Monday, 14 August 2023

जनता की समस्याओं के समाधान को प्रतिबद्ध है सरकार : सीएम योगी




धनसिंह—समीक्षा न्यूज

जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने सुनीं 300 लोगों की समस्याएं

समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टि परक निस्तारण के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश

धन के अभाव में बाधित नहीं होगा किसी का इलाज : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सभी को आश्वस्त किया कि जनता की समस्या के समाधान को सरकार प्रतिबद्ध है। किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने लोगों की समस्याओं से संबंधित प्रार्थना पत्र लेकर उसे अधिकारियों की इस निर्देश के साथ हस्तगत किया कि समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण सुनिश्चित करें। 

गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर आयोजित जनता दर्शन में सीएम योगी ने एक एक कर सभी लोगों से मुलाकात की। उनकी बात सुनी और उनके प्रार्थना पत्र लिए। सभी को समस्या निस्तारण का भरोसा देते हुए कहा कि उनके रहते किसी की को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। सबकी समस्या पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी। जनता दर्शन में कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में इस्टीमेट की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण कर शासन को भेजें। इलाज के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। लोगों को आश्वस्त किया कि धन के अभाव में किसी का इलाज बाधित नहीं होगा। जनता दर्शन में कुछ महिलाओं के साथ आए उनके बच्चों को सीएम योगी ने प्यार दुलारकर आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट गिफ्ट किया।

श्री विवेक श्रीवास्तव अपर जिलाधिकारी वित्तीय एवं राजस्व/ उप जिला​ निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में मतदान केन्द्र एवं मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बंध में समीक्षा बैठक सम्पन्न




धनसिंह—समीक्षा न्यूज

आम जन को वोटर कार्ड बनवाने हेतु आॅनलाइन आवेदन भरने के लिए जागरूक किया जाये: एसडीएम विनय कुमार

गाजियाबाद। महात्मा ​गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में श्री विवेक श्रीवास्तव अपर जिलाधिकारी वित्तीय एवं राजस्व/ उप जिला​ निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में मतदान केन्द्र एवं मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बंध में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियो के सा​थ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

श्री विवेक श्रीवास्तव उप जिला​ निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में गाजियाबाद में अवस्थित 05 पूर्ण विधान सभाक्षेत्र एवं 01 आंशिक विधानसभा क्षेत्र में कुल 812 मतदान केन्द्र एवं 3187 मतदेय स्थल है। मतदान केन्द्र एवं मतदेय स्थल के सम्भाजन हेतु आयोग द्वारा प्राप्त निर्देशों के क्रम में मतदान केन्द्र एवं मतदेय स्थलों का भौतिक सत्यापन, पुनव्यर्वस्था एवं नये भवनों का चिन्हाकन सम्बंधी कार्यवाही निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों/सहायक निर्वाचक रिजस्ट्रीकरण अधिकारियों/सैक्टर आफिसर्स के द्वारा की गयी।

उन्होने बताया कि मतदान केन्द्रों एवं मतदेय स्थलों में लोनी विधानसभा में 01 मतदेय स्थल बढ़ाया गया है। साहिबाबाद विधानसभा में 01 मतदान केन्द्र एवं 02 मतदेय स्थलों बढ़ाये गये। गाजियाबाद विधानसभा में 01 मतदान केन्द्र कम कर दिया गया है। मोदीनगर विधानसभा में 06 मतदान केन्द्र को कम कर दिया गया है। मुरादनगर और धौलाना विधानसभा में मतदान केन्द्र और मतदेय स्थल पूर्वा​वर्त ही हैं। इस प्रकार कुल मतदान केन्द्र 812 से 806 और कुल मतदेय स्थल 3187 से 3190 हो गये हैं। श्री विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि मोदीनगर विधानसभा में पूर्व माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक विद्यालयों के स्थान पर कम्पोजिट विद्यालयों को मतदान केन्द्र बनाया गया है। 

बैठक के समापन पर एसडीएम विनय कुमार ने उपस्थित अधिकारियों एवं गणमान्यों से कहा कि आम जन को वोटर कार्ड बनवाने हेतु आॅनलाइन आवेदन भरने के लिए जागरूक किया जाये।

बैठक में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि एवं सम्बंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्य विकास अधिकारी श्री विक्रमादित्य मालिक ने विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष में आयोजित चित्र प्रदर्शनी का किया उद्घाटन







धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। जिला प्रशासन एवं सिविल डिफेंस गाजियाबाद के द्वारा विभाजन  विभीषिका स्मृति दिवस 14 अगस्त के उपलक्ष में कलेक्ट्रेट परिसर में एक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी श्री विक्रमादित्य मालिक जी आईएएस द्वारा किया गया। 

जनपद के विभिन्न इंटर कॉलेज,(इंग्राहम इंटर कॉलेज, सेठ मुकंद लाल इंटर कॉलेज, शंभूदयाल इंटर कॉलेज, सनातन धर्म इंटर कॉलेज के साथ साथ अन्य इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज सहित अन्य विद्यालयों के छात्र—छात्राओं ने प्रदर्शनी में भाग लिया। 

प्रदर्शनी में 14 अगस्त 1947 के बाद किस प्रकार विभाजन हुआ के समय और उसके बाद जो घटनाक्रम हुआ उन सभी का चित्रों के माध्यम से प्रदर्शन किया गया। बच्चों ने बहुत ध्यानपूर्वक से प्रदर्शनी में मौजूद चित्रों को देखा। चित्रों के बारे में उनके अध्यापकों के द्वारा उनको विस्तृत जानकारी दी गई कि किस प्रकार 14 अगस्त 1947 में विभाजन के बाद पूरा देश ने एक विभीषिका झेली। उक्त प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चो को विभाजन की विभीषिका से अवगत कराना था तथा उनको बताना था कि हम ऐसा कोई आचरण न करे जिससे भविष्य में ऐसी कोई नौबत आए। प्रदर्शनी में लगभग 2000 छात्र छात्राओं तथा आम लोगो ने प्रतिभाग किया।  प्रदर्शनी में जिला विद्यालय निरीक्षक श्री राजेश कुमार श्रीवास, जिला समन्वयक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान पवन कुमार भाटी, एसआरजी पूनम शर्मा विभिन्न प्रधानाचार्यों एवं अध्यापक/अध्यापिकाओं सहित विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

Sunday, 13 August 2023

वैश्य एकता समिति द्वारा 64वां मासिक परिचय सम्मेलन आयोजित: प्रेमचंद गुप्ता



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाज़ियाबाद। वैश्य एकता समिति द्वारा रविवार को दुर्गा वाशिंग पाउडर, पारस होटल के पीछे अम्बेडकर रोड, कालकागढ़ी चौक, गाजियाबाद पर विवाह योग्य वैश्य युवक युवतियों हेतु 64वां मासिक परिचय सम्मेलन प्रेमचंद गुप्ता चेयरमैन दुर्गा वाशिंग पाउडर के सौजन्य से आयोजित किया गया। जिसमें समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद गुप्ता ने सभी प्रत्याशियों, अभिभावको एवं उपस्थित समाजसेवियों का अभिनंदन करते हुए उन्हें स्वतन्त्रता दिवस सम्मेलन की शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होने बताया कि इस सम्मेलन के माध्यम से प्रत्याशियों को पत्रिका में एक बार पंजीकरण कराना होता है व उन्हे हर माह होने वाले परिचय सम्मेलन में सादर आमन्त्रित किया जाता है एवं आयोजन में उपस्थित युवती प्रत्याशियों को मंच के माध्यम से परिचय देने पर पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया। 

संयोजक अजय कुमार गोयल ने बताया कि इस माह परिचय सम्मेलन में 67 नये प्रत्याशियों के पंजीकरण हुए एवं पत्रिका में पूर्व में पंजीकृत हुए प्रत्याशियों से सम्पर्क करने पर 09 प्रत्याशियों के वैवाहिक सम्बन्ध तय होने की जानकारी प्राप्त हुई है जो कि समिति के लिए बहुत ही हर्ष का विषय है। यह कार्य सभी पदाधिकारियों एवं अभिभावकों के सहयोग से सम्भव हो पाया है। पत्रिका के संपादन का कार्य अनुराग अग्रवाल के सहयोग से पूर्ण कर पत्रिका का विमोचन किया गया। 

सम्मेलन को सफल बनाने में अध्यक्ष प्रेमचंद गुप्ता, अजय कुमार गोयल, अनुराग अग्रवाल, विजेन्द्र गर्ग हापुड, बुद्धगोपाल गोयल, सतीश गुप्ता, अमित गोयल, अंशु बंसल, राकेश मित्तल, रविन्द्र गर्ग, रमेशचंद मित्तल, लक्ष्मी नारायण सिंघल, बी दयाल अग्रवाल, विष्णु गुप्ता, नरेन्द्र गुप्ता, गिरीश सिंघल, भारती गर्ग, गीता अग्रवाल, राजकिशोर, नेहा मित्तल, रिचा, तपेन्द्र गोयल, महेन्द्र गुप्ता एवं समस्त पदाधिकारियों का विशेष सहयोग रहा।

सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी की जिला एवं महानगर कार्यकारिणी गठित





धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

साहिबाबाद। रविवार को सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी ( सुभास पार्टी )की पार्टी कार्यालय पर एक विशेष बैठक आयोजित की गई जिसमें बीर सिंह त्यागी के नेतृत्व में गाजियाबाद की जिला एवं श्यामवीर सिंह यादव के नेतृत्व में महानगर कार्यकारिणी गठित की गई।

बैठक की शुरुआत भारत माता के चित्र पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव द्वारा माल्यार्पण कर की गई बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अशोक श्रीवास्तव ने कहा सुभाष वादी पार्टी दिन प्रतिदिन अपनी पकड़ समाज में मजबूत करती जा रही है और शीघ्र ही एक मजबूत विकल्प के रूप में जनता के सामने आएगी। जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए आज गाजियाबाद की जिला कार्यकारिणी एवं महानगर कार्यकारिणी गठित की जा रही है जिससे कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकें। कार्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संयोजक सत्येंद्र यादव ने कहा गाजियाबाद जिले एवं महानगर की नई कार्यकारिणी पुराने पदाधिकारियों के साथ मिलकर नई ऊर्जा के साथ पार्टी को नए मुकाम पर पहुंचाने का कार्य करेगी और नवीन कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए बताया वीर सिंह त्यागी गाजियाबाद जिला अध्यक्ष श्यामवीर सिंह यादव महानगर अध्यक्ष, मीनाक्षी चौधरी महिला जिला अध्यक्ष, अभिनंदन तिवारी जिला अध्यक्ष विधि प्रकोष्ठ, अविनाश अग्रवाल जिला अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक, शिव कुमार रघुवंशी जिला अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ , कमलेश श्रीवास्तव जिला अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ , राजकुमारी यादव महानगर महिला अध्यक्ष, प्रभा शंकर सिंह महानगर युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष, मुरादनगर विधानसभा अध्यक्ष सियाराम यादव, साहिबाबाद विधानसभा अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह भदौरिया, लोनी विधानसभा अध्यक्ष जय प्रकाश दुबे, गाजियाबाद विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप पाठक, आदि के नेतृत्व में जिला एवं महानगर कार्यकारिणी गठित की गई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीएन वर्मा ने कहा की नव कार्यकारिणी प्रत्येक सामंजस्य से परिपूर्ण है जिसका रिजल्ट अवश्य ही अच्छा आएगा नई कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी को शुभकामनाएं देते हुए पार्टी के सांसद प्रभारी बीएल बत्रा जी ने कहा के सभी कार्यकर्ता सभी पदाधिकारी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के मान सम्मान के साथ पार्टी को आगे लेकर चलेंगे इस अवसर पर मुख्य रूप से अनिल सिन्हा मनोज कुमार शर्मा विनोद अकेला अनिल मिश्रा सुनिल दत्त..आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

सरदार सिंह भाटी व रवि भाटी के ​नेतृत्व में निकाली तिरंगा यात्रा



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

साहिबाबाद। तिंरगा यात्रा स्वामी विवेकानन्द चौक विक्रम एंक्लेव वार्ड 37 शालीमार गार्डन से 100 फुट लम्बा तिरंगा लेकर तिंरगा यात्रा निकाली गई। तिंरगा यात्रा आयोजक सरदार सिंह भाटी पूर्व डिप्टी मेयर ने बताया यह तिंरगा यात्रा स्वामी विवेकानंद चौक से प्रारम्भ होकर एस मेमोरियल स्कूल छाबड़ा कॉलोनी से होकर लक्ष्मी नारायण मंदिर छाबड़ा कॉलोनी से होकर 80 फुट रोड़ M टाइप से होकर छत्रपति शिवाजी चौक से होकर गौरी शंकर एंक्लेव से होकर प्राचीन श्रीराम मंदिर शालीमार गार्डन मैन से होकर जवाहर पार्क मैन रोड से होकर मन्दिर वाली गली से होकर शालीमार गार्डन मैन रोड़ स्वामी विवेकांनद कंपाउंड भारत माता चौक शालीमार गार्डन पर यात्रा समाप्त हुई। मैं सभी कार्यकर्ताओं एवम क्षेत्रवासियो का धन्यवाद करता हूं जो हजारों की संख्या में तिरंगा यात्रा में सम्मिलित हुए। 

यात्रा सयोजक रवि भाटी पार्षद वार्ड 37 शालीमार गार्डन ने बताया यह तिंरगा यात्रा क्षेत्रवासियो को जागरूक करने के लिए निकाली गई माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा घर घर तिंरगा हर घर तिंरगा अभियान चलाया जा रहा है। सभी देशवासीगण दिनाक 13/8/2023 से 15//8/2023 तक हर घर तिंरगा घर घर तिंरगा पूरे देश में अपने घरों में लगाए।

कालीचरण पहलवान पार्षद ने अच्छी व्यवस्था के लिए सभी प्रशासन के अधिकारियो का धन्यवाद किया। तिंरगा यात्रा में हजारों की संख्या में देशभक्त रहे।

ललित जायसवाल की अध्यक्षता में यूपी स्टेट बैडमिंटन चैंपियनशिप का समापन समारोह सम्पन्न








धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। यूपी स्टेट बैडमिंटन चैंपियनशिप के समापन समारोह में विजेताओं को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल रहे तथा अध्यक्षता श्री ललित जायसवाल ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सतीश शर्मा, श्री देवेंद्र हितकारी, श्री विपिन राठी, श्री अमित शर्मा आदि उपस्थित रहे। सभी खिलाड़ियों को कैश प्राइज, मनी मूमेंटो तथा मिठाई देकर सम्मानित किया गया। यूपीबीए के अंपेयर्स को मेडल तथा कैश मनी देकर  सम्मानित किया। इस अवसर पर निशा यादव, दिव्यांशु, सौरव गुप्ता, संजीव कुमार, शिखा त्यागी, सुहानी चौधरी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गाजियाबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव नरेंद्र शर्मा ने किया।


दुलारी सामाजिक सेवा समिति ने मनाया हरियाली तीज उत्सव




धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

सावन के गीत और मल्हार के साथ भजन कीर्तन किया गया

साहिबाबाद। लाजपत नगर साहिबाबाद में दुलारी समिति द्वारा संचालित प्रौढ़ शिक्षा केंद्र पर दुलारी सामाजिक सेवा समिति द्वारा सावन मास में पड़ने वाले महिलाओं के लिए विशेष हरियाली तीज के त्यौहार पर   दुलारी समिति की सभी महिलाओं ने मिलकर कीर्तन कर हरियाली तीज का त्यौहार मनाया।  जिसमें  सभी ने मिलकर ईश्वर के भजन गाए। माता रानी की पूजा की और सावन के गीतों के साथ नृत्य प्रस्तुत किया ।   सावन के गीत और मल्हार के साथ भजन कीर्तन किया गया । हरियाली तीज के त्यौहार के उपलक्ष में सभी महिलाओं ने हरे रंग के वस्त्र धारण किए और एक दूसरे को  वातावरण को हरा-भरा करने के लिए पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया।   दुलारी समिति के अध्यक्ष राधिका शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। कीर्तन के अंत में सभी को प्रसाद भोजन  देकर आभार व्यक्त किया । इस कार्यक्रम में विशेष सहयोगी राधिका शर्मा, मीनाक्षी शर्मा, रंजना कुमारी, सारंधा गॉड ,सुधा श्रीवास्तव, सिम्मी शर्मा, शुभी शर्मा, आशा शर्मा सहयोग प्रदान किया।

डेंगू-मलेरिया विभाग ने इंदिरापुरम में की बैठक, लोगों को जागरूक किया




समीक्षा न्यूज नेटवर्क

गाजियाबाद। महानगर में बढ़ते डेंगू-मलेरिया के प्रकोप के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत डेंगू मलेरिया विभाग की टीम सक्रिय हो चुकी है और जगह-जगह पर जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आरडब्ल्यूए की टीम से मिलकर उन्हें जागरुक करते हुए समुचित ट्रेनिंग दे रही है। इसी कड़ी में इंदिरापुरम स्थित आम्रपाली ग्रीन ऑफिस में बुद्धवार  एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पार्षद डॉक्टर अनिल तोमर, पार्षद धीरज अग्रवाल, पार्षद प्रीति जैन, डॉ स्मृति के अलावा स्वास्थ्य विभाग के इंस्पेक्टर रजत एवं उनकी टीम के अन्य सदस्यों ने भाग लिया।

बैठक में बताया गया कि डेंगू-मलेरिया लारवा जांच अभियान आरंभ कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थानीय निवासी गण एवं आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को डेंगू का लारवा इकट्ठा होने से रोकने के लिए उपाय बताए और यह समझाया कि कहां-कहां पर ऐसा लारवा पैदा हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अमरपाली ग्रीन सोसाइटी एवं आसपास में डेंगू के लारवा की चेकिंग की, जिसमें बहुत सी जगह पर डेंगू का लारवा पाया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरडब्ल्यूए तथा समिति के निवासीगण से परिसर में पानी एकत्रित ना होने देने की अपील की और इसको हर हाल में सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।

वहीं, लोगों को यह भी जानकारी दी गई कि सड़कों पर एवं बाहर की नालियों में एंटी लारवा का छिड़काव सरकारी मशीनों द्वारा कराया जा रहा है। साथ ही सोसाइटी के कॉमन परिसर में भी एंटी लारवा का छिड़काव किया जाएगा। बैठक में स्पष्ट हिदायत दी गई कि पानी का एकत्रीकरण रोकने की जिम्मेदारी स्थानीय लोगों व उनके आरडब्ल्यूए की होगी एवं घरों में घरों के मालिकों की होगी। स्वास्थ्य टीम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अबतक जहां-जहां भी  डेंगू का लारवा पाया गया, वहां के जिम्मेदार व्यक्ति को नोटिस भी दिया गया है। आगे भी डेंगू को फैलने से रोकने के लिए जनजागरूकता अभियान जारी रखा जाएगा, जो कि बहुत जरूरी है। इसी रणनीति के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाकों में जाकर लारवा  चेक करेगी तथा अगर जल का एकत्रीकरण पाया गया तो वहां पर नोटिस जारी करेगी।

बताया गया है कि सड़कों पर मौजूद अतिक्रमणकारी व्यक्तियों के यहां पर भी डेंगू के लारवा की जांच की जाएगी और लार्वा मिलने पर उन्हें दंडित किया जाएगा। ऐसा ही अभियान सभी सोसाइटियों में भी चलाया जाएगा तथा पानी एकत्रित होने की जानकारी मिलने पर सम्बन्धित के खिलाफ जुर्माना भी किया जाएगा। टीम ने लोगों को आगाह किया है कि डेंगू का लारवा एवं मच्छर साफ पानी में पैदा होते हैं। बरसात के इस मौसम में बहुत शीघ्र ही लार्वा फैलने का कार्य होता है। इसलिए आरडब्लूए को जागरुक करने एवं समुचित ट्रेनिंग देने के लिए  बैठक रखी गई थी।

श्रीमती शालिनी सिंह बनी सामाजिक संगठन महिला उन्नति संस्था की राष्ट्रीय प्रवक्ता



समीक्षा न्यूज संवाददाता

गाजियाबाद। महिला उत्थान को समर्पित संगठन महिला उन्नति संस्था ने ग्रेटर नोएडा निवासी वरिष्ठ समाज सेविका श्रीमती शालिनी सिंह को संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद पर मनोनीत किया,  उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपते हुए संगठन की मुख्य संरक्षक इंदू गोयल ने कहा कि शालिनी ग्रेटर नोएडा मे पिछले काफी समय से समाज सेवा से जुड़ कर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही है और अब वह संगठन के साथ जुड़कर सक्रिय रूप से महिला उत्थान के लिए काम करना चाहती है। वही शालिनी सिंह ने कहा की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का उनका सपना रहा है, वह एक ऐसे संगठन से जुड़कर काम करना चाहती थी जो महिला उत्थान को समर्पित हो। महिला उन्नति संस्था से जुड़कर काफी अच्छा महसूस कर रही है। इस अवसर पर संस्थापक डा.राहुल वर्मा, कोऑर्डिनेटर मनोज झा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणवीर चौधरीआदि सदस्य उपस्थित रहे।

एडवोकेट दर्शनानंद गौड़ मानद डॉक्टरेट उपाधी से सम्मानित



समीक्षा न्यूज 

सुशील कुमार शर्मा, स्वतंत्र पत्रकार)

गाजियाबाद। सर्वोच्च न्यायालय मध्यस्थता  केन्द्र में मीडियेटर तथा  सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की  कार्यकारिणी के दो बार सदस्य रहे  गाजियाबाद के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं गाजियाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दर्शनानंद गौड़  को नई दिल्ली के लाजपत नगर स्थित  लाजपत भवन के आडिटोरियम में विधि के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को दृष्टिगत रखते हुए "डाक्ट्रेट आफ विधि" की मानद उपाधि  एक गरिमामय शानदार समारोह में प्रदान की गई। 

इस समारोह में  डॉ. दर्शनानंद गौड के अतिरिक्त  सोनीपत के जनपद न्यायाधीश शैलेन्द्र सिंह तथा  दिल्ली उच्च न्यायालय,बार एसोसिएशन के महामंत्री संदीप शर्मा तथा हरियाणा- पंजाब उच्च न्यायालय के अतिरिक्त महाधिवक्ता  अरूण भारद्वाज तथा दिल्ली विधानसभा के सदस्य एवं नईदिल्ली बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मदन लाल एवं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सहित देश के 12 नागरिकों को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

15 दिवसीय युवा संस्कार अभियान का दूसरा भव्य कार्यक्रम





समीक्षा न्यूज संवाददाता

स्वतंत्रता आंदोलन में आर्य समाज का सर्वाधिक योगदान- राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

आर्य युवा,आर्य समाज राष्ट्रीय एकता के लिए कार्य करेंगे - राजेन्द्र भटनागर

गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् एवं आर्य समाज समर्पण शोध संस्थान राजेन्द्र नगर के संयुक्त तत्वावधान में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200 वीं जयंती के अवसर पर श्रावणी पर्व के उपलक्ष्य में युवा संस्कार अभियान के अंतर्गत साहिबाबाद के 4/42,सेक्टर 5,राजेन्द्र नगर में आजादी के दीवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया जोकि अमूल डेयरी राजेन्द्र से चलकर मुख्य मार्गों पंचशील पार्क,श्याम पार्क,जिंदल मार्केट,शांति चोक,प्रेरणा पार्क एवं बुद्धा पार्क से होती हुई आर्य समाज समर्पण शोध संस्थान में भारत माता की जय,वंदे मातरम् के नारे लगाते हुए तथा देश भक्ति के गीत गाते हुए पहुंचे।तिरंगा यात्रा का मार्ग में कई स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया।

यज्ञ के ब्रह्मा वेद प्रकाश शास्त्री ने यज्ञ एवं यज्ञोपवीत संस्कार कराया।मुख्य यज्ञमान श्रीमती सौम्या आर्या,श्री अभय आर्य, श्रीमती आशा यादव एवं श्री के के यादव रहे।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में आर्य समाज का सर्वाधिक योगदान रहा है।आर्य समाज व महर्षि दयानंद जी से प्रेरणा पाकर हजारों नोजवान आजादी की लड़ाई में कूद पड़े, कइयों को फांसी व आजीवन कारावास की सजा मिली। हैदराबाद के आंदोलन में आर्य समाज के प्रचण्ड संघर्ष व बलिदान के कारण निजाम को घुटने टेकने पडे।आज सभी को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ लेनी चाहिए।उन्होंने बताया आज युवा संस्कार अभियान के अंतर्गत एनसीआर में 14 स्थानों पर यज्ञोपवीत संस्कार के कार्यक्रम किये गए।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य  ने महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200 वीं जयंती के अवसर पर यज्ञोपवीत संस्कार,सनातनी संस्कृति, देशभक्ति पर मार्ग दर्शन किया।

सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक सर्वश्री बिजेंद्र सिंहओम पाल शास्त्री एवं नरेश चन्द्र आर्य आदि ने यज्ञोपवीत महिमा के गीत प्रस्तुत किए जिसे सुनकर श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए।

आचार्य राकेश भटनागर ने यज्ञोपवीत के महत्व की विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि आर्य, हिन्दू की पहचान यज्ञोपवीत और चोटी से होती थी जोकि आज दोनों गायब हैं,आज इस  सांस्कृतिक चिन्ह को पुनः धारण करने की आवश्यकता है।उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के रंगों की भी विस्तृत व्याख्या की।

मुंबई से पधारे श्री राजेन्द्र भटनागर ने कहा कि आर्य युवा,आर्य समाज राष्ट्रीय एकता के लिए कार्य करेंगे।स्वामी दीक्षा नन्द सरस्वती के आश्रम में आर्य समाज बनाने की काफी समय से चर्चा थी जो अब पूर्ण हुई है, उन्होंने आगे कहा कि आचार्य को उपनयन बताया है जो विद्याथियों को मार्ग दिखाता है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री मदन राय निगम पार्षद, प्रमोद चौधरी, देवेन्द्र आर्य,सुरेश प्रसाद,त्रिलोक शास्त्री,सौरभ गुप्ता,राज कुमार आर्य,अनिल तोमर,अभय यादव आदि मौजूद रहे।

कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री सुरेश आर्य ने किया। शांतिपाठ एवं ऋषि लंगर के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।


तैनाती स्थल पर ही रात्रि प्रवास करें चिकित्सक : मुख्यमंत्री




धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

जेई-एईएस के मामलों में 98 फीसद से अधिक कमी, समूल उन्मूलन शीघ्र : सीएम योगी

वीडियो कांफ्रेंसिंग से गोरखपुर-बस्ती मंडल में संचारी रोगों की समीक्षा की सीएम ने

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर तैनात चिकित्सक अपनी तैनाती स्थल पर ही रात्रि प्रवास (नाइट स्टे) करें। रात में सीएचसी-पीएचसी आने वाले मरीजों के इलाज में कोई असुविधा नहीं आनी चाहिए। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिकित्सकों की तैनाती स्थल पर नाइट स्टे की मॉनिटरिंग कर शासन को रिपोर्ट प्रेषित करें। जन स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की उच्च प्राथमिकता का विषय है और इसमें किसी भी तरह की कोताही अक्षम्य होगी। 

सीएम योगी रविवार सुबह सर्किट हाउस में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गोरखपुर-बस्ती मंडल में जेई-एईएस समेत सभी संचारी रोगों के रोकथाम व स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग में गोरखपुर के जनप्रतिनिधि, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व्यक्तिगत उपस्थित थे जबकि शेष अन्य छह जिलों के वर्चुअल मोड में। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले दोनों मंडलों के सभी जनपदों (गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर) में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई), एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के नियंत्रण, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों की स्थिति और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी ली। 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जेई और एईएस के नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य समेत अन्य कई विभागों की सराहना करते हुए कहा कि पांच-छह वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस दिशा में काफी अच्छा कार्य हुआ है। जेई और एईएस के मामलों में 98 फीसद से अधिक कमी आई है। इससे मृत्यु दर भी शून्य के करीब है। बहुत जल्द इसका समूल उन्मूलन कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेई-एईएस पर नियंत्रण को लेकर अंतर विभागीय समन्वयन के मंत्र का आगे भी सतत अनुसरण होते रहना चाहिए। 

हर तरह के संचारी रोग को लेकर सतर्क रहे स्वास्थ्य विभाग

वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य संचारी रोगों, डेंगू, चिकनगुनिया आदि को लेकर वही सतत सतर्कता जरूरी है। संचारी रोगों को पनपने से रोकने के लिए आशा बहनों से संवाद बनाकर लोगों को जागरूक किया जाए।  बीमार होने की दशा में त्वरित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मरीजों को अस्पताल लाने में सुगमता रहे, इसके लिए 102 व 108 एम्बुलेंस सेवाओं का भी पर्यवेक्षण होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने वर्तमान में चल रहे टीबी व फाइलेरिया नियंत्रण अभियान की भी समीक्षा की और कहा कि जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। 

प्लेटलेट्स की न होने पाए कमी

मुख्यमंत्री ने डेंगू की चर्चा करते हुए कहा कि इस बीमारी में प्लेटलेट्स की काफी मांग बढ़ जाती है। सभी डीएम सीएमओ ब्लड बैंकों से संवाद व संपर्क कर यह सुनिश्चित करें कि किसी भी दशा में प्लेटलेट्स की कमी न रहे। किसी ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स की कालाबाजारी की शिकायत आए तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

उच्चीकृत होंगे, सीएचसी-पीएचसी, बांसी में 100 बेड का अस्पताल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र की सीएचसी-पीएचसी को उच्चीकृत करने का प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। शासन से उस पर सकारात्मक कदम उठाया जाएगा। इस दौरान डुमरियागंज के सांसद की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बांसी सीएचसी को उच्चीकृत कर वहां 100 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों से अपनी निधि का प्रयोग स्कूल व अस्पतालों की कनेक्टिविटी के लिए करने तथा संचारी रोगों के नियंत्रण में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। 

जहां कमी हो वहां संविदा पर तैनात करें चिकित्सक

वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र के सीएचसी-पीएचसी पर चिकित्सकों की कमी का जिक्र किया। इस पर सीएम योगी ने कहा कि जहां भी चिकित्सक कम हैं, डीएम व सीएमओ वहां संविदा पर चिकित्सक तैनात करें। किसी भी सूरत में लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर बुरा असर नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां भी नए स्वास्थ्य केंद्र के भवन बन गए हैं, उन्हें संसाधन व स्टाफ के साथ शीघ्र संचालित कराया जाए।

प्रदेश में बिजली सरप्लस, आपूर्ति की हो मॉनिटरिंग

वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ जनप्रतिनिधियों ने विद्युत आपूर्ति को लेकर अपनी बात रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली सरप्लस है ऐसे में आपूर्ति में दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कमिश्नर व डीएम को हिदायत दी कि बिजली आपूर्ति की मॉनिटरिंग कर उन्हें रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।

विदेशों में संकटग्रस्त यूपीवासियों को लाएंगे वापस : मुख्यमंत्री




समीक्षा न्यूज नेटवर्क

जनता दर्शन में सीएम योगी ने सुनीं 200 लोगों की समस्याएं

गोरखपुर। गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। जनता दर्शन में देवरिया व कुशीनगर से कुछ महिलाओं ने अपने परिजनों के थाइलैंड, ओमान आदि देशों में फंसे होने की जानकारी देकर उनकी वतन वापसी की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि चिंता मत करिए, सबकी मदद की जाएगी। विदेशों में फंसे लोगों की वापसी कराई जाएगी। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि दूतावास से संपर्क कर जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 

गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक सीएम योगी खुद पहुंचे और एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान करीब 200 लोगों से मुलाकात कर उन्होंने सबको आश्वस्त किया कि सबकी समस्या का निस्तारण कराना उनकी प्रतिबद्धता है। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत भी दी कि हर पीड़ित के साथ संवेदनशील व्यवहार अपनाते हुए उसकी मदद की जाए। किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले किसी भी सूरत में बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी दबंग, माफिया, अपराधी किसी की जमीन पर कब्जा न करने पाए। आपराधिक मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाए। 

मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। जनता दर्शन में कुछ महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी आए थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें दुलारकर आशीर्वाद दिया। उनका नाम और स्कूल जाने के बारे में पूछा। उन्हें अपने हाथों से चॉकलेट गिफ्ट करते हुए खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।

Saturday, 12 August 2023

अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ अभियान का शुभारम्भ




समीक्षा न्यूज नेटवर्क

मुख्यमंत्री जी ने युवाओं को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलायी, ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के लिए हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया 

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश के युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों से जोड़ने का अभियान चल रहा : मुख्यमंत्री 

प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने  के लिए अलग-अलग स्तर पर अनेक प्रयास प्रारम्भ

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेधावी विद्यार्थियों  के लिए प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे

नशा अन्दर ही अन्दर व्यक्ति को खोखला कर देता नशे से जितना दूर रहेंगे हमारी क्वालिटी आप लाइफ उतनी ही 

बेहतर होगी, इसलिए हम सभी को इस अभियान से जुड़ना होगा

यूनिसेफ और पाथ जैसी संस्थाओं ने केन्द्र और राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय बनाकर कार्य किया, परिणामस्वरूप 

राज्य से इंसेफेलाइटिस बीमारी पूरी तरह समाप्त युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनका स्किल डेवलपमेंट किया जा रहा

युवाओं में खेलकूद के प्रति रचनात्मक भावना पैदा करने के लिए प्रत्येक गांव में खेल का मैदान, ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम, 

प्रत्येक जनपद में एक स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा 

प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए अपने आसपास के लोगों और दोस्तों  से सतर्क रहना चाहिए : केन्द्रीय राज्य मंत्री, आवास एवं शहरी मामले

मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रण लेना होगा कि हमें अपने प्रदेश और देश को नशा मुक्त बनाना : उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक 

मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान से प्रदेश नशा मुक्त बनेगा : खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस-2023 की थीम ‘ग्रीन स्किल्स फॉर यूथः टुवर्ड्स अ सस्टेनबल वर्ल्ड’

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रदेश के युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों से जोड़ने का अभियान चल रहा है। प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग स्तर पर अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेधावी विद्यार्थियों के लिए प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी आज अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर यहां ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ अभियान का शुभारम्भ करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित युवाओं को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलायी। उन्हांने ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के लिए हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य के युवाओं को ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के संकल्प के साथ जुड़ने के लिए आगे आना होगा। संयुक्त राष्ट्र की आमसभा द्वारा 17 दिसंबर 1999 को 12 अगस्त की तिथि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मान्य की गई। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस तिथि को मान्यता मिलने के पश्चात दुनिया भर के युवा यूनिसेफ के साथ मिलकर प्रतिवर्ष एक नई थीम के साथ इस अभियान का हिस्सा बनते हैं। अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस-2023 की थीम ‘ग्रीन स्किल्स फॉर यूथः टुवर्ड्स अ सस्टेनबल वर्ल्ड’ है।

यूनिसेफ प्रदेश में अनेक कार्यक्रमों के साथ जुड़ा हुआ है। कई बीमारियां वर्षों से हमारे युवाओं और बच्चों को निगल जाती थी। यूनिसेफ और पाथ जैसी संस्थाओं ने केन्द्र और राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय बनाकर कार्य किया परिणामस्वरूप राज्य से इंसेफेलाइटिस बीमारी पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। वर्ष 2017 से पूर्व इस बीमारी से हजारों बच्चों की असमय मृत्यु हो जाती थी, अब इस समस्या का समाधान किया जा चुका है। इंसेफलाइटिस बीमारी के विरुद्ध सरकार का यह कार्यक्रम यदि सफलता प्राप्त कर सकता है, तो मनुष्य स्वयं की आदतों के कारण जो बीमारी पैदा करता है, उसका समाधान क्यों नहीं हो सकता।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री कौशल किशोर ने स्वयं अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे उनका पुत्र दोस्तों के चंगुल में फंसकर नशे का आदी बना और अंततः उसकी मृत्यु हो गई । जिस आयु में युवा को समाज और देश के भविष्य के बारे में चिंतन करते हुए नए सपनों को बुनना और उसके अनुसार पुरुषार्थ करना चाहिए यदि उस आयु में वह नशे का आदी हो जाएगा, तो वह समाज में क्या योगदान दे पाएगा। नशा अन्दर ही अन्दर व्यक्ति को खोखला कर देता है। व्यक्ति किसी लायक नहीं रहता।

नशा नाश और जवानी को समाप्त करने का कारण है। इससे दूर रहकर स्वस्थ चिंतन को बढ़ावा देना चाहिए। बहुत सारे लोग खैनी खाते हैं। खैनी का दातों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जो पदार्थ दांतों का रंग बदलकर उनको नष्ट कर देता है, उसका फेफड़े ,खाने की नली और अमाशय पर क्या असर पड़ता होगा आप सहज अनुमान लगा सकते हैं। हम नशे से जितना दूर रहेंगे हमारी क्वालिटी आप लाइफ उतनी ही बेहतर होगी। इसलिए हम सभी को इस अभियान से जुड़ना होगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक युवा भारत में हैं। एक मान्यता के अनुसार युवाओं की 60 से 65 करोड़ जनसंख्या भारत में निवास करती है। 15 वर्ष से 55 वर्ष तक आयु की जनसंख्या को युवा की श्रेणी में रखा जाता है। उत्तर प्रदेश में लगभग 9 करोड़ युवा आबादी है। इन 9 करोड़ युवाओं के सपने को एक नई उड़ान देनी है। इनके सपनों का प्रदेश बनाना है तो उन्हें इस अभियान से जोड़ना ही होगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश का युवा कल्याण विभाग यूनिसेफ के साथ मिलकर व्यापक जन जागरूकता का कार्यक्रम चल रहा है। 

युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनका स्किल डेवलपमेंट किया जा रहा है, ताकि प्रदेश और देश आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। प्रदेश के छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की विशेष व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं में खेलकूद के प्रति रचनात्मक भावना पैदा करने के लिए प्रत्येक गांव में खेल का मैदान, ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम, प्रत्येक जनपद में एक स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में ओलम्पिक गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 06 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 01 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की व्यवस्था है।

डबल इंजन की सरकार खिलाड़ियों को जो मंच उपलब्ध करा रही है, उस मंच का बेहतर उपयोग कर रचनात्मकता के साथ ऊर्जा का उपयोग करते हुए यदि कार्य करेंगे तो आपका भविष्य उज्ज्वल होगा। इसी उज्ज्वल भविष्य को बनाए रखने के लिए अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नशा मुक्त प्रदेश सशक्त प्रदेश के अभियान के साथ हम सब जुड़े हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्टेडियम में उपस्थित युवा शक्ति को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलाते हुए कहा कि ‘हम आज नशा मुक्त प्रदेश अभियान के अन्तर्गत एकजुट होकर प्रतिज्ञा करते हैं कि न केवल स्वयं को बल्कि समुदाय, परिवार,मित्र को भी नशा मुक्त कराएंगे। हम अपने प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव प्रयास करेंगे’। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने नशा मुक्ति हेतु हस्ताक्षर अभियान में अपने हस्ताक्षर किए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आवास एवं शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर ने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए  अपने आसपास के लोगों और दोस्तों से सतर्क रहना चाहिए। एक बार नशे की आदत लगने के बाद  नशे की लत में बच्चे और युवा निरंतर इस जाल में फंसते चले जाते हैं। कोई कितना भी खास दोस्त या रिश्तेदार हो यदि नशे के लिए आप पर दबाव डालता है तो आप समझ जाइए कि वह आपको नशे के जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके लड़के ने नशे की आदत में पड़कर अपनी जान गवां दी। नशे की लत पड़ने के बाद जब एक सांसद और विधायक का पुत्र नहीं बचाया जा सका तो आम नागरिक का क्या होगा। इसलिए युवाओं को नशे की लत से हमेशा दूर रहना चाहिए।

उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज से 24 वर्ष पूर्व संयुक्त राष्ट्र ने निर्णय लिया था कि प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाएगा। दुनिया में युवाओं की सर्वाधिक आबादी भारत में है, देश में सर्वाधिक उत्तर प्रदेश में है। इसलिए प्रदेश की भूमिका देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नशा मुक्त बनाने के लिए युवाओं को शपथ दिलाने का कार्य किया गया है। यह अत्यन्त प्रशंसनीय कार्य है। 

देश तेजी के साथ विकास की ओर अग्रसर है इसमें युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनामी की तरफ बढ़ रहा है। प्रदेश के युवा ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना, कौशल विकास योजना से निरंतर जुड़ रहे हैं, और प्रदेश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे रहे हैं। आज हम सबको मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रण लेना होगा कि हमें अपने प्रदेश और देश को नशा मुक्त बनाना है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश निरंतर ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। आज मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान से प्रदेश नशा मुक्त बनेगा। लाखों परिवारों को नशे से निजात मिलेगी। नशे के कारण होने वाली अनेक बीमारियों से भी मुक्ति मिलेगी।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, यूनिसेफ के चीफ ऑफ फील्ड ऑफिस श्री जकरी एडम, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सचिव खेल और युवा कल्याण श्री सुहास एल0वाई0, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, युवा व महिला मंगल दल के सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

ऋषभ राणा सेवादल के प्रदेश कोषाध्यक्ष नियुक्त



 धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ऋषभ राणा को उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल पश्चिम जोन का प्रदेश कोषाध्यक्ष बनाया गया है। मालूम हो कि श्री राणा कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठो में विभिन्न पदों को सुशोभित कर चुके हैं। कांग्रेसी नेता ऋषभ राणा पार्टी के प्रति कर्तव्यनिष्ठ व समर्पण के चलते पार्टी में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि श्री राणा को यह जिम्मेदारी देने से क्षेत्र में कांग्रेस का प्रचार प्रसार बढेगा। श्री राणा ने प्रदेश कोषाध्यक्ष बनने पर कहा कि कांग्रेस नेतृत्व द्वारा जो भी जिम्मेदारियां उन्हें दी गई हैं उनका कर्तव्यनिष्ठा से निर्वाहन किया है और इस नई जिम्मेदारी को भी वह एक चुनौती की तरह स्वीकार करते हुए अपना शत-प्रतिशत योगदान देते हुए पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। इस अवसर पर ऋषभ राणा ने शीर्ष नेतृत्व का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। उनके मनोनयन से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है कई कांग्रेसी दिग्गजों ने उन्हें नई जिम्मेदारी की शुभकामनाएं दी।

Friday, 11 August 2023

धामा दंपत्ति नगर पालिका से लेकर कैंप कार्यालय तक कर रहे जनसमस्याओं का निस्तारण






धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

लोनी। एक जनप्रतिनिधि का फर्ज है कि अपने क्षेत्र की प्रत्येक जनसमस्या का प्राथमिकता से निस्तारण कराए और जनता की समस्या को अपनी अपनी समस्या मानकर उनके हर दुख सुख में शामिल हो और इसी कसौटी पर लोनी नगर पालिका की चेयरमैन रंजीता धामा और पूर्व चेयरमैन मनोज धामा खरे उतरते हुए नजर आ रहे हैं। जहां आमतौर पर नगर पालिका से जुड़े जनप्रतिनिधि एक तय समय में जनता से मिलना पसंद करते हैं और केवल कुछ ही घंटों में सरकारी कार्यालय में बैठकर केवल अपने निकाय से संबंधित कार्यों का निपटारा करते हैं। लेकिन इससे उलट लोनी  नगर पालिका चेयरमैन रंजीता धामा और पूर्व चेयरमैन मनोज धामा सुबह से लेकर शाम तक लोगों की समस्याओं का निस्तारण करते हुए नजर आ रहे हैं। जहां एक तरफ चेयरमैन रंजीता धामा नगर पालिका कार्यालय में लोगों की जनसुनवाई कर उनकी समस्याओं का निस्तारण कर रहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व चेयरमैन मनोज धामा अपने बेहटा हाजीपुर स्थित कैंप कार्यालय पर लोनी क्षेत्र की जनता का स्वागत करने के लिए देर रात तक मौजूद रहते हैं। प्रत्येक दिन अल सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का आवागमन चेयरमैन कार्यालय पर जारी रहता है। वहीं जब हमने इस संबंध में धामा दम्पति से बात की चेयरमैन रंजीता धामा का कहना था कि जिस कार्य के लिए लोनी की जनता ने उनके परिवार पर लगातार तीसरी बार विश्वास जताया है , बस मेरा प्रयास है कि उनके विश्वास पर खरा उतर सकूं और पिछले कार्यकाल में जो कार्य छूट गए हैं ,उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा करा सकूं। वहीं मनोज धामा की मानें तो पहले कार्यकाल के दौरान हमने लोनी में 25 वर्ष बनाम 5 वर्ष का नारा दिया ही नहीं था बल्कि उसे साकार करने का भी पूरा प्रयास किया और उसी का परिणाम है कि जनता ने विश्वास करके हमें तीसरी बार नगर पालिका की जिम्मेदारी दी। जनता की कसौटी पर जनप्रतिनिधि अगर खरा ना उतरे तो जनता पांच वर्षों में ही उससे किनारा कर लेती है लेकिन जितना प्यार लोनी की जनता ने हमें दिया है,उसके हम जीवन भर ऋणी रहेंगें और रही बात जनसेवा की तो वो हमारे खून में हैं और मेरे दरवाजे सुबह दस से बारह बजे तक नहीं बल्कि 24 घंटे मेरे क्षेत्रवासियों के लिए खुले हुए हैं, वो जब चाहे अपनी समस्या लेकर यहां आ सकते हैं।

प्रदेश सरकार के लिए किसान का हित सर्वोपरि करने के लिए अनेक कदम उठाए: मुख्यमंत्री



समीक्षा न्यूज नेटवर्क

मुख्यमंत्री का विधान सभा में सम्बोधन

उ0प्र0 के बारे में देश और दुनिया की धारणाएं बदली, आज प्रदेश के नागरिक के सामने पहचान का संकट नहीं

प्रदेश सरकार बिना भेदभाव प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा का वातावरण प्रदान कर रही, प्रदेश में पर्व और त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाये जा रहे

पूरी दुनिया उ0प्र0 में निवेश करने के लिए उत्सुक, प्रदेश निर्यात के एक नए हब के रुप में स्थापित हो रहा

उ0प्र0 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर, एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर सदन में 36 घंटे की चर्चा होनी चाहिए

प्रदेश का निर्यात 86,000 करोड़ रु0 से बढ़कर वर्तमान में लगभग 02 लाख करोड़ रु0 हुआ

विगत 05 वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था व प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई

उ0प्र0 में प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से वर्ष 2017 से अब तक 55 लाख 20 हजार लोग लाभान्वित 

डबल इंजन की सरकार ने प्रयागराज में एक भू-माफिया के कब्जे से जमीन को मुक्त करा कर 76 गरीबों को आवास उपलब्ध कराए

प्रदेश के 02 करोड़ 61 लाख किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त कर रहे, किसानों के बैंक खाते में 59105 करोड़ रु0 अंतरित

राज्य सरकार ने खतौली चीनी मिल का पुनरुद्धार करके स्व0 चैधरी चरण सिंह के सपने को साकार किया

प्रदेश सरकार ने छाता की पुरानी चीनी मिल के स्थान पर एक इन्टीग्रेटेड शुगर काॅम्प्लेक्स की स्थापना की अनुमति दी, देवरिया सहित 

प्रदेश सरकार अन्य स्थानों पर भी इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा

वर्ष 2012-17 के मध्य गन्ना किसानों को 95,200 करोड़ रु0 का भुगतान, डबल इंजन की सरकार द्वारा गन्ना किसानों को अब तक 02 लाख 16 हजार करोड़ रु0 का भुगतान 

वर्ष 2012-17 के दौरान में सिंचाई की आठ परियोजनाएं पूर्ण र्हुइं, जबकि वर्ष 2017-22 की अवधि में 20 परियोजनाओं को पूरा किया गया

निजी नलकूप लगाने वाले सभी किसानों को निःशुल्क विद्युत उपलब्ध हो, इसके लिए 1,500 करोड़ रु0 का प्राविधान, 3,99,800 से अधिक किसानों को निजी नलकूप के कनेक्शन दिए

45,342 किसानों को सोलर पम्प प्रदान किये, वर्ष 2023-24 में 30,000 किसानों को इसके साथ जोड़ने की कार्रवाई प्रचलित

प्रदेश के 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना की सुविधा प्राप्त हो रही

भारत की दोनों वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी, कोरोना की चैथी लहर भारत के बाॅर्डर से ही वापस चली गयी

इनलैण्ड वाॅटर-वे अथॉरिटी के गठन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया

प्रदेश सरकार ने ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य की ओर तेजी के साथ आगे बढ़ने का कार्य किया

ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, नगर विकास विभाग द्वारा 30,642 तालाब और अमृत सरोवर बनाए गए, 09 नदियों को पुनर्जीवित किया गया, 

वर्तमान में लगभग 66 नदियों को पुनर्जीवित करने की कार्रवाई चल रही

विगत 06-07 वर्षों में 224 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद 41299 करोड़ रु0 डी0बी0टी0 के माध्यम से 

47 लाख 89 हजार अन्नदाता किसानों के बैंक खाते में अंतरित

वर्ष 2012-17 के दौरान 19 लाख 02 हजार किसानों से 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद, मात्र 12800 करोड़ रु0 का भुगतान

वर्ष 2017-23 के दौरान 53 लाख 68 हजार 600 से अधिक किसानों से 345 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद, डबल इंजन 

सरकार ने 63,936 करोड़ रु0 का भुगतान अन्नदाता किसानों को किया

वर्ष 2012-17 के मध्य 14 लाख 87 हजार किसानों से 123 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद, 17,190 करोड़ रु0 का भुगतान

वर्ष 2017 से 2023 के बीच 162 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए गये, 12 लाख 80 हजार हेक्टेयर भूमि आच्छादित

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रदेश सरकार के लिए किसान का हित सर्वोपरि है। इसके लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार लगातार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि किसी भी स्थिति में अन्नदाता किसान की उपेक्षा न हो। प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा का वातावरण प्रदान कर रही है। उत्तर प्रदेश के बारे में देश और दुनिया की धारणाएं बदली हंै। आज प्रदेश के किसी भी नागरिक के सामने पहचान का संकट नहीं है।

मुख्यमंत्री जी आज यहां विधान सभा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस सत्र में अब तक कुल 33 सदस्यों ने सदन में चर्चा में भाग लिया है और बाढ़ और सूखा पर अपने महत्वपूर्ण विचार रखे हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री तथा किसान नेता चैधरी चरण सिंह ने कहा था देश की प्रगति का मार्ग गांव, गलियों, खेत तथा खलिहानों से होकर जाता है। चैधरी चरण सिंह की बात को पूर्ववर्ती सरकार ने वास्तव मंे थोड़ा भी ध्यान में रखा होता, तो उत्तर प्रदेश के इतिहास मंे सर्वाधिक किसानों ने उनके कालखण्ड में आत्महत्या नहीं की होती। 

  मुख्यमंत्री जी ने श्री रामकुमार वर्मा की देश के अन्नदाता किसानों के लिए समर्पित पंक्तियांे ‘हे ग्राम देवता, नमस्कार, सोने चांदी से नहीं, किंतु तुमने मिट्टी से किया प्यार, हे ग्राम देवता नमस्कार’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी से प्रेरित होकर डबल इंजन की सरकार कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार ने प्रयागराज में एक भूमाफिया के कब्जे से जमीन को मुक्त करा कर 76 गरीबों को आवास उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं, वो गरीब, किसान, दलित की समस्या और उसकी पीड़ा को क्या समझंेगे। ऐसे लोगों में अति पिछड़ांे और पिछड़ों के साथ क्या व्यवहार किया था, यह पूरा देश जानता है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में वर्षा का औसत 401 से 430 मिमी0 वार्षिक है। इस वर्ष जून माह से अब तक 353 मिमी0 बारिश हो चुकी है। लेकिन यह बारिश एक साथ, एक जगह पर मूसलाधार तथा कुछ ही समय में ही हो गई। जनपद  गोरखपुर में कल एक दिन में ही 133 मिमी0 बारिश हुई है। अक्सर उत्तर प्रदेश में 15 से 20 जून के बीच मानसून प्रवेश करता था। हमारे अन्नदाता किसान उसी के अनुरूप अपनी तैयारी भी करते थे। 

इस वर्ष मानसून की स्थिति बहुत अनुकूल और अच्छी नहीं रही है। आधा उत्तर प्रदेश ऐसा है, जहां पर सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। पश्चिम के कुछ जनपदों में ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन उसकी भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। शासन स्तर पर इस स्थिति पर बैठक कर रणनीति बनाई गई है। प्रारम्भ में उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में वर्षा के कारण हिमालयी नदियों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी। इसके कारण प्रदेश के विभिन्न जनपदों में फसलों को हुई क्षति के आकलन के आदेश दिए गए हैं। शासन स्तर पर इसके लिए कार्रवाई आगे बढ़ रही है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में देश के अन्य भागों की तुलना में स्थिति बेहतर है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की आबादी का 16 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में निवास करती है। देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 11 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में है। इसी 11 प्रतिशत भूमि से उत्तर प्रदेश का अन्नदाता किसान देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 20 प्रतिशत उत्पादित करता है। उत्तर प्रदेश के किसानों ने अपने परिश्रम तथा पुरुषार्थ से प्रदेश को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। उत्तर प्रदेश में 86 से 90 फीसदी कृषि योग्य भूमि सिंचित है। नहरों, सरकारी नलकूपों तथा निजी नलकूपों से भी उन्हें आच्छादित किया गया है। सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा होने तथा अतिरिक्त विकल्प होने का परिणाम है कि इस वर्ष लगभग 88 फीसदी फसलों की बुवाई हुई है। अब तक धान की 100 फीसदी नर्सरी लग चुकी है। कम बारिश के कारण होने वाले नुकसान के लिए सरकार के स्तर पर कार्रवाई आगे बढ़ रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार किसानों को अधिक से अधिक सुविधा देनें के लिए लगातार प्रयास कर रही हैैैै। वर्ष 2017 से ही प्रदेश सरकार सूखे या बाढ़ की स्थिति में किसानों को मुआवजा देने का कार्य कर रही है। वर्ष 2017 में सूखा या बाढ़ के कारण जिन किसानों का नुकसान हुआ था ऐसे 61,320 किसानों को लगभग 60 करोड़ रुपये का मुआवजा उपलब्ध कराया गया था। वर्ष 2018-19 में भी प्रदेश के 3,84,113 किसानों को 212 करोड़ रुपए से अधिक, वर्ष 2019-20 में 64 करोड़ 32 लाख रुपये, वर्ष 2020-21 में 3,62,600 से अधिक किसानों को 120 करोड़ रुपये का मुआवजा सरकार ने किसानों को उपलब्ध कराया था। वर्ष 2021-22 में प्रदेश सरकार ने 13,94,900 से अधिक किसानों को 475 करोड़ रुपये नुकसान की प्रतिपूर्ति के रूप में दिये थे। वर्ष 2022-23 में भी सरकार ने प्रदेश के 12,14,000 से अधिक किसानों को 427 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में वितरित किए। प्रदेश सरकार ने इस वर्ष अब तक 8,400 से अधिक किसानों को बाढ़ के कारण क्षति होने पर मुआवजा दिया है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बाढ़ आई, लेकिन प्रदेश के 40 से अधिक जनपद सूखे की चपेट में थे। अनेक जगहों पर सिंचाई विभाग ने अपने स्तर पर प्रयास किया। पावर काॅरपोरेशन ने अतिरिक्त विद्युत सप्लाई की। शासन स्तर पर बैठके की गईं। नोडल अधिकारी और प्रभारी मंत्रियों ने जनपदों के दौरे किए। सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के कार्य किये। वर्ष 2017 से पहले तक बाढ़ पीड़ितों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाता था। वर्ष 2017 में उन्होंने पीड़ितों के लिए एक राहत किट तैयार करने के निर्देश दिए। हर पीड़ित को 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, दाल, तेल, नमक, मिर्च-मसाले, दियासलाई, बरसाती, मोमबत्ती तथा केरोसिन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। महिलाओं के लिए डिग्निटी किट उपलब्ध करायी गई। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष अभी तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों के लिए 26,964 ड्राई राशन किट तथा 2,550 डिग्निटी किट उपलब्ध कराई गई है। 909 बाढ़ शरणालय बनाए गए हैं। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गई है। प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाने के साथ-साथ पशुओं के टीकाकरण की व्यवस्था भी की गई है। बाढ़ से बचाव के लिए अतिरिक्त नौकाओं की व्यवस्था की गई। प्रशासन की कार्यवाही और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से जनता में आपदा के बावजूद भी एक संतुष्टि का भाव है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इन्सेफेलाइटिस से पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40 वर्षों में 50,000 बच्चों की असमय मृत्यु हुई थी। इनमें से 90 फीसदी बच्चे दलित, अल्पसंख्यक और अति पिछड़ी जाति के थे। पिछली सरकारों ने इस समस्या का समाधान नहीं निकाला। हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही इन्सेफेलाइटिस का समूल नाश कर दिया। आज कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, लखीमपुरखीरी, पीलीभीत तथा सहारनपुर जनपदों में इंसेफेलाइटिस समाप्त हो चुका है। केवल इसकी घोषणा होनी बाकी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवाई मिल रही है और डॉक्टर भी उपलब्ध है। सरकारी अस्पतालों में गरीब इलाज के लिए आ रहे हैं और उन्हें आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 05 लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर मिल रहा है। प्रदेश के 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना की सुविधा प्राप्त हो रही। सरकारी अस्पतालों में उमड़ती हुई भीड़़ यह प्रमाणित करती है कि पहले से व्यवस्था बेहतर हुई है। इसीलिए लोग विश्वास के साथ वहां आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी सरकार ने अन्नदाता किसानों के हित में महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं। इनमें मानव तथा वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में घोषित करना शामिल हंै। यह हमारी सरकार के पहले कार्यकाल में घोषित किया गया था। किसी भी व्यक्ति की सर्पदंश, सांड़ या वन्यजीव से मृत्यु को आपदा की श्रेणी में लाने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है। जनपद बिजनौर से 20 तेंदुए रेस्क्यू किए गए हैं। वहां छह टीमें में लगातार कैंप कर रही हैं। हमारी सरकार किसानों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रही है। साथ ही, वन्य जीवों को रेस्क्यू कर उनको सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य भी कर रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से वर्ष 2017 से अब तक 55 लाख 20 हजार लोग लाभान्वित हुए है। इनमें से 44 लाख 93 हजार आवास अब तक बनकर तैयार हो चुके हैं उनमें गृह प्रवेश हो चुका है। इन आवासों के लाभार्थियों की सूची पूर्ववर्ती सरकारों में बनी थी, हमारी सरकार ने उसे यथावत स्वीकार किया। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2012 से वर्ष 2017 के बीच में सिंचाई की आठ परियोजनाएं पूर्ण हुई थी। जबकि वर्ष 2017 से 2022 के बीच में 20 परियोजनाओं को पूरा किया गया है। वर्ष 2012 से 2017 के बीच में सिंचन क्षमता 1,95,900 हेक्टेयर बढ़ी, जबकि वर्ष 2017 से 2022 के बीच में 23 लाख 17 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त हुई है। इससे 44 लाख किसान प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हुए हैं। 

प्रदेश में 14,65,600 से अधिक निजी नलकूप है।  गत वर्ष पहली बार इन सभी किसानों को सरकार ने विद्युत बिल में 50 प्रतिशत की छूट दी। सरकार का प्रयास है कि सभी निजी नलकूप लगाने वाले अन्नदाता किसानों को निःशुल्क विद्युत उपलब्ध करा सकें। इसके लिए 1,500 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। फीडर के अलग किए जाने की कार्रवाई चल रही। यह समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। साथ ही, प्रदेश के नलकूपों को सोलर पंप के माध्यम से सोलराईज करने की कार्रवाई की जा रही है। अब तक 45,342 किसानों को इससे आच्छादित किया है। वर्ष 2023-24 में 30,000 किसानों को इसके साथ जोड़ने की कार्रवाई वर्तमान में प्रचलित है।

प्रदेश में नहरों की टेल तक पानी पहुंचाने की कार्यवाही भी अच्छे तरीके से आगे बढ़ी हैं। इस दौरान 1,546 चेक डैम का निर्माण किया गया। लघु सिंचाई विभाग के माध्यम से 1,234 तालाब बनाए गए। ग्राम्य विकास, पंचायतीराज तथा नगर विकास विभाग के द्वारा भी 30642 तालाब और अमृत सरोवर बनाए गए हैं। भू-गर्भ जल विभाग के माध्यम से 57 तालाब बनाए गए। अन्य विभागों के द्वारा भी 13,666 अमृत सरोवर के निर्माण की कार्रवाई को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण की दृष्टि से रेन वाटर हार्वेस्टिंग के 34,974 कार्य अब तक पूर्ण हो चुके हैं। रीयूज और रिचार्ज स्ट्रक्चर के भी अब तक 30,739 कार्य पूरे किए गए हैं। सभी जनपदों में समाप्त सी हो गई नदियों को पुनर्जीवित करने की कार्रवाई की जा रही है। अब तक 09 नदियों को पुनर्जीवित किया गया है। लगभग 66 नदियों को पुनर्जीवित करने की कार्रवाई वर्तमान में चल रही है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कि पहले जिला मुख्यालयों, उनमें भी वी0आई0पी0 जनपदों में ही बिजली आती थी । शेष जिले उससे वंचित रहते थे। आज उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में एक समान विद्युत आपूर्ति की जा रही है। अप्रैल 2017 से लगातार जनपद मुख्यालयों पर 23 से 24 घण्टे, तहसील मुख्यालयों पर 20 से 22 घण्टे और ग्रामीण क्षेत्र में 16 से 18-19 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इस दौरान 1,21,000 से अधिक मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। प्रदेश में 33/11 के0वी0ए0 के 1,528 सब स्टेशनों की स्थापना भी की गई। इस दौरान एक करोड़ 58 लाख घरों को निःशुल्क विद्युत के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। 3,99,800 से अधिक किसानों को निजी नलकूप के कनेक्शन भी दिए गए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में वर्ष 2015-16 में ऊर्जा की सर्वाधिक मांग 12,300 मेगावाॅट की होती थी। वहीं वर्ष 2023 में ऊर्जा की सर्वाधिक मांग 28,284 मेगावाॅट की है। प्रदेश सरकार ने पावर सप्लाई लाॅस को काफी कम किया है। वर्ष 2017 से पूर्व पावर सप्लाई में लाॅस लगभग 22 प्रतिशत था, जो घटकर वर्ष 2023 में लगभग 17 प्रतिशत हो गया है। यह चीजें दिखाती हैं कि सरकार के स्तर पर अनेक सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में 01 करोड़ 08 लाख विद्युत मीटर संयोजित थे, आज जिनकी संख्या बढ़कर 03 करोड़ 27 लाख से अधिक हो गयी है। वर्ष 2012 से 2017 के मध्य राज्य की विद्युत उत्पादन क्षमता 4,839 मेगावाॅट की थी। इस समय प्रदेश ने 5,820 मेगावाॅट विद्युत उत्पादन क्षमता अर्जित कर ली है। प्रदेश सरकार एन0टी0पी0सी0 के साथ मिलकर 1600 मेगावाॅट की ओबरा तापीय परियोजना को आगे बढ़ाने जा रही है। यह इकाइयां राज्य की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगी।  

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की बागडोर सम्भालते ही देश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की, जिसके परिणाम हम सभी के सामने हैं। रबी, खरीफ सहित सभी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है। डबल इंजन सरकार किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए तेजी से कदम बढ़ा रही है। राज्य सरकार ने वर्ष 2017 में शासन व्यवस्था सम्भालते ही सबसे पहले लाखों अन्नदाता किसानों के फसली ऋण को माफ करने का कार्य किया था।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे यहां किसान की जाति, मत, मजहब नहीं है। किसान की एक ही जाति है, कि वह किसान है। इसीलिए प्रधानमंत्री जी ने अन्नदाता किसानों के स्वावलम्बन व सम्मान के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की शुरुआत की। प्रदेश के 02 करोड़ 61 लाख किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अब तक इन 2.61 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 59105 करोड़ रुपये डी0बी0टी0 के माध्यम से अंतरित किए जा चुके हैं। किसानों के लिए स्वायल हेल्थ कार्ड जारी किए गए हैं। हमारे अन्नदाता किसानों को पहली बार लागत का डेढ़ गुना दाम एम0एस0पी0 के माध्यम से प्राप्त हो रहा है। 

वर्तमान में प्रदेश में धान, गेहूं, मक्का, बाजरा के लिए प्रोक्योरमेण्ट सेण्टर स्थापित कर खाद्यान्न खरीद प्रक्रिया को बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में धान (सामान्य) का एम0एस0पी0 2183 रुपये व धान (गे्रड-ए) 2203 रुपये है, जो सीधे किसानों को प्राप्त हो रहा है। वहीं वर्ष 2014-15 में धान (सामान्य) का एम0एस0पी0 मात्र 1360 रुपये व 1400 रुपये था। वर्ष 2014-15 में ज्वार का एम0एस0पी0 1530 रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 3180 रुपये हो गया है। बाजरा का एम0एस0पी0 वर्ष 2014-15 में 1250 रुपये था, जो वर्तमान में बढ़कर दोगुना हो गया है। 

मक्के का प्रोक्योरमेण्ट पिछली सरकार के समय नहीं किया जाता था। डबल इंजन की सरकार ने मक्के के प्रोक्योरमेण्ट को प्रारम्भ किया है। इस समय मक्का का एम0एस0पी0 2090 रुपये है। इसी प्रकार वर्ष 2014-15 में उड़द का एम0एस0पी0 4350 रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में 6950 रुपये हो गया है। वर्ष 2014-15 में किसानों को अरहर का एम0एस0पी0 मात्र 4350 रुपये था, जबकि वर्ष 2023-24 में अन्नदाता किसानों को 7000 रुपये का एम0एस0पी0 प्राप्त हो रहा है। इसी प्रकार तिल का एम0एस0पी0 वर्ष 2014-15 में 4600 रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 8635 रुपये हो गया है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसी प्रकार, रबी की फसलों में गेहूं का एम0एस0पी0 पिछली सरकार के समय 1450 रुपये था, जबकि वर्ष 2023-24 में यह 2125 रुपये है। वर्ष 2014-15 में मसूर का एम0एस0पी0 3075 था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर लगभग दोगुना अर्थात 6000 रुपये हो गया है। सरसों का एम0एस0पी0 वर्ष 2014-15 में 3100 रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में 5450 रुपये हो गया है। राज्य सरकार ने मण्डी शुल्क को 02 प्रतिशत से घटाकर 01 प्रतिशत किया है। इसके अलावा, प्रदेश सरकार ने यह भी व्यवस्था बनायी है कि यदि फसल का दाम मार्केट में ज्यादा है तो किसान अपनी उपज को मार्केट में बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। उसके साथ किसी प्रकार की कोई सख्ती नहीं है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में कहीं भी प्रोक्योरमेण्ट सेण्टर नहीं थे। श्री राजनाथ सिंह जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उस समय अंतिम प्रोक्योरमेण्ट सेण्टर स्थापित किए गए थे। श्री राजनाथ सिंह ने उस समय किसानों से सीधे खाद्यान्न खरीदने की व्यवस्था प्रारम्भ की थी। उसके बाद यह व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त कर दी गयी। 

वर्ष 2017 में 36 लाख 99 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद 08 लाख 646 किसानों से की गयी, जिसके लिए 6011 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। वर्ष 2018-19 में 52 लाख 92 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद 11 लाख से अधिक किसानों से की गयी। इसके लिए डी0बी0टी0 के माध्यम से 9231 करोड़ रुपये किसानों के बैंक खाते में अंतरित किए गए। वर्ष 2019-20 में 37 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद 07 लाख से अधिक किसानों से की गयी, जिसके लिए 6889 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को डी0बी0टी0 के माध्यम से किया गया। वर्ष 2021-22 में 56 लाख 41 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद की गयी। इसके लिए 13 लाख से अधिक किसानों के बैंक खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से 11141 करोड़ रुपये अंतरित किए गए। 

इस प्रकार विगत 6-7 वर्षों में 224 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद अन्नदाता किसानों से की गयी और 41299 करोड़ रुपये डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे 47 लाख 89 हजार अन्नदाता किसानों के बैंक खाते में अंतरित किए गए। वहीं वर्ष 2012-17 के दौरान 19 लाख 02 हजार किसानों से 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी, जिसके लिए मात्र 12800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। इस भुगतान में बिचैलियों/आढ़तियों की प्रमुख भूमिका थी। पैसा किसान को सीधे नहीं दिया जाता था।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसी प्रकार वर्ष 2012-17 के मध्य 14 लाख 87 हजार किसानों से 123 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी। इसके लिए 17190 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। वहीं वर्ष 2017-23 के दौरान 53 लाख 68 हजार 600 से अधिक किसानों से 345 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी और इसके लिए 63936 करोड़ रुपये का भुगतान डबल इंजन सरकार द्वारा अन्नदाता किसानों को किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा नगदी फसलों के प्रोक्योरमेण्ट की कार्यवाही भी की गयी है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने खतौली चीनी मिल का पुनरुद्धार करके स्व0 चैधरी चरण सिंह के सपने को साकार करने का कार्य किया है। वर्ष 2012-17 के मध्य 95200 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को किया गया था। अब तक डबल इंजन की सरकार ने गन्ना किसानों को 02 लाख 16 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022-23 का भी गन्ना मूल्य का भुगतान 38051 करोड़ रुपये किया है, जो लगभग 86-87 प्रतिशत है। उन्होंने प्रदेश के 65 लाख गन्ना किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके गन्ना मूल्य का ससमय भुगतान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आज कोई भी किसानों के साथ अन्याय नहीं कर पाएगा। 

प्रदेश सरकार ने कोरोना कालखण्ड में भी चीनी मिलें संचािलत कीं। वर्ष 2012-17 के मध्य पेराई क्षमता केवल 14725 टी0सी0डी0 थी, जो वर्ष 2017-22 के दौरान बढ़कर 78900 टी0सी0डी0 हो गयी है। वर्ष 2012-17 के बीच 3734 लाख मीट्रिक टन गन्ना की पेराई हुई। वहीं वर्ष 2017-23 के मध्य गन्ना की पेराई 6404 लाख मीट्रिक टन हुई है। प्रदेश में वर्ष 2012-17 के दौरान चीनी का उत्पादन 368 लाख मीट्रिक टन होता था, जो वर्ष 2017-23 के दौरान बढ़कर 682 लाख 44 हजार मीट्रिक टन हो गया है। वर्ष 2012-17 के मध्य किसान की औसत उपज 61.63 टन प्रति हेक्टेयर थी। किसानों को नई तकनीक से जोड़ने का परिणाम है कि आज औसत उपज 83.95 टन प्रति हेक्टेयर हो गयी है।

उत्तर प्रदेश देश में चीनी उत्पादन व एथेनाॅल उत्पादन में प्रथम स्थान पर है। वर्ष 2012-17 के दौरान प्रदेश में कुल 42 करोड़ लीटर एथेनाॅल का उत्पादन होता था। वहीं आज राज्य सरकार के सफल प्रयासों से अकेले एक वर्ष में 153.71 करोड़ लीटर एथेनाॅल का उत्पादन प्रदेश में हो रहा है। प्रदेश सरकार ने छाता की पुरानी चीनी मिल के स्थान पर एक इन्टीग्रेटेड शुगर काॅम्प्लेक्स की स्थापना की अनुमति दी है। देवरिया में बेतालपुर के लिए राज्य सरकार ने मा0 सर्वाेच्च न्यायालय से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही वहां एक इन्टीग्रेटेड शुगर काॅम्प्लेक्स के निर्माण की कार्यवाही प्रारम्भ हो जाएगी। इसके अलावा प्रदेश सरकार अन्य जगहांे पर भी इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के माध्यम से किसानों की दुखद मृत्यु पर उसके परिजनों को सहायता राशि प्रदान की जा रही है। वर्ष 2023-24 के लिए 750 करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था सहायता राशि प्रदान करने के लिए की गयी है। इसमें 9710 किसानों के परिजनों को अब तक 435 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके अलावा, आपदा की श्रेणी में आने वाली घटनाओं से यदि किसान के परिवार का कोई सदस्य प्रभावित होता है, तो उसे भी प्रदेश सरकार कृषक दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत आच्छादित करते हुए सहायता प्रदान कर रही है। साथ ही, किसान के सहयोगी किसान को भी इसके साथ जोड़ने की कार्यवाही को राज्य सरकार ने किया है। वर्ष 2012-17 के मध्य मुख्यमंत्री राहत कोष से कुल 252 करोड़ रुपये प्रदेश के गरीबों को वितरित किए गए थे, वहीं वर्ष 2017-23 के मध्य 01 लाख 37 हजार 990 लोगों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2325 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है। 

उत्तर प्रदेश की इस मा0 सदन ने सस्टेनेबल डेवलप गोल्स पर 36 घण्टे से अधिक चर्चा कर विधायिका का सामने एक नजीर प्रस्तुत करने का कार्य किया था। इस कार्य को देश व दुनिया ने सराहा। हमें मिलकर इन कार्याें को आगे बढ़ाना होगा। वृक्षारोपण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार विशेष अभियान संचालित कर रही है। इन वृक्षारोपण महाअभियानों की सर्वत्र सराहना हो रही है। दुनिया इस कार्य को बहुत सकारात्मक रूप में ले रही है। विश्व का सबसे बड़ा राज्य कार्बन एमिशन में कितना योगदान दे रहा है, अन्य देशों को यह जानने की रुचि है। अमृत सरोवर, चकडैम इत्यादि बनाए जा रहे हैं। स्कूली बच्चें, सभी ग्राम पंचायतें, सभी नगरीय निकाय व ग्राम पंचायत सदस्य से लेकर संसद सदस्य तक वृक्षारोपण महाअभियान का हिस्सा बने हैं। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 से 2023 के बीच 162 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए हैं। जिससे 12 लाख 80 हजार हेक्टेयर भूमि आच्छादित हुई है। देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 से 2021 के बीच प्रदेश में कुल वनावरण और वृक्षारोपण में लगभग 80 हजार हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई। प्रदेश में इस दिशा में वर्ष 2017 से लगातार कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2017-18 से वर्ष 2022-23 तक 131 करोड़ 98 लाख पौधों का रोपण किया है। जिससे 54 लाख मीट्रिक टन कार्बन अवशोषण में मदद मिली है। प्रदेश सरकार द्वारा लक्ष्य रखा गया है कि जब उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनेगा उस समय तक प्रदेश में वन आच्छादन को 09 प्रतिशत से बढ़कर 15 प्रतिशत तक किया जाएगा। इससे 72 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण होगा। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 22 जुलाई, 2023 को 01 दिन में 30 करोड़ वृक्ष लगाए गए। जनपद बिजनौर के विदुर कुटी व जनपद मुजफ्फरनगर के शुकतीर्थ में इस महाअभियान से जुड़ने का उन्हें अवसर प्राप्त हुआ। आगामी 15 अगस्त 2023 को 05 करोड़ वृक्षारोपण का वृहद अभियान वन विभाग को नोडल विभाग बनाकर पूरा किया जाएगा। इस अभियान के प्रत्येक स्तर पर भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, वीर शहीदों और अमर जवानों की स्मृति में अमृत वाटिका का रोपण भी किया जाएगा। ग्राम पंचायतों, नगर निकायों तथा प्रमुख स्थानों पर इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जून 2014 में पेट्रोल पर वैट की दर 26.55 प्रतिशत से बढ़ाकर 26.80 प्रतिशत तथा डीजल पर वैट की दर 17.23 प्रतिशत से बढ़ाकर 17.48 प्रतिशत कर दी गयी थी। वर्ष 2017 से 2023 के बीच पेट्रोल पर वैट की दर 19.36 प्रतिशत तथा डीजल पर 17.08 प्रतिशत है। 04 नवम्बर, 2021 को पेट्रोल पर 05 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा कम की गई। प्रदेश के उपभोक्ताओं को इस कमी से 12 रुपये प्रति लीटर का लाभ प्राप्त हो रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा भी डीजल पर 02 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 07 रुपये प्रति लीटर की कमी की गई। पश्चिम बंगाल में पेट्रोल का दाम 106 रुपए प्रति लीटर, बिहार में पेट्रोल का दाम 107 रुपये 22 पैसे प्रति लीटर, राजस्थान में पेट्रोल का दाम 108 रुपए 46 पैसे प्रति लीटर और उत्तर प्रदेश में पेट्रोल का दाम 96 रुपये 55 पैसे प्रति लीटर है। 

उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर वैट की दर 15.01 प्रतिशत, राजस्थान में 26.84 प्रतिशत बिहार में 24.32 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 23.68 प्रतिशत और आंध्रप्रदेश में 29.25 प्रतिशत है। पश्चिम बंगाल में डीजल का दाम 92.74 रुपये प्रति लीटर, बिहार में डीजल का दाम 94.02 रुपये प्रति लीटर, राजस्थान में डीजल का दाम 93.70 रुपये प्रति लीटर और उत्तर प्रदेश में डीजल का दाम 89.74 रुपये प्रति लीटर है। उत्तर प्रदेश में डीजल पर वैट की दर 12.76 प्रतिशत, राजस्थान में 16.63 प्रतिशत, बिहार में 16.10 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 15.33 प्रतिशत है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना कालखण्ड में डबल इंजन की सरकार ने बिना भेदभाव के देश के 140 करोड़ लोगों के हितों के लिए कार्य किया। भारत दुनिया का पहला देश है जिसने 220 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोजें अपने नागरिकों को निःशुल्क दीं। साथ ही, दुनिया के 100 से अधिक देशों को भी कोरोना वैक्सीन निःशुल्क उपलब्ध करायी हैं। यह वैक्सीन भारत के लिए अन्य देशों से मित्रता का रास्ता खोलने का माध्यम बनी हैं। 

जब दुनिया संकट में थी, तब भारत के विज़नरी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एक तरफ देश के लिए योजनाएं चालू कर रहे थे। तो वहीं दूसरी तरफ हर नागरिक की जान बचाने के लिए अपनी कार्य योजना को आगे बढ़ा रहे थे। भारत की दोनों वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी मानी गयीं। परिणामस्वरूप कोरोना की चैथी लहर भारत के बाॅर्डर से ही वापस चली गयी। निःशुल्क राशन, जनधन खाते में धनराशि का हस्तांतरण, उज्ज्वला योजना के अंतर्गत निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर, स्ट्रीट वेंडर के लिए पी0एम0 स्वनिधि योजना और श्रमिक वर्ग को भरण पोषण भत्ता देने की व्यवस्था सुचारु रूप से की गई। कोरोना काल में आए श्रमिकों को उनके ही जनपद में कार्य दिया गया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मलिहाबाद में आम की मंडी के लिए पैक हाउस का निर्माण किया गया है। इससे आम के निर्यात में सहायता मिलेगी। प्रदेश का निर्यात 86000 करोड़ रुपए से बढ़कर वर्तमान में लगभग 02 लाख  करोड़ रुपये पहुंच चुका है। विगत 05 वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई है। प्रति व्यक्ति आय को भी दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई है। यह प्रदेश के किसानों, कामगारों, श्रमिकों, युवाओं, माता-बहनों का संयुक्त प्रयास है। वाराणसी से बलिया तक वॉटर-वे का निर्माण किया गया है। जनपद गाजीपुर में फ्लोटिंग जेट्टी स्थापित की जा रही है। प्रदेश की इन्हीं संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए इनलैण्ड वाॅटर-वे अथॉरिटी के गठन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया है।

पूर्वी और पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश से होकर गुजरते हैं। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के लिए एक नई संभावना है। इन दोनों कॉरीडोरों का जंक्शन प्रदेश में ही है। इसलिए प्रदेश में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब का निर्माण दादरी और बोराकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के निर्माण की कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में मल्टीमॉडल फ्रेट विलेज का निर्माण जनपद वाराणसी में किया जा रहा है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस प्रदेश 14वें स्थान पर था। वर्तमान में उत्तर प्रदेश ईजऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर है। पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए उत्सुक है। प्रदेश निर्यात के एक नए हब के रुप में स्थापित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य की ओर तेजी के साथ आगे बढ़ने का कार्य किया है।

एन0सी0आर0बी0 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में डकैती में लगभग 80 प्रतिशत, लूट में लगभग 69 प्रतिशत, हत्या में लगभग 40 प्रतिशत, बलवा में लगभग 61 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण में लगभग 70 प्रतिशत और रोड होल्डिंगअप में 100 प्रतिशत की कमी आयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब तक प्रशासन में स्थिरता नहीं आएगी तब तक विकास की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। पूर्ववर्ती सरकार में जिलाधिकारियों की एक जिले में औसत कार्य अवधि 06 महीने थी वर्तमान में यह औसतन 18 महीने है। 

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने कांवड़ यात्रा और जन्माष्टमी पर बैन लगा दिया था। वर्तमान समय में प्रत्येक पुलिस लाइन और जेल में जन्माष्टमी का पर्व उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस बार की कांवड़ यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वयं देखने का अवसर प्राप्त हुआ। लगभग 04 करोड़ कांवड़ यात्री  सकुशल, शांतिपूर्ण तरीके से और शिव भक्ति में लीन होकर गाजियाबाद तक आए। यह सामाजिक समरसता का एक बहुत बड़ा उदाहरण है। इसमें प्रत्येक जाति और तबके के लोग थे। प्रदेश में पर्व और त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाये जा रहे हैं। कहीं भी किसी समुदाय को कोई परेशानी नहीं है। 

प्रदेश सरकार ने नदियों की ड्रेजिंग का कार्य भी किया है। अन्नदाता किसानों को उनकी उपज मूल्य का भुगतान समय पर किया जा रहा है। फसलों का सर्वेक्षण कर मुआवजा देने का कार्य किया जाता है। बिना भेदभाव के साथ ससमय मुआवजा किसानों के खातों में पहुंचाया जाता है। औसत से कम वर्षा होने पर किसानों को बीज की किट उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे किसानों के खेत खाली न रहें और उनकी आमदनी पर कोई विपरीत असर न पड़े।

प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है। सभी जगह उन्हंे सम्मान से देखा जाता है। नये भारत के नये उत्तर प्रदेश को बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए परिश्रम और पुरुषार्थ की आवश्यकता पड़ती है, शासन की योजनाओं को बिना भेदभाव के लोगों तक पहुंचाना होता है। यह सामूहिक प्रयास का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश का परसेप्शन बदला है। आज लोग उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आना चाहते हैं। आज प्रदेश सरकार राज्य के विकास के लिए कार्य कर रही है, उसके परिणाम भी आ रहे हैं। प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर सदन में 36 घंटे की चर्चा होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब आप समस्या का समाधान करना चाहते हैं तो आपको रास्ता मिल जाता है। हमारी सरकार ने समस्या को स्वीकार करते हुए उसके समाधान के रास्ते भी निकाले हैं। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के अन्नदाता किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की डबल इंजन की सरकार अन्नदाता किसानों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री जी ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त हुए कहा कि विधान सभा अध्यक्ष ने सदन में अन्य विधायी कार्यों के साथ किसानों की दृष्टि से महत्वपूर्ण बाढ़ और सूखा को चर्चा का विषय बनाया। बहुत से सदस्यों ने पहली बार अपनी बात को सदन में रखा है। उन्होंने महत्वपूर्ण और रचनात्मक सुझाव दिए हैं। सरकार उनके सुझावों का स्वागत करती है।