0 पर विश्वास पर प्रश्न खड़ा करते हैं। आप अपने समय में कुछ नहीं कर पाये। उस समय इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर कोई भी उद्यमी यू0पी0 में नहीं आना चाहता था। श्री रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी की कविता ‘मूल जानना बड़ा कठिन है, नदियों का, वीरों का, धनुष छोड़कर और गोत्र क्या, होता रणधीरों का, पातें हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर, जाति-जाति का शोर मचाते केवल कायर क्रूर’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों पर गौरव नहीं होता। अवसर मिलने पर यह लोग नया महाभारत रचाने का कार्य उत्तर प्रदेश में कर देते हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्रदेश के 52 लाख 77 हजार गरीबों को मिला है। यह सूची वर्ष 2011-12 की बनी है। इसी के अनुसार यह आवास मिल रहे हैं। इस सूची से वंचित हुए गरीब लोगों के लिए हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री आवास योजना चलायी है। मुसहर, वनटांगिया, कोल, सहरिया, थारू, चेरू तथा जनपद बिजनौर की बुक्सा जनजाति को भी इससे जोड़ा जा रहा है। वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में भूख से मौतें होती थीं। पहले कोई महामारी आती थी, तो उसके साथ एक-दूसरी महामारी के रूप में भूख से मृत्यु भी चलती थी। सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के दौरान देश व दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर उत्तर प्रदेश में रही। कोई भी व्यक्ति भूख से नहीं मरा। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर 31 अक्टूबर की तिथि को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की पावन जयन्ती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया। केवड़िया, गुजरात जहां सरदार पटेल की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित हुई है, सहित सभी जनपदों में भारत की एकता के शिल्पी को सम्मान देने का कार्य हो रहा था। एक विचारक ने कहा है कि शक्ति देना तो आसान है, लेकिन बुद्धि देना बहुत कठिन है। विरासत में सत्ता तो मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमने खेल में अच्छा करने वाले नौजवानों के लिए नौकरी के द्वार खोले हैं। हमने श्री ललित उपाध्याय को ओलम्पिक में मेडल जीतने पर डी0एस0पी0 बनाया है। पूर्व की सरकारों में जगह-जगह खेल होते थे। लैपटाॅप घोटाला का खेल, खाद्यान्न घोटाला, गोमती रिवर फ्रण्ट घोटाले के खेल हुए। कैग की रिपोर्ट में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में 97 हजार करोड़ रुपये घोटाले का उल्लेख किया गया है। प्रदेश में भर्ती घोटाला, चयन आयोगों पर हाईकोर्ट की टिप्पणी, मुजफ्फरनगर के दंगे, वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना जी के जनपद में एक पत्रकार श्री जोगेन्द्र सिंह को जिन्दा जला देना, बुन्देलखण्ड क्राइसिस, भूमाफिया, आतंकियों पर लगे मुकदमों को वापस लेने के खेल प्रदेश में चल रहे थे। मैं एक सामान्य व्यक्ति हूं और सभी के साथ सद्भावना से पेश आता हूं। सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार करता हूं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मध्यकाल में तुलसीदास जी को अकबर ने बुलाया था। तुलसीदास जी ने उनसे कहा था-हम चाकर रघुवीर के, पटौ लिखौ दरबार, अब तुलसी का होहिंगे नर के मनसबदार।। उन्होंने कहा था कि हमारा तो एक ही राजा है वह ‘राम’ हैं, मैं ‘राम’ के अलावा किसी को राजा नहीं मानता। समाज को एकजुट करने के लिए आज रामलीलाओं का प्रचलन संत तुलसीदास जी की देन है। तुलसीदास जी ने उस समय कहा था ‘बोलो रामचन्द्र जी की जय’। माॅरिशस में प्रवासी भारतीयों ने अपनी विरासत के प्रतीक के रूप में श्रीरामचरितमानस का गुटका रखा है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रीरामचरितमानस अवधी में रची गयी है। अवधी का एक वाक्य है ‘भया एतनी देर से केका ताड़त अहा’। इसमें ताड़त का मतलब मारने से नहीं, बल्कि देखने से है। तुलसीदास जी का जन्म बुन्देलखण्ड में चित्रकूट जनपद के राजापुर गांव में हुआ था। बुन्देलखण्डी का एक वाक्य है ‘भया मोरे लड़कन को ताड़े राख्यो’ यानी इसकी देखभाल करते रहो इसका संरक्षण दो। श्रीरामचरितमानस जैसे पावन ग्रन्थ का अनादर करने का प्रयास किया जा रहा है। सुन्दर काण्ड में एक प्रसंग है जब श्रीराम तीन दिन तक समुद्र से लंका में जाने का रास्ता मांगते हैं और रास्ता नहीं मिलता तब उन्होंने कहा था कि ‘भय बिनु होय न प्रीत’, और समुद्र को चेतावनी देने की कार्रवाई करते हैं, तब समुद्र भगवान श्रीराम से कहता है कि ‘प्रभु भल कीन्ह मोहि सिख दीन्हीं, मरजादा पुनि तुम्हरी कीन्हीं, ढोल गंवार सूद्र पसु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी। यहां सिख का तात्पर्य शिक्षा से है। ढोल एक वाद्य यंत्र है, गंवार से मतलब अशिक्षित से है, सूद्र का मतलब श्रमिक वर्ग से है किसी जाति विशेष से नहीं। नारी से मतलब मातृ सत्ता से है। मध्यकाल में जब श्रीरामचरितमानस की रचना हुई थी। उस समय महिलाओं की स्थिति क्या थी यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। बाल विवाह जैसी विकृतियां भी उस समय पनपी थीं। उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, गंगा-यमुना तथा संगम की धरती है। उत्तर प्रदेश की धरती पर श्रीरामचरितमानस व वाल्मीकि रामायण जैसे ग्रन्थ रचे गये। इस पर हमें गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी 1537 स्थानों तथा जी0आर0पी0 के थानों को मिलाकर कुल 1584 थानों में महिला हेल्पडेस्क की स्थापना की गयी है। प्रत्येक जनपद में एक अतिरिक्त महिला थाने के साथ महिला परामर्श चैकी की स्थापना हो चुकी है। प्रदेश के सभी 1537 थानों में 10,417 महिला बीट गठित की गयी है। इसके साथ ही, प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों, जिनमें ग्राम पंचायत सचिवालय का निर्माण हो चुका है, वहां पर एक मिशन शक्ति कक्ष का निर्माण भी किया जा चुका है। वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस में महिला कार्मिकों की संख्या मात्र 13 हजार थी। आज वह संख्या 32 हजार से अधिक है। महिला व बाल अपराधों में प्रभावी अभियोजन के फलस्वरूप अब तक 35 अपराधियों को मृत्यु दण्ड, 1200 से अधिक अपराधियों को 10 वर्ष से अधिक, 1445 से अधिक अपराधियों को व्यापक अर्थदण्ड, 1325 अपराधियों को आजीवन कारावास तथा 3420 अपराधियों को 10 वर्ष से कम की सजा दिलायी गयी है। महिला अपराध में संलग्न लगभग 5 हजार अपराधियों के लिए जिलाबदर की कार्रवाई की गयी है। उत्तर प्रदेश पाॅक्सो एवं महिला सम्बन्धी अपराधों में ई-प्राॅजीक्यूशन में पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के समन्वय से आज सभी नगर निगमों को सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रदेश में 03 महिला पी0ए0सी0 बटालियन के गठन की कार्रवाई युद्धस्तर पर चल रही है। प्रदेश में 07 पुलिस कमिश्नरेट का गठन भी इस दौरान हुआ है। 1,53,728 पुलिस कर्मियों की भर्ती सकुशल सम्पन्न हुई। प्रदेश में 244 थाने, 133 चैकियां, एण्टी थेफ्ट थाने, 40 एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने तथा 74 जनपदों में 79 महिला पुलिस थानों व परामर्श चैकियों की स्थापना की गयी है। हर रेंज में साइबर क्राइम थाने की स्थापना हुई है। लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आॅफ फाॅरेंसिक साइंसेज की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इसी सत्र में यहां पाठ्यक्रम शुरु करने जा रहे हैं। एण्टी भूमाफिया टास्क फोर्स ने अब तक 64 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त करायी है। एन0सी0आर0बी0 की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में आज वर्ष 2016 के सापेक्ष डकैती में 80.31 प्रतिशत, लूट में 61.51 प्रतिशत, हत्या में 32.45 प्रतिशत, बलवा में 51.65 प्रतिशत, अपहरण में 43.18 प्रतिशत तथा बलात्कार के अपराधों में 21.75 प्रतिशत की कमी आयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परम्परागत उद्यम उत्तर प्रदेश की पहचान है। हमारी सरकार ने इसे प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। इसने प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय को बढ़ाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण यह दम तोड़ रहा था तथा उद्योग बन्दी के कगार पर चले गये थे। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से परम्परागत उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना (ओ0डी0ओ0पी0) की शुरुआत की गयी। आज प्रदेश के सभी 75 जनपदों का एक यूनिक प्रोडक्ट है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना ने प्रदेश के निर्यात को दोगुने से अधिक किया है। भदोही से आज 4 से 5 हजार करोड़ रुपये का कारपेट एक्सपोर्ट किया जा रहा है। मुरादाबाद के ब्रास उद्योग से 14 से 15 हजार करोड़ रुपये के निर्यात हो रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट का हब बन रहा है। प्रदेश की इसी उपलब्धि के दृष्टिगत प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2018 में राज्य को डिफेंस काॅरिडोर भी दिया है। लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल तथा झांसी में भारत डायनामिक्स यूनिट लग रही है। कानपुर में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग काॅरिडोर में अच्छा निवेश आ रहा है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय बन्दी के कगार पर थे। विगत 06 वर्षाें में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों की स्थिति में बहुत सुधार आया है। आॅपरेशन कायाकल्प के माध्यम से हमारे सभी सदस्यों ने रुचि लेकर एक-एक परिषदीय विद्यालय को गोद लिया और इन विद्यालयों के नवीनीकरण, पेयजल, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय, स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी के लिए सहयोग किया। आज 01 लाख 30 हजार से अधिक परिषदीय विद्यालय दर्शनीय हो गये हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद में बच्चों की संख्या 01 करोड़ 34 लाख बच्चों से बढ़कर 01 करोड़ 91 लाख से अधिक हो गयी है। इस संख्या को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार प्रत्येक बच्चे के लिए स्कूल बैग, बुक्स, यूनीफाॅर्म, स्वेटर, जूता-मोजा उपलब्ध करा रही है। इसके लिए डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि अन्तरित कर रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में पूरी पारदर्शिता के साथ नकलविहीन परीक्षाएं हो रही हैं। 01 लाख 64 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती को पारदर्शी तरीके से सम्पन्न किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय बनाये जा रहे हैं। कुछ नये विश्वविद्यालय की घोषणा बजट में की गयी है। नैक रैंकिंग में लखनऊ एवं गोरखपुर विश्वविद्यालयों को ‘ए$$’ की श्रेणी प्राप्त हुई है। के0जी0एम0यू0 को ‘ए$’ श्रेणी प्राप्त हुई है। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर को ‘ए’ श्रेणी प्राप्त हुई है। देश में पहली बार किसी कृषि विश्वविद्यालय को नैक रैंकिंग प्राप्त हुई है और यह श्रेय प्रदेश के कानपुर कृषि विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है। राज्य के निजी विश्वविद्यालयों में एमिटी विश्वविद्यालय को ‘ए’ श्रेणी तथा शारदा विश्वविद्यालय, गलगोटिया विश्वविद्यालय व जी0एल0ए0 विश्वविद्यालय को ‘ए$’ श्रेणी प्राप्त हुई है। प्रदेश में प्रथम बार 11 विश्वविद्यालयों द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग की तैयारी कर अपनी कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। 04 विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय रैंकिंग हेतु क्यू0आई0एस0 रैंकिंग मंे भाग ले रहे हैं। यह उत्तर प्रदेश की प्रगति की तस्वीर है। इसीलिए तो कहते हैं ‘यू0पी0 में बाबा-बा’। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ईज आॅफ लिविंग में आज उत्तर प्रदेश देश में नम्बर-वन है। आज गरीब कल्याण एवं हर व्यक्ति के विकास के बारे में सोचा जा रहा है। प्रदेश में योजनाएं तीव्र गति से आगे बढ़ रही हैं। ईज आॅफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल काॅलेज’ का कार्य प्रदेश में प्रगति पर है। वर्ष 1947 से 2016 तक प्रदेश में कुल 12 राजकीय मेडिकल काॅलेज बन पाये थे। आज प्रदेश के 16 जनपदों को छोड़ दें तो शेष सभी जनपदों में एक मेडिकल काॅलेज की स्थापना हो चुकी है। 16 जनपदों में मेडिकल काॅलेज के लिए प्रदेश सरकार युद्धस्तर पर कार्याें को आगे बढ़ा रही है। कुछ में गवर्नमेंट मेडिकल काॅलेज बनवाएगी। कुछ जनपदों में पी0पी0पी0 मोड पर मेडिकल काॅलेज बनेंगे। अच्छी हेल्थ सुविधा लोगों को मिलनी ही चाहिए। गोरखपुर और रायबरेली एम्स आज क्रियाशील हो चुके हैं। हमारे पुराने 06 मेडिकल काॅलेजों-गोरखपुर, मेरठ, प्रयागराज, झांसी, कानपुर व आगरा में प्रधानमंत्री जी ने सुपर स्पेशियलिटी ब्लाॅक की व्यवस्था की है। यह सभी क्रियाशील हैं। कोरोना काल खण्ड में इन अस्पतालों ने बहुत अच्छा कार्य किया। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिला अस्पतालों की स्ट्रेंथनिंग का कार्य हो रहा है। वर्ष 2017 से पूर्व 36 जनपद ऐसे थे, जहां आई0सी0यू0 व वेण्टीलेटर की सुविधा नहीं थी। आज सभी जनपदों में आई0सी0यू0 की सुविधा है। अस्पतालों को हर प्रकार की सुविधाओं से युक्त किया जा रहा है। मैनपावर उपलब्ध करायी जा रही है। टेली कंसल्टेंसी की सुविधा देने की कार्यवाही को प्रदेश सरकार आगे बढ़ा रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मिशन इन्द्रधनुष के अन्तर्गत महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण का कार्यक्रम पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है। 36 लाख 82 हजार से अधिक बच्चों तथा 10 लाख 31 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार वर्ष 2016 से 2019-20 के दौरान प्रदेश में मातृ मृत्युदर 197 से घटकर 167 हुई। शिशु मृत्युदर 30 से घटकर 28 हुई। संस्थागत प्रसव 67 प्रतिशत से बढ़कर 84 प्रतिशत से अधिक हुए। प्रदेश की सकल प्रजनन दर 2.7 प्रतिशत से घटकर 2.4 प्रतिशत हुई। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार हुआ है और लोगों में सकारात्मकता बढ़ी है। गोरखपुर समेत प्रदेश के 38 जनपद इन्सेफेलाइटिस नामक बीमारी से प्रभावित थे। विगत 40 वर्षाें में लगभग 50 हजार बच्चे इस बीमारी की चपेट में आये और काल कवलित हुए। आज डबल इंजन की सरकार ने 96 प्रतिशत मौतों को नियंत्रित किया है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अमृतकाल के प्रथम वर्ष में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में भारत जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। यह हम सभी भारतवासियों के लिए गर्व की बात है। जी-20 समूह के देश, दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। 75 प्रतिशत ट्रेड पर इस संगठन का अधिकार है। यह संगठन विश्व के 85 प्रतिशत जी0डी0पी0 और 90 प्रतिशत पेटेंट तथा इनोवेशन पर अधिकार रखता है। 

प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में जी-20 समिट से सम्बन्धित 11 बैठकें होने जा रही हैं। 02 बैठकेें आगरा व लखनऊ में सम्पन्न हो चुकी हैं। आगरा व लखनऊ में वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से सभी डेलिगेट्स प्रसन्न व अभिभूत हुए। उत्तर प्रदेश व देश ने कोरोना जैसी महामारी के बावजूद अपनी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया है। भारत किस प्रकार आगे बढ़ रहा है, यह सभी डेलिगेट्स ने अनुभव किया है। प्रदेश व देश की सामथ्र्य के सम्बन्ध में डेलिगेट्स अच्छा संदेश लेकर गये। 

लखनऊ में जी-20 के कार्यक्रम में जी-20 संगठन के देशों के प्रतिनिधि, 09 मित्र देशों के प्रतिनिधि, 07 वैश्विक संगठनों के विभिन्न देशों के प्रतिनिधि आये थे, जो यहां से अभिभूत होकर गये। सभी ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों को देखा और प्रदेश की विकास यात्रा को सराहा। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित निवेश कुम्भ में 10 पार्टनर कन्ट्री-नीदरलैण्ड, डेनमाॅर्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, इटली, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाईटेड किंगडम व माॅरीशस शामिल हुए। इसके अलावा, 40 देशों ने इस निवेश कुम्भ में सहभागिता की। यह निवेश तो प्रदेश के लिए हो रहा है। सत्ताधारी दल व उसके सहयोगी दलों के लिए तो नहीं, हो रहा? अच्छा होता कि विपक्ष के साथी भी प्रदेश के विकास में सहभागी बनते। विपक्ष के पास तो विकास का एजेण्डा ही नहीं है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम राष्ट्रपति जी व प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं, जिन्होंने यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को अपना मार्गदर्शन प्रदान किया। इस समिट में 17 केन्द्रीय मंत्री, 05 राजदूत, 04 देशों के मंत्री और 25 हजार से अधिक डेलिगेट्स जुड़े और इसे एक नयी ऊँचाई तक पहुंचाने का कार्य किया। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्रदेश को प्राप्त हुए हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सुरक्षा का माहौल दिया। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का कार्य किया। सेक्टोरल पाॅलिसीज बनायीं। उत्तर प्रदेश ने पर्सेप्शन का मैसेज दिया। प्रदेश के विकास और अपनी विकास की प्रतिबद्धता से दुनिया को अवगत कराया। देश व दुनिया के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में सभी चीजें जमीन पर दिखायी दीं। निवेशकों को परिवर्तन देखने को मिला। आज निवेशकों को उत्तर प्रदेश के बारे में धारणा बदल चुकी है। वह निःसंकोच भाव से प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज प्रदेश के रूप में जाना जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र को जोड़ रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ रहा है। वाराणसी से हल्दिया के मध्य देश का प्रथम राष्ट्रीय जलमार्ग प्रदेश को पूर्वी बन्दरगाह के साथ जोड़ता है। प्रदेश में रेल नेटवर्क बेहतरीन हैं। राज्य में 16 हजार कि0मी0 का रेल नेटवर्क है। ईस्टर्न एण्ड वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट काॅरिडोर उत्तर प्रदेश से होकर जाते हैं। इनका जंक्शन भी उत्तर प्रदेश में है, जिसे प्रदेश सरकार लाॅजिस्टिक्स व ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित कर रही है। प्रदेश की इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी 04-लेन की हुई है। दिल्ली से मेरठ की यात्रा करने में पहले 03 से 04 घण्टे लगते थे। आज 12-लेन के हाई-वे के बन जाने से मात्र 45 मिनट में पूरी की जा रही है। सभी जिला मुख्यालयों को 04-लेन से जोड़ा जा रहा है। बेहतरीन सड़कों का निर्माण हो रहा है। ब्रिज, फ्लाई ओवर का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। 

प्रदेश की एयर कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। राज्य सरकार ने आजमगढ़ वासियों को एयरपोर्ट की सौगात दी है। आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा चुका है। महाराजा सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़ में विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। चित्रकूट व सोनभद्र एयर कनेक्टिविटी के साथ जुड़ रहे हैं। ललितपुर में एयर कनेक्टिविटी की तैयारी की जा रही है। अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर में एयरपोर्ट के विकास का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने मेरठ में एयरपोर्ट के लिए भी एन0ओ0सी0 मांगी है। अगले एक से डेढ़ वर्षाें में प्रदेश में 05 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट्स संचालित होंगे और डोमेस्टिक एयरपोर्ट्स को मिलाकर कुल 21 एयरपोर्ट्स उत्तर प्रदेश में होंगे। वर्ष 2017 के पहले लखनऊ व वाराणसी एयरपोर्ट ही पूरी तरह क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 09 एयरपोटर््स पूरी तरह संचालित हैं, जिनसे 80 गंतव्यों तक पहुंचा जा सकता है। 

डबल इंजन की सरकार का लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है। प्रदेश में निवेशकों को बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ प्राप्त हुआ है। निवेशकों को महसूस हो रहा है कि उत्तर प्रदेश में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर है। पर्याप्त लैण्डबैंक है। प्रदेश सरकार ने तकनीक को अपनाते हुए सिंगल विण्डो सिस्टम ‘निवेश मित्र’ पोर्टल, एम0ओ0यू0 के लिए ‘निवेश सारथी’ पोर्टल तथा आॅनलाइन इंसेंटिव मैनेजमेंट सिस्टम को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। आज हर व्यक्ति उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है। उत्तर प्रदेश निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश देश के ग्रोथ इंजन के रूप में आगे बढ़ रहा है। यह हर उत्तर प्रदेशवासी के लिए गौरव की बात है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से अपने हस्तशिल्पियों व कारीगरों को स्वावलम्बी बनाया जा रहा है। प्रदेश सरकार हस्तशिल्पियों व कारीगरों को प्रशिक्षण के साथ मानदेय प्रदान कर रही है। उन्हें टूलकिट प्रदान कर रही है। बैंक ऋण में सब्सिडी प्रदान कर रही है। राज्य सरकार ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना’ के माध्यम से 83 हजार से अधिक हस्तशिल्पियों व कारीगरों को प्रशिक्षण के साथ उन्हें टूलकिट भी उपलब्ध कराए हैं। साथ ही, 01 लाख 73 हजार से अधिक लाभार्थियों को प्रशिक्षण, टूलकिट प्रदान करने व बैंकों से जोड़ने का कार्य किया है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 01 लाख 37 हजार से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा है। प्रदेश के अन्दर कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत 04 लाख 88 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने तथा सेवायोजित करने का कार्य किया गया है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 17,559 इकाइयों में 01 लाख 96 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया है। प्रदेश के सभी कामगार व श्रमिक को 02 लाख रुपये की सामाजिक सुरक्षा की गारण्टी प्रदान करने व 05 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा का कवर प्रदान किया जा रहा है। वह कामगारों/श्रमिकों चाहे प्रदेश में हो या प्रदेश से बाहर, उसे इन सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। 

राज्य में सामाजिक सुरक्षा की गारण्टी के लिए दिव्यांगजन भरण-पोषण अभियान के अन्तर्गत 11 लाख से अधिक दिव्यांगों को एक हजार रुपये मासिक पेंशन प्राप्त हो रही है। पहले यह पेंशन मात्र 300 रुपये मिलती थी। 3000 रुपये मासिक कुष्ठावस्था पेंशन प्रदान की जा रही है। निराश्रित महिला पेंशन योजना में वर्ष 2016 तक यह संख्या मात्र 17 लाख 31 हजार थी। आज निराश्रित महिला पेंशन योजना में 15 लाख 31 हजार नये लाभार्थी जोड़े गये हैं। अब 32 लाख से अधिक निराश्रित महिलाओं को 12 हजार रुपये सालाना पेंशन की सुविधा सरकार उपलब्ध करा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पेंशन में हमारी सरकार ने 5 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी की है। राज्य की विद्युत व्यवस्था में सुधार हुआ है। प्रदेश सरकार इस दिशा में और भी सार्थक प्रयास कर रही है। अब बिना भेदभाव के सभी जनपदों को सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है।

प्रदेश में कृषि विकास दर बढ़ी है। उत्तर प्रदेश अनन्त सम्भावनाओं का प्रदेश है। राज्य में सभी संसाधन उपलब्ध हैं, सभी लोग मिलकर प्रयास करें, तो उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनने से कोई भी नहीं रोक सकता। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि दिसम्बर, 2018 में प्रारम्भ हुई। अब तक उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ 60 लाख किसानों के खातों में 51,640 करोड़ रुपये की धनराशि डी0बी0टी0 के माध्यम से अन्तरित की जा चुकी है। वर्ष 2023 अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष है। प्रधानमंत्री जी ने मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने के लिए ’श्री अन्न’ नाम दिया है। राज्य सरकार ने मोटे अनाज के विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था की है। इसके लिए कृषि विभाग एक कार्यक्रम के रूप में इस कार्य को आगे बढ़ाने जा रहा है। 

देश व प्रदेश में कैंसर, किडनी फेल्योर, हार्ट अटैक जैसी गम्भीर बीमारियां बढ़ रही हैं। इसका एक कारण कृषि कार्याें में अधिक मात्रा में केमिकल फर्टिलाइजर का प्रयोग है। इन रोगों से आने वाली पीढ़ी को बचाना है, तो हमें विषमुक्त खेती की ओर आगे बढ़ना होगा। देश के एक राज्य ने हरित क्रान्ति में बड़ा योगदान दिया था। उस राज्य में एक ट्रेन कैंसर ट्रेन के रूप में चल रही है। प्रधानमंत्री जी की अनुकम्पा से वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में महामना मदन मोहन मालवीय जी के नाम पर एक कैंसर संस्थान टाटा ट्रस्ट के माध्यम से बना है। विगत 04 वर्षाें में इस संस्थान में 21 हजार से अधिक रोगी इलाज के लिए आये और उनका उपचार हुआ। 

वर्तमान और भावी पीढ़ी को इन बीमारियों से बचाना है, तो गो-आधारित प्राकृतिक खेती इसका एक मात्र आधार है। इससे गाय भी बचेगी और आस्था का सम्मान भी होगा। विषमुक्त खेती के माध्यम से अन्नदाता किसानों को हम ज्यादा दाम भी दे पाएंगे। प्रदेश सरकार इसके लिए कदम बढ़ा चुकी है। राज्य सरकार ने तय किया है कि गंगा के तटवर्ती 27 जनपदों में व बुन्देलखण्ड क्षेत्र में गो-आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए। वहां के किसानों को प्रदेश सरकार सपोर्ट कर रही है। प्राकृतिक खेती के लिए हम सब्सिडी भी देंगे। गो-आधारित प्राकृतिक खेती के लिए अब तक 1,714 क्लस्टर बनाये जा चुके हैं। 

हमने गाय को मां का सम्बोधन दिया है, तो हम सम्मान भी करेंगे। गोवंश को बचाने के लिए हमारी सरकार ने 03 योजनाएं बनायी हैं। निराश्रित गोआश्रय स्थलों का निर्माण, जहां 10 लाख से अधिक गोवंश सुरक्षित हैं। कोई भी अन्नदाता किसान अपने घर में निराश्रित गोआश्रय स्थल से 04 गोवंश लेकर देखभाल करता है, तो प्रदेश सरकार प्रति गोवंश 900 रुपये प्रतिमाह प्रदान कर रही है। इस योजना से अब तक लगभग डेढ़ लाख किसान जुड़ चुके हैं। कुपोषित परिवार को निराश्रित गो आश्रय स्थल से एक दुधारु गाय प्रदान की जा रही है, ताकि परिवार कुपोषण से दूर रहे। परिवार को 900 रुपये प्रतिमाह दिये जा रहे हैं। नस्ल सुधार एवं संवर्धन की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। डेयरी क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण के अनेक कार्य आगे बढ़ाए जा रहे हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अन्नदाता किसानों के सिंचाई के विद्युत बिल को आधा किया था। अगले 4 से 5 वर्षाें में इस बिल को हम निःशुल्क करने जा रहे हैं, ताकि हमारे अन्नदाता किसान निःशुल्क सिंचाई कर सकें। 20 हजार करोड़ रुपये के कृषि फण्ड के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि बाण सागर सिंचाई परियोजना, अर्जुन सागर सिंचाई परियोजना, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना जैसी 20 से अधिक छोटी-बड़ी परियोजनाओं को प्रदेश सरकार ने इसी फण्ड का उपयोग करते हुए पूरा किया है। इससे प्रदेश में 22 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा प्राप्त हुई है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022-23 में शहजाद बांध स्प्रिंकलर सिंचाई परियोजना, वर्ष 2023-24 में मध्य गंगा, कजनौला बांध व लखेरी बांध को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2012 से 2017 के मध्य बिचैलियों के माध्यम से राज्य में 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी, जिसके एवज में बिचैलियों को 12,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। किसान के खाते में यह भुगतान नहीं किया गया। वर्ष 2017-18 से वर्ष 2021-22 के मध्य राज्य सरकार ने 219.12 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की और 40,159 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे किसान के खातों में किया गया। 

वर्ष 2012 से 2017 के बीच में पूर्ववर्ती सरकार में बिचैलियों के माध्यम से 123 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी और 17,190 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। स्वाभाविक रूप से यह खरीद किसानों से सीधे नहीं की गयी, तो पैसा भी किसानों को नहीं दिया गया। इसके सापेक्ष वर्ष 2017-18 से लेकर वर्ष 2021-22 की अवधि में प्रदेश सरकार ने राज्य में 280.09 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय किया और 50,420 लाख करोड़ रुपये का भुगतान डी0बी0टी0 के माध्यम से हर अन्नदाता किसान के खाते में किया गया। 17,190 करोड़ रुपये और 50,420 करोड़ रुपये में अन्तर साफ है। वर्ष 2022-23 में 64.64 लाख मीट्रिक टन धान का क्रय किया गया, जिसके एवज में अब तक 13,192 करोड़ रुपये का भुगतान अन्नदाता किसानों के खातों में किया जा चुका है। इस कार्य में कोई भी बिचैलिया नहीं है।

आज प्रदेश में हमारी सरकार के कार्यकाल में रमाला चीनी मिल का पुनरुद्धार हुआ है। मुण्डेरवा व पिपराइच नयी चीनी मिलें शुरु हुई हैं। साथ ही, अनेक चीनी मिलों को पुनरुद्धार किया गया है। प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों को अब तक 01 लाख 98 हजार 434 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल से तुलना करें तो यह धनराशि 01 लाख 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। वर्तमान में प्रदेश में गन्ना किसानों को 5,800 करोड़ रुपये बकाया हैं। राज्य में 117 चीनी मिलें चल रही हैं। 100 से अधिक चीनी मिलों द्वारा 10 दिन में गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा रहा है। ऐसा कभी नहीं हुआ। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में चीनी मिलें बन्द होती थीं। राज्य सरकार ने कोरोना काल खण्ड में भी चीनी मिलें चलायीं। राज्य सरकार की स्पष्ट नीति है कि जब तक गन्ना किसानों के खेत में गन्ना होगा, तब तक चीनी मिलें चलेंगी। 

बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पहले पीने के पानी का संकट रहता था। पहले टैंकर से पानी जाता था। केन्द्र सरकार ने बड़े-बड़े टैंकर उपलब्ध करवाये लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने पानी देने से इनकार कर दिया था। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोगों को जल की भूमि के लिए तरसाया था। आज हमारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र हर घर नल योजना से आच्छादित हो रहा है। अब तक 82 से 85 लाख लोगों को हर घर नल योजना का कनेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है। इस वर्ष के बजट में इस कार्य के लिए धनराशि की व्यवस्था की गयी है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की 25 करोड़ जनता में से हर गरीब को आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा कवर का लाभ प्रदान करने के लिए कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना में सम्मिलित न हो पाए लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से कवर किया जा रहा है। 

प्रदेश में स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत नगरीय क्षेत्रों को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। प्रदेश के 10 बड़े शहरों को केन्द्र सरकार तथा शेष 07 शहरों को राज्य सरकार अपने स्तर पर स्मार्ट सिटी के रूप में आगे बढ़ा रही है। अमृत योजना के अन्तर्गत 60 शहरों में बुनियादी जनसुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में 100 ब्लाॅक जो पिछड़े हुए थे उन्हें आकांक्षी विकास खण्ड के रूप में आगे बढ़ाने की कार्यवाही राज्य सरकार द्वारा की जा रही है। 

केन्द्र सरकार 20 कृषि विज्ञान केन्द्र पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में प्रदेश को देना चाहती थी, लेकिन तत्कालीन सरकार ने लेने से इनकार कर दिया। आज वर्तमान राज्य सरकार इन कृषि विज्ञान केन्द्रों को विकसित कर रही है। केन्द्र सरकार की सहायता से कृषि विज्ञान केन्द्रों को संचालित किया जाता है। आज प्रदेश में 89 कृषि विज्ञान केन्द्र हैं। इनके माध्यम से किसानों को अच्छी तकनीक की जानकारी प्राप्त होती है।

प्रदेश सरकार ने तय किया है कि एक फैमिली आई0डी0 कार्ड जारी किया जाए, जिससे यह पता चलेगा कि किसे कौन सी योजना का लाभ मिल रहा है और किसे नहीं मिल रहा है। जो गरीब, पिछड़ा योजनाओं से वंचित हैं, उन्हें योजनाओं से जोड़ा जाएगा। जल्द ही प्रदेश सरकार फैमिली आई0डी0 कार्ड को लाने वाली है। 

जनपद सीतापुर के नैमिषारण्य के गौरव को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार वहां वैदिक विज्ञान केन्द्र की स्थापना करने जा रही है। राज्य सरकार ने कृषक दुर्घटना बीमा के दायरे को बढ़ाया है। राज्य सरकार ने उज्ज्वला योजना के 01 करोड़ 74 लाख लाभार्थियों को होली व दीपावली के अवसर पर एक-एक निःशुल्क सिलेण्डर उपलब्ध कराने के लिए बजट में प्राविधान कर दिया है। वर्ष 2025 में प्रयागराज में दिव्य एवं भव्य महाकुम्भ के लिए भी बजट में व्यवस्था की गयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 05 वर्षाें तक राज्य सरकार ने बिना झुके, बिना डिगे, बिना रुके लगातार प्रदेश के विकास के लिए कार्य किया है। परिणामस्वरूप प्रदेश की जनता जनार्दन ने पुनः बहुमत के साथ अपना आशीर्वाद हमें प्रदान किया। प्रदेश की 25 करोड़ जनता के उत्थान, कल्याण, विकास, रोजगार, ईज आॅफ लिविंग व उसके बेहतर भविष्य के बारे में हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सब लोग इस दिशा में मिलकर कार्य करेंगे तो अच्छा होगा। राज्यपाल जी ने अपने अभिभाषण में इन्हीं बिन्दुओं पर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया। सरकार की उपलब्धियों व भावी योजनाओं की जानकारी अभिभाषण के माध्यम से दी गयी है। उन्होंने राज्यपाल जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अभिभाषण के माध्यम से समवेत सदन को अपना मार्गदर्शन प्रदान किया और शासन को अच्छे कार्य के लिए प्रोत्साहित किया। उत्तर प्रदेश बेहतर दिशा में आगे बढ़ रहा है। सदन में विभिन्न दलों के 144 सदस्यों ने चर्चा में सहभागिता की, इसके लिए मुख्यमंत्री जी ने उनका धन्यवाद किया। 

‘बाधाएं आती हैं आएं, गिरे प्रलय की घोर घटाएं,

पांव के नीचे अंगारे, सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं,

निज हाथों से हंसते-हंसते, आग लगाकर चलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा।